Chapter 37 - chapter 37

आर्यन भी सोच रहा था। की रानी ने ऐसा ऐसा क्या किया जिस से ये घमंडी आदमी ऐसे मेरे पैरो में पड़ कर माफ़ी माँग रहा है। और रानी मेरे लिए इतना सब क्यों कर रही है।

मुकेश जोशी आर्यन के पैर फिर से पकड़ते हुए कहा आर्यन जब तुमको कोई काम नही दे रहा था। तब मैने तुमको काम दिया था। और अच्छी सैलरी भी दी थी उसके लिए मुझे एक बार माफ़ कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी तुम बोलोगे तो सब ठीक हो सकता है।

जब मुकेश जोशी ये सब कर रहा था। तो वहाँ के सभी लोग उसको ही देख रहे थे। और कुछ लोग मुकेश जोशी की वीडियो भी बना रहे थे। लेकिन मुकेश जोशी को इस से कोई फरक नहीं पड़ रहा था। वो तो बस आर्यन से माफ़ी मांग रहा था।

मुकेश जोशी ने आर्यन के साथ जो किया उसके बदले रानी ने उसको आर्यन के पैरो मै लाकर छोड़ दिया था।

मुकेश जोशी की जब रो रो कर बुरी हालत होने लगी तो आर्यन ने रानी से कहा यार बहुत हो गया अब जाने दो इसको मैने इसको माफ़ कर दिया है। अब तुम भी कर तो, मै ये और नहीं देख सकता ।

रानी ने कहा ठीक है। तुम कहते हो तो ठीक है। फिर रानी ने कहा ठीक है। मैं तुमको एक मौका दे रही हु अगली बार ऐसा किया तो ये Paper's मेरे पास ही है। याद रखना अभी के लिए तुमको माफ़ किया जाओ।

फिर रानी और आर्यन जाने लगे तो जाते हुए आर्यन ने अपनी कॉफ़ी और french fries का बिल दिया और वहाँ से बाहर आ गया।

निशिका वही खड़ी होकर ये सब देख रही थी उसने तब तक आर्यन से नज़र नही हटाई जब तक आर्यन रानी की गाड़ी मै बैठ कर वहाँ से चला नही गया।

आर्यन के जाने के बाद निशिका भी वहाँ से चली गयी।

दूसरी तरफ गाड़ी मै आर्यन ने पूछा आपने ऐसा क्यों किया वो तो पहले से ही ऐसा था। उसको तो मै जनता हु लेकिन आप भी उसके जैसे क्यों बन रही हो।

रानी ने सामने देखते हुए ही कहा जो जैसा है। उसके साथ वैसे बनाना पड़ता है। आर्यन अगर अच्छे के साथ अच्छा होना चाहिए तो बुरे के साथ बुरा क्यों नहीं।

आर्यन ने जब देखा की रानी कितने गुस्से मै लग रही थी तो उसने कहा चलो छोड़ो अब इस बात को हम एक बार फिर हमारी नई दोस्ती की शरुआत करते है।

ठीक है। किसी और दिन हम लंच पर चले गए रानी ने कहा और आर्यन ने भी इस बात के लिए हाँ कर दी फिर रानी ने आर्यन को उसके घर पर छोड़ा और वहाँ से चली गयी।

आर्यन ने देखा की उसको आने में काफी देर हो गयी थी फिर धीरे से आर्यन अंदर गया उसने देखा की कबीर और मोहित सो रहे थे।

आर्यन उनकी नींद खराब नही करना चाहता था। इस लिए अपने बैड की और चला गया जब आर्यन ने सोने से पहले अपने कपड़े चेंज करने के लिए अलमारी खोली तो वहाँ उसके कपड़ो के पास एक टिकेट पड़ा था। आर्यन को याद आया की वो तो इस ईनाम के टिकेट को देखना ही भूल गया।

फिर आर्यन ने वो टिकेट अपने हाथ मै लिए और देखा की उस पर कल की date थी इसका मतलब कल इस लॉटरी के ईनाम का पता चलेगा ।

आर्यन ने वो टिकेट वापस रखा और अपने दूसरे कपड़े लेकर वहाँ से चला गया ।

वही दूसरी और निशिका काजल को बात रही थी की आज क्या हुआ।

काजल ने कहा तु उसको ऐसे ही ग़लत समझ रही है। उसने जो किया वो गलती से किया होगा कोई जान बुझ कर ऐसा क्यों करेगा।

क्यों नही करेगा उसको पता था। की उस Restaurant पर जाने से उसके साथ क्या हो सकता है। फिर भी वो अपनी इतनी अमीर दोस्त को वहाँ लेकर गया तुझे कुछ ये अजीब नही लगा की उस आदमी से बदल लेने के लिए उसने ऐसा किया होगा निशिका ने कहा।

इस बात पर काजल के पास भी कुछ नही था। बोलने को इस लिए निशिका ने आगे कहा देखा अब तो तु भी उसकी साइड नहीं ले पा रही उसने ही ऐसा किया है। मै जानती हु उस जैसे लड़के ऐसे ही होते है। उनको दुसरो से कोई मतलब नहीं होता ।

अब बस भी कर तुझे उसकी बुराई करे बिना नींद नहीं आती क्या जब से वो तुमसे टकरया है। तब से तु हर रोज उसको ऐसा ही बुरा बोली है। तु उसको कितना जानती है। और बिना किसी को जाने किसी के बारे मै कोई राए नही देनी चाहिए काजल ने कहा और निशिका के पास से खड़ी होकर अपने बेड पर चली गयी।

निशिका ने वही बैठे हुए कहा जितना मुझे पता है। उतना काफी है। उसके लिए उसके लिए और कुछ जानना भी नही है। इस से जादा और तु मेरी साइड है। या उसकी साइड जो बार बार उसकी और से बोलती है।

इस बार काजल कुछ नही बोली फिर निशिका भी दूसरी तरफ अपना चेहरा कर के लेट गयी और आर्यन के बारे में ही सोचने लगी की कैसे उसने इतनी चालाकी से अपना बदला लिए ।

जब निशिका ये सब सोच रही थी थी तो एक तरफ रानी भी अपने कमरे में एक जगह से दूसरी जगह पर गुम रही थी रानी को नींद नही आ रही थी आज जो उसने आर्यन के लिए किया वही उसके दीमक मै चल रहा था।

रानी ने खुद से कहा क्या आर्यन मेरे लिए एक दोस्त से जादा होता जा रहा है। में क्यों वो सब कर देती हु जो मुझको नही करना होता अगली बार से मुझे ध्यान रखना चाहिए की मै ऐसा कुछ फिर ना करू ।

अगले दिन आर्यन उठा तब तक उसके दोस्त भी उठ गए थे।

कबीर ने कहा इतना टाइम भी नही रहा क्या की कुछ देर हमारे पास बैठे कर जो हुआ वो बात सके ।

आर्यन ने पूछा तुम किस बारे में बात कर रहे हो क्या बात नहीं की।

फिर कबीर ने आर्यन की तरफ अपना फोन किया और उसमे एक विडियो चला दी ये कल Restaurant मै जो हुआ उसकी किसी ने विडियो बना कर डाल दी थी।

मोहित ने उनके पास आते हुए कहा अगर कोई ये विडियो नहीं डालता तो हमे पता ही नही चलाता की तुमने इसके साथ क्या किया था।

आर्यन ने वो विडियो देखने के बाद कहा जैसे तुम सब सोच रहे हो वैशा कुछ नही है। ये विडियो आधी है। जो लास्ट मै हुआ था। वो इसमें है। ही नहीं।

उस विडियो मै मुकेश जोशी जब आर्यन को निकलने को बोल रहा था। तब से लेकर आर्यन के पैरो में गिर कर माफ़ी माँगने तक की थी उसमे भी बीच के कुछ सीन को काट दिया तो उसमे ऐसा लग रहा था। की आर्यन ने मुकेश जोशी से बदला लिए था।

आर्यन की बात सुनकर मोहित ने कहा वो हमे नही पता लेकिन ये विडियो कॉलेज के ग्रुप मैं भी किस ने डाल दी है। अब सबको पता चल जाएगा की तुमे इसके साथ क्या किया।

कबीर ने पूछा तु ये सब छोड़ ये बात कल असल मै हुआ क्या था। फिर हम देखते है। की हमे क्या करना है।

आर्यन ने कहा ठीक है। फिर आर्यन ने शुरु से लेकर लास्ट तक सारी बात बता दी।

बात खत्म होने के बाद मोहित आर्यन के पास गया और बोला तेरी मैडम ने तेरे लिए इतना सब कर दिया और वो तेरे साथ Date पर भी गई ये तो कितनी बड़ी बात है।

वो कोई Date नही थी हम बस साथ मैं कॉफ़ी पीने गए थे। मुझे तो पता भी नही था। की रानी मैडम मुझे किस Restaurant मै लेकर जा है। पता होता तो मै पहले ही मना कर देता ।

फिर कबीर ने कुछ सोचने के बाद कहा ये भी अच्छा हुआ की किसी ने ये विडियो पूरी नही डाली।

मोहित ने पूछा इस में अच्छा क्या है। ?

इस में अच्छा ये है। की अब कॉलेज मै कोई भी आर्यन से पंगा नही लगा सबको पता चल गया होगा की आर्यन जैसे दिखता है। वैसे है। नहीं कबीर ने दोनों को बताया ।

फिर मोहित ने कहा तो चलो फिर हम कॉलेज चलते है। और वहाँ जाकर देखते है। की वो सब आर्यन के बारे मैं क्या सोच रहे है।

फिर तीनो कॉलेज जाने के लिए तैयार होने लगे आर्यन ने जब अपने कपड़े लेने के लिए अपनी अलमारी खोली तो उसको वो टिकेट फिर से दिख गयी।

आर्यन ने अपना फोन निकला और उस टिकेट का फैसला देखने लगा, उसके फोन मै जिस टिकेट पर ईनाम थे। उनके नंबर आ गया।

फिर आर्यन ने अपनी टिकेट उठाई और सबमे मिलने लगा लेकिन कोई भी नंबर उसकी टिकेट से मैच नही हुआ आर्यन ने नंबर ढूंढते हुए कहा मुझे तो पहले ही पता था। की मेरे ये पैसे तो उस लड़की ने बर्बाद कर दिए है।

आर्यन को उस लिस्ट में नंबर नहीं मिला।

इतने में कबीर ने आर्यन के पास आते हुए कहा ये सब क्या कर रहा है। तु तुझे पता है। ना इनमे पैसा बर्बाद होते है। ये कितने की है।

आर्यन ने कबीर की तरफ देखते हुए कहा यार ये ऐसे ही है। मैं भी लक मैं नही मानता मेरा नाम ही आर्यन है। पर मुझे पता है। मेरे पास लक नहीं है।

आर्यन ये बोलकर हसने लगा।

कबीर ने पूछा कुछ निकल क्या इस मै ?

नही यार ये सारी लिस्ट देख ली पर कुछ नही मिला।

जैसे ही आर्यन अपने फोन को बंद करने वाला था। तो उसकी नजर उपर एक साइड मैं चमक रहे नंबर पर गयी वहाँ लिखा था। Top 3 फिर आर्यन ने उस पर click किया और देखने लगा।

वो देखते ही आर्यन की आँखे बड़ी बड़ी हो गई आर्यन ने कहा लग गयी।

कबीर ने कहा क्या कितने की?

आर्यन ने कबीर की और देखा और कहा 1 करोड़ की First Prize लगा है।

फिर कबीर ने आर्यन से वो टिकेट लिए और अपने फोन मै निकाल कर उसका नंबर मिलने लगा।

कबीर ने कहा मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा तुझे सच में लॉटरी लगी है। ये बोलते हुए कबीर आर्यन के गले लग गया

और फिर दोनों खुशी के मारे ज़ोर ज़ोर से कुदने लगे।

इतने मै मोहित वहाँ आया जब उसने देखा की कबीर और आर्यन कूद रहे है। तो वो भी उनके साथ कुदने लगा, कुदते हुए मोहित ने पूछा हम कूद क्यों रहे है। ?

तेरे भाई आर्यन को लॉटरी का पहला ईनाम लगा है। 1 करोड़ का कबीर ने कहा और मोहित के कंधे पर हाथ रख दिया।

ये सुनते ही मोहित हैरानी के मारे नीचे गिर गया।

फिर आर्यन और कबीर ने कूदना बंद किया और मोहित के साथ नीचे बैठ गए।

कबीर ने पूछा तु ठीक तो है। न मुझे भी ऐसा ही जटका लगा था। लेकिन ये सच है।

मोहित ने आर्यन के गले लगते हुए कहा बधाई हो आर्यन अब से सब कुछ बदलने वाला है। तेरा, अब से बस खुशियाँ ही खुशियाँ होगी तेरी लाइफ मै।

आर्यन ने का मेरी नही हमारी लाइफ में तुम सब क्या सोच रहे हो पैसे आने के बाद मै तुमको छोड़ थोड़ी दुगा हम सब

जहा भी होगी साथ में होगे।

कबीर ने कहा अब ये सब छोड़ो लॉटरी की जगह फोन करो और उनको बताओ की तुमको लॉटरी लगी है। वो तुमको तुम्हारा ईनाम दे।

फिर आर्यन ने अपना फोन निकला और उस जगह फोन कर दिया सामने से एक आदमी ने पूछा आप हमें अपनी कोई identity proof दे और पहले अपनी लॉटरी टिकेट नंबर बताए ।

फिर आर्यन उसको अपनी कुछ जानकारी दी और लॉटरी नंबर भी बात दिया।

सामने से उस आदमी ने कहा बधाई हो सर आपको पहला ईनाम लगा है। इस लिए हम आपका काम जल्दी करने की कोसिस करेगे और जल्दी से जल्दी आपको आपके पैसे दे देगे।

आपके पास हमारा एक आदमी आएगा ये देखने के लिए की आपके पास सच मै ये ठीक है। या नही अगर हुआ तो वो आपके बारे में हमे बताएगा और हम तुरंत आपको आपका ईनाम दे देगे।

आर्यन ने कहा ठीक है। आप जब चाहिए यहाँ आ सकते है। फिर आर्यन ने फोन काट दिया और अपने दोस्तो को ये बात बात दी की उस आदमी ने ईनाम के बारे मैं क्या कहा।

वैसे ईनाम के पैों पर Text नहीं लगा इस लिए हमे पूरे पैसे मिलेंगे मोहित ने कहा ।

एक पार्टी तो बनती है। यार कबीर ने आर्यन से कहा ।

आर्यन ने उसकी बात पर कहा पार्टी तो हम करेगे लेकिन ईनाम के पैसे आने के बाद अभी छोटी पार्टी में क्या मजा पूरी बड़ी पार्टी करते है। क्या बोलते हो तुम दोनों ।

कबीर और मोहित ने कहा ये हुई न बात उसके बाद देखते है। की कितने पैसों से क्या करना चाहिए जिसे पैसे बचे रहे कबीर ने कहा ।

आर्यन ने कहा वो हम सोच लेंगे की इन पैसों का क्या क्या करना है। अब से हम एक अच्छी लाइफ जीने वाले है।

आर्यन की लॉटरी लग गयी थी जिसे कबीर और मोहित भी खुश हो गए।

मोहित ने कहा अगर अभी हम कॉलेज गए और हमारे पीछे से वो पैसे लेकर आ गए तो हम क्या करेगे।

कबीर ने कहा नही वो आने से पहले फोन कर देगे आर्यन को लेकिन अभी तो कॉलेज चलते है।

आर्यन को भी यही ठीक लगा।

फिर वे कॉलेज के लिए चले गए।

जैसे ही वे कॉलेज में गए तो आज सब लोग आर्यन को अजीब सी नजरों से देख रहे थे। कोई अपने फोन में विडियो चला कर अपने पास वाले को दिखा रहा था। लेकिन कोई भी आर्यन के सामने आने की हिम्मत नहीं कर रहा था।

मोहित ने कहा ये तो जैसे सोचा था। उस से भी जादा हो गया लगता है। सभी ने वो विडियो देख ली।

सबको लगता होगा आर्यन जो उसके साथ कर सकता है। वो हमारे साथ भी कर सकता है। कबीर ने कहा और आर्यन के कंधे पर हाथ रख दिया।

पर मुझे ये सब पसंद नहीं है। तुमको भी पता है। अब सभी ऐसा रहेंगे जैसे पता नहीं मै कोई राजा हु पर मुझे ये सब नही चाहिए, क्या सब पहले जैसे नही हो सकता क्या आर्यन ने कबीर की तरफ देखते हुए कहा ।

पर तुझे ऐसा करना ही क्यों है। चल कोई बात नहीं छोड़ ये सब तेरी किस्मत बदली है। तो उसको मजा ले चिन्ता क्यों करता है। जो होगा वो हम बाद मैं देख लेंगे कबीर ने आर्यन से कहा।

फिर वे क्लास की और चले गए।

जैसे ही आर्यन क्लास मै गया तो वो किसी से टकरा गया उसने देखा की वो कोई लड़की है। उसका चेहरा नही दिख रहा था। वो लड़की खड़ी होते हुए बोली अंधे हो क्या देख के नहीं चल सकते।

जब उसे आर्यन को देखा तो कहा तुम, तुम मेरा पीछा क्यों कर रहे हो ।