आर्यन तुम वहा पर क्यों खड़े हो अंदर आओ विशाल कहता है। और फिर आर्यन अंदर चला जाता है। अंदर जाने के बाद आर्यन सचिन के पास बैठ जाता है। और उस लड़की को देखने लगता है।
आर्यन ये है। डॉ नेहा गौतम इनके पास लोगों को ठीक करने की शक्ति है। विशाल आर्यन को बताता है।
नेहा आर्यन को देखती है। और मुस्कुरा देती है। फिर वो वहा से चली जाती है।
उसके जाने के बाद आर्यन विशाल की तरफ देखता है। और उससे कहता है। ये तो बहुत ही कमाल की शक्ति है।
नहीं ये शक्ति बस लोगों को ठीक करने की ही काम आती है। और इस शक्ति का कोई भी काम नहीं है। ये लड़ाई में कोई भी मदद नहीं करती है। लेकिन कोई भी इसको सीखता है। तो आगे चलकर उसे किसी बड़े ग्रुप में आसानी से ले लिया जाता है। विशाल कहता है। 1
विशाल की बात सुनकर आर्यन कुछ देर सोचता है। और फिर सचिन से बातें करने लगता है। वो दोनों सचिन को नहीं बताते है। कि आज उन्होंने उसके लिए क्या किया।
फिर वो दोनों सचिन को वहा से अपने कमरे में ले जाते है। और उसे आराम करने देते है। अगले दिन सचिन अपनी क्लास के लिए चला जाता है। और आर्यन और विशाल अपनी क्लास के लिए उन दोनों को सचिन की चिंता तो थी लेकिन उन्हें अपनी क्लास लगानी भी जरूरी थी।
लेकिन जब वो दोनों क्लास के बाद सचिन को देखते है। तो काफी ज्यादा शांत महसूस करते है। क्योंकि समय सचिन बिल्कुल ठीक था। उसको देखकर ऐसा नहीं लग रहा था। कि आज उसके साथ किसी ने लड़ाई की होगी।
फिर आगे की क्लास वो तीनों साथ ही लगते है। और कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता रहता है। सचिन के साथ कोई भी लड़ाई नहीं करता है। ये देखकर आर्यन विशाल हैरान थे। क्योंकि माइक चुप होकर बैठने वालों में से नहीं था। लेकिन वो कुछ भी नहीं कर रहा था। ये बात उन दोनों को समझ में नहीं आ रही थी कि वो ऐसा क्यों कर रहा है।
वही एक कमरे में माइक एक आदमी के सामने बैठा हुआ था। जो देखने में काफी बड़ा नजर आ रहा था। ।
सर आपने जैसा बोला था। मैं वैसा ही किया में अभी तक ना तो सचिन से लड़ाई की है। और ना ही उस खन्ना परिवार के लड़के के साथ माइक कहता है।
ये तो अच्छी बात है। की तुमने मेरी बात मान ली अगर तुम मेरी बात नहीं मानते तो तुम जानते हो कि मैं क्या कर सकता हूं वो आदमी अपनी भारी सी आवाज में कहता है।
उस आदमी का नाम राघवेंद्र मेहरा था। और ये माइक के हॉस्टल का टीचर था। मिलिट्री स्कूल में चार हॉस्टल बने हुए थे। और हर एक हॉस्टल में अलग अलग मास्टर होते थे। आर्यन जिस हॉस्टल में था। उसके मास्टर अभिषेक कुमार थे। ।
मुझे अब आगे क्या करना है। माइक पूछता है। ?
उस लड़के को मेरे पास लेकर आओ और फिर क्या करना है। वो में देख लूंगा राघवेंद्र कहता है। और फिर माइक वहा से चला जाता है।
अगले दिन माइक अपने कुछ दोस्तों के साथ सचिन के पास जाता है। और उससे कहता है। उस दिन जो हुआ उसके लिए हमें माफ
कर देना आगे से ऐसा नहीं होगा।
सचिन हैरानी से उन सबको देखता है। उसे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। कि ये सब सच भी है।
कोई बात नहीं मैं तुम लोगों को माफ कर दिया सचिन कहता है। और वहा से जाने लगता है।
1 मिनट रुको मुझे तुम्हें कुछ बताना था। तुमसे राघवेंद्र मेहरा सर मिलना चाहते है। माइक कहता है।
राघवेंद्र मेहरा का नाम सुनकर सचिन हैरान हो जाता है। और उन सब की तरफ देखने लगता है।
कहां पर है। वो सचिन डरते हुए कहता है।
आओ हमारे साथ वो तुम्हारा इंतजार कर रहे है। माइक कहता है। और सचिन को लेकर राघवेंद्र के ऑफिस में जाने लगता है।
कुछ देर के बाद वो सब ऑफिस के बाहर पहुंच जाते है। और फिर माइक उन सबको बाहर ही छोड़कर अंदर जाता है। और राघवेंद्र को बताता है। कि सचिन आ गया है।
उसको अंदर लेकर आओ राघवेंद्र कहता है। और फिर माइक सचिन को अंदर बुला लेता है। सचिन राघवेंद्र के सामने जाकर खड़ा हो जाता है।
तो तुम हो वो लड़के मैंने सुना है। कि तुम बहुत ज्यादा कमजोर हो और अभी तक तुमने अपनी शक्ति को भी नहीं सीखा है। राघवेंद्र कहता है।
मैं सीख रहा हूं सचिन कहता है।
तुम्हें सीखने में काफी ज्यादा समय लगेगा क्योंकि तुम्हारे पास लेवल एक की ही किताब है। उसके साथ तुम अच्छे से धरती की शक्ति को नहीं सीख सकते हो मेरे पास धरती की ही शक्ति है। ऐसे में मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं और तुम्हें अच्छी-अच्छी ऊंची लेवल की किताब भी दे सकता हूं अगर तुम मेरा काम करते हो तो राघवेंद्र कहता है।
सचिन को जल्दी से जल्दी ताकतवर होना था। इसलिए वो राघवेंद्र की बात मानने को तैयार हो जाता है। और राघवेंद्र से कहता है। बताइए क्या करना होगा मुझे ।
राघवेंद्र कुछ किताब निकलते है। और सचिन को दे देते है। सचिन देखता है। कि वो लेवल 2 लेवल 3 और लेवल 4 की धरती की शक्ति की किताब है।
तुम इनको रख सकते हो और इनको सीख सकते हो लेकिन उनके बदले तुम्हें मेरा केवल एक काम करना होगा और अगर तुम ऐसा कर देते हो तो मैं तुम्हें इनके आगे की भी किताब दे दूंगा राघवेंद्र मुस्कुराते हुए कहता है।
किसी भी शक्ति की किताब बहुत ज्यादा महंगी आती है। और लेवल 5 से ऊपर की किताब बाजार में आसानी से नहीं मिल सकती है। क्योंकि उनकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। इसलिए उनको बाजार में नहीं रखा जाता है।
जितनी ऊंची लेवल की किताब होगी उतनी ही आसानी से शक्ति को सीख जा सकता है। लेकिन अगर एक-एक लेवल करके किताब को सीख जाए तो वो शक्ति सीखने में और भी ज्यादा आसान हो जाती है।
ये बात हर किसी को पता होती है। और किसी की वजह से हर कोई सभी किताबों को अपने पास लेना चाहता है। कहीं ना कहीं सचिन भी उन किताबों को अपने पास रखना चाहता था। लेकिन उसका परिवार इतना ज्यादा अमीर नहीं था। इसलिए उसे मिलिट्री के द्वारा दी गई शक्ति ही सीखनी पड़ रही थी अब ऐसे में उसे एक साथ इतनी सारी किताबें एक काम किया बदले मिल रही है। तो ये उसके लिए बहुत बड़ी बात है।
क्या करना होगा मुझे मैं इन किताबों के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं सचिन कहता है।
राघवेंद्र मुस्कुराता है। और सचिन की तरफ देखने लगता है। उसकी मुस्कुराहट बहुत ही ज्यादा खतरनाक नजर आ रही थी इस समय राघवेंद्र के मन में एक बहुत ही ज्यादा खतरनाक चीज चल रही थी जिसके बारे में सचिन को कुछ भी नहीं पता था। और वो सचिन से क्या करवाने वाला है। ये बात केवल वही जानता था। इसीलिए वो सचिन को किताबों का लालच देकर अपना काम करवाना चाहता था। . ।