अब तक
शिवानी निया की बात सुन कुछ पल कुछ सोचती हैं फिर अपनी मुंडी ना में हिलाते हुए नही तो , , , , ,
निया उनकी ना सुन वापस बोलती हैं तो यह आवाज कहा से आ रही हैं घर में मेरे और आपके अलावा तो कोई हैं ही नहीं , , , , ,
वो दोनो खुशर फुसुर कर ही रही थी तभी कोई दोनो के कंधे पर हाथ रख देता हैं , , , ,
अपने कंधे पर किसी का हाथ फील होते ही , , , दोनो ही बुरी तरफ चिल्ला देती हैं , , , ,
आ आ आ , , , , , , , , , , , , , , , , , ,
अब आगे , , ,
शिवानी जी और निया दोनो ही डर कर चिल्लाने लगते हैं , , , ,उनको चिल्लाते देख रुद्र जो उनके पीछे ही उनके कंधे पर हाथ रख कर खड़ा हुआ था , , , वो भी चिल्लाने लगता हैं , , , ,
आ आ , , , , , , , ,
शिवानी जी रुद्र की आवाज पहचानती थी , , , वो जल्दी से एक रिमोट उठा ती हैं , , , और एक बटन प्रेस करती हैं जिससे पूरे घर में दोबारा उजाला हो जाता हैं , , , ,
लाइट ऑन होते ही शिवानी जी और निया पीछे मुड़ कर देखती हैं तो वहा रुद्र था , , , रुद्र को देख शिवानी जी चैन की सांस लेती हैं , , , वही निया रुद्र को हैरानी और कन्फ्यूजन में उसे देख रही थी , , , , , , , , ,
रुद्र भी कुछ कुछ वैसे ही एक्सप्रेशन से देख रहा था , , , , , शिवानी जी भी दोनो के एक्सप्रेशन बड़े ही ध्यान से देख रही थी और समझ भी रही थी , , , , , , ,
शिवानी जी निया और रुद्र ध्यान अपनी तरफ करते हुए कहती हैं , , , ,
बेटा , , , ,
निया/रुद्र - हा कहिए , ,
दोनो की आवाज एक साथ सुन हल्का से मुस्कुराती हैं और रुद्र की तरफ देख कर बोलती हैं , , , ,
रुद्र यह , , निया हैं मेरे दोस्त की बेटी , , यह थोड़े दिन हमारे साथ ही रहने वाली हैं , , ,फिर रुद्र की तरफ देख कर आई विंक करती हैं जिसे निया नही देख पाती पर रुद्र समझ जाता हैं यह किस निया की बात कर रही हैं , , , वो मुस्कुरा देता हैं , , ,
फिर शिवानी जी निया की तरफ देख कर बोलती हैं निया यह मेरा छोटा बेटा रुद्र हैं , , ,
निया मुस्कुराते हुए रुद्र को हाई बोलती हैं , ,
थोड़ी देर बाद , , ,
निया और रुद्र इस बात कर रहे थे मानो वो कितने टाइम से एक दूसरे को जानते हो , , ,
शिवानी जी किसी से फोन पर बात कर रही थी , , , ,
तभी बाहर कार रुकने की आवाज आती हैं , , जिसे सुन निया रुद्र से बोलती हैं रुद्र इस वक्त कोन आया होगा , , , ,
रुद्र निया की बात सुन बोलता हैं , , , वो शायद बिग बी आए होगे , , , , ,पर आज यह जल्दी आ गए वरना यह तो 12-1 बजे आते हैं , , , आज तो 8:30 बजे ही आ गए , , , , ,
रुद्र फिर अपनी मोम की तरफ देखता हैं जो की उनके पास ही आ रही थी , , ,और बोलता हैं मोम भाई आज इतने जल्दी आ गए , , , ,
रुद्र की बात सुन शिवानी जी मेन डोर की तरफ देखती हैं तो वहा से मनन घर के अंदर ही आ रह थे पर निया को रुद्र के साथ बैठा देख उसकी आई ब्रो ऊपर हो जाती हैं , , , ,पर बोलता कुछ नही , ,अपने रूम की तरफ जाते हुए शिवानी जी से बोलता हैं , , , ,
मोम में फ्रेश हो कर आता हु आप डिनर लगाइए , , , , ,इतना बोल वो सिडियो से ऊपर चला जाता हैं , , , , , , ,
ऊपर
मनन का रूम
मनन का रूम ब्लैक एंड व्हाइट थीम का था जो की काफी अच्छा लग रहा था , , उसका किंग साइज बेड जिस पर व्हाइट बेड शीट और ब्लैक कलर का ब्लैंकेट डला हुआ , , , ,
उसके रूम में इस वक्त येलो डिम लाइट जल रही थी , , , एक साइड बड़ा सा काउच था और उसके बगल में ही एक डोर था जो देखने में स्टडी रूम लग रहा था , , ,
मनन रूम में आ कर अपना कोट उतारता हैं कर वही पड़े काउच पर फेक देता हैं , , , और सीधा वाशरूम में चला जाता हैं और शावर के नीचे खड़ा हो जाता हैं , , , ,
थोड़े टाइम बाद , , ,
मनन ब्लैक लोअर और टी शर्ट में नीचे आता हैं , ,उसके बालो से अभी भी पानी टपक रहा था , , , वो सीधा डाइनिंग टेबल की तरफ चला जाता हैं, , , ,
वहा पर पहले ही सब बैठे हुए थे , , ,निया और रुद्र अपनी ही बातो में लगे हुए थे , , ,और काफी हस रहे थे जिसे देख मनन को चिड मच रही थी , , , ,
,
,
,
,
,
To be continue , , , , ,
,
,
,
,
First read by sadu 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛
Yeh story kesi lag rahi h btana na bhoole , , , ,or aapko kese scene chahiye bta dena , , ,me likhne ki kosish krungi , , , ,
story ko like kare , comment kare or share kare , , , ,
acche review dena na bhoole , , ,
,
,
,
follow me on insta my id is . . . Anni_e1939. . . . . . . . . . . . . .
❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎ ❤︎