Chapter 13 - beti ki setting

अब तक

अगली सुबह

निया का रूम

मनन अभी तक सोया हुआ था , , उसकी आंखे धीरे धीरे खुलती हैं , , तभी उसे फील होता हैं कोई उसके ऊपर सोया हुआ हैं , , , ,

मनन अपनी पूरी आंखे खोल अपने ऊपर देखता हैं तो निया उसको बेड समझ कर उसके ऊपर सो ही हुई थी ,, , , , ,।

अब आगे , , , , ,

मनन उठ चुका था और अपने ऊपर लेटी आलसी बिल्ली मतलब निया को देख रहा था , , , ,वो निया को देख ही रहा था तभी निया , , ,नींद में ही मनन को एक थप्पड़ मार देती हैं , , , , , , , ,थप्पड़ पड़ते हैं , , ,मनन जो निया को प्यार से देख रहा था अब गुस्से से देखने लगता हैं , , , , ,

मनन निया को अपने साइड पटक देता हैं , , ,तो भी निया की नींद नही खुलती हैं , , , मनन एक नजर निया को देखता हैं , , ,फिर उठ कर अपने रूम में चला जाता हैं , , , , ,उसने मन ही मन सोच लिया था निया को वो सजा दे कर रहेगा , , , , , ,

वही दूसरी तरफ , , ,

निया के घर , ,

जिया जी आराम से बेटी चाय पी रही थी, , , और उनके ही बगल में जय जी बैठे हुए थे , , वो अखबार पढ़ते हुए चाय की चुस्की ली रहें थे , , , ,

अखबार पढ़ने के बाद जय जी अखबार साइड में रखते हैं और बोलते हैं , , , आपने आज का अखबार पढ़ा , , , ,

उनकी बात सुन जिया जी अपना सिर ना में हिला देती हैं , , और बोलती हैं क्यू कुछ हुआ हैं , , ,

जय जी अपना सिर हिलाते हुए बोलता हैं , , जी आपने सही कहा तुर्की और सीरिया में भूकंप आया हैं , , , , उसमे मारने वाले की संख्या 5000 से ज्यादा हैं , , , बाकी लोगो को भी मलबे से बाहर निकाला जा रहा हैं , , , जिसमे कुछ छोटे बच्चे भी शामिल हैं , , , , ,

जिया जी अपना सिर हा में हिलाते हुए , , फिर तो वहा के लोगो के लिए अपने देश को कुछ मदद भेजनी चाहिए , , , ,

जय जी उनकी बात सुन कर बोलते हैं , , हा अपने सही कहा काफी देश मदद के लिए आगे आ रहे हैं , , , , ,

जय जी कुछ सोचते हुए बोलते हैं , , , वैसे हमारे घर की दोनो तूफान कहा हैं दिख नही रही हैं , , आज घर भी काफी शांत हैं , , ,जो मुझे अच्छा नहीं लग रहा हैं , , , नियू कहा गई हैं  , , , , , ,और सांची भी कही दिख नी रही हैं , , , दोनो कही गए हैं क्या , , , , ,

जिया जी अपना सिर हिलाते हुए बोलती हैं , , हा सांची अपने ऑफिस के काम से कही टूर पर गई हैं , , , और निया की छुट्टी थी तो मेने युग और शिवानी के यह भेज दिया हैं , , , , , आखिर उनके यह भी निया को रहने की आदत पहले ही डलवानी पड़ेगी हैं , , , , उसकी हरकते ही ऐसी हैं , , इसलिए बिना बताए ही में और शिवानी यह सब कर रहें। , , , , ,। ,

जय जी चिंता जताते हुए बोलते हैं पर क्या यह सब सही होगा , , हमारी बेटी हैं साथ , , , हम उसकी लव लाइफ में दखल अंदाजी कर रह हैं , , ,

जिया जी उनके कंधे पर हाथ रखते हुए , , हम सिर्फ कोशिश कर रहे हैं , , , मनन काफी होनहार लड़का हैं , , , वो हमारी बेटी को संभाल ही लेगा , , , , वरना निया ने अपनी लाइफ का सत्यानाश करने का फुल प्लान बना के रखा हैं , , , , , , वैसे भी अच्छा हैं , , इस बहाने हम कॉलेज वाली फीलिंग आ री हैं , , अपनी ही बेटी की सेटिंग जो करा रहे हैं , , , इतना बोल वो हसने लगती है। , , , , उनके साथ में जय जी भी हसने लगते हैं , , , , , ,

राठौर मेंशन , , ,

शिवानी जी हॉल में बैठी हुई थी और चाय पी रही थी , , , तभी मनन बाहर से आता हुआ दिखाई देता हैं , , , जो शायद एक्सरसाइज कर के आया था , , ,  , , वो पूरा पसीने से भीगा हुआ था , , , मनन शिवानी जी की तरफ देखते हुए बोलता हैं , , , ,मोम मुझे आज किसी पार्टी में जाना हैं , , , , , , , ,

मनन की बात सुन बोलती हैं कितने बजे जान हैं , , ,

मनन उन्हें जवाब देते हुए बोलता हैं रात 8 बजे से हैं  हैं , , वेन्यू थोड़ी दूर हैं तो मुझे 7 बजे निकलना होगा , , , ,

मनन की बात सुन शिवानी जी बोलती हैं तो क्यों न तुम निया को भी ले जाओ , , ,तुम्हे अपने लिए पार्टनर अरेंज करने की जरूरत नही होगी , , , ,

अपनी मोम की बात सुन मनन को सुबह वाला थप्पड़ याद आ जाता हैं , , , उसे भी अच्छा मौका मिल जायेगा निया को सबक सिखाने का , , , ,मनन हा में जवाब देते हुए बोलता हैं , , ,तो आप उसको त्यार कर देना , , मुझे अभी किसी काम से बाहर जाना हैं , , , शाम तक लौट आऊंगा , , , ,

इतना बोल मनन अपने रूम में चला जाता हैं त्यार होने , , , , ,

अभी मुश्किल से 10 मिनिट ही हुए होगे  , , , उन्हे निया आती हुई दिखती हैं , , ,जो अभी नींद में लग रही थी , , , , ,

निया थोड़ी आंखे खोल सामने शिवानी जी को देखती हैं और उनकी तरफ बढ़ जाती है। , , ,

शिवानी जी निया से कुछ बोलती उससे पहले ही निया उनकी गोदी में सिर रख के वापस सो जाती हैं , , , , , ,

निया को वापस सोता देख शिवानी जी प्यार से उसका सिर सहलाने लगती हैं , , , और एक सर्वेंट से ब्लैंकेट लाने का बोलती हैं , , , सर्वेंट ब्लैंकेट लेके आता हैं , , , तो शिवानी जी निया को उसको उड़ा देती हैं , , , , , , , ,

थोड़े टाइम बाद , ,

मनन त्यार हो कर नीचे आता हैं , , , और शिवानी जी कुछ बोलने के लिए मुंह खोलता हैं , , तभी उसकी नजर शिवानी जी की गोद में सिर रखी निया पर जाती हैं , , , , जो गहरी नींद में सोई हुई थी , , ,

मनन निया को देख अपना सिर लाचारी से हिलाता हैं और खुद से ही बोलता हैं , , ,किस आलसी बिल्ली से पाला पड़ा मेरा , , ,जिसको सोने और खाने के अलावा कुछ करते नही देखा । , , , कैसी डिजाइनर है यह आखिर , , , , ,

मनन ज्यादा न सोचते हुए , , शिवानी जी के माथे पे किस करके और एक नजर निया को देख बाहर निकल जाता हैं, , , , , ,

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To be continue, , , , , , , , ,

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First read by sadu 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛 😛

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