Hello dosto कैसे हो आप सब उम्मीद है की आप अच्छे होंगे ये मेरी नई कहानी है उम्मीद है आप इस कहानी को भी अपना प्यार देंगे। चलो सुरु करते है अपनी कहानी कुछ जानी पहचानी कुछ अनजानी। ये है कहानी वाणी की अब मैं क्या ही बताऊं अब आप खुद ही पड़ लीजिए।
✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️
सुबह का समय सूरज देवता अपने समय से निकल चुके है। और धरती वासी जग चुके है। सूरज भगवान अपनी किरने हर जगह पहुंचा रहे है ताकि सब सुबह उठ सके। भोपाल मैं भी सूरज देवता निकल चुके है। सुबह सुबह 6 बजे एक औरत उम्र लगभग 45 साल नाम मधु एक बूढ़ी महिला जिनकी उम्र 70 साल नाम आशा के साथ पूजा की तैयारी कर रही थी। आशा मधु समय का पता ही नही चला देख कल की ही बात है जब तू ब्याह के इस घर मै आई थी। और आज देख तू भी थोड़े दिनों मैं सास बन जाएगी। मधु जी मां जी अपने ठीक कहा वक्त का पता ही नही चलता कैसे निकल जाता है। और बच्चे कब देखते देखते बड़े हो जाते है। आशा जी ये तो तुमने ठीक कहा कभी मैं भी तुम्हारी जगह मैं थी और आज तुम मेरी तरह मेरी जगह मैं आ जाएगी। तभी एक आवाज प्यारी सी कानो मै आती है। गुड मॉर्निंग दादी मां। गुड मॉर्निंग मां। आशा जी हस्ते हुए लो आ गई । वाणी मां जल्दी पूजा कर लो फिर मुझे जाना भी तो है। मधु अपने पापा और भाई को तो आने दे। वाणी मां आप आरती सुरु करो वो अपने आप आ जाएंगे। मधु आरती करती है तभी एक 24 साल का लड़का अपनी आंखे मलता हुआ आता है और एक 50 साल का आदमी भी आता है। उन दोनो को देख कर आशा जी अरे क्या बात है दोनों बाप बेटा एक जैसे। मधु वरुण पहले मुंह हाथ तो धो लेता। वरुण उम्र 24 साल कद 5"9 इंच रंग गोरा मां आज नाईट ड्यूटी पर गया था। मधु मुझे लगता है अब मैं तो पागल हो जाऊंगी पहले तेरे पापा अब तू तुम दोनो बाप बेटा पता नही । तभी 50 साल का आदमी अरे भाग्यवान इस मैं अब मैं कहा से आ गया। दलीप जी कहते है। आशा तुम तो कुछ कहो ही मत दलीप । दलीप अरे मां ये तो आपके पोते की बात हो रही थी वे ही मैं मुझे क्यू घसीटा जा रहा है। तभी वाणी अरे मेरे प्यारे पापा वो इस लिए क्यों की भाई को मां से डांट पड़ी तो आप को आपकी मां से पड़ गई हिसाब बराबर हो गया। तभी दरवाजे की घंटी बजती है। मधु इतनी सुबह कोन आया होगा। वाणी मै जा कर देखती हूं तभी दो पुलिस वाले घर के अंदर आते है। वाणी जी । तभी एक पुलिस वाला वरुण को सैल्यूट करता है। जयहिंद जनाब। वरुण अरे इंस्पेटर पवन आप वो भी इतनी सुबह तभी इंस्पेक्टर पवन सर जिस को कल पकड़ा था । उसके बारे मैं मीडिया को पता लग गया है। तभी मधु जी वरुण जो बात करनी है स्टडी रूम मैं जा कर करो। दलीप में भी चलता हूं। आशा जी जहा दो दो पुलिस वाले हो वहा तो यही होगा। जी हां वरुण भोपाल मैं SSP है और दलीप DIG । मधु मुझे लगता है मां ये दोनो बाप बेटे अगर ऐसे ही काम करते रहे तो मैं पागल हो जाऊंगी। वाणी मां जल्दी नाश्ता दी मुझे प्रिया के साथ स्टेशन भी जाना है। क्यों की मैं अपना 18 जन्मदिन वहा मनाऊंगी। आशा हां भई अब हमारी लाडो बड़ी हो गई है। तभी वरुण मां मुझे ना डर लगता है। वाणी क्यों भाई। वरुण जिस ट्रैन से तू जा रही है उस ट्रैन मैं बैठे लोग तुझे देख कर डर ना जाए। वाणी किया मैं इतनी डरावनी हूं। वरुण डरावनी नही तू तो चलती फिरती चुडेल है। वरुण वाणी की चोटी खींचता है और बाहर की ओर भागता है। वाणी मां देखो भाई को तभी वरुण ये ले मोटो तेरा गिफ्ट तेरा बर्थडे तो तू उजेन मैं मनाएगी । पहले ही अपना गिफ्ट लै जा मै वहा कहा देने आऊंगा। और जल्दी कर तभी बाहर से किसी लड़की के चिलाने की आवाज आती है वाणी जल्दी आ हम लेट हो रहे है। तेरे कारण मेरी गाड़ी छूट जायेगी। जी हा ये है प्रिया वाणी की बेस्ट फ्रेंड । वरुण लो आ गई चलो मैं तुम दोनो को छोड़ कर आता हूं। वरुण स्टेशन पर वाणी और प्रिया को ना जाने कितनी ही हिदायते दे रहा था। तभी वाणी अपना अजीब सा मुंह बना कर भाई मैं युद्ध करने नही जा रही मैं महाकाल के दर्शन करने जा रही हूं। वरुण उन्हें गाड़ी मैं बिठा कर अपने ऑफिस चला जाता है। ये तो थी भाई हमारी वाणी की फैमिली और वाणी अब मिलते है हमारे हीरो की फैमिली से पर नेक्स्ट पार्ट मैं।