अब आप सब मिल चुके है वाणी के परिवार से अब बारी है हमारे हीरो रुद्र के परिवार से तो चलो मिलते है
राजस्थान
राजस्थान के मेवाड़ के राज घराना वहा के हुक्म सा। रत्न सिंह जीना हुकम पूरा राजस्थान मानता है। तो चलिए मिलते है। एक औरत बनारसी साड़ी पहने हुए। अरे हुमा सा मारी बात तो सुनो आप तो जानो मैं जो भी कारू अपने लड़ेसर के वास्ते करू। जी हा ये है मीना बाई सा। मैवाद की हुकम रानी सा। उम्र 52 साल और इनके खून मैं ही सियासत घूमती है। तभी रत्न उम्र 60साल यहां के हुकम सा। पूरे राजस्थान पर इनका हुकम चलता था। और राजस्थान के लोग रत्न सिंह से प्यार भी बहुत करते थे। मीना और रत्न के एक बेटा जिसका नाम रुद्रांश था और दूसरा स्वेत जो सब का लाडला था पर उसे अपनी रियासत से कोई लेना देना नही था वो बस डॉक्टर बनना चाहता था स्वेत उम्र 18साल इस लिए वो अपने परिवार से दूर होस्टल मैं रेहता था। रत्न की बहन सुमन भी रत्न के साथ ही रहती थी। क्यों की सुमन का पति अब इस दुनिया मैं नही था और वो अपने बेटे और बेटी के साथ अपने भाई के घर मैं ही रहती थी। सुमन के बेटे का नाम अगस्त और बेटी का नाम आरती था। अगस्त 27 साल रंग गोरा और उसका खुद का होटल था । आरती 23 साल और वो प्रोफेसर बनान चाहती है। मीना किसी से फोन पर बात कर रही थी। आप को कल महादेव के घर उज्जैन जाना है वहा पर आपको हवन करना हेयर हमने आपके लिए लड़की देखी है। और आप माना नही करोगे आपको हमारी कसम हम ने आज तक आपकी कोई बात नही टाली तो उम्मीद करती हट की आप मेरी बात का मान रखोगे। आपको बस उस लड़की के साथ हवन मैं बैठना होगा । तभी उधर से कोई कुछ कहता है । तभी मीना रोते हुए अगर आप ने अपनी जिद नहीं छोड़ी तो हम अपने प्राण त्याग देंगे इतना कह कर मीना फोन रख देती है।
अब मैंने दोनो परिवारों का आपको इंट्रो दे दिया है। अब बस देखना है वाणी और रुद्राक्ष का मिलन कैसे होता है कैसी होगी इनकी प्रेम कहानी। अब मिलते है उज्जैन और देखते हैं कैसी होगी रुद्रानी की पहली मुलाकात
रुद्राक्ष + वाणी = रुद्रानी
वाणी और प्रिया अपनी मंजिल की ओर चल पड़ी खुशी खुशी वाणी अपनी किस्मत से अनजान सुबह 9 बजे ट्रैन भोपाल से उज्जैन के लिए चल पड़ती है। प्रिया अरे वाणी कल तू तो 18 की हो जाएगी। वाणी खुश होते हुए। बस मैं अपनी मजील से थोड़ा दूर हूं। प्रिया वाणी को छेड़ते हुए मंजिल से या मेरे भाई से। वाणी बकवास बंद कर तेरे भाई को तो मेरी बहुत फिकर है जैसे। अपना अपना अजीब सा मुंह बना कर कहती है। उसको गए हुए एक साल हो गया। पर अभी तक उसके आने की कोई खबर नही है। प्रिया वाणी को उदास देख कर कुछ कहना चाहती थी। पर कह नही पाती और अपने मन मैं सोचती है। की कल का इंतजार एक मैरी जान कल तुझे बहुत बड़ा झटका लगने वाला है।वाणी यार एक बात बता प्रिया कही तेरे भाई को कोई मिल तो नही गई। जो अभी तक एक बार भी मुझसे मिलने नही आया। और ना ही फोन किया पिछले एक महीने से। हूं अब मैं भी बात नही करूंगी। प्रिया अरे मेरी जान चिल कर तुझे पता है ना भाई की जॉब का। अच्छा ये बता । तू आज क्या क्या करने वाली है। वाणी पहले तो होटल जाऊंगी फिर थोड़ा पेट पूजा उसके बाद काम दूजा। दोनो खिल खिला के हसने लगती है। अच्छा यार प्रिया अब तो हमने( +2 ) बाहरवी के exam दे दिए है। अब बस यार NEET का रिजल्ट आ जाए। प्रिया हां यार बस वाणी तभी तो मैं डॉक्टर बन पाऊंगी । प्रिया और मेरी भाभी। वाणी यार प्रिया पता नही क्यों मुझे बहुत अजीब लग रहा है। प्रिया यार इतना मत डर तेरी शादी आज नही हो रही ना ही तेरी आज सुहागरात है जो इतना डर रही है। वाणी बकवास बंद कर तू कितनी बेशर्म है।दोनो अपनी हसी मजाक मैं कब उज्जैन स्टेशन पर पहुंच गई पता ही नही लगा। दोनो आज पहली बार घर के बाहर गई थी इस लिए दोनो डर भी रही थी । और खुश भी थी। प्रिया यार वरुण भाई ने कहा था की हमे यह कोई लेने आएगा। पर अभी तक तो कोई नही आया। तभी वाणी अरे आंख की आंधी पहले सामने तो देख। प्रिया सामने देखती है। तो एक पुलिस वाला उन दोनो की और आता है । और बड़े प्यार से कहता है। बेटा चलो मैं तुम दोनो को होटल छोड़ दूं। प्रिया पर अंकल आपको कैसे पता लगा की हम दोनो ही मतलब। तभी वो आदमी वो मुझे सुबह ही DIG साहब ने आपकी फोटो भेज दी थी। और बता दिया था की आप को इतने समय पर यहां से लै कर होटल छोड़ दूं। वाणी और प्रिया दोनो ही उस आदमी के साथ जाने से पहले कहती है। एक बार हम घर पर बात करना चाहते है । तभी वो आदमी लो आप बात कर को साहब लाईन पर है। वो आदमी अपना फोन वाणी को देता है। वाणी सबसे पहले अपने पापा का फोन नंबर देखती है फिर hello papa दलीप अच्छा ये मोहन है। जब मैं यह पर था। तब से जनता हूं इनके साथ जाओ और हां इनका नंबर मैं तुम्हे send कर दिया है। जब भी जरूरत हो इनको फोन कर देना ये तुम्हे लै जाएंगे। वाणी क्या पापा यहां पर भी आप हम दोनो पर नजर रखो गए। दलीप हस्ते हुए नही बेटा ये मुझे नही बताएगा की तुम कहा गई थी। और तुमने क्या किया। बस ये तुम दोनो को जहा भी जाना है । सादे कपड़े पहन कर लै जाएगा। अब मै फोन रखता हूं। प्रिया यार क्या है । हमने सोचा आजादी मिल गई और ये तो मीठी जेल है। दोनो होटल जाती है तभी वहा का नजारा देख कर दंग रह जाति है ये कोई मामूली होटल नही था। बल्कि 7 स्टार होटल था। प्रिया यार वाओ कितना बड़ा होटल है। वाणी प्रिया को मरते हुए तू तो ऐसे कह रही है। जैसे आज से पहले हम दोनो इतने बड़े होटल मैं नही आए। प्रिया यार मैं तो मजाक कर रही थी। तभी मोहन उनको उनके रूम की चाबी ला कर देता है और कहता है 5th मंजिल पर रूम नंबर 506 तभी वाणी का फोन रिंग करता है वाणी फोन पर बात करने के लिए थोड़ा साइड हो जाती है। प्रिया उसे अपनी उंगलियों से 5🖐️ का इशारा करती है और रूम रूम नंबर भी बता देती है। वाणी लगभग 15 मिनट तक बात करती रही। तभी यार प्रिया ने रूम नंबर तो 506 बताया पर कोन सी मंजिल कही थी 5 या 6 वाणी अपने आप मै सोचती है। फिर वो सोचती है मैं रिस्पेशन पर पूछ लूं फिर अपने मन मैं नही यार पहले 6 मंजिल पर चली जाती हूं अगर वहा ना मिला रूम तो 5 मंजिल पर आ जाऊंगी। इसी बहाने होटल घूम लूंगी। प्रिया यार लगता भाई का फोन होगा तभी इतनी देर लगा रही है ये लड़की जब तक ये आती है। मैं तब तक नहा लूं । वाणी 6 मंजिल पर पहुंचती है । वहा का नजारा देख कर हैरान रह जाति है। ना आदमी ना आदमी की जात वहा उसे नजर आती है। तभी एक कमरे के बाहर एक 21 साल का लड़का निकलता है वाणी उसे देख कर क्या आप बता सके है रूम नंबर 506 कहा पर है। वो लड़का वाणी को देख कर पहले हैरान होता है। उसकी नजर दूसरी लिफ्ट की और जाती है जो उपर की ओर आ रही थी। फिर क्या वो लड़का जल्दी से वाणी को पकड़ कर लिफ्ट दूसरी लिफ्ट मैं चला जाता है । वाणी उसे इस तरह से करते हुए देख कर हैरान हो जाती है। और चीला कर कहती है तुम्हारी हिमत कैसे हुई। मुझे छूने की। वो लड़का आपका फ्लोर आ गया और मुझे आपको छूने का कोई शौंक नही है। वो तो आप गलती से हमारी फ्लोर पर आ गई इस लिए और एक बात मेरे भाई को बिल्कुल नही पसंद की कोई भी उनके आस पास हो। खास कर के कोई लड़की क्यों की आज तक जितनी भी लड़किया उनके पास जाने के लिए गई वो सब भगवान को प्यारी हो गई। अब मै चलता हु और ये ऊपर वाली फ्लोर पर अब गलती से भी 2 दिन के लिए मत आना। वो लड़का वाणी के आगे हाथ जोड़ कर जाने लगता है तो वाणी कहती है तुम्हारा भाई gay है क्या। वो लड़का अपनी आंखे फाड़े वाणी को देखता रह जाता है । वाणी इतना कह कर अपना रूम ढूंढने लग जाती है।