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Chapter 2 - आई विल हैंडल इट

इतना बोल वो हॉस्पिटल के अंदर जा सीधा लिफ्ट में जाता है और उसमें 9 फ्लोर का बटन प्रेस करता है । कुछ ही देर में वो लिफ्ट 9 फ्लोर पर जा रूकती है और लिफ्ट का दरवाजा खुलता है ।

आरव लिफ्ट से निकल कर एक कमरे की तरफ जा उस कमरे का दरवाजा खोल जैसे ही अंदर जाने को होता है उसके कदम अपने जगह पर ही रुक जाते है और उसने जो अपने हाथ में फ्रूट्स का बास्केट लिया हुआ था वो उसके हाथों से छूट कर जमीन पर गिर जाते है ।

उस कमरे का नजारा देख कर आरव के मुंह से चीख निकलती है ,"मां!!!" । इतना बोल वो एक बेड के पास दौड़ कर जाता है जहा पर एक सक्स की बॉडी रहती है  (सफेद चादर से ढका हुआ था )और घुटने के बल बैठ कर रोने लगता है ।

आरव जोर जोर से रोने लगता है और रोते हुए कहता है ," मां आप ऐसे मुझे छोड़ कर नही जा सकती है , मां आपको मेरे साथ पूरी जिंदगी रहना होगा ,मां !!" । आरव अपने आप को संभाल नही पा रहा था और बस रोए जा रहा था ।

आरव सिसकते हुए कहता है ," मां उठो, आपको उठना ही होगा , उठो मां " । इतना बोल वो अपना सिर नीचे कर रोने लगता है तभी पीछे से कोई उसके कंधे पर हाथ रख कहता है ," बेटा तुम रो क्यों रहे हो ?" । 

ये सुन आरव रोते हुए ही कहता है ," मेरी मां उठ नही रही है और आप पूछ रहे है की मैं रो क्यों रहा हूं "।  इतना बोल वो वापस से रोने लगता है । तभी उसके कंधे पर जिसने अपना हाथ रखा था वो आरव के कान को खींचने लगता है ।

आरव के कान खींचने की वजह से उसके मुंह से आह निकलती है और वो अपने कान को पकड़ते हुए पीछे पलटता है तो सामने जो सक्स रहता है उसे देख कर वो हैरान हो जाता है और उसके मुंह से निकलता है ," मां !!" । (उसके सामने जो खड़ी है वो उसकी मां है ) ।

आरव खुश हो कर कहता है ,"मां आप ठीक है ना , मैं सपना तो नही देख रहा हूं ना " । ये सुन सामने खड़ी औरत जो उसकी मां है वो कहती है ," हा मैं बिल्कुल ठीक हूं "।  इतना बोल वो आरव के कान को एक बार फिर से मोड़ते हुए कहती है ," अब यकीन हुआ की ये सपना नही हकीकत है " ।

ये सुन आरव अपने कान को छुड़ाते हुए कहता है ," आह , हा हा मां यकीन हो गया अब तो छोड़ दो "।  ये सुन उसकी मां उसका कान छोड़ देती है और आरव अपने कान को सहलाने लगता है जो लाल हो गया थे । 

उसकी मां दूसरे बेड पर जा कर बैठ जाती है और कहती है ," लगता है तू मुझे जल्दी ऊपर जाते हुए देखना चाहता है " । ये सुन आरव झट से अपनी मां के पास जा कर अपने घुटने के बल बैठ कर कहता है," ऐसा मत कहो मां , मैं तुम्हारे बिना एक पल भी नही रह सकता हूं " ।

ये सुन उसकी मां अपना मुंह दूसरे तरफ कर कहती है," अगर ऐसा ही है तो तुझे अपनी मां में और किसी और की बॉडी में फर्क नजर क्यों नही आया , तू किसी और की बॉडी को देखकर इतना रो क्यों रहा था" । 

ये सुन आरव कहता है ," मुझे माफ कर दो मां , जैसे ही मैं अंदर आया मैने ये बॉडी देखी और मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया और मैंने सोचा ..." । इतना बोल वो चुप हो जाता है और रोने जैसे सकल बना लेता है । ये देख उसकी मां कहती है ," मैं ठीक हूं तो अपनी ये रोने वाली सकल को हटा कर अपनी प्यारी सी मुस्कान दिखा " ।

एक तू और तेरी ये मुस्कुराहट ही मेरे जीने की वजह है आरव वरना मैं तो कब का ..." । वो इतना बोली ही थी की आरव अपना हाथ अपनी मां के मुंह पर रख देता है और कहता है ," मां प्लीज आगे कुछ मत बोलना मैं नही सुन सकता हूं " । इतना बोल वो आगे पीछे कुछ ढूढने लगता है ।

ये देख उसकी मां कहती है ," क्या ढूंढ रहे हो आरव ?" । ये सुन आरव कहता है ," मैने जो अपने साथ आपके मनपसंद फ्रूट्स लाए थे वही ढूंढ रहा हू " । तभी आरव की नजर जमीन पर गिर फ्रूट्स पर जाती है और ये देख वो कहता है ," मां मुझे माफ करना गलती से मेरे हाथ से ये फ्रूट्स गिर गए लेकिन मैं अभी दूसरे फ्रूट्स ले कर आता हूं " ।

इतना बोल वो वहा से चला जाता है और उसकी मां खुद से ही मुस्कुराते हुए कहती है ," ये भी ना ,(उदास होते हुए ) पता नही मैं कब तक तेरे साथ रह पाऊंगी आरव , हे श्री कृष्ण जी मेरे बेटे आरव पर अपनी कृपा बनाए रखना और इसे हर संकट से दूर रखना "।  

वही दूसरी तरफ ,

उसी हॉस्पिटल के वीआईपी रूम में एक सक्स बेड पर लेटा हुआ है और बगल में एक औरत बैठी हुई है जो अपने हाथ को उस सक्स के हाथ से जोड़ कर कुछ बाते कर रही होती है । तभी उस कमरे के दरवाजे को खोल कोई आता है और उस औरत के बगल में जा कर खड़ा हो जाता है ।

तभी वो औरत बिना पीछे पलटे कहती है ," तुम आ गए , देखो ना ये कुछ बोल नहीं रहे है , मै कब से इन से बाते कर रही हूं लेकिन ये है की जवाब ही नहीं दे रहे है " । वो औरत बेड पर लेटे सक्स को कहती है ," शौर्य जी अपनी आंखे खोलिए न , ये देखिए आपका बेटा आया है आपसे मिलने अब तो अपनी आंखे खोल दीजिए " ।

इतना बोल वो औरत रोने लगती है तभी उस औरत के पीछे खड़ा सक्स उस औरत के पास जा कहता है ," mom please clam down, मैं आ गया हूं ना अब सब ठीक हो जायेगा आप रोना बंद कीजिए , आपको पता है ना मैं आपके आखों में आसू नही देख सकता " ।

ये सुन वो औरत अपने आसू को पूछते हुए कहती है," अच्छा हुआ वेदांत तुम आ गए , तुम डॉक्टर से कहो ना की इन्हे होश में लाए प्लीज वेदांत "।  (वो जो सक्स उस औरत के सामने खड़ा था वो उस औरत का बेटा वेदांत अग्निहोत्री था ) ये सुन वेदांत कहता है ," don't worry mom I will handle it " । 

इतना बोल वो वहा से निकल कर डॉक्टर के केबिन में जाता है और चेयर पर किसी किंग की तरह बैठ कर डॉक्टर से अपने डैड के कंडीशन को ले कर डिस्कस करने लगता है । कुछ देर बाद उनकी बाते खत्म हो जाती है और वेदांत डॉक्टर के तरफ अपने कोल्ड नजर से देखते हुए कहता है ," डॉक्टर मेरे डैड को आज शाम तक होश आ जाना चाहिए " ।

इतना बोल वो खड़ा हो जाने को होता है की तभी डॉक्टर कहते है ," सर हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे लेकिन ...." । इसके आगे वो कुछ बोल पता की उससे पहले ही वेदांत डॉक्टर को गुस्से से घूरने लगता है जिससे डॉक्टर डर जाता है और चुप हो जाता है ।

तभी वेदांत कुछ कहने के लिए अपना मुंह खोलता ही है की उसका फोन रिंग करने लगता है और वो स्क्रीन पर लिखे नाम को देख फोन पिक करता है और बात करते हुए वहा से चला जाता है । वेदांत के जाते ही वो डॉक्टर खुद से कहता है ," मुझे ये नही बोलना चहिए था , अच्छा हुआ उनका कॉल आ गया और मैं बच गया वरना..." । 

इतना बोल वो डॉक्टर वहा रखे फाइल्स को चेक करने लगता है । वही वेदांत कॉल पर बात करते हुए इस हॉस्पिटल से निकल कर अपनी कार में बैठ जाता है और कार स्टार्ट कर वहा से निकल जाता है ।

(ये है वेदांत अग्निहोत्री, जो V.A. group of industries का ceo है । जो दिखने में बहुत हैंडसम है किसी मॉडल की तरह , उसकी आंखे भूरे रंग की है , होट हल्के गुलाबी रंग के , दिखने में जितना हॉट एंड हैंडसम है अंदर से उतना ही सख्त और कोल्ड बिहेवियर का । सभी उसके नाम से डरते है क्यों की उसके जैसा रूथलेस और कोल्ड सक्स कोई नही है ।)

वही दूसरी तरफ, 

एक आलीशान मेंशन के हाल में एक किंग साइज चेयर पर  लगभग 55 साल का आदमी किसी किंग की तरह बैठा हुआ रहता है । इस वक्त वो सक्स काफी गुस्से ने नजर आ रहा होता है और गुस्से से अपने हाथो की मुट्ठी बना कर कहता है ," कहा है वो ?  उसे जल्दी ले कर आओ "।  

उस आदमी की आवाज सुनते ही वहा पर 2 गार्ड्स अपने साथ एक सक्स को ले कर आते है जिसके आखों और मुंह पर पट्टी बंधी हुई है , जिस वजह से उसका चेहरा ठीक से दिख नही रहा है । लेकिन इसके बावजूद भी वो सक्स अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहा होता है ।

लेकिन उसके कोशिश का कोई फायदा नही होता है क्यों की वो दोनो गार्ड्स ने उस सक्स को मजबूती से पकड़ कर रखा हुआ होता है । 

क्या वो डॉक्टर अपनी जान बचा पाएगा वेदांत से ? कोन है वो सक्स जो किंग चेयर पर बैठा है और उसने किसे किडनैप किया है ? ये सब जानने के लिए पढ़ते रहिए," Sinful Desire" ।

Ye meri dusri novel hai , aap log please meri is novel ko apna pyar aur support dijiyega । Aaj ka ye chapter apko kaisa laga comment kar ke jauru bataiyega aur chapter ko like karna na bhule ।