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Chapter 2 - एक बदलता मोड़ 2

आरव कहता है side please मेरा स्टॉप आ गया है मुझे उतरना है वाणी कुछ नही बोलती है और साइड हो जाती है लेकिन जब वो स्कूल पहुंच जाती है तो सर्वी से मिलती है और कहती है तूझे पता है आज तू नही गई उस बस में तो आरव आया था ।

सर्वी बोलती है तो अच्छी बात है तू चाहती भी तो यही थी की वो तुझे मिले। आगे से मैं उस बस में ही नहीं जाऊंगी ठीक है , वाणी पूछती है क्यू ??

सर्वी जवाब देती हैं क्योंकि तुझे ऐसा लगता है कि मैंने उससे उसका नाम पूछ लिया इसलिए उसने बस में आना छोड़ दिया । वाणी कहती है सॉरी यार मैंने वह थोड़ा गुस्से में बोल दिया था आगे से नहीं बोलेगी आई एम सॉरी।

सर्वी कहती है चल कोई बात नहीं ।

वाणी और सर्वी अपने स्कूल के सारी क्लास लगाने के बाद छुट्टी के वक्त वाणी और सर्वी दोनों बस का इंतजार करने लगते हैं और तभी वह बस आ जाती है जिसमें आरव पहली बार वाणी और सर्वी को दिखा था।

वाणी बस के अंदर जाने लगती है और साथ में वह सर्वी को भी अपने साथ बस के अंदर ले जा रही होती है लेकिन सर्वी बस के अंदर जाने से मना कर देती है और वाणी देखती है की आरव भी बस से उतर रहा है इसलिए वाणी भी बस से उतर जाती है और सर्वी केे साथ दूसरी बस का इंतजार करने लगती है । और इसी दौरान वाणी, आरव को देख रही होती है और आरव अपने दोस्तों के साथ बातों में व्यस्त होता है की तभी बस आ जाती है और सभी बस के अंदर चले जाते हैं बस के अंदर जाते ही सर्वी को दो खाली सीट दिखाई देती है और वो वाणी को अपने साथ लेकर उस सीट के पास जा रही होती है की वो देखती है वहा आरव बैठ चुका है तो सर्वी सीट के पास जाकर रुक जाती है और वाणी को बोलती है जा तू बैठ जा वहा। वाणी बोलती है तू बैठ जा क्युकी बस में खड़ा होना तेरे बस की बात नही है थोड़ी सी ब्रेक नहीं लगेगी कि तू गिर जाएगी। तभी सर्वी वाणी को दिखाती है एक बार देख तो सही वहा बैठा कौन है ?

वाणी आरव को देख कर खुश हो जाती है और वहा बैठने चली जाती है और सर्वी को बोलती है ध्यान से खड़े रहियो कहीं गिर मत जइयो ।

सर्वी सीट के साइड में खड़ी हो जाती है और जैसे ही वो खड़ी होती है की बस में ब्रेक लगती है कि सर्वी का बैलेंस बिगड़ जाता है और वह गिरने लगती है लेकिन सर्वी गिरने से बच जाती है और यह सब आरव देख रहा होता है की तभी वो वाणी से बोलता है की आप ना मेरी सीट पर बैठ जाओ और मैं आपके सीट पर आपकी दोस्त को भेज देता हु ,तभी वाणी बोलती है की नही नही उसे बैठना ही नही है उसने खुद मुझे माना किया है आप बैठ जाओ ।

आरव कहता है कोई बात नही मैं उसे फिर भी भेजता हु । सर्वी जैसे ही आरव को अपनी तरफ आते देखती है वो कंडक्टर के पास जाकर खड़ी हो जाती है आरव यह देख कर रुक जाता है ।

उसके बाद आरव का स्टॉप आ जाता है और वो उतर जाता है कुछ ही समय बाद सर्वी और वाणी का भी स्टॉप आ जाता है वह दोनों भी उतार के अपने घर चले जाते हैं।

वाणी आज खुश होती है क्युकी थोड़ी ही सही लेकिन उसकी आरव से बात होती है ।

वाणी आज भी आरव को सोशल मीडिया पर सर्च करती हैं लेकिन वह नहीं मिलता । दूसरी तरफ़ आरव को सर्वी का नाम पता चल जाता है तो वो भी सर्वी को सोशल मीडिया पर सर्च करता है और उसे सर्वी मिल भी जाती है

उसके कुछ दिनों बाद वाणी सर्वी का फोन चला रही होती है की वो देखती है की उसके इंस्टाग्राम पर आरव की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई हुई है तो वो सर्वी से पूछती है तुझे आरव ने request भी भेजी थी ?

सर्वी बोलती है मुझे नहीं पता यार मैं ज्यादा यूज नही करती फोन ..

फिर वाणी सर्वी की इंस्टा अकाउंट से आरव की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करती है और मैसेज कर देती है

और कुछ ही समय बाद आरव मैसेज का जवाब देता है और काफी बातें करता है वाणी से !सर्वी समझ के ।

बातों बातों में वाणी आरव से बोलती है कि क्या हम मिल सकते हैं आरव कहता है क्यों नहीं कल ही मिलते हैं लेकिन मिलना कहां है ?

वाणी बोलती है कल सुबह बस में मिलेंगे...