दूसरी तरफ वो आदमी जो मानसी को पकड़ नहीं पाया था . . . . अब वो सक्षम के सामने खडा था।..... उसका शरीर पूरी तरह से कांप रहा था .... । । । ।
उस आदमी ने डरते हुए कहा.... " बॉस माफ कर दीजिये ' .... मैं उसको पकड़ने ही वाला था . . .पर... । । । ।
वो आदमी इतना ही कह पाया था की सक्षम ने एक दूसरे आदमी को इशारा किया और फिर दो आदमी आये और उन्होंने उस आदमी को उठा लिया.....। वो आदमी चिल्लाता रहा लेकिन सक्षम को उसके उपर थोड़ा भी तरस नहीं आया . । । । । ।
...तभी एक आदमी अपने हाथ में एक लेडीज पर्स पकड़ कर अंदर आया । । । ।
" बॉस..... शायद ये उसी लड़की का पर्स है . . . . जो अभी - अभी यहाँ थी " । ..... वो आदमी बोला । । । ।
" ठीक से चेक करो इसको."... सक्षम ने ऑर्डर दिया । । । ।
.... पर्स को चेक करने के बाद उस आदमी को उसमे से एक कार्ड मिला .... । । । ।
उस आदमी ने वो कार्ड सक्षम को पकडा दिया।..... सक्षम ने उस कार्ड को ध्यान से देखा.... ये कार्ड किसी कॉलेज का आईडेंटिटी कार्ड था । सक्षम ने ध्यान से उस कार्ड को देखा... इसमे मानसी का नाम .... उसका फोटो . . . . और उसकी सब बेसिक डिटेल्स थी । .... । । । ।
सक्षम ने ऑर्डर देते हुए.... " उस लड़की को कल उठा लो" । । । ।
.... उधर मानसी ने यश.... स्नेहा और तनु को सब कुछ बता दिया।..... जो भी उसके साथ जंगल में हुआ।.... वो तीनो हैरान थे लेकिन तभी यश ने अपना फोन निकाल कर और एक नंबर डायल किया। । ।
यश के पापा शहर के एस.पी थे.... इसलिए यश चाहता था की उसके पापा जल्द से जल्द इस मामले को हैंडल करे। ...
फ़ोन काटने के बाद यश ने मानसी से कहा..... " तुम चिंता मत करो.... पापा पर्सनली इस मामले को हैंडल करेंगे "।....
मानसी ने बस अपना सर हिला दिया।...
सुबह होते ही उन्होंने सबने अपना सामान पैक कर लिया।..... मानसी को अपना बैग नहीं मिल रहा था . . . .तभी उसको याद आया की वो तो अपना बैग जंगल में कहीं छोड़ आई है । .....
..... अब वो इतने घने जंगल में उस बैग को कहाँ ढूँढ़ेगी।.... मानसी परेशान सी खड़ी थी की यश उसके पास आया और उसने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा....". चले "। ....
" अरे यश मैने अपना बैग जंगल में कहीं खो दिया है ... अब मैं क्या करूँ ....उसमे मेरा कॉलेज का आईडेंटिटी कार्ड था " । .....
" तुम चिंता मत करो मैं तुम्हारे लिए उसे दोबारा बनवा दूंगा।.... आखिर यश सक्सेना की इतनी तो चलती ही है" .।.... यश की बात सुनकर मानसी मुस्कुरा दी।
यश ने अपनी ही कार में मानसी को उसके घर ड्रॉप कर दिया।.... उसके बाद यश मानसी को " बाय " बोलकर वहाँ से निकल गया।...
मानसी गेट से कुछ दूरी पर थी । वो धीरे - धीरे अपने घर के गेट की की तरफ बड़ रही थी । ..... लेकिन तभी मानसी के सामने एक गाड़ी आकर रुकी और पलक झपकते ही उस गाड़ी के अंदर वैशाली को खींच लिया गया ।
इससे पहले की मानसी चिल्ला पाती..... एक आदमी ने उसके मुँह पर रुमाल रख दिया और मानसी उसी वक्त बेहोश हो गयी।....
... सक्षम ..... " ऑब्रॉय ग्रुप " की बड़ी बिल्डिंग के अपने आलीशान केबिन में बैठा हुआ था।..... वो लैपटॉप पर काफी सीरियस होकर कुछ काम कर रहा था
अचानक से फोन की रिंग ने उसका ध्यान भटका दिया।.... सक्षम ने गुस्से से उस फोन की तरफ देखा... लेकिन जैसे ही उसने फोन करने वाले का नाम देखा.... उसने जल्दी से अपना फ़ोन उठा लिया।....
अचानक से फोन की रिंग ने उसका ध्यान भटका दिया।.... सक्षम ने गुस्से से उस फोन की तरफ देखा... लेकिन जैसे ही उसने फोन करने वाले का नाम देखा.... उसने जल्दी से अपना फ़ोन उठा लिया।....
" बोलो ".... सक्षम ने अपनी एरोगेंट आवाज़ में कहा।
" बॉस . . . . हमने उस लड़की को पकड़ लिया है . . . . हमें उसका क्या करना होगा " ।
" उसे मेरे विला में लेकर जाओ "... सक्षम ने ऑर्डर दिया और उसके बाद उसने फोन को काट दिया।.... सक्षम ने एक सिगरेट निकाली और कुछ सोचते हुए उसके लंबे - लंबे कश भरने लगा । । । । .
रात को जब सक्षम अपने विला पहुंचा तो वो सीधा अपने रूम में गया।.... उसने जाते ही सबसे पहले अपना कोट उतारा और फिर अपनी शर्ट उतारने लगा।... अपनी शर्ट उतारते वक्त उसका ध्यान अचानक से अपने बेड के उपर गया । । ।
उसका बेड जो हमेशा से खाली होता था . . . . आज उसके उपर एक अप्सरा जैसी लड़की सोई हुई थी। उस लड़की ने वाइट कलर के सूट के साथ रेड दुपट्टा लिया हुआ था और वो सोते हुए किसी मासूम बच्चे की जैसी लग रही थी .. । । । ।
सक्षम ये सब देखकर खुश नहीं हुआ बल्कि गुस्से से भर गया।.... वो गुस्से के साथ अपने रूम से बाहर निकला । । । ।