Chapter 32 - chapter 32

अर्जुन ने टेबल से एक पानी का गिलास हाथ में लिया..और एक घूंट पीकर फिर नैंसी की तरफ ठंडी नजरों से देख कर बोला

" क्यों?  तुमने तो कहा था.. तुम मेरे साथ एक छत के नीचे  नहीं रह सकती..फिर अब क्या हुआ "

नैंसी को उससे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है इसलिए वो उसे नजरअंदाज़ कर ऊपर कमरे में चली जाती है 

क्रैश 

उसे इस तरह जाता हुआ देख अर्जुन ने एक धमाके के साथ कांच का ग्लास फर्श पड़ फेंक दिया 

अर्जुन ने व्हिस्की निकाली और फ्रेंच विंडो के सामने खड़ा हो गया और बाहर मूसलधार बारिश देखने लगा..वो लगातार एक ग्लास के बाद दूसरा गिलास व्हिस्की पिए जा रहा है 

बाहर कार में बैठी आरिया ने सहज भाव से कहा

" मैंने डॉक्टर बत्रा से मेडिसिन लेकर अर्जुन की ड्रिंक में डाल दी है.. अब तक तो उसे मेडिसिन का नशा चढ़ने लगा होगा.. मैं तुम्हें अंदर भेजूंगी.. तुम सीधे अर्जुन के कमरे में जाओगी..समझी? .. ग्रैंडपा पुराने ख्यालों के आदमी है जब उन्हें पता चलेगा अर्जुन ने नशे की हालत में तुम्हारे साथ क्या किया है.. फिर उनके उनके पास कोई चॉइस नहीं रहेगी.. तुम्हारी शादी अर्जुन के साथ करने के अलावा

अलीशा ने आरिया का हाथ थाम लिया

" थैंक यू सो मच आरिया.. मेरी हेल्प करने के लिए.. जब मैं मिस्टर मेहरा की वाइफ बन जाउंगी तो तुम्हारा एहसान जिंदगी भर नहीं भूलूंगी "

आरिया ने हाँ मैं सिर हिलाकर कार का दरवाजा खोला.. एक हाथ में बड़ा छाता पकड़...अलीशा को अर्जुन के बिल्ला तक ले गई.. दरवाजे के पास रखवाली करने के लिए कोई गार्ड मौजूद नहीं था

मेहरा फैमिली की बेटी होने की वजह से उसे मास्टर की  कार्ड आसानी से मिल गई.. उसने कार्ड को स्वीफ किया पर कुछ सेकंड बाद उसे एहसास होता है कि दरवाजा कार्ड स्वीफ करने के बाद भी नहीं खुला 

"चल क्या रहा है?.. यह दरवाज़ा खुल क्यों नहीं रहा "

अलीशा घबरा गई

"क्यों क्या हुआ?  यह खुल क्यों नहीं रहा है? "

आरिया भी घबरा गई

" मुझे नहीं पता पर मास्टर की कार्ड से यहां के सारे विल्ला  खुल जाते हैं पता नहीं यह क्यों नहीं खुल रहा है "

इतना कहकर उसने 5-6 बार और कार्ड को स्विफ किया पर दरवाजा फिर भी नहीं खुला

आरिया और अलीशा दोनों पागल हो रही थी उन्हें डर भी लग रहा था क्योंकि कुछ देर बाद गार्ड.. यहां का चक्कर लगाने आएंगे.. अगर गार्ड ने उन्हें देख लिया तो वो मुश्किल मैं पड़  जाएगी.. इसलिए उनके पास कोई चॉइस नहीं है वापिस अपनी कार मैं जाने के अलावा 

बिल्ला के अंदर सेकंड फ्लोर पर नैंसी नाहा रही थी.. नहाने के बाद उसने सफ़ेद रंग की नाइट ड्रेस पहनी.. जैसे ही उसने बाथरूम का दरवाजा खोला तो एक लंबी हाइट वाला आदमी उसके रास्ते में खड़ा था

नैंसी ने अपने गीले बालों को बाथ टॉवल से सुखाया और उदासीनता से अर्जुन से बोली 

" एक्सक्यूज़ मी.. मिस्टर मेहरा "

हालांकि.. ना केवल अर्जुन उसके रास्ते से हटा बल्कि  उसके हाथों को पकड़ कर दीवार से लगा दिया.. नैंसी उसके और  दीवार के बीच में फस गई थी

नैंसी ने उसे अपने से दूर धकेलने का कोई संघर्ष नहीं किया बल्कि अपनी एक आइब्रो उठाकर सोचने लगी

[अब क्या चाहता है यह आदमी?  क्या अब इतनी रात को यह लड़ना चाहता है?  ]

नैंसी को उसकी बाहों में आते ही अर्जुन को एक सुकून मिल गया.. उसने देखा कि नैंसी ने अपने हाथों की मुट्ठिया बाँध ली है.. अर्जुन तुरंत समझ गया कि उसने मुट्ठिया क्यों बांध ली है 

" हिलो मत "

नैंसी अपनी पलके उठाकर उसे देकती है.. कमरे की मंद रोशनी उसके चेहरे पर चमक रही थी.. उसकी आंखें नैंसी पर झुकी हुई थी... उसकी नाक एकदम खड़ी हुई सी थी.. वो बाकई में एक गुड लुकिंग मेन है.. ओल्ड मिस्टर मेहरा सही थे जब उन्होंने अर्जुन के लुक की तारीफ की थी.. वो सच में लवासा सिटी के दूसरे नोबल आदमियों की तुलना में हैंडसम है.. कोई लड़की उसके चेहरे को एक बार देख ले तो उसके दिल की धड़कन तेज हो जाए

हालांकि नैंसी उन लड़कियों की तरह नहीं थी जो सुंदर चेहरे को देखकर पागल हो जाए वो अर्जुन के सुंदर चेहरे को एडमायर करती है.. पर इस बिंदु पर नहीं की वो पूरी तरह उसके चेहरे को देखकर उसमें घुल जाए

नैंसी ने कहा

" मेरे रास्ते से हटो "

उसकी आवाज बर्फ की तरह ठंडे थी

अर्जुन नशे की हालत में है उसे नहीं पता नैंसी क्या कह रही है

उसे तो बस यह दिख रहा है.. नैंसी के मोहक होंठ बार बार खुल और बंद हो रहे हैं

कुछ घंटे पहले कार में की गई किस का सीन उसके दिमाग में दौरने लगा .. वो अभी भी अपने होठों पर उसकी खुशबू को महसूस कर सकता है

नशे की गोलियां उस पर असर कर रही है उसे अपना शरीर जलता हुआ महसूस हो रहा है.. इस समय वो बेहद प्यासा  था उसे किसी भी तरह अपनी प्यास बुझानी है और उसे पता है सामने खड़ी लड़की ही उसकी प्यास को बुझा  सकती है 

वो उसके ओर भी करीब झुक गया उसकी चौड़ी छाती उस से चिपकी हुई थी.. नैंसी ने उसके एडम एप्पल को ऊपर नीचे हिलते हुए देखा और वो बहुत ही मैनली लग रहा था नैंसी ने अपनी हथेली उसकी छाती पर अपने से दूर धकेलने के लिए रखी वो अपनी हथेली पर उसके जलते हुए शरीर को महसूस करती है 

जैसे ही उसने अर्जुन को अपने से दुर धकेलने के लिए ताकत लगाई.. अर्जुन ने तुरंत उसकी हथेली अपनी छाती पर कसकर पकड़ ली उसकी तरफ टकटकी लगाए जूनून भरी नजरों से देखते हुए अंधेरे में उसकी आंखें और भी चमक रही थी.. उसने तुरंत ही अपने होठों को नैंसी के होठों से लगा दिया

नैंसी ने अपनी आइब्रो उठाई 

" तुम आग से खेल रहे हो "

एक मुक्के के साथ अर्जुन नॉकआउट होकर जमीन पर गिर गया

बिल्ला के बाहर लग्जरी कार में अलीशा की आँखें चिंता से भरी हुई है

" हमें क्या करना चाहिए आरिया? अगर आज मैं अंदर नहीं गई तो क्या हम एक अच्छा अवसर नहीं गवा देंगे "

आरिया ने अपने हाथों से माथे का पसीना पूछकर अलीशा का हाथ थाम कर बोली

" चिंता मत करो अर्जुन घर में ही है.. अगर हमारा यह प्लान काम नहीं करता है  तो हम सुबह तक यही बैठकर इंतजार करेंगे.. मुझे यकीन है कि कोई नौकर आकर दरवाजा जरूर खोलेगा.. मैं तुम्हें चुपके से अंदर भेज दूंगी और तुम सब से कह देना अर्जुन ने तुम्हारे साथ रात बिताई है.. वैसे भी मैंने उसकी ड्रिंक मैं मेडिसिन के इतने डोज़ डाले है जिससे उसे कुछ याद नहीं रहेगा "

" तुम्हें लगता है हमारा यह प्लान काम  करेगा? "

" इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है बड़ी मुश्किल से हमें एक अच्छा मौका मिला है.. हमें इसे गवाना नहीं चाहिए "

नैंसी ने अर्जुन को बेड पर लेटा दिया वो बेहोश था नैंसी ने  उसकी पल्स पड़ी तो उसे पता चला किसी ने उसे नशे की हैवी मेडिसन दी है 

अमीर और अच्छे दिखने वाले लोगों को हमेशा खतरा रहता क्योंकि किसी भी समय कोई भी उन्हें नशा दे सकता है

नैंसी को लगा जिस तरह से उसने अर्जुन को नॉक आउट किया है वो भी आंशिक रूप से उसकी इस हालत की जिम्मेदार है इसलिए वो रात भर उसके साथ ही रही 

......

सूरज की चमचमाती किरने सोफे पर लेती नैंसी के चेहरे पर पड़ती है जिससे उसकी नींद खुल जाती है वो उठकर अर्जुन के पास जाती है और थोड़ी झिझकती है फिर अपने पॉकेट से 1000 रूपए निकाल कर बेड की साइड टेबल पर रख देती है..अर्जुन क चेहरे पर घाव उसके मारे गए पंच की वजह से था तो उसने सोचा की 1000 रूपए उसके इलाज के लिए काफी है 

जब अर्जुन की नींद खुली तो उसने अपना फोन उठाने के लिए बेड की साइड टेबल पर देखा यहां उसे हजार रूपए भी दिखाई दिए

हजार रूपए देखकर उसका चेहरा गुस्से से लाल हो गया उसे कल रात की यादें सही तरह से याद नहीं आ रही है.. कुछ सेकंड बाद उसे याद आया.. नैंसी ने उसे इतना ज्यादा गुस्सा दिला दिया था जिससे उसने अपना आपा खो दिया और अपने आप को शांत करने के लिए बहुत ज्यादा ड्रिंक करने लगा.. इसके बाद उसे याद आता है कि वो दीवार से नैंसी से चिपका हुआ था और अपने होठों को उसके होठों से लगा दिए थे.. इसके बाद का दृश्य उसे याद नहीं आता है 

" डैम इट.. यह लड़की हजार रूपए देकर गई है.. क्या यह कोई प्रॉस्टिट्यूशन फीस है? "

अचानक नीचे  से एक लड़की की रोने की आवाज आती है.. अर्जुन पहले ही बहुत गुस्सा मैं है और यह कान फाड़ने वाली  आवाज सुनकर वो और गुस्से से लाल हो जाता है

जब उसने दरवाजे को धक्का देकर खोला तो उसे नीचे सोफे पर बैठी एक लड़की नजर आती है

अलीशा सोफे पर बैठ कर अपने घुटने को हग करके जोर जोर से रो रही है साइड में बैठी आरिया उसके कंधे को थपथपाते हुए दिलासा देती है

" इट्स ओके.. मुझे यकीन है.. अर्जुन तुम्हें अपना लेगा "

जब आरिय ने सीढ़ियो पर खड़े अर्जुन को देखा तो उसने अपने आपको थोड़ा दोषी महसूस किया वो आशा करती है कि अर्जुन को कल रात का कुछ याद ना हो और उसका प्लान सफल हो जाए 

अचानक से बिल्ला का दरवाजा खुला और एक प्रभावशाली और कठोर दिखने वाली महिला अंदर आई उसकी उम्र 45 साल की थी पर उसके फिगर और चेहरे को देख लग रहा था जैसे उसकी उम्र 35 साल की है.. उसके बाल बारीकी से बंधे हुए थे..और उसके हाथ में हेर्मेस लेदर बैग था और साथ ही उसने पैरो मैं 2 इंच हील्स पहनी हुई थी.. उसकी ऊँची हील्स की आवाज संगमरमर के फर्श पर गूंज रही थी जिससे वो और भी ज्यादा कठोर लग रही थी

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