Chapter 24 - chapter 24

एक विशाल कमरे के अंदर अर्जुन ने गहरी आवाज में पूछा

" तुम प्रेग्नेंट कैसे हुई थी? तुम मेरे बच्चे से कैसे प्रेग्नेंट हुई थी "

यह सुनकर नैन्सी के पैर अचानक से फ्रीज़ हो गये 

[ क्या? ब्लैक वास्तव मैं इस आदमी का बच्चा है? ]

अर्जुन सोफे पर बैठा था उसे एहसास नहीं हुआ कब नैन्सी  उससे  झपट गई और उसके कॉलर को पकड़ कर उसे सोफे पर धकेल दिया 

एकदम से उसका चेहरा हवा के झोंके की तरह सीधा अर्जुन के करीब आ गया..  नैन्सी के शरीर से आ रही पाइन और साईप्रस की खुसबू उसे मदहोश कर रही थी.. अर्जुन ने अपने दोनों हाथों से उसकी कमर पकड़ ली |

बिल्ला के बहार फ्रेंच विंडो से ब्लैक और ओल्ड मिस्टर मेहरा अंदर का नजारा देख रहे थे जैसे ही उन्होंने नैन्सी को अर्जुन के ऊपर देखा तो दोनों का मुँह आधा खुल गया 

ओल्ड मिस्टर मेहरा ने ब्लैक की आँखे बंद कर दी और उसे लेकर वहा से लेकर चले गये 

कमरे के अंदर नैन्सी ने यह भी ध्यान नहीं दिया की वो अर्जुन की कमर पर बैठी है.. वो अर्जुन से शातिर तरीके से पूछती है 

" मैंने तुम्हारे साथ छल किया?  तुम नहीं थे जिसने मेरे साथ छल किया है? "

नैन्सी के रिएक्शन देख कर अर्जुन पूरी तरह से हैरान हो गया 

[ यह लड़की काफी निडर है जो उसके शरीर पर बैठकर.. उसके गले को दबा कर उस पर झूठा इलज़ाम लगा रही है.. यह लड़की वास्तव मैं दूसरी लड़कियों से बिल्कुल अलग है ]

अर्जुन इतने गुस्से मैं था कि वो जोर से हसने लगा और सोफे पर आराम से लेट गया... उसका कोई इरादा नहीं था नैन्सी को अपने ऊपर से धकेलने का 

" मैंने तुम्हे छल से प्रेग्नेंट किया? बकवास बंद करो अपनी और मुझे बताओ तुम इस बच्चे से कैसे प्रेग्नेंट हुई? "

नैन्सी की आँखें कोल्ड थी 

" मुझे नहीं पता.. जब एक दिन मैंने अपनी पल्स रीडिंग की तब मुझे पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूँ "

उस समय नैन्सी अपनी पल्स रीडिंग के बाद दंग हो गयी थी.. वो इतनी हैरान थी और दिन भर सोचती रही कि वो प्रेग्नेंट कैसे हो सकती है जबकी उसने कभी किसी आदमी को छुहा तक नहीं... नैन्सी को शक भी हुआ कहीं उसके घर के सामने की नदी फर्टाइल तो नहीं जिसका पानी पीकर वो प्रेग्नेंट हुई है l

अर्जुन की निगाहें नैन्सी के चेहरे पर घूम रही थी जैसे वो देखने की कोशिश कर रहा है.. कही यह नैन्सी की कोई स्कीम तो नहीं उससे झूठ बोलने की 

[ अचानक से यह लड़की कैसे प्रेग्नेंट हो सकती है और वो भी मेरे बच्चे से ? यह हो ही नहीं सकता ]

अर्जुन को ख्यालों मैं डूबा देख नैन्सी ने उसके कॉलर को कस कर पकड़ लिया और कोल्ड आवाज मैं बोली 

" स्पिट इट आउट.. हाउ दू यू सेट मी अप? "

नैन्सी को पता था की वो कभी ऐसा काम कर ही नहीं सकती इसलिए अर्जुन ने ही उसे छल से प्रेग्नेंट किया है 

अर्जुन का चेहरा ठंडा पड़ गया 

" मैंने तुम्हे छल से प्रेग्नेंट नहीं किया? ब्लैक से मिलने से पहले मैं तो जानता भी नहीं था की तुम दोनों का अस्तित्व इस दुनिया मैं है "

नैन्सी को उसकी बात का विश्वास नहीं होता और अर्जुन का उपहास करके कहती है 

" क्या आप गे है मिस्टर मेहरा?  इसलिए आपको बच्चे को जन्म देने के लिए एक औरत की..."

इससे आगे नैन्सी  कुछ कहती अर्जुन ने उछाल के साथ नैन्सी को सोफे पर धकेल उसके ऊपर आ गया 

" गे? तुम्हें लगता है मैं गे हूँ? "

अर्जुन की आँखें रोष में थी और उसकी आवाज ठंडी 

नैन्सी ने लेजिली कहा 

" यह मेरा अनुमान है.. इसके आलावा मुझे विशवास है.. मेरे अनुमान सही और सटीक होते है "

" अगर ऐसा है तो.. मैं दिखाता हूं तुम्हें कि मैं गे हूँ या नहीं "

ऐसा कहकर.. अर्जुन उसके होठों को देख अपना सिर नीचे करने लगा 

स्मैक !

अर्जुन के सुंदर चेहरे पर एक जोरदार थप्पड़ पड़ा

अर्जुन  ने उसका हाथ पकड़ा और दाँत पिसते हुए बोला

" तुम पहली लड़की हो जिसने मुझे थप्पड़ मारने की हिम्मत की है "

नैन्सी ने थोड़ी ताकत का इस्तेमाल किया और उसकी छाती पर एक किक मार दी

" ना केवल मैं आपको थप्पड़ मारने की हिम्मत रखती  हूँ.. मैं आपको घुसे मारने की भी हिम्मत रखती हूं "

सैवेज 

यह एक जंगली बिल्ली है जिसे बस में करना असंभव है

अर्जुन जो कुछ समय गुस्से से जल रहा था नैन्सी के कोल्ड  और इनडिफरेंट लुक को देखकर उसकी ओर आकर्षित होने लगा..उसने कभी किसी लड़की से स्नेह महसूस नहीं किया .. लेकिन नैन्सी से स्नेह की भावना उसे सुकून दे रही थी 

नैंसी सोफे से उठ कर बोली 

" मैं आपसे और बकवास नहीं कर सकती.. मैं जा रही हूं "

जब वो दरवाजे के पास पहुंची और उसे खोलने के लिए खिंचा लेकिन दरवाजा नहीं खुलता है.. उसने ताकत लगाकर फिर दरवाजे को खोलने की कोशिश फिर भी दरवाज़ा नहीं खुलता है 

हम्म्म? 

[उसे यह ट्रिक जानी पहचानी क्यों लग रही है..  आज उसका लिटिल डेविल ब्लैक भी नहीं है ]

नैन्सी ने दरवाजा खटखटाया और चिल्लाई

" रनवीर दरवाजा खोलो "

दरवाजे के बाहर बैठा रणबीर उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर काँप उठा लेकिन वो उससे एक शब्द भी नहीं बोलता 

[ कितने समय तक वो इस तरह से सैंडविच बना रहेगा.. ओल्ड मिस्टर मेहरा.. मिस्टर मेहरा.. मिस नैन्सी..  लिटिल ब्लैक पता नहीं कब एक होंगे ]

क्या वह कभी दयालु बनेंगे उसे इस दुर्दशा से छुटकारा देने के लिए

काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद और बाहर से कोई रिस्पांस नहीं आने के बाद नैन्सी ने अपनी पॉकेट से मोबाइल निकाला और वीर को कॉल किया.. रिंग बहुत देर तक जाती रही लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया 

वो इतने गुस्से में थी कि उसने दरवाजे को जोर से एक किक मारी.. अंदर से इतनी तेज आवाज आई कि बाहर बेटा रणबीर चौक गया और बुरी तरह से कांपने लगा  | 

नैन्सी ने फ्रेंच विंडो से बाहर देखा उसे केवल मेंढ़को के टरटराने और कीड़ों की चहकने की आवाज आ रही थी.. पार्टी यहां से दूर हो रही थी इसलिए उसकी आवाज वहा तक पहुंचना मुश्किल था |

नैन्सी ने विंडो के ग्लास को जोर से ठोका लेकिन विंडो का ग्लास सॉलिड था जिसे वो किसी भी तरह से तोड़ नहीं सकती थी.. उसके पास अब कोई चारा नहीं बचा आज रात यहां रुकने के अलावा |

नैन्सी  वापस लिविंग रूम में जाती है... बिग शॉट मिस्टर मेहरा जो सोफे पर बैठे थे उनकी नजर उस पर पड़ती है जो एक माफिया मेंबर की तरह लग रही थी |

" अब इस समय किस तरह की चाल चल रहे है.. आप? "

नैन्सी ने अपनी एक सिंगल आइब्रो उठाकर पूछा

" तुम्हारा कहने का मतलब क्या है? "

" आपने अपने आदमियों से दरवाजा लॉक लगाने को नहीं कहा? .. यह सब करके क्या हासिल करना चाह रहे हैं आप "

अर्जुन अपने गुस्से को दबा कर बोला

" काफी एक्सपर्ट हो तुम एक पीड़ित पर आरोप लगाने में "

इतना कहकर उसने रणबीर को कॉल लगाया पर किसी ने कॉल का जवाब नहीं दिया

अर्जुन का चेहरा एक बार फिर गुस्से से लाल हो गया

[ यह लोग बाहर कर क्या रहे? ]

उसके पास अब कोई चारा नहीं बचा इस लड़की के साथ एक घर में रात बिताने के अलावा |

अर्जुन ने सोपे से उठकर सेकंड फ्लोर पर एक कमरे की ओर इशारा किया

" तुम उस कमरे मैं सो जाऊं "

यह कहकर वो ऊपर के कमरे मैं चला गया

फंसे  हुई जानवर की तरह.. नैन्सी लिविंग रूम में गोल चक्कर लगाने लगी.. उसने कुछ देर बाद हार मान ली और अपने आप को शांत करके ऊपर वाले कमरे में चली गई

अर्जुन का बिल्ला बहुत बड़ा था जब नैन्सी घुमेदार सीढ़ियों से चढ़कर सेकंड फ्लोर पर पहुंची तो वो पहले ही भूल चुकी थी अर्जुन ने उसे किस कमरे में सोने को कहा था 

सेकंड फ्लोर पर कई कमरे थे और हर कमरे का दरवाजा एक जैसा दिखता था.. एक जैसे कमरे को देख वो कसमकश में पड़ गई इसलिए उसने एक रैंडमली कमरा चुना और उसमें सोने की योजना बनाई

जैसे ही नैन्सी ने दरवाजा खोला उसने बाथरूम से निकलते हुए अर्जुन को देखा.. अर्जुन ने लोअर बॉडी में टॉवल लपेटा था..और हाथ मैं एक टॉवल पकड़ा हुआ था..  उसके  काले बालों से पानी उसकी गेहूं रंग की त्वचा से बहता हुआ उसके 8 पैक मांसपेशियों तक पहुंच रहा था |

अर्जुन टॉवल से अपने  सिर को पोछते  हुआ सोचता है कि यह लड़की जरूर उसके इस लुक को देखकर शर्मा जायेगी  और आंखें बंद कर उस पर चिल्लाएगी 

दुर्भाग्य से.. नैन्सी लेजिली दरवाजे  से टिक जाती है और अपने हाथ क्रॉस कर एक आइब्रो उठाकर पूछती है 

" क्या आप मुझे लुभाने की कोशिश कर रही हैं इस तरह की ड्रेस पहन कर "

अर्जुन ".."

[ यह लड़की हमेशा उसकी सोच से इतनी अलग क्यों चलती है ]

अर्जुन उसके करीब आ कर अपनी एक सिंगल आइब्रो उठाकर पूछता है 

" इतनी रात को मेरे कमरे मैं आकर.. तुम मुझे लुभाने की कोशिश नहीं कर रही? हम्म? "

" तुम्हारा कमरा? "

" हाँ मेरा कमरा " 

अर्जुन उसके और करीब आकर कहता है

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