"आज तो मैं ये जान के रहूँगा मेरे डैड मुझसे क्या छुपा रहे हैं, मेरी मम्मी कहाँ है, हमारा कोई परिवार है या नहीं, और अगर है तो कहाँ है, मेरे पास इतनी जादुई शक्तियाँ कहाँ से आई।" रोहन चलते हुए यह सारी बातें सोच ही रहा था कि वह एक आदमी से टकरा गया।
" मालिक अच्छा हुआ आप मुझे यहीं मिल गए, जल्दी चलिए, मालिक को हार्ट अटैक आया है वहा आप को बुला रहे हैं। " वह आदमी जल्दी जल्दी राहुल को बताता है।
राहुल और वो आदमी दोनों तेजी से दौड़ कर एक आदमी के पास जाते हैं जिसे हार्ट अटैक आया है।
"डैड क्या हुआ है आपको, हीरालाल जल्दी से डॉक्टर को बुलाओ डैड - डैड। " राहुल अपने बगल में खड़े उस आदमी से कहता है जो उससे टकराया था।
राहुल का पूरा नाम राहुल सक्सेना है, राहुल एक ऐसा लड़का है जिसके पास अद्भुत शक्तियाँ है, राहुल को लगता है कि उसके पास सीमित शक्तियाँ है पर नहीं पता कि उसके पास असीमित शक्तियाँ है। राहुल के पास ऐसी शक्तियाँ है जो किसी ने अपने सपने मे भी नहीं सोची होगी, फ़िलहाल कैसी शक्तियाँ है राहुल के पास यह तो समय के साथ साथ सबको पता चल जाएगा।
राहुल अपने डैड के साथ रहता है। राहुल के डैड का एक सेक्रेट अकादमी है जिसमें वह कई सारे बच्चों को पालते हैं। उन सभी बच्चों के पास अलग - अलग तरह की जादुई शक्तियाँ हैं। राहुल के डैड का नाम - अजीत सक्सेना है।
वह आदमी जिससे राहुल टकराया था, उस आदमी का नाम हीरालाल है, वह अजीत का असिस्टेंट है।
"राहुल, डॉक्टर को मात बुलाओ मेरे जाने का समय हो गया है" राहुल के डैड खासते हुए राहुल से कहते हैं और खासते - खासते अचानक से रुक जाते हैं।
राहुल उनकी नाक पर उंगली रखकर उनकी सांसे जांचता है और पाता है कि उनकी सांसे रुक गयी है वह चिल्लाते हुए बोलता है "डैड क्या हुआ आपको आप हमें ऐसे अकेला छोड़ कर नहीं जा सकते, हीरा अंकल क्या हुआ है इन्हें, इनसे कहिये की मजाक ना करें।"
हीरालाल रोते हुए बोलता है "सर अब हमारे बीच नहीं रहे।"
"ऐसा नहीं हो सकता है आप झूट बोल रहे हैं, सच - सच बताईये, क्या हुआ है इन्हें" राहुल, हीरा से कहता है।
हीरा सांत खड़ा रहता है। सब तरफ सन्नाटा छा गया।
" मैंने अकादमी में संदेश भेज दिया है कि कल इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।" हीरालाल, राहुल से कहता है। राहुल कोई जवाब नहीं देता।
अगले दिन, सब अकादमी के मैदान मे खड़े होकर अजीत के अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे थे कि तभी हीरालाल मालिक - मालिक चिल्लाते हुए राहुल के पास आता है।
" मालिक, सर की बॉडी वहां नहीं है। " हीरालाल राहुल के पास जाकर कहता है।
यह सुनकर सब हैरान रह जाते हैं। राहुल, हीरालाल के साथ दौड़ता हुआ वहां जाता है, जहां अजीत का शरीर रखा था। वहां उन्हें, अजीत का शरीर कहीं नहीं मिलता। राहुल, अजीत और गार्ड से इसके बारे में पूछता है, पर उन्हें भी कुछ नहीं पता था।
" पूरी अकादमी मे डैड के शरीर को ढूंढा जाये" रोहन हीरा और गार्ड्स से कहता है और अपने डैड के कमरे मे चला जाता है। कुछ देर तक ढूँढने के बाद गार्ड्स और हीरा राहुल के पास आकर बताते हैं कि उन्हें कहीं भी अजीत का शरीर नहीं मिला। राहुल हताश हो जाता है और हीरा से कहता है कि सबको अपने - अपने काम पर भेज दो। हीरालाल कुछ नहीं बोलता और सब राहुल को अकेला छोड़ कर चले जाते हैं।
राहुल, बिस्तर पर बैठता है कि उसे महसूस होता है कि बिस्तर के नीचे कुछ है। वह बिस्तर के नीचे देखता है कि वहा पर उसके डैड के द्वारा लिखी गई डायरी रखी है...