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NITHYANANDA SATSANG

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Chapter 1 - 17 जुलाई 2020 - 08:16 बजे सायं, नित्यानंद सत्संग – अंग्रेजी सारांश

* कैलाश से परमशिव का संदेश सीधे:

* कुछ चीजें सभी मनुष्यों को इस प्रलय (महामारी काल) में करने की आवश्यकता है ।

* सर्वप्रथम: मैं स्वयं और सभी कैलाशवासी, हम सभी, सर्वशक्तिमान परमशिव से कोविद-19 कोरोनोवायरस से प्रभावित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए, अपनी सच्ची प्रार्थना करते हैं।

* मैं स्वयं और समस्त कैलाशवासी, इस महामारी से विश्व रक्षा के लिए सर्वशक्तिमान परमशिव से गहन प्रार्थना करते हैं और इस महामारी के प्रभाव और इसके उपरान्त होने वाले प्रभाव; कैस्केडिंग संकट - चाहे बेरोजगारी, मनोवैज्ञानिक पीड़ा, महामारी थकान, आर्थिक संकट, भूख, बीमारियां, मृत्यु, अवसाद, भावनात्मक उथल-पुथल ... हम इन सभी समस्याओं से विश्व रक्षा के लिए सर्वशक्तिमान परमशिव से प्रार्थना करते हैं।

* मैं निष्ठापूर्वक समाज को प्रभावित करने वाले समस्त लोगों, निर्णय कर्ताओं, नेताओं से अनुरोध करता हूं: हमारी पहली प्राथमिकता लोगों को भूख और अत्यधिक गरीबी से बचाना है।

* हमें भूख और गरीबी के कारण लोगों को मरने नहीं देना चाहिए। निश्चित रूप से हम सभी इस प्रलय, इस महामारी से बाहर निकलेंगे।

* यदि हम भूख और अत्यधिक गरीबी के कारण लोगों को मरने देते हैं तो हम स्वयं को क्षमा नहीं कर पाएंगे। इसलिए मैं सभी निर्णय कर्ताओं, विश्व नेताओं, ऐसे लोगों से अनुरोध करता हूं जो वास्तव में दुनिया को प्रभावित करते हैं: कृपया हम सभी से हाथ मिलाएं और मिलकर काम करें, गरीबी और भूख को दूर करें।

* पहले से ही अंतरराष्ट्रीय संगठन भूख के कारण बड़ी संख्या में मौतों की भविष्यवाणी कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जो कोई भी इस महामारी, प्रलय से बचेगा ... हम भूख के कारण लोगों को मरने देने के लिए स्वयं को माफ नहीं कर पाएंगे। भूख से हुई मौतें हमें हमेशा के लिए परेशान करेंगी। आइए हम भूख से होने वाली मौतों की अनुमति न दें।

* मैंने स्वयं को व्यवस्थित करने का निर्णय किया है। हम 1994 से विभिन्न तरीकों से कैलाश से सेवाएँ प्रदान कर रहे थे। मेरा योग पट्टाभिषेकम किया गया और मेरे गुरुओं की मुझे आज्ञा थी। उस समय से, हर संभव प्रयत्न से, हम मानवता को सेवाएं दे रहे हैं।

* अब हम नए नामों से स्वयं को व्यवस्थित करते हैं। इसलिए आज मैं छह संगठनों का उद्घाटन कर रहा हूं। हम इन छह संगठनों के अन्तर्गत अपनी सभी गतिविधियों और सेवाओं को व्यवस्थित करेंगे:

1) केशरिया ओम - विश्व शांति, संघर्ष समाधान, धार्मिक स्वतंत्रता के लिए क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित|

2) लाल ओम – मुक्यत:, प्राकृतिक आपदाओं जैसे चक्रवात, सुनामी और मानवीयकृत आपदाएं जैसे युद्ध, आदि जैसी आपदाओं के समय राहत कार्य प्रदान करना। इसके अन्तर्गत हम विश्व में भूख और गरीबी को दूर करने का कार्य शुरू करेंगे, विशेषकर उन देशों में जहां वैश्विक संगठनों की भविष्यवाणियों और रिपोर्टों के अनुसार भूख से लाखों लोगों की मौत की आशंका है।

* मेरे पास आप सभी के साथ साझा करने के लिए एक लेख है: tinyurl.com/cascadingcrisis

* पूरे विश्व में हिन्दू प्रवासी दो चीजों के लिए जाने जाते हैं: हम समृद्ध हैं। यह सत्य है। हम अधिकांशत:, सभी विकसित प्रमुख देशों, अमेरिका के राज्यों से लेकर, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका तक सभी देशों में सबसे समृद्ध जातीय अल्पसंख्यक हैं। हम इस तथ्य से नकार नहीं सकते कि हम समृद्ध हैं।

* हम अत्यंत धर्मार्थी – दानदाता हैं। मैंने इसे न केवल अपने व्यक्तिगत अनुभव में देखा है, बल्कि मानव व्यवहार और समाजशास्त्र पर विश्व भर में विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए अनेकों सर्वेक्षण अध्ययनों से बार-बार यह सिद्ध होता है कि हिन्दू समृद्ध और धर्मार्थी हैं - महान दानदाता!

* यह समय है जब हम इस बैनर "लाल ओम" के तहत स्वयं को व्यवस्थित करें और विश्व में भूख राहत कार्य शुरू करें और मैं समस्त कैलाशवासीयों से निष्ठापूर्वक इन तीनों कामों को शुरू करने का अनुरोध करता हूं|

i) जहां भी भोजन की आवश्यकता हो, उसका पता लगाएं,

ii) उन देशों की सरकारों, निर्णय कर्ताओं तक पहुँचें, जहाँ वास्तव में भुखमरी है और भूख राहत कार्य आवश्यक है।

* संयुक्त राष्ट्र ने उन देशों की सूची तैयार की है जहां वे आशा करते हैं कि बड़ी संख्या में भूख के कारण मृत्यु हो सकती हैं। पहले से ही लोगों ने हमें समर्थन और दान दिये हैं। हम उन्हें अनुदान देना शुरू करें और उन लोगों तक पहुंचें जो वास्तव में वांछित हैं और उनके लिए भोजन उपलब्ध करायें|

iii) हम उन सभी समृद्ध हिंदुओं तक पहुंचें जो वास्तव में धर्मार्थी हैं और उन्हें "लाल ओम" सर्वेक्षण के बारे में संज्ञान दें और उन्हें अपना समय, खजाना, प्रतिभा साझा करने के लिए प्रेरित करें।

* यहां तक कि जिन हिंदुओं के पास सम्पदा नहीं है, वे अपना समय और प्रतिभा को साझा करने में बहुत खुश होंगे, विषेशकर जब अन्नदान की बात आती है। हिंदुओं का मानना है कि अन्नदान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। जब कोई भोजन देता है, तो वह जीवन देने के बराबर है।

* इसलिए निष्ठापूर्वक मैं कैलाशवासियों की एक टीम को इस सेवा पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं: समर्थन के लिए अधिक हिंदुओं को प्रेरणा देना और पहचान करना। हम तीनों गतिविधियाँ करें, स्वयं को व्यवस्थित करें। हम तीनों पूर्व में भी कर रहे थे। लेकिन हम इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर "लाल ओम" के अन्तर्गत एक संगठित तरीके से करें|

3) हरा ओम - पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करेगा। आइए हम पर्यावरण संरक्षण के मूल्यों को बढ़ावा दें, इस संगठन"ग्रीन ओम" के तहत पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों के साथ सभी निर्णय निर्माताओं और पूरी दुनिया तक पहुंचें ।"

4) "नीला ओम" - पशु अधिकारों के लिए काम करेगा। हम मनुष्यों को यह बताने की आवश्यकता है कि ग्रह पृथ्वी का संबंध केवल मनुष्य से नहीं है। हमें किसी भी उद्देश्य या कारण से जानवरों को मारने का, जीवन को समाप्त करने का कोई अधिकार नहीं है; किसी भी जान को मारने का अधिकार नहीं। तो इस "ब्लू ओम" संगठन के अन्तर्गत, हम पशु अधिकारों के लिए काम करना शुरू करें।

* कैलाश और कैलाशवासी विभिन्न बैनर, संगठनों के अन्तर्गत विश्व में विभिन्न तरीकों से सेवाएं दे रहे थे। आइए अब हम सभी इन पांच संगठनों के तहत स्वयं को संगठित करें।

5) "श्वेत ओम" - मनोवैज्ञानिक उपचार, भावनात्मक उपचार, आध्यात्मिक परामर्श और अतिचेतनता में सफलता प्रदान करने के लिए काम करेगा।

* कई सेवा गतिविधियाँ हम कर रहे थे। अब हम इन बैनरों के नीचे स्वयं को संगठित करेंगे और दुनिया तक पहुंचेंगे। हमें वास्तव में बदलाव लाएं।

6) "पीला ओम" - जरूरतमंदों को पूरी दुनिया को योगिक, आयुर्वेदिक समाधान और चिकित्सा प्रदान करेगा। हिंदू योग विज्ञान आधारित, हिंदू चिकित्सा विज्ञान आधारित ज्ञान सहायता और यहां तक कि चिकित्सा सहायता, प्रशिक्षण, इन सभी को इस संगठन "पीला ओम" के तहत प्रदान किया जाएगा।

* पीला क्यों? गुरु का रंग पीला है! देव गुरु बृहस्पति का रंग पीला है। पीले ओम के तहत उसे मनाने के लिए, हम पुस्तकालय का निर्माण कर पूरे विश्व में पुस्तकालयों तक पहुंच बनाने और ज्ञान की आवश्यकता वाले लोगों के लिए ज्ञान संबंधी सभी सेवाएं प्रदान करेंगे। यह देव गुरु बृहस्पति और परम आदि गुरु दक्षिणामूर्ति - परमशिव को स्वयं मनाएगा। ज्ञान प्रदान करने के हमारे सभी कार्य "पीले ओम" के तहत किए जाएंगे। यह सब सत् विद्या देगा।

* इन 6 संगठनों के अन्तर्गत, हम एक व्यवस्थित तरीके से सेवा प्रदान करेंगे।

* अभी तक हम लाखों संगठनों के माध्यम से दुनिया भर में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। मैं सभी हिंदुओं से अनुरोध करता हूं: आइए हम सब इस बैनर के तहत स्वयं को व्यवस्थित करें और सामाजिक सेवाओं को प्रदान करने के लिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचें। गहन, वास्तविक, जिम्मेदार, धर्मार्थ गतिविधियां और राहत कार्यों को आसानी से किया जा सकता है।

* मैं सभी कैलाशवासियों से अनुरोध करता हूं कि वे इस संदेश को पूरी दुनिया में ले जाएं। आइए आज हम इन 6 नामों को पूरे विश्व को, सभी कैलाशवासियों और सभी हिंदुओं से परिचय करावें।

* रजिस्टर करने के लिए kailaasa.org/globalservicesपर जाएं

* परमशिव गण प्रतिभागी इसे ले सकते हैं। यह वही है जो हम कर रहे हैं। हमें बस स्वयं को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है और सभी अभ्यास करने वाले हिन्दुओं को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरणा दें और इन सेवाओं के साथ पूरी दुनिया तक पहुंचें।

* इस प्रलयंकारी संकट वास्तविक है। दुर्भाग्य से हम विश्व को बचाने के लिए घर से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं। यहां तक कि यदि आप उन लोगों के लिए चिंतित हैं, जो मर रहे हैं और जिन्हें आवश्यकता है, तो भी हम कुछ नहीं कर सकते। जीवित रहने के लिए हमें घर में रहने की आवश्यकता है।

* संयुक्त राष्ट्र गरीब देशों के लिए अधिक धन की मांग कर रहा है। 10.3 बिलियन की जरूरत है क्योंकि भुखमरी होने जा रही है।

* मैंने एक कार्टून देखा जिससे वास्तव में पीड़ा होरही है। कई लोगों ने स्वयं को कोविद-19 से बचने के लिए मास्क लगाया। लेकिन कई देशों में खाना न मिलने के कारण मास्क लगाए हैं। मुझे नहीं लगता कि यदि भूख के कारण लोग मरते हैं तो हम स्वयं को क्षमा कर सकेंगे।

* कैलाश न केवल आध्यात्मिक समाधान खोजने के लिए उत्तरदायी है, हमें यथा संभव धर्मार्थ गतिविधि भी करना चाहिए।

* मैं कैलाशवासियों से अनुरोध करता हूं: आइए हम सब सक्रिय हो जाएं। यहां तक कि यदि हम निधि(धन) साझा नहीं कर सकते, क्योंकि आपके पास हो सकता है या नहीं भी हो सकता है, तो कृपया अपना समय और प्रतिभा का योगदान दें। आइए हम लाल ओम संगठन के अन्तर्गत समृद्द्ध और गरीबों के बीच एक धर्मसेतु बनाएं। यह आसान है और कैलाशवासी इसके लिए उत्तरदायी हैं।

* मेरे पास एक और लेख है: http://tinyurl.com/hunger-pandemic

* संयुक्त राष्ट्र चेतावनी दे रहा है कि 265 मिलियन लोग, अर्थात 26.5 करोड़ लोग इस वर्ष के अंत तक भुखमरी के स्तर पर आ सकते हैं। जैसा कि मुझे 14 दिसंबर तक आशंका थी। 1990 के बाद पहली वैश्विक गरीबी में बढ़ोतरी, यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती तो...

* पहले से ही आधे देश मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं। यह समय है जब कैलाशवासी उत्तरदायित्व लें और हर संभव प्रयास करें।

* तत्पश्चात, मैं, मेरे सभी भक्तों, शिष्यों, कैलाशवासियों को, यह बताना चाहता हूँ: इस प्रलय अन्तराल में जो बड़ी बात हो रही है, वह है: कैलाश पोर्टल, "स्टार गेट" खुला है। एक साधारण असंबद्धता आपको कैलाश में परिवहन / टेलीपोर्ट कर सकता है और आपको कैलाश का अनुभव प्रदान कर सकता है।

* असम्बद्धता, पूर्णता, एकत्व, महावाक्य का अजपा जाप, गहन भावनात्मक संबंध - ये सभी कैलाश के लिए "स्टार गेट" हैं।

जब आप असम्बद्ध होते हैं, तो आपके अंदर एक पोर्टल जिसे आनंद गंध कहा जाता है, खुलता है और आपको कैलाश में टेलीपोर्ट करता है।

* मैं कल परमशिव गण प्रतिभागियों को बता रहा था: जब आप स्वयं में असम्बद्ध होकर बैठते हैं, तो आप, परमशिव स्वरूप हैं।

* तुम्हारे दो घटक हैं - तुम, तुम्हारा, तुम्हारा मन, तुम्हारी भावनाएँ, तुम्हारे विचार, तुम्हारा धन, तुम्हारे रिश्ते….ये सभी तुम्हारे हैं। यदि आप, शुद्ध चेतना,तुम्हारे इन सभी, भ्रम और फैलाव से असम्बद्ध हैं, और आप विशुद्ध होकर बैठते हैं, तो आप परमशिव हैं!

* मैं निष्ठापूर्वक अनुरोध करता हूं और सभी कैलाशवासियों को शुद्ध निर्विकल्प समाधि, कैलाश "स्टार गेट" और परमशिव के अनुभव होने का आशीर्वाद देता हूं।

* अब तीव्रता से और ईमानदारी से, कृपया सीधे और असम्बद्ध होकर बैठें। जो भी आप सोचते हैं कि यह मेरा है उससे असम्बद्ध हो कर शुद्ध रूप में बैठें – अतिचेतनता, जिससे कैलाश पोर्टल "स्टार गेट" खुल सकता है और आप कैलाश, परमशिव का अनुभव कर सकते हैं।