सर पर ताज़ हाथ में डंडा
इश्क़ के गली में क्या है यह फंडा
लोगों को कुछ नहीं धंदा
बस एक फंडा ही फंडा
कोई समझ पाये क्या है ये फंडा
उससे पहले ही हो गया दंगा
और जब हो रहा है दंगा ही दंगा
सब के मुँह रह गये खुला ही खुला
----Raj
सर पर ताज़ हाथ में डंडा
इश्क़ के गली में क्या है यह फंडा
लोगों को कुछ नहीं धंदा
बस एक फंडा ही फंडा
कोई समझ पाये क्या है ये फंडा
उससे पहले ही हो गया दंगा
और जब हो रहा है दंगा ही दंगा
सब के मुँह रह गये खुला ही खुला
----Raj