Chapter 23 - ch22

मिस्टर जैसवाल के कहने पर उन चारों को एक पहाड़ी पर ले जाया गया

 वहां पर मिस्टर जैस्वाल के आदमियों ने उन तीनों को बहुत मारा अपने बेटे को कुछ आदमियों के द्वारा पकड़ाया गया।

 रेन रोता रहा ,उसकी कोई बात नहीं सुन रहा हैं।

उन्होंने केन,

के शरीर को उठा लिया , उसके शरीर को देख कर ऐसा लग रहा था। जैसे वह मर गया हो, उसकी बॉडी में कोई हलचल नहीं थी ।

उन्होंने उसकी बॉडी को पहाड़ी से नीचे फेंक दिया।

रेन, ने जब कैन,  को पहाड़ी से गिरते देखा तो ,वहीं पर बेहोश होकर गिर गया।

मानो वह भी केन, के साथ मरना चाहता था।

उसकी आंखें पत्थर की हो गई थी।

उसके शरीर में कोई इमोशनल नहीं बाकी था।

उसका शरीर जम गया था।

मानो वह है पत्थर का इंसान बन गया हो ।

वह एक टूटी हुई मूर्ति की तरह जमीन पर पढ़ा था ।

Mr Jaiswal ने अपने बेटे को बेजान देखो, और  जोर से हंसने  लगे , उन्होंने कहा अब ठीक है ।

उन्होंने अपने आदमियों से कहा, रेन,शरीर को उठाया लो।

और उसे हॉस्पिटल ले जाऔ, मैं थोड़ी देर में आता हूं  ।

उनके आदमियों ने उसको उठाया और हॉस्पिटल ले गए ।

उनके जाने के बाद मिस्टर जायसवाल  हर्ष और समीर के पास गये ।

और उन्होंने  उनसे कहा ,अगर तुम दोनों ने इसके बारे में किसी को बताने की हिम्मत की अगला नंबर तुम दोनों का होगा।

मैं तुम लोगों को तुम्हारे खानदान सहित मार दूंगा ।

और उस कमीने की लाश की तरह तुम्हारी भी लाश किसी को नहीं मिलेगी ।

फिर अपनी गाड़ी में बैठकर अपने बेटे को देखने हॉस्पिटल  गए ।

इधर उनके जाने के बाद हर्ष और समीर  अपने भाई  लाश को इधर-उधर ढूंढने लगे ।

वो कही नहीं मिल रही थी। समीर टूट चुकाथा ।

वह फूट-फूट कर रोने लगा, उसको लग रहा था ।

उसके भाई की मौत उसी की वजह से हुई है।

वह क्यों यहां आया।

अगर वह 3 साल पहले इंडिया आने से मना कर देता तो, आज उसका भाई जिंदा होता।

  हर्ष ने रोते हुए समीर अपनी बाहों में भर कर संभालने की कोशिश की ।

सेम, अकेला पड़ गया था।

2 साल पहले उसके जब रेन, केन, भाग गए थे ।

उसके कुछ दिन बाद  ही उनके पापा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।

जब से वह दोनों भाई ही एक दूसरे का सहारा थे।

तब हर्ष ने हर कदम पर समीर का साथ दिया।

जब रेन और कैन विदेश चले गए थे।

उसने उसका खयाल रखा ।

उसे संभाला और अभी भी संभाल रहा है।

आज समीर पूरी तरह से अनाथ हो गया है उसके पास अब कोई नहीं बचा है

उसका एक भाई था।

वह भी मर चुका है।

उसके पास जिंदगी  जीने के लिए कोई वजह नहीं बची है।

वह जमीन पर बार-बार अपना सिर पटक रहा था।

और भगवान से अपने भाई के जीवन की भीख मांग रहा था ।

हर्ष ने रोते हुए टूटे हुए समीर को अपने गले लगा लिया।

और उसे वहां से लेकर चला गया।

उन दोनों ने उस दिन उस शहर को हमेशा के लिए छोड़ दिया।

वह किसी और जगह जाकर रहने लगे

    [  क्या लगता है  दोस्तों कबीर मर चुका है अगर हां रेन का क्या होगा?]

CONTINUED IN BOOK 2..

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