Chapter 5 - परिवार (1)

नारंगी और लाल धूप सुबह, धुंध के बादलों के साथ आ गई थी, जिससे खिड़कियों के बाहर से विबर्नम का पेड़ हल्की नीली स्क्रीनिंग के माध्यम से बेडरूम में नजर आया। हल्की, गर्म पीली परछाइयां मुलायम प्रकाश की किरणें लेकर आई।

रात में एक अच्छी नींद के साथ, वेन शिन्या अपने बिस्तर पर बैठ गई और अंगड़ाई ली। उठते हुए, वो खिड़की पर चली गई और हल्के नीले रंग की स्क्रीनिंग को खोल दिया। विबर्नम के फूलों की एक शाखा बाहर झांक रही है। उसे बस इतना करना था कि वो अपनी बांह फैलाकर उसे छू ले।

सुबह थोड़ी ठंडी थी, और खिड़की के बाहर विबर्नम के फूल पूरी तरह से खिले हुए थे, जिससे आसपास के वातावरण में ठंडी नमी थी। सूर्य उजाला और खूबसूरती बिखेर रहा था।

आज एक अद्भुत दिन होगा!

मन में इस विचार के साथ, वो मुड़ी और बाथरूम में नहाने चली गई। उसने एक सफेद गाउन लिया, जिसे शिया रूया ने पहनने के बाद छोड़ दिया था। शिया रूया को राजसी ढंग से पहनाया और खिलाया गया था, इसलिए 15 साल की उम्र में भी वो 163 सेंटीमीटर लंबी थीं। यहां तक ​​कि उसके शरीर के विकास में अच्छा अनुपात था। शिन्या के विपरीत, जो एक बच्चे के रूप में ज्यादातर भूखी ही रही थी और वो केवल 158 सेंटीमीटर लंबी हुई थी। दुबले-पतले शरीर के साथ, उसके बढ़ने को महान नहीं माना जा सकता था। शिया रूया के कपड़े उसके लिए वास्तव में सही नहीं थे।

जब वो पहली बार वेन फैमिली में पहुंची, तो वो अलमारी में कई तरह के खूबसूरत कपड़ों से मंत्रमुग्ध हो गई, इस बात की परवाह नहीं की कि वो उसे फिट होंगे या नहीं। इसलिए, वेन परिवार ने ये नहीं सोचा कि उसे नए, फिटिंग वाले कपड़े चाहिए।

हालांकि, अब वो जैसी अतीत में थी वैसी नहीं रहेगी और जो कुछ भी उसका है, वो उसके लिए जमकर लड़ेगी!

जब वो लिविंग रूम में पहुंची, तो दादाजी और पिताजीजी अखबार पढ़ रहे थे, दादीजी, निंग शुकियान से बात कर रही थी, और वेन यूया खुशी से अपने फोन पर गेम खेल रही थी। शिन्या ने मुस्करा कर अभिवादन किया, "दादाजी, दादीजी, सुप्रभात! पिताजीजी, चाची निंग, सुप्रभात! बहिन यू, सुप्रभात!"

दादाजी ने अखबार नीचे रख दिया, उस पोशाक पर नजर डाली जो वेन शिन्या को फिट नहीं थी। उन्होंने फिर धीरे से पूछा, "क्या आप कल रात अच्छी तरह सोई?"

"मैं ठीक से सोई!" जैसे ही वेन शिन्या ने उनकी तंग भौंह को देखा, उसने खुद का निरीक्षण करने के लिए अपना सिर नीचे कर लिया। फिर, वो डर के वेन यूया के बगल में बैठ गई।

दादाजी ने सिर हिलाया और फिर अखबार पढ़ने लगे। 

दादीजी ने केवल एक बार उस पर नजर डाली, फिर निंग शुकियान के साथ बात करने में बिजी हो गईं।

निंग शुकियान उसकी ओर देखकर मुस्कराई, फिर मुड़ गई। 

केवल वेन यूया ने अपने सिर को नीचे रखा, वो अपने फोन पर गेम खेल रही थी, जैसे कि वेन शिन्या वहां मौजूद नहीं थी। 

वेन शिन्या ने बुरा नहीं माना।

हालांकि, दादाजी ने भौंहे चढ़ाई। उन्होंने अपने हाथों से अखबार को नीचे रखा और चिल्लाए, "क्या तुमने अपनी बड़ी बहन को तुम्हें अभिवादन करते नहीं सुना? क्या तुम तुम्हे सिखाया गया शिष्टाचार कुत्ते को सीखा आयी हो?"

पा! दादाजी के ठंडे शब्दों ने वेन यूया को तब तक डराया जब तक कि वो सफेद नहीं हुई और उसने अपना फोन फर्श पर गिरा दिया।

हालांकि, दादीजी को वेन शिन्या ज्यादा पसंद नहीं थी, फिर भी शिन्या वेन परिवार का खून और परिजन थी। दादीजी एक रस्स रहे तेल की बोतल की अज्ञानता को बर्दाश्त नहीं कर सकी। "वेन परिवार ने आपको कई सालों तक जीवित रखा है, यहां तक ​​कि आपका उपनाम भी बदल दिया है। जब आप वेन परिवार की सबसे बड़ी बेटी को देखते हैं, तो उसे बधाई देना इतना अनुचित नहीं होगा, है ना!"

वेन यूया को अंदर से बुरा महसूस हुआ। उसे इस अनचाहे गंवार का अभिवादन क्यों करना चाहिए? इससे पहले कि वेन शिन्या वेन परिवार में वापस आई, चाहे दादीजी ने उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया था, कम से कम दादीजी उसे निराशा से तो नहीं देखती थी। दादाजी ने उसके साथ ज्यादा बातचीत नहीं की, लेकिन उन्होंने उसे कभी डांटा नहीं। वेन शिन्या के लौटने के बाद से सब कुछ बदल गया था।

निंग शुकियाग हैरान थी और जल्ही ही कुछ कहना चाहती थी। "पिताजी! मां! ये यूया की गलती है। शिन्या अभी वेन परिवार में लौट आई है, इसलिए शायद अभी तक उसके साथ घुलमिल नहीं पाई। मैं बाद में उसे समझा दूंगी।" वो फिर माफी मांगने के लिए वेन शिन्या की ओर बढ़ी। "शिन्या, आपकी बहन अभी भी युवा और अपरिपक्व है। कृपया उसकी असंवेदनशीलता का बुरा न मानें। चाची निंग आपसे माफी मांगती है।"

वेन शिन्या असहज थी। "चाची निंग, क्या मैंने कुछ गलत किया है? क्या यही कारण है कि बहन मुझे अनदेखा कर रही है? क्या ये पिछली रात की वजह से है...?"

एक तीखी नजर उस पर उतरी और वेन शिन्या ने तुरंत बात करना बंद कर दिया। जैसे ही उसने धीरे-धीरे निंग शुकियाग की ओर देखा, उसकी नजर तुरंत नरम पड़ गई। अगर उसे करीब से देखा जाए, तो वो निंग शुकियाग की आंखों में गहरी छुपी चेतावनी देख सकती थी।

इस समय, निंग शुकियाग ने धीरे से कहा, "बकवास मत करो! कल आप खुश नहीं थी, इसलिए वो आपको कुछ मजा कराने के लिए बाहर लाई थी, है न?" उसने फिर वेन यूया को खींच लिया और सख्ती से कहा, "अपनी बहन को प्रणाम करो!"

वेन यूया को उम्मीद नहीं थी कि उसकी अपनी मां इस गंवार की तरफ खड़ी होगी। फिर भी अन्याय महसूस करते हुए उसने सिर झुकाकर कहा, "मुझे क्षमा करें, बहन!"

वेन हावेन ने अपना अखबार रखा और कहा, "ठीक है! हम सभी परिवार हैं, इतना उधम मचाने की जरूरत नहीं है।"

ये कहने के बावजूद, उन्होंने वेन शिन्या पर बगल में नजर डाली, उनकी आंखों ने चेतावनी का संकेत दिया।

वेन शिन्या ने ऐसा अभिनय किया जैसे उसने देखा ही नहीं।

दादाजी ने अपनी भौंहे संभालीं और वेन यूया पर नजर डाली, फिर निंग शुकियाग की ओर अपनी नजर घुमाई। उनकी कड़ी नजरों ने एक ठंडक का संकेत दिया। "लेकिन न केवल आपने परिवार का विस्तार किया, बल्कि आप एकतरफा भी हैं। आप 15 साल से वेन परिवार में शामिल हुईं। इस वक़्त पर, मैं केवल ये आशा कर सकता हूं कि आप अपने सभी प्रयासों को शिन्या की देखभाल में लगा दें। आखिरकार वो वेन फैमिली की एकमात्र वारिस है।"

दादाजी के शब्द कठोर थे, जिससे निंग शुकियाग का चेहरा सफेद हो गया। उसने अपनी मुस्कान को बनाए रखने के लिए खुद को मजबूर किया। "पिताजी, जब से शिन्या लौटी है, मैंने उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वो मेरी ही बेटी हो। यदि आप मेरी बात पर विश्वास नहीं करते, तो आप हावेन से पूछ सकते हैं।"

वेन हावेन ने अपनी पत्नी पर नजर डाली, जिसका चेहरा शिकायत के साथ सफेद था। शरद ऋतु के जल को धारण करने वाली उसकी आंखे आंसुओं से भीगती हुई प्रतीत हुईं, और हर गुजरते वक्त के साथ चमकती रहीं। वो एक करामाती, चुलबुली भावना थी, और उसने अपने जुनून की गर्मी महसूस की। "पिताजी, भले ही उसने वेन परिवार को एक वारिस नहीं दिया, जब से शुकियाग ने हमारे परिवार में शादी की, उसने आपकी और मां की देखभाल करने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। वो शिन्या के लौटने के बाद उसकी पूरी देखभाल कर रही है, आप उससे ऐसे कैसे बात कर सकते हैं।"

पूरे परिवार के सामने उनके खिलाफ जाने से दादाजी गुस्से से आग बबूला हो गए थे। "बदमाश! तुम..."

दादीजी ने देखा कि पिताजी और पुत्र दोनों झगड़ने वाले थे, इसलिए उन्होंने जल्दी से दोनों के बीच कदम रखा। "ठीक है, हावेन, तुम्हारे पिताजी बूढ़े हो रहे हैं, इसलिए उन्हें उकसाओ मत।" उसने ये भी देखा कि निंग शुकियाग की आंखे आक्रोश से भर गई थीं। "शुकियाग, क्या आप स्थिति को संभालना नहीं जानती हैं, ये देखकर कि हावेन आपके लिए अपने पिताजी के खिलाफ गया है?", फिर, दादीजी ने दादाजी को शांत करने के लिए अपनी आवाज कम की। "बूढ़े वेन, आप पहले से ही बूढ़े हैं। आपको उस तरह का गुस्सा कहां से मिल रहा है? अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें।"

दादाजी ने निंग शुकियाग को एक सार्थक झलक दिखाई। "खाने के बाद, शिन्या के लिए कुछ फिटिंग कपड़े खरीदकर लाएं और उसकी ड्रेस को थोड़ा अच्छा बनाएं। उसे वापस आए एक हफ्ते हो चुका है, लेकिन अभी भी वो रूया के कपड़े पहन रही हैं। उनके फिगर अलग हैं, इसलिए रूया के कपड़े पहनना उसके लिए ठीक नहीं है। मैंने सोचा था, आप उसकी सौतेली मां के रूप में उसके लिए कुछ सोचेगी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस बूढ़े आदमी को इसके लिए आपको कहना पड़ेगा।"

ये स्पष्ट रूप से एक अपमान था, वेन हावेन फिर से गुस्से में लाल हो गया और फिर उसने वेन शिन्या पर नजर डाली। उसने अब महसूस किया कि उसकी पोशाक बहुत बड़ी थी, उन्होंने तब खांसी का नाटक किया और अपना चेहरा सख्त कर लिया। "पिताजी सही कह रहे हैं। एक सौतेली मां के रूप में ये आपकी गलती है। बाद में, अतिथि कक्ष में रूया के सामान को रखें। मेरे पैसे का उपयोग करके हर रोज इस्तेमाल के लिए शिन्या को जो कुछ भी चाहिए वो खरीदें।"

निंग शुकियाग की आंखों में उदासी नजर आ रही थी, और उसकी अभिव्यक्ति चरम पर थी। उसने मजबूरी में मुस्कराहट दी और कहा, "पिताजी, ये सब मेरी लापरवाही के कारण हुआ है, जिससे शिन्या को ऐसी असुविधा हुई।" उसने फिर एक बार शिन्या को देखा और माफी मांगी। "शिन्या, जब से तुम लौटी हो अपने आपको कमरे में रखा हैं। चाची निंग को पता नहीं था कि तुम्हारे साथ कैसे बात चीत करनी है। आप चाची निंग पर गुस्सा नहीं होंगी, है ना?"

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