सु कियानक्सुन को थोड़ी हैरानी हुई और वो सच रही थी कि हालांकि वह अभी-अभी आई थी, ऑडिशन के लिए पहले ही उसकी बारी क्यों थी। उसने मुड़ कर के रान को देखा जो भी काफी उलझन में दिख रही था।
क्या सु कियानक्सुन यहाँ है ?" कर्मचारी के सदस्य ने फिर से पूछा।
मैं हु ," सु कियानक्सुन ने जवाब दिया और उसके पीछे चलने लगी।
कर्मचारी का सदस्य सु कियानक्सुन को ऑडिशन हॉल में ले आया। उसने सु कियानक्सुन को रास्ता दिखाया जब उन्होंने ऑडिशन हॉल से बाहर निकल कर एलीवेटर में प्रवेश किया। एलीवेटर सबसे ऊपर की मंज़िल पर जा कर रुका।
माफ़ कीजिये , क्या ऑडिशन हॉल में नहीं होगा ?सु कियानक्सुन ने उत्सुकता से पूछा।
" आप यहाँ पर परिक्षण के लिए आई हो। चुप रहो और मेरे पीछे पीछे चलो। उसके प्रति कर्मचारी सदस्य का व्यव्हार बहुत अधिक अनुकूल नहीं था।
सु कियानक्सुन थोड़ी सी परेशान हो गई थी।
लेकिन वो अपने गुस्से को छुपाना चाहती थी ताकि उसको यहाँ अभिनय करने का मौका मिल जाये।
" अंदर जाओ। यही वही है । " स्टाफ के सदस्य ने मुड़ने से पहले उसे कार्यालय के दरवाजे तक पहुंचाया और वहाँ से चला गया।
"उह्ह .."
सु कियानक्सुन ने स्टाफ के सदस्य को जाते हुए देखा। उसने अपने भौहो को ऊपर उठाया और उसके सामने वाले कार्यालय को देखा। वो एक पल के लिए हिचकिचाई , लेकिन अंत में कार्यालय के दरवाज़े पर दस्तक दी , धक्का दे कर दरवाज़ा खोला और कमरे के अंदर कदम रखा।
कार्यालय बहुत बड़ा था और बल्कि खाली दिखाई दिया। कमरे के बीच में एक मेज़ पड़ा था और मेज़ के पीछे कुर्सी पर कोई बैठा था।
सु कियानक्सुन के के कार्यालय में घुसने के बाद , वो मेज़ की ओर बढ़ी और कहा ," क्षमा करे .... "
मेज़ के पीछे पड़ी कुर्सी अचनाक से घूमी। कुर्सी पर बैठा व्यक्ति उसको देखने के लिए पलटा। सु कियानक्सुन ने ज़िया चक्सी को देखा , जो उस कुर्सी पर बैठा हुआ था। उसने तुरंत ही अपने भौहो ऊपर उठाया। " तुम यहाँ क्या कर हो ?
" जी हाँ , वो मैं ही था जिसने तुम्हे परिक्षण के लिए यहां आने के लिए कहा था। तुम जो चाहे अभिनय चुन सकती हो !" ज़िया चक्सी ने मेज़ पर दस्तावेजों के ढेर को पटका। " महिला प्रधान भूमिका? दूसरा नेतृत्व? तुम जो भी अभिनय करना चाहती हो , मैं तुम्हे वो भूमिका करने दूंगा। "
" हीही , कितना अच्छा प्रस्ताव है। किन परिस्थितियों में ?" सु कियानक्सुन ने दस्तावेज लिए और मुस्कराते हुए पन्नो को पलटने लगी।
" मेरे साथ रहो और मेरी बन जाओ!" ज़िया चक्सी ने , खूबसूरत चेहरे को देखा। वो नहीं जनता था कि उसे क्या हुआ था , लेकिन हाल ही में , जब भी उसने उसको देखा वह उसे अपनी बाहों में पकड़ने और उससे प्यार करने की इच्छा से व्याकुल हो रहा था ।
" ऐसी कोई उम्मीद मत रखना ! ज़िया चक्सी, मैने सच में तुम्हारे इतने इतने बेशर्म होने की उम्मीद नहीं की थी!" सु कियानक्सुन झपट कर बोली और दस्तावेज के ढेर को उसी समय फेंक दिया। वो फिर पलटी और दरवाज़े की ओर बढ़ने लगी।
" सु कियानक्सुन , वही रुक जाओ !" ज़िया चक्सी तुरंत खड़ा हुआ और उसके पीछे आया। इससे पहले की सु कियानक्सुन कार्यालय से बाहर निकलती , उसने उसे पकड़ा और दीवार के साथ लगा कर खड़ा कर दिया। " अगर तुम इस अवसर को आज छोड़ देती हो , काफी ज़्यादा पछतावा होगा। जैसे कि तुमको बताया गया है, मैं आपका और सु जीये का ध्यान रखूंगा अगर तुम यह वादा करो कि तुम बड़े प्रेमी को छोड़ कर मेरे साथ रहोगी !मैं किसी और औरत के लिए तुम्हे कभी नहीं छोड़ुंगा !"
मेरे से दूर हटो। तुम वास्तव में घृणा के लायक हो !" सु कियानक्सुन ने गुस्से में उसे दूर भगाने की कोशिश की।
:मैं घिनौना हूँ ? मैं तुम्हारे बूढ़े प्रेमी से ज़्यादा घिनौना कैसे हो सकता हूँ ? मेरे साथ रहने के बजाय तुम खुद को उसे बूढ़े आदमी को बेच दोगी ? " ज़िया चक्सी खफा था। उन्होंने पूरी ताक़त के साथ सु कियानक्सुन के पतले ब्लाउज को खोल दिया।
सु कियानक्सुन शर्मिंदा और चिढ़ गई थी। वो गुस्से में चिल्लाई ," सही कहा। मैं तुम्हारे साथ रहने के बजाय बूढ़े व्यक्ति के साथ पसंद करूंगी ! मैं बूढ़े आदमी को खुद को पेश करूंगी , तुम्हारी सेवा करने के बजाय !"
" यह आज आप पर निर्भर नहीं करता है! "ज़िया चक्सी ने उसके छोटे , खूबसूरत चेहरे को गुस्से में देखा और अचनाक से अपना सर नीचे कर उसको चूम लिया।
सु कियानक्सुन ने तुरंत अपने सर को झुकाया और चुम्बन से बची।
वो घबराई और उसके निजी अंग पर लात मारी। इस बार ज़िया चक्सी ने खुद को बचा लिया और उसकी टांग को अपनी टांगो के बीच ले लिया।
सु कियानक्सुन ने अचानक घाबरहट में उसके हाथ को पकड़ा और उसके कलाई पर काटा ।युवा महिला ने अपने पुरे जोर से उसको काट लिया। ज़िया चक्सी केवल तेज़ दर्द को महसूस कर सकता था। उसने अपना हाथ को उठाया और सु कियानक्सुन के गर्दन के पिछले हिस्से पर मारा।
युवा महिला चिल्लाई और तुरंत ज़िया चक्सी की बाहों में बेहोश हो गई।