जैसे की उम्मीद थी , सु कियानक्सुन को समझने में देर नहीं लगी कि वो अब लॉन्ग सिजु के सताने को और नहीं सेह सकती थी।वह रोइ ,उसको कोसा और काटा भी,उसने अपने हाथ पैर चारों तरफ फेंके क्योकि उसे बहुत दर्द हो रहा था । लेकिन वो उसके चुंगल से बच नहीं पा रही थी।
यह ऐसा था जैसे वह घास के मैदान में एक नर शेर था, और वह सिर्फ एक सफेद खरगोश था जिसे उसने पकड़ लिया था।उसने उसे अपने नीचे दबा रखा था और वो कही भी नहीं जा सकती थी ....
लॉन्ग सिजु खुद ही जनता था कि वो सामान्य अवस्था में नहीं थी।
उसे लगा कि वो पागल हो रहा था। जब उसने देखा कि युवा महिला रोती हुई कितनी उदास दिख रही थी, न केवल वह उत्तेजित हुआ, बल्कि उसे अपनी सीने पर एक बढ़ता हुआ भार महसूस हुआ, जिससे उसे तेज़ घुटन महसूस हुई। उसे फिर खालीपन का अहसास हुआ। यह खालीपन उसको पागल कर सकता था ...
बड़ी देर बाद लॉन्ग सीजू ने अपने लिंग को बाहर निकाला , उसने गुस्से में कहा ," भविष्य में, अगर तुमने किसी पुरुष को छूने की हिम्मत की , में तुम्हारी टाँग तोड़ दूंगा !"
सु कियानक्सुन बेचारी लग रही थी पानी में लेटी हुई। वो अचानक से हंसने लगी। लॉन्ग सिजु बाथरूम से बाहर आ रहा था और वो एक पल के लिए चलते चलते हुए रुका जब उसने सु कियानक्सुन के हंसने की आवाज़ सुनी। सु कियानक्सुन ने फिर धीमे से रोना शुरू कर दिया। लॉन्ग सिजु ने दरवाज़े का हैंडल इतनी जोर से पकड़ा कि जैसे वो उसको टुकड़ो में तोड़ना चाहता हो।
उसने फिर दरवाज़े को जोर से पटका , जिससे एक जोर से धमका हुआ जो आसमान को हिलाने को काफी था। ...
कियानक्सुन चुपचाप बाथटब में पड़ी थी। उसके अंदर का पानी बहुत ही ठंडा था। ...
प्रशिक्षण कक्ष में।
लॉन्ग सिजु को लग रहा था कि उसने अपनी भावनाओं को शांत करने का रास्ता ढूंढ लिया था। उसने जिन गार्डन के सारे अंगरक्षकों के साथ ये गु को भी उनके साथ अभ्यास करने को कहा।
अंगरक्षकों के समूह ने लॉन्ग सिजु पर हमला किया। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता था कि कितनों ने उस हमला किया था , लॉन्ग सिजु ने इतने जोरदर घूंसा मारा कि अंगरक्षक ज़मीन पर गिर गए। जब भी अंगरक्षकों के एक समूह हार जाता था , दूसरा समूह आगे आ कर हमला करता।
जब तांग जुई ने परिक्षण कक्ष में अंदर आ कर यह सब देखा , उसने आत्मसमर्पण से अपने माथे को रगड़ा। जब लॉन्ग सिजु ने तांग जुई को देखा , उसने तंग जुई को गुस्से से घुरा। इससे तांग जुई की टांगे कांपने लगी और वो तुरंत वहाँ से भागना चाहता था। लेकिन इससे पहले की वो कमरे से बाहर जाता , उसे महसूस हुआ कि हवा का झोंका उसके पीछे से बड़ी तेज़ी उसकी ओर आ रहा था।
तांग जुई तेज़ी से हिला और लॉन्ग सिजु के हमले को चकमा दे दिया। जल्द ही , दोनों आपस में बुरी तरह से झगड़ने लगे। जैसे की तांग जुई लॉन्ग सिजु से लड़ रहा था , उसने अपनी सतर्कता को कम करने की हिम्मत नहीं की।
सारे के सारे अंगरक्षक ,जो जमीन पर बेहोश पड़े थे , उठे और कुछ कदम पीछे हट गए , लॉन्ग और तांग के लड़ने के लिए जगह बनाई। सब के सब घबरा गए थे। किसी ने नहीं सोचा था कि जो आमतौर पर ऐसा दिखता था जैसे उसके दो बाएं पैर हों, इतना अच्छा अच्छा योद्धा निकलेगा , इस हद तक कि उसने युवा मास्टर ने लड़ाई शुर की थी।
"ये गु , बिना कुछ काम करे आस पास मत खड़े रहो। इधर आकर मेरी मदद करो !" तांग जुई जनता था कि वो थका हुआ था। लॉन्ग सिजु के साथ इतने देर तक लड़ाई की क्षमता के लिए , उसने अपने शरीर की ताक़त का हर कण का इस्तेमाल लिया था।
ये गु तुरंत ही उनके साथ लड़ने के लिए आगे आया। ये गु की मदद से , तांग जुई को आखिरकार थोडा आराम मिला। ' कितना करीब था यह। शुक्र है भगवान का कि मुझे अपने अंगरक्षकों के सामने शर्मिंदा नहीं होने पड़ा था !'
" बदमाश लड़के , बिना कुछ करे यहाँ मत खड़े रहो। जल्दी , आगे आओ और अपने युवा मास्टर के सिपाही बनो !" तांग जुई अब और लड़ना नहीं चाहता था। यह इतना ही थकाने वाला काम था और तांग जुई इस पर अपना वक़्त नहीं बर्बाद करना चाहता था।
तांग जुई के आदेश से अंगरक्षकों के समूह ने एक एक करके लॉन्ग सिजू पर हमला किया। लॉन्ग सिजु ने एक घंटे तक अपनी भावनाओं को बाहर निकालता रहा। भले ही वो एक दम तंदुरुस्त था , वो थक रहा था। उसका पूरा शरीर पसीने पसीने हो गया था जैसे की वो अभी सीधा तूफ़ान से निकल कर आ रहा हो। पसीना लगातार उसके बालों, नाक के पुल और ठुड्डी पर टपकने लगा। अंत में, आदमी जोर से फर्श पर गिरा और जोर से हांफने लगा।
तांग जुई जैसे ही लॉन्ग सिजु को देखा तो उसका दिल दुखने लगा। उसने जल्दी से इशारा कर के सारे अंगरक्षकों को प्रशिक्षणकक्ष से बाहर जाने के लिए कहा।
तांग जुई लॉन्ग सिजु के पास गया और उसके कंधे को जोर से थपथपाया। लॉन्ग सिजु ने उठ कर प्रशिक्षण कक्ष से बाहर जाने से पहले तांग जुई के हाथ को धक्का दिया।
…..
जब लॉन्ग सिजु बाथरूम में वापिस आया , सु कियानक्सुन अभी भी बाथटब में बैठी थी। उसका दृश्य लॉन्ग सिजु की दिल को छू गया । वो जल्दी से बाथटब की ओर चलने लगा और बिना कुछ कहे उसे पानी से उठा कर बाहर निकाला।
सु कियानक्सुन घुटनों से इतना कमजोर महसूस कर रही थी कि वो अच्छे से खड़ा भी नहीं हो पा रही थी , तो वो लॉन्ग सिजु के ऊपर झुक गयी। लॉन्ग सिजु ने गुस्से से दूर धकेला और रूखे ढंग से कहा ," बाहर निकलो , मुझे शावर लेना है !"