"भाई, क्या आप थोड़ा करीब आ सकते हैं? आप जिस तरीके से अभी रिकॉर्ड कर रहे हैं यह उसके आधार पे अच्छा नहीं होगा! जल्दी से, यहां से ज़ूम इन कर के रिकॉर्ड करें!" उनमें से एक आदमी ने वीडियो कैमरा पकड़े हुए आदमी से कहा। वह पूरी तरह से अपने जीवन आनंद ले रहा था।
"आप इसे अपने आप रिकॉर्ड क्यों नहीं करते हैं?" उस आदमी ने वीडियो कैमरे को उस आदमी की तरफ फ़ेंक दिया किया जो सु रान के साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। वीडियो कैमरे को पकड़ने के बाद, उसने खुद ही इस दृश्य को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।
जैसा कि सु रान को बहुत जोर से नहीं मारा गया था, और वह पहले से ही थोड़ा सचेत थी। लेकिन जब उसने अपने सामने पुरुषों का समूह देखा, तो वह लगभग बेहोश हो गई।
वह बेवकूफों के समूह पे चिल्लाना चाहती थी। उन्होंने उसे कोई और समझ लिया था! हालाँकि, उसका मुँह भरा हुआ था, इसलिए वह एक शब्द भी नहीं बोल सकती थी।
सु रान को अपार दर्द का अहसास हुआ और वह गुस्से में चिल्लाई। सु कियानक्सुन, वह फूहड़ औरत! यह ऐसा था कि वह पूरे समय एक नाटक ही कर रही थी!
वीडियो कैमरा दूसरे आदमी के तरफ फेंकने के बाद, वह छज्जे की ओर चल दिया। उसने छज्जे का दरवाजा खोल दिया, लेकिन वहां कोई नहीं था।
'क्या मैं चीजों की कल्पना कर रहा था?'
सु कियानक्सुन पड़ोस वाले छज्जे की दीवार के खिलाफ सट के खड़ी हो गयी थी। उसके पैर इस वक़्त में कांप रहे थे। वह दसवीं मंजिल पर थी, और अगर वह गलती से भी अभी गिर गई, तो वह बिना किसी संदेह के मर जाएगी।
सु कियानक्सुन ने बलपूर्वक कुछ गहरी साँसें लीं। उसके बाद उसने अपना बैग अपने कंधों पर रख दिया, और वह सावधानी से अतिथि कक्ष में चली गई। जब उसने देखा कि वह कोई भी नहीं था, तो उसने तुरंत बाहर निकलने के लिए दौड़ने का प्रयास किया ...
हालांकि, जिस पल वह दौड़ने लगी, किसी ने अचानक बाथरूम का दरवाजा खोल दिया। सु कियानक्सुन पूरी तरह से हक्की-बक्की रह गयी थी। वह अभी भी समझ नहीं पाई थी कि क्या करना है तभी किसी ने उसकी बांह पकड़ ली और अपने बड़े हाथ से उसका मुंह ढक दिया। उस व्यक्ति ने छिपने के लिए एक टेबल के पीछे घसीट लिया।
जब सु कियानक्सुन ने उस व्यक्ति को देखा जिसने उसे पकड़ रखा था, तो उसकी आँखें अचानक से चौड़ी हो गईं!
वह उस रात नाव पर मिले हुए घायल गुंडों में से एक गुंडा था!
अपनी नज़रों से देखते हुए , आदमी ने उसे आवाज़ नहीं करने की चेतावनी दी।
सु कियानक्सुन को अचानक याद आया कि वह कमरा उसका नहीं था, और वह भागने की कोशिश में पड़ोसी के छज्जे से कूद गई थी।
किसी ने कराहट की, जिससे सु कियानक्सुन के शरीर पे रोंगटे खड़े हो गए। उसने अविश्वास में पलंग पर देखा। पलंग पर एक पुरुष और महिला पहले से ही पूरे जोश में थे।
'मैं इतनी बदकिस्मत क्यों हूं? मैंने अपना जीवन को जोखिम में डाल कर पड़ोसी के कमरे में आयी, ताकि चार लोगों के एक साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए आने वाली घृणित ध्वनियों को न सुनना पड़े, और यहाँ मैं एक और सजीव दृश्य देख रही हूं!
'नहीं! यह मुख्य मुद्दा नहीं है! मुख्य मुद्दा मेरे बगल में बैठा गुंडा है!'
सु कियानक्सुन ने तुरंत अपने हाथों को ऊपर उठाया और बलपूर्वक अपने कानों को ढंक लिया। उसकी आँखें भी कस कर बंद थीं। उसने खुद को समझाने की पूरी कोशिश की कि जब तक वह कुछ देखेगी और सुनेगी नहीं तब तक, वह दिखावा कर सकती थी कि कुछ भी नहीं हो रहा है।
ली जुनये ने अपना सिर उस युवती को देखने के लिए नीचे किया, जिसकी आँखें कसकर बंद थीं। युवती का छोटा, पीला चेहरा पहले से ही हल्का गुलाबी हो गया था। उसकी लंबी और घुंघराले पलकें झपक रही थीं, जबकि उसके छोटे, मुलायम और गुलाबी होंठ कसकर बंद थे। जवान युवती के शरीर की सुगंध मीठे आड़ू की पंखुड़ियों की तरह सुगंधित और ताज़ा थी...
यह छोटी महिला इतनी प्यारी थी कि वह उसके साथ कुछ बुरा करना चाहता था ...
ली जुनये ने अचानक उस वक़्त को याद किया जब उसने उस रात उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की थी तो को लगभग उसकी हत्या होने वाली थी।
उसने अपने निचले पेट के नीचे एक उभार महसूस किया, जो उसके लिए बहुत दुर्लभ था।
ली जुनये की निगाहें इच्छा के साथ गहरी हो गयीं। दो व्यक्ति, जो उसके पीछे ज्यादा दूर नहीं थे वह एक-दूसरे के साथ और अधिक तीव्रता से संबंध बना रहे थे, और उनके कहराने की आवाज़ भी और जोर होती जा रही थी। उसने अपने सामने युवती को देखा। उसके हाथ, जिसने उसके कानों को डर के वजह से जोर से दबाया हुआ था, वह कांप रहे थे।
उसने अचानक उसके बैग का चैन खोला और युवती का फोन देखा। उसने जल्दी से एक नंबर डायल किया और फोन को वापस उसके बैग के अंदर रख दिया।
ली जुनये ने सु कियानक्सुन को गले लगाया, और उसका चेहरा तुरंत डर से पीला हो गया।
"मैं तुम्हें पहले इस जगह से पहले बाहर ले जाऊंगा!" ली जुनये उसे गोद में लिया और जल्दी से छज्जे की ओर बढ़ गया।
वह इतना तेज था कि जो दो लोग पलंग पे कुछ कर रहे थे, उन्होंने उन पे ध्यान नहीं दिया।
जब ली जुनये छज्जे से बाहर कूदे, तो सु कियानक्सुन इतना डर गयी कि उसकी आत्मा लगभग उसके शरीर से बाहर निकल गई। उसने अपने सभी अंगों का उपयोग करके खुद को आदमी के चारों ओर कसकर लपेट लिया। 'मेरा अब हो गया है। यह आदमी केवल एक विकृत गुंडा ही नहीं है, बल्कि वह एक पागल भी है!'