अभी भी तुम्हारा पैसा वापिस करने में असमर्थ
अभी भी तुम्हारा पैसा वापिस करने में असमर्थ हूँ
' मैं मरना नहीं चाहती !
' कम से कम , किसी अनजान आदमी के साथ तो बिलकुल नहीं !'
' " क्योंकि मुझे जाने देने के लिए तुम बिलकुल तैयार नहीं हो , तुम मुझे अपना दिल क्यों नहीं दे देती ?" ली जुनये की आवाज़ के हर सुर में चंचलता थी।
केवल जब सु कियानक्सुन ने अपनी आँखे खोली उसे अहसास हुआ कि वो ज़मीन पर पहुँच चुकी थी। भले ही सु कियानक्सुन की टाँगें कांप रहीं थी , वह तुरंत दूर हट के कुछ कदम पीछे हट गई।
जैसे ही उसने ऊँची इमारत को देखने के लिए अपने सर को उठाया उसका चेहरा पीला था।
वह बस विश्वास नहीं कर सकती थी कि उसकी मृत्यु कैसे नहीं हुई!
इस आदमी ने यह कैसे किया !?
" पागल लड़की , मेरे पास आज कुछ महत्पूर्ण करने को है , इसलिए तुम पहले अपने घर अपनी माँ के पास जा सकती हो । अच्छी बनो !जब ली जुनये ने देखा कि वो कितनी हैरान और प्यारी दिख रही थी , वो अपने हाथ को उसके गाल पर चुटकी मारने से खुद को रोक नहीं सका। वो मुड़ा और वहाँ से चला गया।
अगर यह सच नहीं होता कि आज उसे कुछ बहुत महत्पूर्ण जगह पर शामिल होने जाना था , वो निश्चित रूप से यहीं रहता और और इस महिला को और अच्छे से जानता !
उस आदमी के वहां से चले जाने के बाद सु कियानक्सुन अचानक से होश में आई। उसे वहाँ थोड़ी देर और रुकने की हिम्मत नहीं की। वो मुड़ी और ड्राइवर को देखने लगी।
सु कियानक्सुन ने ड्राइवर से उसे हस्पताल ले जाने को कहा। आज उसके पास बहुत वक़्त था , इसलिए वो पूरी दोपहर सु जीए के साथ रही। जब वह वहाँ से चलने लगी , तो उसने मु बाई को कुछ निवारक दवाएं लाने को कहा।
"कियानक्सुन , तुम... "मु बाई को मालूम था कि उसे अब दर्द निवारक दवाओं की क्या जरूरत थी।
पहले सु कियानक्सुन ने इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोचा था, लेकिन जब मु बाई ,बोला …. सु कियानक्सुन जानती थी कि मु बाई पहले से ही उसकी दर्द निवारक दवा की जरूरत के पीछे का कारण जानता था।वो अचनाक से शर्मिंदा महसूस करने लगी।
उसने दर्द निवारक दवा अपनी पीठ के पीछे पकड़ी हुई थी। " डॉक्टर मु , कुछ दिन पहले मेरे घर में आग लग गई थी, और सब कुछ जल गया था। मैंने अभी भी अपना कार्ड नहीं बदला है, इसलिए मैं आपका पैसा वापस नहीं कर पा रही हूं। "
" इसका ज़िक्र मत करो , वैसे भी पैसे बहुत ज़्यादा नहीं है .... कियानक्सुन, उस आदमी को छोड़ दो । वो तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं करेगा। "
" डॉक्टर मु , मैं समझती हूँ आपकी बात का क्या मतलब है , लेकिन मैं इस मामले को खुद से सम्हालना चाहती हूँ। वैसे , मैं तुमसे कुछ पूछना चाहती हूँ। अगर मैं यह दवा ज़्यादा लेती हूँ तो क्या इनका असर कम हो जायेगा ?'
हालाँकि मु बाई अंदर से अच्छा महसूस नहीं कर रहा था , इतनी गंभीरता में भी उसने उसको सारे जवाब दिए ," उन्हें प्रभाव कम तो नहीं करना चाहिए। जो दर्द निवारक दवा मैने तुम्हे दी थी वो सबसे उत्तम थी और वे सामान्य दवा की तुलना में बहुत अधिक प्र भावशाली हैं
सु कियानक्सुन हैरान थी।
" मैं समझती हूँ। धन्यवाद् ,डॉक्टर मु। मैं चलती हूँ। "
जैसे ही मु बाई ने सु कियानक्सुन को देखा , उसकी नज़रो में विशेष रूप से उलझन थी।
सु कियानक्सुन ने अकेले रात कलका खाना खाया। मुख्य नौकर ने उसे बताया कि आज रात शायद लॉन्ग सिजु वापिस घर नहीं आएगा।
यह सुनने के बाद सु कियानक्सुन को राहत महसूस हुई। उसे आखिरकार एक रात के लिए दर्द से छुटकारा मिला।
कमरे में वापिस पहुंचने के बाद सु कियानक्सुन ने किताब पढ़नी शुरू की । उसे अहसास भी नहीं हुआ कि ग्यारह बज चुके थे। सु कियानक्सुन ने किसी चीज़ के बारे में सोचा। क्योकि पिछली बार वो लगभग डूब गयी थी जब क्यूई मिन ने उसे स्विमिंग पूल में धक्का दिया था , उसने तैरना सीखने का मन बना लिया था।
सु कियानक्सुन जानती थी कि वो अभी बहुत कमजोर थी , लेकिन उसे विश्वास था कि अगर वो हिम्मत करने के लिए तैयार है ,वह निश्चित रूप से इतनी मजबूत बन सकती थी कि उन लोगों को बचा सके जिन्हें वह बचाना चाहती थी!
जब उसने इस बारे में सोचा , उसने अपना फ़ोन निकाला और उस पर स्विमिंग अभ्यास करने की ट्रेनिंग सेशन शाम तक देखती रही। जिन गार्डन में अब तक सभी लोग सो चुके थे। वो खड़ी हुई और कमरे से बाहर चली गई।
सु कियानक्सुन स्विमिंग पूल वाली जगह पर पहुंची और कोने कोने में देखा यह सुनिश्चित करने के लिए की आस पास कोई नहीं है। उसने फिर अपने जूते , मोज़े और अपना नाईट गाउन उतारा। उसके शरीर पर सिर्फ अंदर पहनने वाले कपडे रह गए थे। दो पतले से कपड़े उसके शरीर से चिकपे हुए थे और इससे उसके दुबले-पतले लेकिन मोहक फिगर को निखार दिया था। उसकी त्वचा जो एक बच्चे जैसे कोमल थी , मनोहर सौंदर्य की तरह चमक रही थी।
सु कियानक्सुन ध्यान से कम गहरे कोने में गई। उसने कस के पास वाली रेलिंग को पकड़ा और धीमे धीमे गहरे पक्ष की ओर चलने लगी। जैसे वो आरंभिक स्विमिंग की भूमिका का अभ्यास करने वाली थी ,किसी बड़े से हाथ ने उसकी पतली सी कमर को पकड़ लिया।
सु कियानक्सुन सदमे में चिल्लाई और उसका हाथ रेलिंग से फिसल गया जिसे उसने पकड़ रखा था। वो पीछे को गिरी और उसका शरीर मजबूत सीने से टकराया।
युवा महिला घूमी और उसने एक परिचित काली आँखों को उसे घूरता हुआ पाया , जो इच्छा से गहरी हो गई थी। ...
" क्या तुम खुद को मुझ पर फेक रही हो ? लॉन्ग सिजु ने अपने सामने छोटे से चेहरे को घुरा , जो डर से पीला हो गया था। उसने उसकी कलाई को कस के पकड़ लिया।