गू मोहन ने टैंग मोर को अपनी पीठ के बल उठाते हुए स्थिर कदमों से चलते हुए उसे असहाय रूप से रोते हुए सुना और धीरे से उसे शांत कराते हुए कहा "मोर मैं लू क्यूईयर से शादी नहीं करूंगा। मैं उससे सिर्फ विषनाशक लूंगा। वादा करता हूँ।"
क्या उसके पास कोई योजना थी?
टैंग मोर जानती थी कि अगर वह उसके साथ रहने का विकल्प चुनती है तो वह उस पर सारा तनाव और बोझ डाल देगी। एक साथ रहना उन दोनों के लिए एक कठिन लड़ाई जैसा था।
लेकिन वह अब उसे जाने नहीं देना चाहती थी।
"मोर मैं तुम्हारे साथ ईमानदार रहूंगा। जब मैंने लू क्यूईयर से सगाई करने वाला था तो हाँ यह सच है कि मैं तुमसे यह बात छुपा कर रखना चाहता था। बड़े होते समय मैंने हमेशा इस तरह के मामलों से निपटना सीखा है।" मेरे पिता ज्यादातर समय घर पर नहीं होते थे| मेरी माँ एक असंतुष्ट महिला है। मेरे दादाजी ने मुझे केवल तभी प्यार किया जब मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा। इन सब के बाद मैं अकेला होने का आदी हो गया हूँ। यह हमेशा से इसी तरह था। बात करने के लिए कभी मेरे पास कोई नहीं था । मेरे बोझ को साझा करने वाला और सहारा देने वाला मेरे पास कोई नहीं था।
"तुम मेरी हो और इसलिए मैं तुमको हर हाल में अपनी क्षमताओं के बेहतर इस्तेमाल से संरक्षित रखना चाहता हूँ। यही कारण था कि मैंने तुमसे सगाई की योजना छिपाई थी। मैं तुम्हें परेशान नहीं करना चाहता था। मैं वादा करता हूँ कि मैं तुम्हारा सम्मान करूंगा और तुम्हारे साथ भविष्य में ईमानदार रहूंगा। मोर मेरी ही सारी गलती है। मुझे माफ कर दो।"
यह पहली बार था जब टैंग मोर ने उसे अपने परिवार की स्थिति के बारे में उल्लेख करते हुए सुना था। उसकी माफी सुनकर तुरंत ही वह फिर से रोने लगी।
उसे तभी हुओ यानमाई द्वारा मारा गया थप्पड़ याद आ गया। उसकी माँ को उससे गहरी नफरत थी और उसे याद आया कि उसके पिता गू तियानलिंग उसे अपनी रखैल बनाने की कोशिश कर रहे थे। उस पल में वह खुद के लिए बुरा महसूस नहीं कर रही थी बल्कि वह उसके लिए बुरा महसूस कर रही थी।
वह यह नहीं पता सकती थी कि एक बार इन सब के बारे में जानने के बाद वह कैसे प्रतिक्रिया देगा?
वह मांस और रक्त से बना एक इंसान ही तो था । उसका दिल निश्चित रूप से दर्द में होगा।
बाकियों के रिश्ते इतने आसान होते थें लेकिन उनका रिश्ता सम्भाले रखना बेहद मुश्किल क्यों था?
वे बस एक साथ रहना चाहते थे ...
टैंग मोर उसके कंधो पर झुक गयी और उसके आंसू भरे चेहरे को उठा कर उसने उसके सुंदर गाल को चूमा "गू मोहन मैं तुम्हारी माफी स्वीकार करती हूँ मैंने तुम्हें माफ कर दिया।"
गू मोहन ने धीरे से अपने होंठ उठाए और एक वास्तविक मुस्कान दिखाई । उसकी गहरी और संकीर्ण आँखें खुशी और कोमलता से उसे देख रही थी "मोर धन्यवाद।"
"कोई बात नहीं।"
टैंग मोर ने अपने चेहरे के आँसू पोंछते हुए उसकी लाल नाक को साफ किया। उसने उसके साथ रहने का फैसला किया था।
भविष्य में चाहे कितना भी कठिन समय क्यों न हो। वह उसके हाथ को कसकर पकड़ लेगी और उसे कभी नहीं छोड़ेगी।
"अब तुम्हें मुझे पीठ पर उठाने की कोई जरूरत नहीं है। चलो घर चलते है।"
"लेकिन मैंने अभी तक तुम्हें कारघालिक के आसपास पीठ पर बिठाकर नहीं घुमाया है।"
"तुम्हें मुझे ऐसा करने का मौका फिर से देना होगा। यह एक वादा होगा जिसे तुम्हें अगली बार पूरा करना होगा।"
"ठीक है।"
दोनों रोल्स रॉयस फैंटम के अंदर बैठ गए और गू मोहन उसके ऊपर झुक गया जिससे वह उसे सीट बेल्ट लगाने में मदद कर सके।
उसने अपना एक हाथ आगे बढ़ाया और उसके मुँह में कुछ डाल दिया।
गू मोहन ने तुरन्त ही उसे चबाया और अपनी भौंह को ऊपर उठाकर पूछा "यह क्या है?"
टैंग मोर ने उसके हाथ में गुलाब पकड़ रखा था और आँसू ने उसकी आँखों को अतिरिक्त स्पष्ट और चमकदार बना दिया था जिन्हें फैलाकर वह बोली "चॉकलेट क्या तुम्हें यह पसंद आयी?"
"मुझे यह पसंद नहीं है।"
उसे मीठी चीजें बिल्कुल पसंद नहीं थीं।
टैंग मोर उसकी बेबाकी पर एक पल के लिए हैरान हो गयी थी।
"अगर तुमको यह पसंद नहीं है तो भी तुमको इसे खाना होगा। क्या तुमने अभी अपनी भूख के बारे में शिकायत नहीं की थी। अपनी ऊर्जा स्तरों को फिर से भरने के लिए कुछ चॉकलेट खा लो।"
गू मोहन उसके छोटे चेहरे को सार्थक रूप से देख रहा था।
"तुम मेरी भूख के बारे में चिंतित हो? क्या तुम अभी रात के खाने पर जुन चुलिन के साथ अच्छा समय नहीं बिता रही थी।"
वह स्पष्ट रूप से अपने पिछले मामले को निपटाना शुरू कर रहा था।
वह तुच्छ आदमी।
"श्रीमान गू मैं घर पर जाने पर आपके लिए कुछ नूडल्स पका दूंगी?" टैंग मोर ने बुद्धिमानी से विषय बदल दिया।
उसकी आँखों में देखते हुए गू मोहन ने अपनी तीन पतली उंगलियों के साथ उसके कंधे को कुर्सी पर धक्का दिया और कहा "तुम कुछ समय पहले जुन चुलिन के साथ रात का खाना खा रही थी। क्या तुम्हारे पास मेरे खाने के लिए कुछ नहीं है?"
वह क्या खाना चाहता था?
गू मोहन आगे झुका और उसने उसके होठों को चूमा और अपनी लम्बी जीभ को उसके मीठे मुंह के अंदर धकेलते हुए वह उसमें ही डूब गया और उसने सुनिश्चित किया कि उसकी जीभ के साथ मोर की जीभ मुड़ जाएं।