Chereads / यंग मास्टर गु, प्लीज बी जेंटल / Chapter 113 - अगर मैं तुम्हें मुझे पति कहने के लिए कहूं, तो बेहतर होगा तुम ऐसा करो नहीं तो तुम देखो कि मैं तुमसे कैसे निपटता हूँ।

Chapter 113 - अगर मैं तुम्हें मुझे पति कहने के लिए कहूं, तो बेहतर होगा तुम ऐसा करो नहीं तो तुम देखो कि मैं तुमसे कैसे निपटता हूँ।

अगर एक आदमी जो एक महिला को अपनी सिगरेट जलाने देता है तो इसका मतलब है कि उन दोनों के बीच कुछ अंतरंगता थी। हालांकि, उसे "पति" कहना बेहतर होगा।

टैंग मोर खड़ी हुई और गू मोहन के पास गयी।

उसने उसके हाथों की बगल से सिगरेट का डिब्बा उठाया और एक सिगरेट को बाहर निकाला। उसकी तरफ उसे बढ़ा दिया। "अध्यक्ष गू, ये लीजिए।"

गू मोहन ने उससे सिगरेट नहीं ली। इसके बजाय उसने उसका छोटा हाथ पकड़ लिया और उसे अपने होंठों के बीच सिगरेट लगाने के लिए प्रेरित किया।

उसे यकीन नहीं था कि यह जानबूझकर किया गया था या नहीं। उसके होंठ उसकी कोमल उँगलियाँ को चाटने लगे । उसके होठों की बनावट मादक होने के साथ एक ही समय में नरम और ठंडी दोनों थी, जिसने उसके हाथों को एक झुलसा देने वाले बिजली के झटके की तरह सुन्न कर दिया था।

टैंग मोर का पीला चेहरा चमकदार लाल हो गया।

टेबल के आसपास मौजूद सभी का ध्यान इस जोड़े पर टिक गया। दोनों के बीच की हर छोटी-बड़ी हरकत को बढ़ा चढ़ा कर देखा जा रहा था और उनके बीच की गहनता रोमांचक थी, और वे उसके इरादों के बारे में सोच रहे थे।

टैंग मोर ने जल्दी से लाइटर जलाया और लौ को उसके होंठों के पास लेकर गयी। "अध्यक्ष गू, अब आप इसे जला सकते है।"

गू मोहन का सुंदर चेहरा मुड़ा और उसने सिगरेट को जलाया।

आखिरकार ये खत्म हो गया।

टैंग मोर ने राहत की सांस ली और अपनी सीट पर वापस जाने के लिए पीछे हट गयी।

हालांकि, उसके छोटे जबड़े को अचानक दो लंबी उंगलियों द्वारा पकड़ लिया गया था। उसका नाजुक को शरीर रोक लिया गया था और वह हिल भी नहीं पा रही थी। उस आदमी का सुंदर चेहरा उसकी आँखों के सामने बढ़ गया था।

"अध्यक्ष गू, आप ..."

गू मोहन ने अपनी सिगरेट सुलगाई और उसके मुंह पर सीधे धुएं वाली एक सांस छोड़ी।

उसने उसे हिलने की अनुमति नहीं दी, न ही उसने उसकी नाक को ढँकने के लिए अपने हाथों को फैलाने दिया, जिससे धुएं में उसका दम घुटने लगा।

वह खांसती रही और उसकी आंखों से आंसू टपकते रहे। वह दयनीय लग रही थी।

उसकी चमकती आँखें आंसुओं से भर गईं। वह शर्म और आक्रोश से भर गयी थी जिस कारण उसके चेरी के समान होंठ काँप रहे थे। उसे देखते हुए, गू मोहन के अंदर उसे खींच कर अपने जांघ पर बिठाने और उसके मीठे होंठों को तब तक चूमने की इच्छा उभर आई जब तक वह सब कुछ भूल ना जाए।

इस नन्हे दानव का स्वाद कितना दिलकश था।

"मिस टैंग, अगली बार जब मैं आपसे मुझे पति कहने को कहूँ तो बेहतर होगा तुम ऐसा करो नहीं तो तुम देखोगी कि मैं तुमसे कैसे निपटता हूँ।

"हाहाहा, अध्यक्ष गू, मिस टैंग को धमकाना बंद करो। ऐसा लग रहा है वो रोने वाली है ।" आदमी हँसें।

गू मोहन ने टैंग मोर के छोटे चेहरे पर चुटकी ली और उसे एक खोजती हुई निगाह से देखा। उनकी भौहें सुंदर और प्रतिष्ठित थीं। फिर भी वह एक महिला को धमकाने वाला बदमाश था।

"किस तरह से ऐसा लग रहा है कि जैसे ये रो रही है? मुझे करीब से देख लेने दो।"

वे आदमी उकसाने वाली हँसी हँस पड़े।

टैंग मोर की आंखों में दिखने वाला वह आदमी भी हँसा था। वह मुख्य सीट पर बैठ गया। इस शांत और अच्छी तरह से सम्मानित व्यक्ति की एक मजबूत आभा थी। जब भी वह हंसता था उसकी मोटी और मजबूत छाती हिल जाती थी। यह निर्विवाद रूप से मोहक दृश्य था। कौन जानता था कि यह आदमी उसे इतने बुरे तरीके से सताएगा। वह इस समय उससे नफरत करती थी, लेकिन वह उसके आकर्षण से इनकार नहीं कर सकती थी।

अनैतिक और नीच।

टैंग मोर जल्दी से उससे मुक्त हुई और अपनी जगह पर खड़ी हो गयी। जब उसने बात करने के लिए मुंह खोला तो उसके होठों पर बनावटी और अजीब सी मुस्कुराहट थी क्योंकि उसके होंठ खुल गए, "अध्यक्ष गू, आपको वास्तव में चुटकुले कहना आता है। आप सभी अगले दौर की शुरुआत कर सकते हैं, मुझे वॉशरूम जाने की जरूरत है।"

टैंग मोर ऐसा कहकर मुड़ी और कमरे से बाहर चली गयी।

गू मोहन ने अपनी सिगरेट का एक कश लिया और धुएँ में से टैंग मोर की जाती हुई छाया को देखा।

मेज पर मौजूद लोगों ने चुपके से एक दूसरे से नज़रें मिलाईं। यह स्पष्ट था कि गू मोहन ने टैंग मोर को जानबूझकर तंग किया था।

ऐसा लग रहा था कि टैंग मोर पहली और एकमात्र महिला थीं जिसे देश के प्रमुख समूह के प्रमुख द्वारा सताया जाने का सम्मान प्राप्त हुआ था।

"अध्यक्ष गू, मिस टैंग सदमे थी। ऐसा लग रहा है कि वह आपको आसानी से माफ नहीं करेगी," पुरुषों में से एक ने गू मोहन के खिलाफ आवाज़ उठाने की कोशिश की।

ऐशट्रे में सिगरेट बुझाने से पहले गू मोहन लापरवाही से अपनी सिगरेट पी रहा था। लाइटर और बची हुई सिगरेट के डिब्बे को अपनी जेब में रखते हुए वह उठ खड़ा हुआ। "ठीक है, मैं जाकर देखता हूँ कि वह कैसी है। यदि वह वास्तव में गुस्से में होगी, तो मुझे लगता है कि मुझे उसे सात्वंना देने होगी।"

इस समय तक हर कोई जानता था कि ब्यूटी टैंग इस आदमी का नयी पसंद थी।

पुरुष केवल अपने नयी पसंद को सात्वंना देते है।

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