वह कहते हैं ना कि यदि कोई चीज है
जिस पर हम सबसे ज्यादा लिख सकते हैं
तो वह है प्यार, कितना लिखो यार
लोग प्यार पर लिखने से थकते ही नहीं
लिखते जाते हैं ,लिखते जाते हैं
वह तो बस प्यार पर लिखते जाते हैं
क्योंकि सबकी अलग-अलग स्टोरी जो होती है
इन लव स्टोरी में प्यार की हर मोड़ का जिक्र होता है
कभी प्यार तो कभी इजहार तो कभी इंकार तो
कभी बस वो पुराना प्यार।
एक छोटी सी लव स्टोरी जो एक तरफा ही है
मैं भी इजहार करता हूं
एक अजीब तरह के प्यार को लफ्जों में बयां करता हूं
इस लव स्टोरी का वैसे तो कोई स्टार्टिंग पॉइंट नहीं है
क्योंकि प्यार करने का कोई पॉइंट या टाइम नहीं होता
बस यह तो हो जाता है, तभी तो प्यार कहलाता है।।
यह प्यार भी ना कब किससे हो जाए इसका कोई पता नहीं होता है
इस कहानी में जो लड़का है ना
बड़े सिंपल सबा दा है और ये उसी की लव स्टोरी है
परिवार से गरीब था तो शौक सारे मरे थे
दुनिया से दूर हो तो अकेला ही रहता था
गिने चुने दोस्त थे,वो भी एक तरफा ही थे
कोई नहीं मिला था उसे उस जैसा
उसे इस बात की कमी खलती थी
उसे प्यार मोहब्बत इन सब बातों का पता था पर
वह तो इनसे कोसों दूर ही रहता था
या ये कहें कि ऐसी कोई लड़की दिखी ही नहीं उसे
जिसे वह प्यार कर सके ,ऐसा नहीं था उसने कभी कोई लड़की देखेगी ना या बात ना की हो
उसकी नजर को ऐसी लड़की नहीं मिली
जो एक नजर में उसके दिल में जगह बना सके
यह बात तब की है जब वह ट्वेल्थ में था
एक फोटो ने उसका दिल हरा था
मानो वह उसके गांव घर जाकर भी उससे न मिला था
पर जब बाद में उसका फोटो देखा तो बड़ा धक्का लगा था
क्यों नहीं मिला था यह तो उसके बाद का first and sight love था।
फोटो में उसे उसकी होंठो की स्माइल अच्छी लगी थी
जिसे उसने दिल से महसूस किया था
वह मुस्कान उसके दिल में छपी थी
प्यार हो गया था उसे ,बिना देखे ही उससे
पर कहता किसको उसकी तो अपनों ने दुनिया लूटी थी
नाम पता सब पता चल गया था
पर मुलाकात कैसे करें यह तो उसकी डिस्टेंस से परे था
उसके बारे में सोच सोच उसका दिल भर गया था
उस लड़के को उम्मीद थी कि उससे बात होगी
क्योंकि उसका अपना कोई इस लड़की के बहुत करीब था
पर कुछ नहीं हुआ यह किस्मत का खेल था
उस लड़के ने उस इंसान से बहुत कहा था
कि बात करा दे ,पर कहां हुआ है ऐसा संभव
हालातों को तो कुछ और ही मंजूर था
लड़का तो अकेलेपन में जीना सीख गया था
क्योंकि वह तो शुरु से ही अकेला था
उसका विश्वास -भरोसा सब कुछ टूटा हुआ था
वह तो खुद ही खुद से लड़ रहा था
फिर कुछ ऐसा हुआ जो कभी सोचा न था
करीब 3 साल बाद उसे इंस्टाग्राम पर एक मैसेज मिला
क्या आप मुझे जानते हो ,तो लड़के का जवाब था
I think yes as well as no
क्योकि इस लड़के ने इस नाम पर 3महीने पहले रिक्वेस्ट भेजी थी
request तो इसलिए भेजी थी क्योंकि यह जो नाम था
उसकी क्लासमेट का था ।
पर यह तो उसका मिला जिससे वह मोहब्बत करता था
फिर जब उसने अगले मैसेज में अपना नाम बताया तो
लड़का मानो खुशी से पागल सा हो गया था
2 दिन लगातार मानो वह उसी को सोचता रहा
मन ही मन मुस्कुराता रहा।
सब कुछ छोड़, बस उसका नाम ही देखता रह गया।
शुरुआत में तो बस हाय, हेलो, हाउ आर यू
बस इतनी ही बातें हुआ करती थी
वो भी हफ्ते में दो-तीन दिन ही हुआ करती थी
यह लड़का तो हर वक्त ,हर लहमा उससे बात करना चाहता था
पर करें क्या ,उसे उसके बारे में कुछ पता न था
कहते हैं ना कि किसी से बात करने से पहले
थोड़ा उसका नेचर पता होना चाहिए
पर पता कैसे चलता ,एक तो एक तरफा प्यार
ऊपर से एक दूसरे ऐसे शहर में जहाँ ,
लड़के का कोई जानकार न था।
ना ही लड़की का अता-पता था।
धीरे धीरे जैसे थोड़ी बातें स्टार्ट हुई
लड़के के खवाब, अरमान सब बढ़े थे
दिल तो उसका भी करता था बता दे उसे की
वो उसे कितना चाहता है, पर खोने से डरता था
बड़ी शिद्दत से तोह मिली थी और
बाते होने लगी थी ।
थोड़े दिनों बाद उनमें एक दोस्ती हो गई थी
अब लड़का उसके बारे में जानना चाहता था ,
तो वहजो भी पूछना होता उससे ही पूछना था
इस लड़के की एक कमी थी ,कि
उसे झूठ से सख्त नफरत थी
यह जब भी उससे कुछ पूछता तो
वह सच कम झूठ ज्यादा बताती थी, और
हर बार इस लड़के को पता चल जाता था कि
वह झूठ बोल रही है
स्वभाव से सिंपल था , इसलिए मुंह पर ही कह देता था
कि झूठ क्यों बोला ,
लड़के ने जिंदगी में कभी इतना कंप्रोमाइज नहीं किया
जितना उसके लिए किया
लड़के को तो सब पता चल गया था कि
वह रिलेशनशिप में हैं।पर उसका प्यार कम न हुआ था
ओर लड़की का झूठ बोलना भी बंद नहीं हुआ था
उस लड़के का प्यार सच्चा था, क्योंकि उसने कभी उस लड़की को देखा ही नहीं
सिवाय उसकी तस्वीर के
उससे बात करके ही लड़के को बहुत खुशी मिलती थी
उनको इस फेक दुनिया में मिले 7-8 महीने हो गए थे
अब उनकी बातें कम पर झूठ सच के फैसले ज्यादा होने लगे थे
लड़का इन छोटी-छोटी बातों से बहुत हर्ट हुआ करता था
अब उसने फैसला किया कि वह उसे
अपने दिल की फीलिंग्स बता देगा
उसे डर तो बहुत था कि इसके बाद वह उसे खो देगा
पर उसने बताना ही बैटर समझा
ऐसा नहीं था कि उसने लड़की को प्रपोज किया ,
बल्कि इनडायरेक्ट वे में दिल की बात बताई
कुछ उसकी सुनी सुनाई तो ,कुछ अपने दिल की हालत बताई
उसके बाद वो उसे थोड़ा सा समझ पाई
और कभी झूठ न बोलने की कसम खाई
लड़के ने वेट किया तो ,हाय हेलो की पहल उसने दिखाई
तो लड़के ने भी दोस्ती निभाई
अभी तक मैंने जो कहानी बताई
वह पिछले दिनों की बीती बातें है
लड़की रिलेशनशिप में है ,
तो दूसरी तरफ इस लड़के की अच्छी दोस्त है
और दोस्ती भी निभाई जा रही है
लड़के के लिए उसकी खुसी हि अपनी खुशी ह
इसलिए वह जिसके साथ है खुश है तो रहे
लड़के की तो एक तरफा मोहब्बत सच्ची है
आगे क्या होगा इसके लिए जिंदगी पड़ी है
एक बार लड़के के दोस्त ने कहा
कि तू उसे बता क्यों नहीं देता
कि तुझसे कितना प्यार करता है
तो लड़के ने बहुत ही सुंदर जवाब दिया कि
"""""" चंद शब्दों या लफ्जों में बयां हो जाए
इतना कम प्यार थोड़ी करता हूं
उम्र गुजर जाएगी उसकी समझने में
मैं तो उससे इतना प्यार करता हूं
कोई शब्द नहीं जो मेरे प्यार को बयां कर दे
नहीं हू बेशक मैं उसके लिए कुछ भी
पर वह मेरे लिए खास है
इस बात पे तो फक्र करें
वो कहते हैं ना कि
मैंने अपनी जिंदगी में एक ऐसे शख्स को टूट कर चाहा हैं
जिसका मिलना मेरी किस्मत में नहीं
और बोलना मेरी फितरत में नहीं ।
मेरी जिंदगी में यह बात यह बात सच हो गई ।
शायद किस्मत मेरी हमसे रूठी है
जिंदगी हालातों से गिरी है
तभी तो यह कहानी अधूरी छपी ह....
By... Naresh panghal✍🏻