सहस्त्र रचना नील नदी संघ का सदस्य था। वैसे तो ये क्सिउ ने उसका सर और चेहरा धूल से भर दिया था, पर वो खिलाड़ियों के बीच अनोखे जानकर के रूप में जाना जाता था। उसकी खुद की ताकत, पांच बड़े जानकारों से कम नहीं थी।
पांच बड़े जानकारों में से एक कहलाने के लिए खिलाड़ी के पास अतुलनीय ताकत होनी चाहिए थी। फिर उनके पास औरों से ज्यादा शोहरत भी होनी चाहिए थी। एक बार आपके पास चाहने वालों की भीड़ हो जाये, तो पांच बड़े लोगो मे आप शामिल हो सकते थे। पर सहस्त्र रचना? उसके पास बहुत थोड़ा नाम था पर उसमे एक बहुत बड़ी बुराई थी: उसे शिकार चुराना पसन्द था।
नील नदी संघ तीन बड़े संघो में से एक था पर इसी कारण उन्हें अपने संघ के सदस्यों से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी। वो कभी भी छिपने से ज्यादा नीचे नहीं गए थे पर शिकार चुराना, इस तरह का व्यवहार संघ में मना था। इस तरह के नियम पर कोई शिकायत भी नहीं कर सकता था।
इस तरह के ताकतवर पर गुस्से से भरे और बिना नियम के संघ जो सिर्फ शिकार चुराने के लिए टुकड़ी बनाते थे, वो अक्सर नाकामयाब होते थे। उस संघ के सदस्यों की आंतरिक ताकत बहुत कम होती थी।
पर दुर्भाग्य से, सहस्त्र रचना को इस तरह के शौक थे। इससे भी बढ़कर, वो एक जानकार था, और काफी अनोखा भी। संघ को उसकी आंतरिक ताकत की जरूरत नहीं थी पर वो इस तरह के जानकार खोना नहीं चाहते थे। अंत में वे सब सिर्फ उसके किये से निगाह फेर सकते थे। खुशनसीबी थी कि सहस्त्र रचना विनम्र था। जब भी उसने कुछ गलत किया था, उसने कभी संघ का नाम सामने नहीं आने दिया था, तो अच्छी खासी संख्या में डराये गए खिलाड़ियों ने कभी नील नदी संघ पर इल्जाम नहीं डाला।
इस बार जब 10 वा सर्वर खुला तो कोई नहीं जानता था कि ये आदमी क्यो भाग लेने आया था। वैसे इस आदमी ने संघ के लिए अभी तक कोई परेशानी नहीं खड़ी की थी, पर उसके कारण संघ को यूँ लगता था मानो वो किसी बम के फटने के इंतजार कर रहे हो। ये देखकर कि वो नए सर्वर में जाना चाहता था संघ के नेता ने उसको तुरन्त ही जाने की मंजूरी दे दी और उसे मिलने वाले इनाम बढ़ा दिया। पर अंत मे उसने बम नीलधारा की झोली में फेंक दिया, जिससे अब नीलधारा बम न फटने के लिए प्रार्थना कर रहा था।
नीलधारा के गाल आँसुओं से भीग गए। नए सर्वर की शुरुआत एक ऐसा समय था जब खिलाड़ी राक्षस को मारकर दर्जा ऊपर उठाते थे। पर ये ऐसा था कि मानो बम को चूल्हे पर रख दिया गया था, पकने के लिए।
खुशकिस्मती से, नया सर्वर शुरुआत में लोगों से भरा हुआ था, इसलिए हर कोई शिकार चुरा रहा था। सहस्त्र रचना ने अपनी कुशलता का दिखावा करके लुत्फ उठाया पर कामयाब नहीं हुआ। नीलधारा ने इस आदमी को अपनी पार्टी में दर्जा बढ़ाने के समय रखने की योजना बनाई थी। उसे देखते हुए ये उम्मीद कम थी कि नीलधारा को खुद जाना पड़े और शिकार चुराना पड़े।
पर अंत मे, नया सर्वर खुले अभी दूसरा दिन भी नहीं बीता था और आखिर बम फट ही गया। इतना ही नहीं, ये किसी और समय नहीं फटा था। दुर्भाग्य से ये उनके सबसे अहम कुशल व्यक्ति विकट देव पर फटा था।
नीलधारा काफी हद तक गुस्सा था। संघ ने उसे साफ तौर पर कई बार समझाया था कि इस आदमी को अपनी ओर करना है। अगर कोई उसे देखेगा, तो वो कोशिश करेगा अपने रिश्ते बेहतर बनाने की और उसके साथ दोस्ती करने की। पर इस गुंडे का दोस्त बनाने का घटिया तरीका शिकार चुराना था?
नीलधारा जानता था कि ये शंका में पड़ने का समय नहीं था। क्योंकि विकट देव एक ऐसा व्यक्ति था जिसे उसे अपने संघ में शामिल करना ही था, तो वो उससे ये बात नहीं छिपा सकता था कि सहस्त्र रचना भी नील नदी संघ से ही था। अगर वो अभी उसे पहचानने से मना कर दे तो फिर बाद में क्या होगा? वो बेवकूफ।
नीलधारा ने गालियां दी और विकट देव की ओर भागा। उसने ठहाका लगाकर हँसते हुए उससे मुलाकात की, ''क्या इत्तेफाक है! तुम यहाँ कैसे?"
"दर्जे बढ़ाने के लिए" ये क्सिउ ने कहा।
"हा हा। इस गुंडे का बुरा न मानना। इन दो दिनों में हर कोई तुम्हारी ही बात कर रहा है और तुम्हारी तारीफ कर रहा है। इस गुंडे को शायद अच्छा नहीं लगा, इसलिए इसने जानबूझकर तुम्हे परेशान करने के लिए ढूंढा" नीलधारा ने कहा।
नीलधारा ने इस मुद्दे को कैसे बेहतर ढंग से संभाल लिया? पहले, उसके सहस्त्र रचना की शिकार चोरी की आदत को छिपा दिया। उसने कहा कि सहस्त्र रचना विकट देव की शोहरत और ताकत से जलता था इसलिए वो उसे जानबूझकर ढूंढ रहा था और मुसीबत को गले लगाना चाह रहा था। ये समझने में आसान था। साथ ही उसने बिना बताए संघ का विकेट देव से लगाव भी दिखा दिया था। उसने उसे बिना पलक झपकाए, तारीफों से छलनी कर दिया था।
दुर्भाग्य से, ये क्सिउ जानता था कि सहस्त्र रचना पहले शिकार चुराता था। ये देखने के बाद की किसने किसका शिकार चुराया, उसने जलन से उसे चुनौती दी। पर ये सब हुआ उसके शिकार चुराने के बाद। किस्मत से, ये क्सिउ ने इन सबमे शामिल होना जरूरी नहीं समझा, तो उसने बात हवा में उड़ाते हुए कहा, 'बड़ा शरारती बच्चा है"
"हाँ, हाँ! देखो वो भाग भी रहा है, डरकर की कही मैं उसे डाँट न दूं" नीलधारा ने कहा। अगर सहस्त्र रचना के बदले कोई और होता तो उसने उस आदमी को चिल्लाकर यहाँ बुला लिया होता और माफी मंगवाता। पर सहस्त्र रचना को उसने जाने दिया। अगर ये कोई ऐसा व्यक्ति होता तो जो दूसरों की सुनता तो उन्होंने उसकी शिकार चुराने की आदत बहुत पहले ही छुड़वा दी होती।
"तुम हमारे साथ दर्जा बढ़ाना चाहोगे?" नीलधारा ने कहा।
"कोई जरूरत नहीं। मैं अकेले ही ठीक हूँ" ये क्सिउ ने कहा।
"असल मे, हम दर्जा बढ़ाने नहीं आये थे" नीलधारा ने कहा।
"ओह?" ये क्सिउ ने सोचा। ये दिन जल्द ही खत्म होने वाला था। ये सम्भव नहीं था कि नीलधारा और अन्य कब्रिस्तान की कोठरी में घुसने की सीमा तक न पहुँचे हो। अगर वो कोठरी पार करने या दर्जा बढ़ाने नहीं आये थे तो हो सकता था कि….
"खूनी बन्दूकबाज एग्ग" नीलधारा ने कहा
जरूर! ये क्सिउ का अंदाजा सही था।
खूनी बन्दूकबाज एग्ग कब्रिस्तान का जंगली सरगना था।
वैसे तो जंगली सरगना फिर अंडे देते थे, पर वो छिपे हुए सरगना से भी ज्यादा कीमती थे क्योंकि ये सरगना एक हफ्ते में सिर्फ तीन बार फिर अंडे देता था।
जंगली सरगनाओं की अपनी अलग अंकतालिका थी। वहाँ सबसे पहले पार करने वाले और उसके द्वारा मारे गए शिकार की संख्या भी दी गयी होती थी। पहले पार करने का श्रेय किसी पार्टी को दिया जाता था। मारने की संख्या, पार करने के कीर्तिमान की तरह ही थी। अंकतालिका पर पहले तीन स्थान को ही दिखाया जाता था।
इस समय, 10 वे सर्वर में कोई भी जंगली सरगना नहीं मारा गया था। इस समय केवल दो थे जो उनके दर्जो के दायरे में थे। एक कब्रिस्तान का खूनी बन्दूकबाज एग्ग और जमे हुए जंगल का गोबलिन का सौदागर लोरेन। शुरुआती गांव में जंगली सरगना नहीं होते थे।
ये क्सिउ को भी जंगली सरगना की जरूरत थी पर ये चीजें सिर्फ खोजी जा सकती थी, पाई नहीं जा सकती थी। ये क्सिउ अकेले खाली इसके लिए प्रयास नहीं करने वाला था। उसने पहले जंगली सरगनाओं के सामान बाजार से खरीदने की सोची थी। पर अगर उसका सामना किसी एक से भी हुआ तो फिर शायद वो कोशिश भी करे।
पर जंगली सरगना को मारने का सबसे मुख्य हिस्सा ये था कि उसे मारा नहीं जा सकता, चुराया ही जा सकता था। जो खिलाड़ी जंगली सरगना को मारने आते थे वो ज्यादा खतरनाक दुश्मन होते थे। वैसे तो जंगली सरगना कठिन थे, पर अंत मे ये सब सिस्टम के राक्षस थे। अनुभवी खिलाड़ियों की पास काबलियत थी, बिना मरे, इसे मारने की। पर जब भी एक जंगली सरगना मरता था तो कुछ मरे खिलाड़ी जरूर होते थे। ये सब उस हंगामा का असर होता था, जो उसे मारने के लिए सब आपस में लड़ पड़ते थे।
हालांकि ये क्सिउ के पास लड़ने की काबलियत थी, पर ऐसा कोई रास्ता नहीं था कि वो अकेले ही एक सरगना को पूरे संघ से चुरा लाये। सरगना से गिरे सामानों को छोटे राक्षस अलग तरह से गिनते थे। जंगली सरगना की सेहत बहुत ज्यादा होती थी, अपने दर्जे के अन्य सरगनाओं से और उनपर लंबे समय तक हमले की जरूरत होती थी। अगर पहला हमला और आखिरी हमला ⅔ हो अनुभव और सामान का, तो कोई भी बीच मे काम करना नहीं चाहेगा।
इसलिए, जंगली सरगना पूरी तरह से कुल नुकसान पर निर्भर रहते थे, अपना हिस्सा जानने के लिए। इससे फर्क नहीं पड़ता था कि खिलाड़ी कितना मजबूत था, वो एक पार्टी की तुलना में अकेले ज्यादा नुकसान नहीं पहुँचा सकता था।
"साथी, क्या तुम देखने के इच्छुक हो?" नीलधारा जारी रहा।
"ठीक है" ये क्सिउ ने खुशी खुशी स्वीकार किया।
नीलधारा तेजी से हँसा और पार्टी का आमंत्रण भेजा। विकट देव के पार्टी से जुड़ने के बाद उसने दुखी होकर कहा, "अगर मैं पहले जानता, तो अच्छा होता कि तुमने संघ छोड़ा ही न होता"
ग्लोरी में, संघ छोड़ने के बाद, एक खिलाड़ी नए संघ से पांच दिन तक नहीं जुड़ सकता था।