ये वानवान कभी सी येहान के पास जा कर यह नहीं पूछ सकती थी कि क्या उनका भतीजा उसे चिढा़ने की कोशिश कर रहा था, है ना?
ये दोनों रिश्ते आपस में जुड़े हुए थे- सी येहान, सी ज़िया का 9 वां चाचा है और अगर वह जल्दबाजी में शिकायत करने के लिए दौड़ी, तो क्या उनके बीच कलह नहीं होगी?
जब ये वानवान सोच रही थी कि इस समस्या को कैसे हल किया जाए, तभी उसने अचानक पास में ही, एक ग़ुस्से से भरी आवाज सुनी-
"जियांग यानरान, मैंने कभी नहीं सोचा था कि तुम इतनी चालबाज़ होगी। तुमने न केवल शेन मेंगकी के खिलाफ साजिश रची और उसे आहत किया बल्कि तुमने वास्तव में उसकी प्रतिष्ठा को नष्ट करने के लिए स्कूल के फ़ोरम पर उन चीजों को पोस्ट भी किया?!"
ये वानवान ने अपनी भौंहे चढ़ाईं। क्या संयोग है, सोंग जिहांग?
उसने देखा कि सोंग जिहांग का चेहरा रोष से भरा था और उसके सामने खड़ी लड़की पीली पड़ी हुई थी। उसकी दोनों आँखें लाल थीं और उसका शरीर कांप रहा था, उसने भावुक होकर समझाया, "मैंने पहले ही कई बार यह बात कही है कि उसे मैंने पोस्ट नहीं किया है! और अगर मैंने किया भी है, तो क्या पोस्ट में कुछ गलत है? क्या वह मेरे प्रेमी को मुझसे छीन नहीं रही थी? क्या उसने हमारी दोस्ती में धोखा नहीं दिया?"
सोंग ज़िहांग ने व्यंग्य करते हुए कहा, उसकी आँखों में घृणा भरी थी, "जियांग यानरान तुम्हारे साथ बहस करना असंभव है। मैं तुमसे प्यार नहीं करता हूं, न ही मुझे तुम्हारे साथ कुछ लेना देना है। सगाई करना,मेरे परिवार की इच्छा थी; मैं उनके हाथ की कठपुतली नहीं। कोई है, जिसे मैं पसंद करता हूँ!"
अगर तुम हमारे बीच नहीं आतीं, तो मैं बहुत पहले मेंगकी के साथ होता। उसे तुम्हारी भावनाओं की परवाह थी, इसलिए उसे बहुत तक़लीफ सहनी पड़ी। लेकिन तुमने उसे इस तरह से दुख पहुँचाया! तुम हमारे बीच तीसरी पार्टी हो!"
जिस तरह से उसने, यानरान की तरफ देखा वह चाकू से लड़की के शरीर को, भेधने जैसा था। जियांग यानरान की बोलती बंद हो गई। फिर उसने देखा कि वह कष्टदायी पीड़ा में थी और कड़वाहट से मुस्कराते हुए बोली, "हा ... हाहा ... सोंग ज़िहांग ... हम एक-दूसरे को तब से जानते हैं, जब हम अपनी माँ के गर्भ में थे ... तुम पहले कह चुके हो ... कि तुम मुझसे शादी करोगे..." मेरी रक्षा करेंगे और किसी को भी मुझे धमकाने नहीं दोगे..." तुम हमेशा के लिए मेरे साथ रहना चाहते हैं... लेकिन अब तुम कह रहे हो कि तुम्हें मुझ से कोई लेना देना नहीं है ... कि मैं एक तीसरी पार्टी हूँ ... मैं एक तीसरी पार्टी हूँ ... "
लड़की के आखिरी दो शब्द खून के आँसू जैसे थे!
लेकिन वह आदमी उदासीन था,"यह सब अतीत में हुआ था, जब हम छोटे थे! उन बचपन के चुटकुलों को सुना कर मुझे परेशान मत करो!"
जियांग यानरान के नाखून हथेलियों में गड़ गए, "परेशान मत करो ... मैंने एक दशक से अधिक समय तक उन सभी को याद रखा....मैं एक दशक से अधिक समय तक उसे बोलती रही, एक दशक से अधिक समय तक उसकी प्रतीक्षा की ... फिर भी वे सभी तुम्हें परेशान कर रहे थे ...सोंग ज़िहांग....क्या तुम्हारे पास दिल नाम की कोई चीज़ है… मुझे जवाब दो… इतने सालों में....आपने कभी मुझे प्यार नहीं किया? कुछ पल के लिए ही सही?!"
इसी समय, सोंग ज़िहांग के फोन पर बीप की आवाज़ आई। उसने मैसेज को देखा और उसकी आँखों में कोमलता दिखाई दी। लेकिन जब उसने अपना सिर उठाया और जियांग यानरान को देखा, तो उसका पूरा चेहरा झुंझलाहट से भर गया। उसने भावहीन होकर जवाब दिया, "जियांग यानरान ईमानदारी से कहूँ तो, नहीं! मैंने तुम्हारे साथ भाई-बहन की तरह ही व्यवहार किया है! लेकिन मैं तुम्हारे लिए जो कुछ भी महसूस करता था, तुमने उसे पूरी तरह ख़त्म कर दिया है।"
मैं उस पोस्ट को हटाने के लिए तुम्हें एक घंटा दूंगा। अगर एक घंटे के बाद भी, इसे नहीं हटाया गया, तो मुझे निर्दयी मत कहना!
सोंग जिहांग मुड़ा और तुरंत चला गया।
जियांग यानरान के होंठ कांपने लगे और उसकी आँखें लाल हो गईं; ऐसा लगा उसके आंसू बह निकलेंगे।वह वहाँ एक आदमी की आकृति को धीरे-धीरे छोटी होते हुए देख
कर अचंभे में पड़ गई,जैसे उसके शरीर का सारा गुस्सा बाहर निकल आया हो।
काफी़ समय के बाद,वह सुन्न सी होकर, एक-एक क़दम रखती हुई,रोबोट की तरह झील की ओर चली गई....