तुम्हें लगता है तुम जिंग जीवू का तीर अनजाने में बचा सकते हो? 900 फुट पर भी मैं शर्त लगाता हूँ कि तुम नहीं कर सकते," किन चेंग ने जवाब दिया।
"ये हान सेन सही में कुछ तो है। क्या जिंग जीवू अभी भी जीत सकता है?" टीम का सदस्य ने चिल्लाया।
"हालांकि जितना हमने सोचा था हान सेन उससे बेहतर निकला, पर उसका धनुष बहुत कमजोर है। जब तक उनके दूरी 300 फुट से काम नहीं हो जाती, हान सेन यकीनन ही हारेगा। उसके तीर जिंग जीवू के लिए खतरा नहीं बनेंगे, पर वह जिंग जीवू के तीरों को बचा नहीं पायेगा," किन चेंग ने विश्वास से कहा।
"यह सही है। 300 फुट से 150 फुट में जिंग जीवू के पास पूर्ण बढ़त होगी। अपनी काबिलयत के साथ वह इस रेंज में कम से कम छः शॉट मार सकता है, जो उसकी जीत को पक्का करेगी!" अलायन्स सेंट्रल मिलिट्री अकादमी के कोच ने कहा।
"300 से 150 फुट क्यों?" एक टीम के सदस्य ने उलझन से पूछा।
"क्योंकि 150 फुट के अंदर हान सेन के तीर जिंग जीवू पर खतरा डालेंगे, इसलिए जिंग जीवू को पास आने से परहेज करना चाहिए," किन चेंग ने समझाया।
"किन चेंग सही है। हान सेन अपनी दूरी 150 फुट से कम करने के लिए उतावला होगा, पर उसके पास मौका नहीं होगा," उनके कोच ने कहा।
न सिर्फ किन चेंग ने उस पर विश्वास किया, किउ मिंगमेई और बाकी तीरंदाजी उस्तादों ने भी वह माना।
"300 फुट से 150 फुट का अंतराल हान सेन के लिए नरक था। जब तक वह उसे पा सके उसके पास तभी मौका होगा!" किउ मिंगमेई ने कहा।
क्योंकि हान सेन जिंग जीवू से सिर्फ 300 फुट दूर था, सितु शियांग ने मन ही मन प्रार्थना की, "जाओ ...उसे वहां जाना ही होगा ..."
"वहां जाओ ..." जी यानरान ने अपने हाथ रगड़े।
"वहां जाओ ..." जिन सबने हान सेन की जीतने में मदद की थी अंदर ही अंदर चिल्ला रहे थे, हालाँकि वे सब जानते थे की अवसर बहुत कम है जब प्रतिद्वंदी जिंग जीवू था, जो की 16.0 धनुष पकड़े हुए था। यहाँ तक की एक एवोल्वर भी परफेक्ट बचा नहीं पायेगा।
हान सेन ने आगे बढ़कर अपनी दूरी 300 फुट से कम की। सबके दिल उनके मुंह में थे।
जैसे ही जिंग जीवू उसकी परफेक्ट रेंज में दाखिल हुआ उसने शूट करना शुरू किया। यहाँ तक की हान सेन की रफ़्तार के साथ भी, जिंग जीवू के तीरों की बौछार से बचना बहुत मुश्किल होगा।
खैर, जब जिंग जीवू ने पहला शॉट मारा, हान सेन ने एक पल में ही तीन तीरों की बौछार कर दी थी।
जैसे ही जिंग जीवू के तीर हान सेन के कंधे को छू निकले हान सेन ने तुरंत तीर और तीर दागे।
"बिलकुल भी नहीं ..." किन चेंग और उसके कोच ने एक साथ चिल्लाया।
यहाँ तक की किउ मिंगमेई, सितु शियांग, वेन शियाक्शियू, टैंग ज़हेनलिऊ और लिन फेंग भी चकित थे।
किसी ने नहीं सोचा था की हान सेन इतनी दूरी पर एक भरी भरकम हमला करेगा जो की एक 11.0 के बस की बात नहीं थी।
अगर हान सेन के प्रतिद्वंदी किसी और मिलिट्री स्कूल के विद्यार्थी होते हान सेन के पास तभी कोई अवसर होता। खैर,उसके सामने जिंग जीवू खड़ा था और कोई फर्क नहीं पड़ा की वह कितने तीर छोड़े हान सेन के तीर निशाने पर लगना बहुत असंभव सा था।
"हान सेन झटपटाया। उसे और पास जाना चाहिए था। इतनी दूरी पर, जिंग जीवू के लिए उसके तीरों को बचाना आसान है," वेन शियाक्शियू घबरा रही थी।
कोई फर्क नहीं पड़ा कि उसने इसे कैसे देखा, इतनी दूरी पर हान सेन जिंग जीवू के लिए असल खतरा नहीं पैदा कर रहा था। जल्दी हमला करने से हान सेन को कोई फायदा नहीं होगा।
"बेकार! हान सेन को अपना समय लेना चाहिए था!" टैंग ज़हेनलिऊ रोक नहीं पाया और कहा।
"उसके पास समय नहीं है। यह उसका आखिरी मौका है। जिंग जीवू की योग्यता को देखते हुए वह 150 फुट से और पास नहीं जा सकता और अगर वह चला भी गया, वह शायद तभी मिस कर देगा," लिन फेंग ने जवाब दिया।
"हालाँकि यह सही है, पर अभी हमला करना भी बेफायदा है। मेरा मानना है कि उसके तरकश में सिर्फ 20 कुछ तीर बचे होंगे, और जब वह उन सबका इस्तेमाल कर लेगा उसके पास और आपूर्ति नहीं होगी और वह हार जाएगा!" टैंग ज़हेनलिऊ ने कहा।
"तो उसे बस यहीं जीतना होगा," लिन फेंग ने कहा।
"कैसे ?"
"कोई पता नहीं।" लिन फेंग ने अपना सर हिलाया।
"यहाँ तक की तुम भी किसी उपाय के बारे में नहीं सोच पा रही। मुझे लगता है की हान सेन नहीं कर पायेगा!" टैंग ज़हेनलिऊ ने उबासी ली।
सबकी निगरानी में हान सेन जिंग जीवू के करीब आता जा रहा था। एक 11.0 धनुष के अपने फायदे भी थे जिससे हान सेन आराम से तीरों की बौछार कर पा रहा था।
जिंग जीवू की ओर तीरों की बारिश हुई। हालाँकि वे सब मिस हो गये पर उन्होंने जिंग जीवू को इधर-उधर हिलने पर मजबूर कर दिया।
हान सेन ने अवसर को पकड़ा और जिंग जीवू की ओर बढ़ता गया और तीर दागता गया। पर कोई भी बता सकता था की उस रफ़्तार पर वह अपने सारे तीरों का इस्तेमाल कर लेगा इससे पहले कि वह 150 फुट तक पहुंचे।
जिंग जीवू इतना शक्तिशाली था की जब वह सभी तीरों से बच रहा था, वह तब भी विचित्र आसानों में शूट भी कर पा रहा था।
हान सेन जिंग जीवू से तकरीबन 220 फुट पर था और उसे जिंग जीवू के तीरों को डॉज करने के लिए पूरी तीव्रता से स्पार्टिकल का इस्तेमाल करना पड़ रहा था।
एक तीर हान सेन के चेहरे के करीब से गुजरा। हवा के बहाव ने हान सेन के कुछ बाल भी तोड़ दिए।
तीर इतना शक्तिशाली था की वह भी रबर हेड का बना हुआ था, वह तभी गंभीर मार कर सकता था अगर वह एक बार किसी के चेहरे पर आ लगे।
हान सेन ने अभी हार नहीं मानी। जैसे वह जिंग जीवू के तीर से दूर हटा, उसने अपने आप को जमीन पर सिर्फ एक पैर से स्थिर किया। उसका शरीर बहुत ज्यादा मुड़े होने के बावजूद हान सेन ने जिंग जीवू पर वार कर दिया।
इस शॉट के बाद हान सेन अपना संतुलन पूरे तरीके से खो बैठा और जमीन पर गिर गया।
हान सेन की गतिविधियां जिंग जीवू की नजरों में भड़काऊ थी। जब हान सेन ने अपना संतुलन खो दिया, बिना अपना बचाव करे उसने हमला करना जारी रखा।
जिंग जीवू ऐसी चुनौती से डरता नहीं था। उसने उसी वक़्त दो शॉट मारे, एक हान सेन के तीर पर जा लगा जबकि दूसरा हान सेन के चेहरे पर आया, ऐसा लग रहा था कि वह अपनी डॉज करने की काबीलियत खो बैठा है।
ऐसा लग रहा था कि हान सेन ने पूर्ण तरीके से जिंग जीवू का हमला रोकना छोड़ दिया है। गिरने से पहले उसने जिंग जीवू पर दो बार हमला किया।
"आह !" स्टैंड्स उत्साह से भर गए थे। किसी ने नहीं सोचा था की ड्यूल इतनी जल्दी ख़तम हो जाएगा। इस वक़्त,ऐसा लग रहा था की हान सेन हार चुका है।