हान सेन ने अपने हार्न बो (धनुष) का धागा(डोरी) उसकी पूरी क्षमता पर खींचा और अपनी काली स्टिंगर तीर का निशाना विशाल फैंटम चींटी की और साधा . तीर छोड़ने से पहले उसने एक सेकंड का विराम लिया .
क्लाँक !
काली स्टिंगर तीर ने चीटीं के सर पर मारा और वह गिर गया/गयी,उसके शैल पर(को) कुछ नहीं हुआ था.
"ऐस तैस!बहुत ही मुश्किल.यह निश्चित ही एक पवित्र खूनी प्राणी है"लिन बीफंग चिलाय .
पलक झपकाते ही वह विशाल फैंटम चींटी दरार से बाहर आयी और हान सेन और लिन बीफेन की ओर बड़ी चीते की रफ़्तार से भी तेज.
हान सेन ने दोबारा काली स्टिंगर तीर ली दोबारा धागे को पीछे खींचा और तीर को विशाल फैंटम चीटीं की ओर छोड़ा .
क्लाँक!
तीर फिर एक बार चीटीं के सर पर लगा और इस बार भी कुछ न हुआ जबकि चीटीं इतनी देर में छे सौ फ़ीट आगे आ गयी थी .
"तुम पहले जाओ"हान सेन ने दोबारा काली स्टिंगर को बुलाया और चीटीं को उससे मारा
"चलो साथ में चलें .उसके शैल में जगह इतनी कम/संकीर्ण है की उसमे कोई तीर नहीं जाएगा !"लिन ने कहा
"मुझे पता है मैं क्या कर रहा हूँ ,जाओ!" जब हान सेन ने फिर से धागे को खींचा ,चीटीं उन से सिर्फ आधे मील ही दूर थी
लिन बीफंग ने देखा की हान सेन जाना नहीं चाह रहा था तो उसे ही पहले जाना था.लिन को अपनी हद/सीमा/दायरा पता थी/था. वह उस चीटीं का एक वार भी सहन नहीं कर पायेगा और अगर रुका तो हान सेन के ऊपर भोज बन जायेगा .
लिन भागते हुए लगातार पीछे की ओर देख रहा था और हान सेन की सुरक्षा के लिए चिंतित हो रहा था .
हान सेन ने जल्द ही दो और तीर मारे ,जो की पहले जितने ही नाकाम थे और जबकि वह विशाल फैंटम चीटीं अब उससे ६०० फ़ीट से भी काम दूरी पर थी .लिन बीफंग का कलेजा उसके गले में था
हान सेन एक चट्टान की तरह स्थिर था .अचानक ही उसके शरीर पर एक जबरदस्त लाल आर्मर था और सर पर एक रूबी क्राउन(मुकट),यहाँ तक कि उसके बाल ब्लोंड हो गए .
उसकी स्कारलेट आँखें विशाल फैंटम छीटें पर सटी हुई थी,हान सेन रुका.
बहुत जल्द ही वह चीटीं उससे ९ फीट की भी काम दूरी पर थी.अपने आप को हान मानो फेंककर विशाल फैंटम चीटीं ने अपने आरी जैसे पंजे उसके शरीर पर मारे.
लिन बीफेनग का दिल तेजी से धड़क रहा था .उसने हान सेन को एक कदम लेते हुए देखा जो की बहुत ज्यादा ही तेज था .हान पीछे होनेकी बजाये आगे बड़ गया और विशाल फैंटम चीटीं के करीब आ गया.उसने आखिरकार तीर मारा.
स्नैप!
उनके बीच की दूरी इतनी कम थी की वह तीर सीधे विशाल फैंटम चीटीं के मुँह में जा घुसा .पूरा तीर वहां से गायब होगया और विशाल फैंटम चीटीं ने एक दर्दनाक फुफकार लगाई
हान सेन ने एक कदम लिया और उस विशाल फैंटम चीटीं से दूर हट गया जो की उपद्रवी हो रही थी.
विशाल फैंटम चीटीं हान सेन की ओर तेजी से बढ़ी जिससे हान सेन का अलग/दूर हटना नामुमकिन सा हो रहा था .जब वह उसे पकड़ने ही वाली थी की हान सेन फिरसे उससे दूर होगया और उसके घातक वार से बच गया
दूर से देख रहा लिन बीफेनग बहुत नर्वस था.विशाल फैंटम चीटीं एंटी तेज थी की हान सेन तेज धार वाले चाकूओं से जूझ रहा था,एक गलती और उसकी मौत होती.
पर इस लड़ाई ने लीन बेफेंग का खून भी गरम कर दिया था जिससे उसको वापस जाकर हान सेन के साथ लड़ने की इच्छा हो रही थी.
विशाल फैंटम चीटीं की रफ़्तार को देख लिन बीफेनग यह बेवकूफी वाला ख्याल एकदम छोड़ दिया क्योंकि अगर वह वापस जाएगा तो वह उस चीटीं के लिए खाना बन जायेगा.
लिन बीफ़ेंग ने कुछ देर देखा और पाया की हान सेन की हरकतें/चलन कुछ अलग लग रहे थे.,हालाँकि हान सेन विशाल फैंटम चीटीं जितना तेज तो नहीं था पर वह चीटीं के घातक वॉर से हर बार बच पा रहा था.उन नाज़ुक घड़ियों में वह जो कदम ले रहा वह बहुत ही तेज थे .
साफ़ रूप से यह भाग्य नहीं था बल्कि हान सेन कुछ ख़ास चाल अपने पैरों के साथ कर रहा था.फिर भी लिन बीफ़ेंग का दिल तेजी से धड़क रहा था क्योंकि वह खतरे के निशान हर जगह देख पा रहा था .
हान सेन ने स्पर्तिक्ले का अभ्यास बहुत कम किया था इसलिए उसकी फुर्ती एक कदम से ज्यादा नहीं थी.दूसरा कदम लेने से पहले उसे कुछ देर का विराम देना पद रहा था .
और यह हान सेन के लिए काफी था .जब तक वह विशाल फैंटम चीटीं के घातक वार रोक सकता था उसके पास दुसरे अवसर/मौके तलाशने का वक़्त था.
क्योंकि अब हान सेन ने अपना रूप फेयरी क्वीन में बदल लिया था , यह खतरनाक परिस्थिति अब उसके लिए काफी प्रेडिक्टेबल हो गयी थी .विषाल फैंटम चीटीं की हरकतें अब उसे ज्यादा फुर्तीली नहीं लग रही थीं और उसके पास जवाब देने का काफी समय था .अगर हान सेन की रफ़्तार उसके रेफ्लेक्सेस की जितनी अच्छी न होती तो उसे स्पर्तिक्ले की जरूरत भी न पड़ती.
विषाल फैंटम चीटीं के वार से बचते हुए हान सेन इस मौके का इस्तेमाल कर अपने तीर दाग रहा था .उसका सिर्फ एक ही निशाना था और वह था चीटीं का मुँह.
चीटीं का शैल बहुत ठोस था और गैप (खाली जगह)में तीर लगने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.वह तीर सिर्फ सीधे उसके शरीर के अंदर मार सकता था .
स्नैप!
एक और तीर उसके मुँह में जा गायब होगया जिससे विषाल फैंटम चीटीं जमीन पर गिर कर दर्द में रेंगती रही.हान सेन ने यह मौका पकड़ उससे दूर होगया.
जब विषाल फैंटम चीटीं ने दोबारा उस पर वार किया उसने पहले ही धागे\रस्सी को पीछे खींच लिया था .
स्नैप!
हान सेन ने एक और तीर चीटीं के मुँह में दागा.
लिन बीफ़ेंग जो यह सब दूर से देख रहा था भौचक्का रह गया था ,यह पहली बार था की उसने ऐसा तीरंदाज देखा हो .हान सेन हर किस्म के अजीब एंगल से तीर दाग रहा था बिना ज्यादा रुके और सब के सब निशाने पर लग रहे थे .हान सेन की उपलब्धि उसके प्रतिध्वंधि को प्रतियोगिता में जानी चाहिए ,ली बैन,जिसने हान सेन को दिखाया की एक असल तीरंदाज क्या कर सकता है. जरूरी गुण था की हिलते हुए तीर चलाना .तब से हान सेन ने अपने आप को सुचेत रख कर तैयार किया .यांग मानली के दिए परीक्षण और जो उसने ब्लैकहॉक में सीखा को जारी रख हान सेन इस कला में निपुण हो गया था.\
पर ली बैन के मुकाबले उसकी सटीकता अभी कम थी. पर उसकी शारीरिक चुस्ती और हाइपर जीनो आर्ट्स (कला) ने वह कमी पूरी कर दी थी.
विषाल फैंटम चीटीं छे वार लेने के बाद धीमी हो गयी थी .हान सेन जनता था की उसके तीरों पर लगा ज़हर काम कर रहा था .हालाँकि वे जानलेवा नहीं थे पर विषाल फैंटम चीटीं अपनी ताकत खो रही थी.
लोहे पर तब वार करो जब वह गरम हो .हान सेन कभी भी ऐसे मौके को नहीं छोड़ सकता था और वह ऐसे ही एक अवसर की तलाश में था अपना अगला तीर छोड़ने के लिए .
यह विषाल फैंटम चीटीं पवित्र खूनी भेड़िये के जितनी बुद्धिमान नहीं थी . जब वह इतनी ज्यादा घायल हो चुकी थी तो उसे इतनी अकल नहीं थी की वह पीछे हट जाए.