मियां को थोड़ा अजीब महसूस हुआ और वो वहां से जाने लगी।
"मियां," किन ने आवाज़ लगाई।
घबराहट की वजह से उसके हाथ काँप रहे थे, इसलिए जब वो मुड़ी तो उबलते गर्म पानी का कप छूट कर ज़मीन पर गिर गया।
यहाँ अभी गर्मियों की शुरुआत थी और हुओ मियां के जूते बहुत ही पतले कपड़े से बने थे। तो अगर वो गर्म पानी उसके जूतों पर गिराता तो शायद उसके पैर जल जाते।
"आह ..." वह अपने आप को बचाने के लिए भी कुछ नहीं कर पा रही थी, सिर्फ उस कप को नीचे जाता देख सकती थी। तभी दो मजबूत हाथों ने उस कप को पकड़ लिया।
हालाँकि, तेज़ गति की वजह से, गर्म पानी छलक गया। जिस वजह से किन के हाथो के पिछले हिस्से पर लाल निशान उभर आए।
"यह रहा तुम्हारा कप।" किन चू ने सीधे मियां की तरह देखते हुए बात की और उसे कप दे दिया।
"तुम्हारा हाथ कैसा है?" हुओ मियां ने घबराकर पूछा।
"वो ठीक है।"
"क्या मतलब है वो ठीक है? यह लाल है। जल्दी से, यहाँ आओ और इसे ठंडे पानी के नीचे रखो।" हुओ मियां ने किन चू के हाथ से वो कप छीना और उसे देखे बिना कूड़ेदान में फेंक दिया।
फिर, किन की आस्तीन को ऊपर करते हुए, उसे पानी निकालने वाली मशीन तक खींच कर ले गई। पानी के नीचे उसके छरहरे बाएं हाथ को पकड़े हुए, उसने ठंडे पानी के बटन को दबाय।
किन चू ने कोई आवाज़ नहीं की और हुओ मियां को यह सब करने दिया।
अगर वह स्थिति को सही समझ रहा था तो उसके जले हाँथ को देख कर हुआ मियां...की आँखों में क्या था.... घबराहट... ?
यह सोचकर, किन चू के होंठों पर हलकी सी मुस्कराहट आई,
"क्या इसमें अभी भी दर्द है?" हुओ मियां ने सिर उठाकर पूछा।
किन चू ने अपना सिर ना में हिला दिया।
तभी हुओ मियां को एहसास हुआ कि वह अभी भी किन का हाथ पकड़ी हुई है। स्थिति को और अधिक अजीब बनाने से बचने के लिए, मियां ने तुरंत उसका हाथ छोड़ दिया।
"उम ... तुम्हे अब फार्मेसी जाना चाहिए और जले को ठीक करने वाली क्रीम ले लेनी चाहिए," हुओ मियां ने उसे याद दिलाते हुए कहा।
"यह ठीक है " उसकी आवाज धीमी और कर्कश थी।
"तो अब जब तुम ठीक हो, मैं निकलती हूँ"। वास्तव में, हुओ मियां अकेले किन चू का सामना करने से घबरा रही थी।
ऐसा इसलिए था क्योंकि उसे डर था कि उसके सीने में जो अजीब सी हलचल हो रही है वो और बढ़ जाएगी।
वह इस बात से भी डर रही थी की कही किन चू यह समझ न जाए की वो क्या सोच रही थी।
"मियां," किन चू ने फिर से धीरे से कहा।
वह जाते जाते रुक गई लेकिन उसने मूढ़ कर नहीं देखा। वह चुपचाप वहाँ खड़ी रही, और उसके अगले शब्दों का इंतजार करने लगी।
"तुमने आज बहुत अच्छा काम किया।"
"अपने भी डॉक्टर किन।" इसके साथ ही, हुओ मियां ने अपनी गति बढ़ाई और तेजी से कमरे से बाहर निकल गई, उसकी वहाँ पर एक पल और रुकने की हिम्मत नहीं थी।
मियां की बातों से किन चू अवाक रह गया था। 'डॉक्टर किन'? वह अन्दर ही अन्दर सोचता रहा, यह शब्द एक झटके जैसे लग रहे थे। जैसे किसी बूढ़े डॉक्टर को संबोधित किया हो।
हालांकि, वह वास्तव में "डॉक्टर" शीर्षक के योग्य था।
इस इस पेचीदा सर्जरी की बदौलत उसे उसे लगा कि वह हुओ मियां के थोड़ा करीब तो आ गया है।
किन चू बहुत खुश था। अपने हाथों को अपनी जेबों में डालते हुए, वह अपनी बेहतर-से-आप वाली अभिव्यक्ति क साथ वह से चला गया। उसने ऊपर डॉक्टर का सफ़ेद लैब कोट काफी जच रहा था। बात यह थी कि अच्छे दिखने वाले लोग हमेशा अच्छे ही दिखते है, चाहे वे कुछ भी पहने।
उनके ठीक पीछे, कई उत्साहित युवा नर्स खड़ी थी...
"वाह, यह डॉक्टर किस विभाग से है? वह बहुत ही जवान और सुन्दर है !" नर्सों में से एक ने सराहना की।
"मैं भी यह ही सोच रही हूँ। उसकी छवि कितनी आकर्षक है। उसके चलने का तरीका भी कमाल है। मुझे तो इससे प्यार हो गया है!" एक दूसरी युवा नर्स ने कहा।
"अरे! ऐसा लगता है मेरा दिल अब बहार आ जाएगा। जल्दी, पता करो की आखिर यह नया डॉक्टर कौन से विभाग का है? मुझे अभी पता करना होगा।"
सभी युवा नर्सों ने आपस में उत्साहपूर्वक बातचीत की।
हालाँकि, उन्हें नहीं पता था कि यह व्यक्ति वास्तव में कितना खास था। यह वह व्यक्ति था जिसे अस्पताल का निदेशक भी आमंत्रित नहीं कर पाया था।
हुओ मियां को वहां से जाने के बाद यह एहसास हुआ की एक सवाल था जो मियां किन से पूछना चाहती थी।
किन चू ने हार्वर्ड से मेडिकल की डिग्री क्यों ली? उनका परिवार कई पीढ़ियों से व्यवसाय की दुनिया पर विजय प्राप्त करता आ रहा है, और वह अभी वर्तमान में एक व्यवसायी ही है, क्या उसे अमेरिका में व्यवसाय का अध्ययन नहीं करना चाहिए था? इसके बजाय, उसने अभी-अभी ऑपरेटिंग रूम में एक बेहतरीन न्यूरोसर्जन को देखा।
जैसे-जैसे उसका मन भटकता गया, किसी ने अचानक उसे कंधे में पीछे से थपथपाया।
"सिस्टर हूओ मियां, हेड नर्स आपको ढूंढ रही है," एक युवा नर्स हुआंग यू ने एक उज्ज्वल मुस्कान के साथ कहा।
"ठीक है, मैं अभी आती हूँ।"