"आह?"
जहाँग वान को अचम्भा हुआl
वह उतना जल्दी नहीं मुड़ा था, न ही उसने उतनी ताकत का प्रयोग कियाl फिर मास्टर लू चेन पीछे उड़ कर कैसे गिरे?
कहीं वह मस्ती के लिए तो नहीं कूद रहे हैं?
"मास्टर..."
वह दूसरे को उठाने के लिए दौड़ कर आगे बढाl उसने उनको सहारा देने के लिए अपना हाथ मास्टर लू चेन की पीठ पाठ पर लगायाl
"मैं ठीक हूँ..."
साऊ!
इसके पहले कि उनके मुंह से शब्द बाहर निकलते, मास्टर लू चेन को लगा कि उनका पूरा शरीर हल्का हो गया है और उन्होंने आगे की ओर गुलाटी मारीl उनका सिर एक और किताबों की अलमारी में जाकर लगा , और उनके मुंह पर किताबें गिर पड़ीl
"मैं..."
मास्टर रोने ही वाले थेl
[क्या तुम मेरे साथ खेल रहे हो? मुझे उठाने के लिए इतनी ताकत लगाने की क्या ज़रुरत है?]
"मास्टर..."
उनकी हालत देख कर, जहाँग वान उनकी मदद के लिए दौड़ाl ऐसा देखकर, मास्टर लू चेन जल्दी से उठाने लगे और बोले, "तुम... यहाँ मत आओl मैं खुद कर सकता हूँ!"
"केंग..."
जहाँग वान वहीँ रुक गयाl वह आँखें मिचमिचाकर अपने सामने खड़े वरिष्ठ को शंका से देख रहा थाl वह अपने दिमाग में उठ रहे सवाल को नहीं रोक सका, "मास्टर, क्या आप खेल खेल में कूद रहे हैं?"
"मस्ती में कूद रहा हूँ..." मास्टर लू चेन वहीँ रो देने की स्थिति में थेl
[बकवास, तुम मस्ती में कूद रहे हो! तुम्हारी पूरा परिवार मस्ती में कूद रहा है!
मैं एक मास्टर चित्रकार हूँ और एक सभ्य आदमी हूँl क्या मैं इतना ऊब गया हूँ कि मस्ती के लिए कूदता फिरू? और अगर, मुझे खेलना ही हो तो मैं यहाँ क्यों खेलूँगा! यहाँ तो मेरी किताबों का खजाना है...]
मास्टर लू चेन को अपनी छाती में जलन सी महसूस हुई, जिसके कारण उनकी सांस फूलने लगीl
"क्यों? क्या आपको छाती में परेशानी हो रही है?"
जहाँग वान उनके पास गया और पीठ में थपथपाया ताकि उनको आराम मिलेl
"नहीं..."
पेंग!
इसके पहले कि मास्टर लू चेन अपनी बात ख़त्म कर पाते, जहाँग वान का मुक्का उनकी पीठ पर पड़ा और उनकी आँखें भिंच गयीl
साऊ!
वे उड़कर पढाई के कमरे की दीवार से टकराए और वहां एक गड्डा बना दियाl
"मास्टर..."
उनको आगे उड़ते हुए देख कर जहाँग वान ने अपना सर हैरानी से खुजायाl
[मास्टर यह अकारण ही कर रहे हैं?
कुछ देर पहले पीछे कूद रहे थे, अब आगे कूद रहे हैं, क्या उन्हें दौरा पड़ रहा है?]
यदि उन्हें दौरा पड़ रहा है तो, जहाँग वान के लिए उनको इस स्थिति में छोड़ना ठीक नहीं हैl वह तुरंत आगे बढ़कर उनको उठाने को प्रेरित हुआl
"यहाँ मत आओ..."
मास्टर लू चेन ने अपने मुंह से निकलता ताज़ा खून पोंछा और जल्दी से पीछे हटेl उन्होंने उस युवक को ऐसे देखा मानो कोई दैत्य देख लिया हो, और ऐसा लग रहा था कि वे कभी भी रो देंगेंl
[मुझे दिल में बस थोडा सा दर्द हुआ था, मैं मौत थोड़ी न ढूंढ रहा हूँ! तुम्हारा मुक्का... अइयो , मेरे बूढ़े हाथ , मेरे बूढ़े पैर...]
"मास्टर, क्या हो रहा है?'
उनको इसी स्थिति में देखकर, जहाँग वान ने पूछाl
[तुम कुछ देर पहले तक तो इतना सभ्य बन रहे थे, तो अचानक ऐसे कूद फांद क्यों रहे हो? तुम क्या करने की कोशिश कर रहे हो?]
"क्या हो रहा है?" मास्टर लू चेन ने उसको डरकर देखा और उनके आंसू बहने शुरू हो गयेl
[तुम्हें नहीं पता क्या हो रहा है?
इस बात से डरकर, कि तुम पागल हो रहे हो, मैं तुम्हें भलाई के नाते बचाने आयाl फिर भी, एक झटके से तुमने मुझे उड़ा दियाl फिर, तुमने भाग कर मुझे और धक्का दियाl आखिरी झटका तो और भी खतरनाक था, सीधा मेरी पीठ पर ज़ोरदार मुक्काl यदि मैंने थोडा बहुत कल्टीवेशन नहीं किया हुआ होता तो मैं तो मर ही गया होता.... फिर भी, तुम यह पूछने की हिम्मत कर रहे हो कि क्या हुआ?]
जब वह और कुछ बोलने वाला था, उसने जहाँग वान के चेहरे पर दुविधा देखी और उसे लगा कि यह झूठी नहीं हैl उसके दिमाग में एक विचार कौंधा और उसे कुछ याद आयाl आँखों में अविश्वास भरकर उसने पूछा,"तुम... क्या तुमने अभी एक ब्रेक थ्रू पा लिया है?"
"बिलकुल!"
जहाँग वान ने अपना सिर हिलायाl
हेवन्स पाथ गोल्डन बॉडी को साध लेना, एक प्रकार का ब्रेक थ्रू ही माना जाना चाहिए!
"लेकिन... अगर यह ब्रेक थ्रू है फिर भी, क्या किसी के लिए इतना जल्दी सुधार करना मुमकिन है..."
मास्टर लू चेन को अब जाकर समझ आया कि क्या चल रहा है, लेकिन फिर भी उन्हें उसपर विश्वास नहीं हो रहा थाl
कई लोग हैं जो कुछ ख़ास तकनीकों से अपने कल्टीवेशन के स्तर को एक क्षण में बढ़ा लेते हैंl ताकत में अत्यधिक बढ़ावा होने के कारण, उनका शरीर जल्दी से हुए इस शारीरिक परिवर्तन में नहीं ढल पता, इसलिए वे अपनी ताकत पर काबू नहीं कर पातेl उनके लिए जो साधारण सी ताकत है वह दूसरों के लिए बहुत ज़ोरदार बन जाती हैl
जब किसी के पास, १०० किलो की ताकत है और वो उसका दस प्रतिशत प्रयोग करता है, तो वह केवल १० किलो होगीl इतनी ताकत से कोइ भी आसानी से कप उठा सकता हैl लेकिन, कोई उसी अनुपात में एक कप उठाने की कोशिश करे, तब, जब उसकी ताकत १०००० किलो हो गयी है, तो १००० किलो की ताकत से कप उठाने पर कप उसे सह नहीं पायेगा और चूर चूर हो जायेगा!
जहाँग वान के साथ ऐसा ही हुआ होने की बहुत अधिक सम्भावना थीl जब उसे ही नहीं पता की उसकी ताकत इतना बढ़ गयी है, तो ज़ाहिर है कि लू चेन उसकी बढ़ी हुई ताकत के समान अनुपात को नहीं झेल पायेगाl
उसने इस स्थिति के बारे में किताबों में पढ़ा था, और जिसके साथ ऐसा हुआ है, उसको यह बात समझने में और आदत डालने में कुछ समय लगेगाl
शुरू में, उसे लगा था कि यह बस सुनी सुनाई बात हैl उसने कभी नहीं सोचा था ....ऐसा सच में होता है!
बस यही था, कि उसे यह अविश्वसनीय लग रहा था कि कोई आदमी केवल किताबों के पन्ने पलट कर और फिर कुछ देर सपनों में खोये रहकर अपनी ताकत इतनी बढ़ा सकता हैl
क्या यह अचानक वृद्धि उसके गहरे संचयन के कारण हो सकती है? हो सकता है कि इसने कुछ ऐसा पढ़ा हो , जिससे इसे ज्ञान की प्राप्ति हो गयी हो, जिसके कारण एक ही क्षण में इसे ब्रेक थ्रू हो गया होl
यदि ऐसा है तो, फिर तो इसकी किस्मत बडी खराब हैl
"मेरे साथ बैठक में आओ!"
अपने दिमाग में भरी शंका के कारण, मास्टर लू चेन ने और अधिक नहीं बोला और, उसे वापस बैठक में ले गयेl
वह सही सोच रहे हैं कि नहीं यह पता करना आसान थाl उन्हें केवल एक स्ट्रेंथ नापने का खम्भा ढूंढ कर जहाँग वान की ताकत नापनी थीl
चूँकि, यह युवक फाइटर 6 -डान कल्टीवेशन स्तर की किताब ढूंढ रहा था, तो पक्का इसने पिक्सी रियल्म में ब्रेक थ्रू नहीं किया होगाl चूँकि, यह फाइटर ६- डान स्तर पर नहीं पहुंचा है, तो एक फाइटर ५- डान पिनाकल होने के नाते, इसमें अधिक से अधिक ४ डिंग की ताकत होगीl
यदि इसकी ताकत इससे अधिक होती है तो इसका अर्थ है कि इसमें बहुत अधिक सुधार हुआ हैl
यदि ऐसा हुआ तो, पहले जो हुआ वह समझ आ जायेगाl
.........
बैठक मेंl
हुआंग यु और बाई क्सुन अभी नहीं गए थेl वह अभी भी पढाई के कक्ष की ओर बेसब्री से देखते हुए बैठक में ही बैठे थेl
वे यहाँ एक विनती लेकर आये थे, लेकिन मास्टर लू चेन जहाँग वान की परीक्षा लेने के तुरंत बाद ही उसको लेकर पढाई के कक्ष में चले गये, और उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दियाl साथ ही, ऐसे अचानक ही चले जाना भी उन्हें ठीक नहीं लगा, इसलिए वे वहीँ सब्र से उनका इंतज़ार करने लगेl
"क्सिओं यु, अभी.... क्या मास्टर जहाँग वान, सच में फाइटर 5 - डान पिनाकल स्तर तक पहुँच गए है?"
बाई क्सुन अब जहाँग वान को प्रतिद्वंदी के रूप में नहीं देख रहा था, जैसा पहले देख रहा थाl बल्कि, उसकी आवाज़ में थोड़ा उत्साह झलक रहा थाl
दरअसल, वह चित्रकारी में ज़रा भी रूचि नहीं रखता थाl यदि उसके पिता ने जोर नहीं दिया होता, तो वह यहाँ नहीं आता!
उसको जिस बात में रूचि थी, वह कल्टीवेशन थाl
उसे केवल ताकतवर लोगों से मिलकर ही प्रसन्नता होती थीl
अब तक, वह खुद को ही महान समझता थाl केवल अठारह वर्ष का होने पर भी वह फाइटर 5 - डान पिनाकल स्तर पर पहुँच गया थाl राजधानी में उसकी कल्टीवेशन की गति से प्रतिस्पर्धा करने वाले अधिक लोग नहीं थेl फिर भी, उसने उम्मीद नहीं की थी कि एक साधारण सा दिखने वाला युवक, जो उम्र में उससे अधिक नहीं लगता, वह भी उसी रियल्म तक पहुँच गया होगाl
वह इस बात पर उत्साहित कैसे न हो?
"मुझे भी पक्का नहीं पताl मैंने तुम्हें पहले ही बताया है कि वह मेरी दुकान पर केवल किताब खरीदने आया था... मुझे भी उसके बारे में अधिक नहीं पता! लेकिन, चूँकि वह फाइटर 6 - डान की कल्टीवेशन की तकनीक की किताबें ढूंढ रहा है तो वह पक्का ही फाइटर 5 - डान पिनाकल तक तो पहुँच गया होगा!"
हुआंग यु बोलीl
जहाँग वान ने अभी तक कोई हरकत नहीं की थी तो उन्हें उसकी ताकत का कोई अंदाज़ा नहीं थाl लेकिन, क्योंकि वह ६- डान की मैनुअल्स ढूंढ रहा है तो वह 5 - डान पिनाकल पहुँच ही गया होगाl
नहीं तो, इतने ऊंचे स्तर की मैनुअल्स ढूँढने का कोई औचित्य नहीं है!
"इतने बड़े स्तर पर इतनी कम उम्र में पहुंचना, सोचता हूँ वह कितना ताकतवर होगाl बाद में मैं खुद ही परख लूँगा..."
बाई क्सुन मन ही मन हंसाl वह युद्ध के लिए उन्मादी था, और उसका दिल अपनी ही उम्र के समान स्तर के आदमी से दो दो हाथ करने की इच्छा को और नहीं रोक पा रहा थाl
डा डा डा !
जब वे दोनों बात कर ही रहे थे, कि कोई वहां आयाl मुड़कर देखने पर दोनों को अचम्भा हुआl
मास्टर लू चेन, जो कुछ देर पहले तो इतने शालीन लग रहे थे, अब बहुत ही दुखी लग रहे थे और उनका चेहरा खून से भरा था और वे बिखरे हुए से लग रहे थेl