एपिसोड 1: नवजागरण (The Awakening)
अर्जुन की आँखें धीरे-धीरे खुलीं। सिर में हल्का दर्द हो रहा था, और उसकी दृष्टि धुंधली थी। जब उसकी नज़रें साफ़ हुईं, तो उसने खुद को एक घने जंगल के बीच पाया। चारों ओर ऊँचे-ऊँचे पेड़ थे, पत्तियों के बीच से हल्की रोशनी छनकर आ रही थी। हवा में अजीब-सी नमी थी, और पक्षियों की आवाज़ें दूर-दूर तक गूँज रही थीं। लेकिन सबसे चौंकाने वाली चीज़ थी—उसके सामने हवा में तैरती हुई एक चमकती होलोग्राफिक स्क्रीन।
[स्वागत है, अर्जुन! आपको 'कोडेक्स सिस्टम' के नए खिलाड़ी के रूप में चुना गया है।]
अर्जुन का दिल जोर से धड़कने लगा। यह क्या था? एक वीडियो गेम? कोई सपना?
"ये... क्या मज़ाक है?" उसने खुद से बड़बड़ाया।
तभी स्क्रीन पर नया संदेश चमका—
[नई क्वेस्ट: छाया राज्य में पहले दिन को जीवित रहो!]
अर्जुन ने गहरी साँस ली। अब तक उसे यकीन नहीं था कि यह हकीकत थी या कोई भ्रम। लेकिन उसके सामने जो कुछ हो रहा था, उसे नज़रअंदाज करना मुश्किल था।
नई दुनिया में पहला कदम
अर्जुन ने अपने चारों ओर देखा। जंगल घना था, और यहाँ तक कि दिन में भी, नीचे बहुत कम रोशनी पहुँच रही थी। उसे महसूस हुआ कि उसके कपड़े भी बदल गए थे—अब वह किसी योद्धा की तरह काले और नीले रंग के कवच जैसे कपड़ों में था।
"यह सब क्या हो रहा है?" उसने खुद से पूछा।
अचानक, उसके सामने फिर से स्क्रीन चमकी—
[सावधान! आपके नज़दीक एक छाया जीव मौजूद है।]
अर्जुन ने जल्दी से अपनी नज़रें घुमाईं। कुछ ही दूरी पर, एक काली परछाईं-सी आकृति धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ रही थी। वह दिखने में एक भूत की तरह थी, लेकिन उसकी आँखों में लाल चमक थी।
"यह कोई भूत है या राक्षस?" अर्जुन के मुँह से निकला।
तभी स्क्रीन फिर से चमकी—
[नई क्षमता अनलॉक: एनर्जी स्लैश!]
अर्जुन के दाएँ हाथ में अचानक एक नीली चमक उठी, और उसने देखा कि एक ऊर्जा की तलवार उसके हाथ में बन चुकी थी।
"क्या... यह सच में हो रहा है?"
पहला युद्ध
छाया जीव अर्जुन की ओर झपटा, लेकिन अर्जुन ने बिना सोचे-समझे अपनी तलवार घुमा दी।
श्वाश्श्श!
एक ऊर्जा लहर निकली और सीधे उस जीव से टकराई। एक ज़ोरदार चीख गूँजी, और वह जीव तुरंत धुएँ में बदलकर गायब हो गया।
अर्जुन के दिल की धड़कन तेज हो गई थी।
[बधाई हो! आपने पहला शत्रु परास्त किया। 10 एक्सपी प्राप्त हुए।]
"एक्सपी? क्या मैं किसी गेम के अंदर हूँ?"
वह अब तक पूरी तरह से समझ चुका था कि यह कोई सामान्य दुनिया नहीं थी। यहाँ नियम अलग थे, और उसे जीवित रहने के लिए इन नियमों को सीखना होगा।
अज्ञात खतरा
अर्जुन ने राहत की साँस ली, लेकिन तभी झाड़ियों से कुछ और आवाज़ें आने लगीं।
"क्या फिर से कोई शत्रु आ रहा है?" अर्जुन ने तलवार को और मजबूती से पकड़ा।
झाड़ियों से एक नहीं, बल्कि तीन छाया जीव निकले। ये पहले वाले की तुलना में अधिक बड़े और ताकतवर दिख रहे थे।
[सावधान! उच्च-स्तर के छाया जीव आ रहे हैं!]
"तीन दुश्मन? यह मुश्किल होगा..." अर्जुन ने सोचा।
एक छाया जीव तेजी से उस पर झपटा, लेकिन अर्जुन अब तैयार था। उसने अपनी तलवार घुमाई और एक मजबूत वार किया।
स्विश्श्श!
एक छाया जीव तुरंत धुएँ में बदल गया, लेकिन तभी बाकी दो उस पर टूट पड़े।
अर्जुन ने एक पर वार किया, लेकिन दूसरा छाया जीव तेजी से उसके पीछे आ गया और उसने अर्जुन पर हमला कर दिया।
"उफ़!" अर्जुन जमीन पर गिर गया, लेकिन उसने तुरंत खुद को संभाला।
[आप पर हमला हुआ! -5 HP घटा।]
"तो यहाँ HP सिस्टम भी है?" अर्जुन ने जल्दी से उठते हुए सोचा।
अब उसे सावधानी से लड़ना था। उसने अपनी तलवार को घुमाया और एक शक्तिशाली वार किया।
"एनर्जी स्लैश!"
नीली रोशनी से भरी तलवार से एक ज़बरदस्त ऊर्जा लहर निकली, जिसने दोनों छाया जीवों को एक साथ मिटा दिया।
असली खेल की शुरुआत
अर्जुन के दिल की धड़कन तेज हो गई थी।
[बधाई हो! आपने छाया जीवों को हराया। 50 एक्सपी प्राप्त हुए।]
"यह आसान नहीं था, लेकिन मैंने कर दिखाया!" उसने खुद से कहा।
लेकिन यह केवल शुरुआत थी...
[नई सूचना: अगले मिशन के लिए तैयार हो जाइए!]
अर्जुन ने गहरी साँस ली और जंगल में आगे बढ़ा। सामने क्या था, यह तो उसे नहीं पता था, लेकिन एक बात साफ थी—यह सिर्फ शुरुआत थी।
नई दुनिया की ओर पहला कदम
अर्जुन ने गहरी साँस ली और जंगल में आगे बढ़ा। उसे नहीं पता था कि यहाँ किस तरह के खतरों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन अब वह पीछे नहीं हट सकता था।
जंगल का माहौल रहस्यमयी था। हर तरफ अजीब सी चुप्पी थी, बस कभी-कभी किसी पक्षी की आवाज़ या हवा की सरसराहट सुनाई देती थी। अर्जुन ने धीरे-धीरे कदम बढ़ाए, हर चीज़ को ध्यान से देखते हुए।
"अगर यह सच में एक गेम जैसा है, तो मुझे अपनी क्षमताओं और इस दुनिया के नियमों को अच्छे से समझना होगा।"
तभी, सामने एक विशाल वृक्ष के पास उसे कुछ चमकता हुआ दिखाई दिया। वह नज़दीक गया और देखा कि यह एक नीला क्रिस्टल था। जैसे ही उसने उसे छुआ, होलोग्राफिक स्क्रीन फिर से प्रकट हुई—
[आपने एक 'माना क्रिस्टल' प्राप्त किया! इसका उपयोग आपकी जादुई क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।]
"तो यहाँ मैजिक सिस्टम भी है?" अर्जुन ने उत्सुकता से कहा।
उसने क्रिस्टल को अपने हाथ में पकड़कर महसूस किया। उसमें से हल्की नीली रोशनी निकल रही थी।
"शायद आगे चलकर यह मेरे काम आए।" उसने क्रिस्टल को अपनी जेब में रखा और आगे बढ़ने लगा।
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पहला साथी?
जंगल में चलते हुए अर्जुन को हल्की-हल्की थकान महसूस होने लगी थी। उसने देखा कि सूर्य अब क्षितिज के पास पहुँच रहा था, मतलब शाम होने वाली थी।
"मुझे किसी सुरक्षित जगह की तलाश करनी होगी।"
वह एक ऊँची चट्टान पर चढ़ा और चारों ओर देखा। दूर एक झरना बह रहा था, और उसके पास घास का एक खुला मैदान था।
"शायद वहाँ आराम करना अच्छा रहेगा।"
लेकिन जैसे ही वह आगे बढ़ने लगा, उसे एक हल्की कराहने की आवाज़ सुनाई दी।
"कौन है वहाँ?" अर्जुन सतर्क हो गया और तलवार निकाल ली।
आवाज़ की दिशा में बढ़ते हुए उसने देखा कि एक लड़की जमीन पर गिरी हुई थी। उसके कपड़े फटे हुए थे और वह बुरी तरह घायल लग रही थी।
"हे! तुम ठीक हो?" अर्जुन उसके पास गया और झुककर उसे हिलाया।
लड़की की आँखें धीरे-धीरे खुलीं। उसने अर्जुन को देखा और घबराकर पीछे हटने की कोशिश की।
"डरो मत, मैं तुम्हें चोट नहीं पहुँचाऊँगा।" अर्जुन ने कहा।
लड़की कुछ बोलने ही वाली थी कि झाड़ियों से फिर से हलचल होने लगी।
गुर्रर्रर्र!
यह आवाज़ पहले सुने गए छाया जीवों से अलग थी—यह और भी भयानक लग रही थी।
[सावधान! उच्च-स्तर का छाया भेड़िया आपकी ओर बढ़ रहा है!]
"अब ये क्या मुसीबत है!" अर्जुन ने तलवार को और मजबूती से पकड़ा।
भेड़िया झाड़ियों से बाहर आया। उसकी आँखें जलती हुई लाल थीं, और उसके शरीर से काले धुएँ की लपटें निकल रही थीं।
"क्या तुम लड़ सकती हो?" अर्जुन ने लड़की से पूछा।
लड़की ने अपना सिर हिलाया, "मैं बहुत कमजोर हूँ... लेकिन अगर तुम मुझे थोड़ा समय दो, तो मैं एक जादू का प्रयोग कर सकती हूँ!"
"समय चाहिए? ठीक है, मैं इसे रोकने की कोशिश करता हूँ!"
भेड़िया तेजी से अर्जुन की ओर झपटा, लेकिन अर्जुन पहले से तैयार था। उसने तलवार से वार किया, लेकिन भेड़िया बहुत तेज़ था। वह हवा में कूदकर अर्जुन के ऊपर आ गया।
"बचो!" अर्जुन तेजी से पीछे हटा, लेकिन भेड़िया के पंजे उसकी बाँह से टकराए और हल्की चोट लग गई।
[आप पर हमला हुआ! -10 HP घटा।]
"कमबख्त!" अर्जुन ने दर्द सहते हुए फिर से तलवार उठाई।
तभी लड़की ने अपनी आँखें बंद कर लीं और कुछ बड़बड़ाने लगी। उसके हाथों के चारों ओर नीली रोशनी इकट्ठी होने लगी।
"मैं तैयार हूँ!" लड़की ने अचानक आँखें खोलीं, और उसके हाथों से एक तेज़ ऊर्जा लहर निकली।
"जादू - आइस ब्लास्ट!"
नीली बर्फ की किरणें हवा में लहराईं और सीधे भेड़िया से टकराईं। वह तुरंत जमने लगा और कुछ ही सेकंड में बर्फ की मूर्ति में बदल गया।
अर्जुन ने मौका नहीं गँवाया और अपनी तलवार पूरी ताकत से भेड़िया पर चलाई।
स्विश्श्श!
बर्फ का भेड़िया तुरंत टूटकर बिखर गया और धुएँ में बदलकर गायब हो गया।
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एक नई शुरुआत
लड़की ने गहरी साँस ली और जमीन पर बैठ गई।
"धन्यवाद... अगर तुम समय नहीं देते, तो शायद मैं यह जादू नहीं कर पाती।"
"कोई बात नहीं," अर्जुन ने मुस्कुराकर कहा। "वैसे, तुम कौन हो?"
लड़की ने अपना सिर ऊपर उठाया और हल्की मुस्कान के साथ कहा—
"मेरा नाम मायरा है, और मुझे नहीं पता कि मैं यहाँ कैसे पहुँची..."
[नई पात्र से मुलाकात: मायरा!]
अर्जुन को महसूस हुआ कि यह जगह सिर्फ एक साधारण जंगल नहीं थी। यहाँ बहुत कुछ था जो वह नहीं समझ पा रहा था।
"तो, क्या तुम मेरे साथ आओगी?" अर्जुन ने पूछा।
मायरा ने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया।
"हाँ, हमें साथ रहना चाहिए। यह जगह बहुत खतरनाक है।"
अर्जुन और मायरा अब साथ थे। वे नहीं जानते थे कि आगे क्या होने वाला था, लेकिन एक बात साफ थी—यह सिर्फ एक नई शुरुआत थी।
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(एपिसोड 1 समाप्त, अगले एपिसोड में अर्जुन और मायरा की रोमांचक यात्रा जारी रहेगी!)