खामोश एहसास
चारों तरफ़ अंधेरा था, बस स्ट्रीटलाइट्स की हल्की रोशनी दोनों के बीच एक न दिखने वाला पुल बना रही थी।
रूही ने हल्के से अपनी ट्रॉफी को पकड़ा, उसकी उंगलियाँ ठंडी पड़ गई थीं। ह्योन्जिन ने एक नज़र उसकी ओर देखा—वही रूही, लेकिन अब पहले से कहीं ज़्यादा निखरी हुई, कहीं ज़्यादा आत्मविश्वासी।
कोई कुछ नहीं बोला। बस एक मुस्कान, जो शायद उन बीते सालों की सारी बातें बयां कर रही थी।
वक़्त थम गया था, लेकिन दिलों की धड़कनें शायद तेज़ हो गई थीं।
क्या यह बस एक मुलाकात थी, या फिर उनकी कहानी की नई शुरुआत?
वो अनजानी पहचान
ह्योन्जिन कार की खिड़की से बाहर देख रहा था, लेकिन उसका मन कहीं और था। भीड़ में जो चेहरा एक पल के लिए टकराया था, वही अब उसकी आँखों के सामने घूम रहा था।
काली-भूरी आँखें… हल्के घुंघराले भूरे बाल… चमकती लेकिन सहज सुंदरता… और वो मुस्कान…
कुछ था उसमें। कोई बीती याद? कोई भूला हुआ एहसास?
रूही ने कार की पिछली सीट पर सिर टिका दिया। दिल अजीब तरह से धड़क रहा था, लेकिन उसने खुद को समझाया—यह बस एक संयोग था।
पर क्या यह सच में सिर्फ़ एक संयोग था, या फिर किस्मत की कोई नई चाल?
सपनों की उड़ान
अब रूही सिर्फ़ कोरिया में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में एक चर्चित नाम बन चुकी थी। उसकी मेहनत, लगन और विनम्रता ने उसे हर किसी का चहेता बना दिया।
लोग उसके गानों से जुड़ते, उसकी मुस्कान से प्रेरित होते, और उसकी सादगी से प्रभावित हो जाते। हर देश में उसके फैंस थे, हर शो में उसकी झलक पाने की होड़ लगी रहती।
लेकिन क्या सफलता की इस चकाचौंध में वो कभी पीछे मुड़कर देखेगी? क्या उसे अहसास होगा कि कोई अब भी उसे उसी सुकून से तलाश रहा है?
दो सितारे, दो दुनियाएँ
जहाँ रूही अपनी सुरीली आवाज़ और कोमल व्यवहार से दुनिया के दिलों में बस चुकी थी, वहीं ह्योन्जिन अब K-pop इंडस्ट्री के टॉप स्टार और एक प्रसिद्ध अभिनेता बन चुका था।
उसका आकर्षक चेहरा, बेहतरीन बॉडी शेप, और दमदार अभिनय—इन सबसे दुनिया दीवानी थी। लेकिन सबसे ख़ास था उसका विनम्र स्वभाव, जिसने उसे और भी पसंदीदा बना दिया था।
वो दोनों अब एक-दूसरे से दूर थे, लेकिन दोनों के नाम हर किसी की जुबां पर थे।
क्या उनकी राहें अब भी कभी टकराएँगी? या फिर यह दूरी हमेशा बनी रहेगी?
अतीत की परछाइयाँ
K-drama के लिए 'गरीब लड़की' का किरदार निभाने के लिए कोई तैयार नहीं था, लेकिन रूही ने बिना सोचे-समझे हाँ कर दी। यह सिर्फ़ एक रोल नहीं था, बल्कि उसकी खुद की ज़िंदगी का एक हिस्सा था।
शूटिंग सेट पर पहुँचते ही उसे बीते दिन याद आ गए—सियोल आने की वजह, माँ की मौत, पिता का बिछड़ना...
आज वह सबकुछ पा चुकी थी, लेकिन क्या सच में वह अपने अतीत से दूर हो पाई थी?
क्या यह ड्रामा सिर्फ़ एक एक्टिंग प्रोजेक्ट था, या फिर उसके दर्द को नए सिरे से जिंदा करने वाला एक आईना?
अनदेखी मुलाकात
K-drama के सेट पर हलचल मची थी। कैमरे सेट हो चुके थे, लाइट्स ऑन हो चुकी थीं, और कलाकार अपने-अपने किरदार में ढल रहे थे।
आज की शूटिंग का सीन एक अमीर और बिगड़ैल लड़के के इर्द-गिर्द घूम रहा था—और यह रोल निभा रहा था ह्योन्जिन।
दूसरी ओर, रूही अपने अगले सीन की तैयारी में व्यस्त थी। दोनों एक ही जगह पर थे, लेकिन इस बात से अनजान कि वे जल्द ही आमने-सामने आने वाले हैं।
क्या यह पहली मुलाकात किसी कहानी की नई शुरुआत होगी? या फिर यह मुलाकात अधूरी ही रह जाएगी?
नज़रों की बातचीत
सेट पर हलचल थी, कैमरे घूम रहे थे, और निर्देशक लगातार निर्देश दे रहे थे। रूही और ह्योन्जिन... सालों बाद आमने-सामने थे।
लेकिन न कोई शब्द, न कोई सवाल... बस एक नज़र।
रूही की आँखें अतीत की परछाइयों में डूबी थीं, जबकि ह्योन्जिन के दिल में कई अनकहे सवाल उमड़ रहे थे।
शायद यह मुलाकात सिर्फ़ एक संयोग थी, या फिर किसी अनकही कहानी की शुरुआत?