जिया के कमरे में जिया ने जब अपने ऊपर से कंबल को हटाया तो देखा उसने वही कपड़े पहने थे जो सुबह उसने पहने थे
और नहीं He Koi जबरदस्ती करने के Nishaan उसके शरीर पर The
जिया अफसोस के साथ अपने आप से बोली :- ओह शिट ये मैंने क्या कर दिया मैंने अपने आदि को थप्पड़ कैसे मार दिया
और उसकी आंखे आसू ओ से भर गई, जिया बिस्तर से उठी और आदित्य को रोकने के इरादे से भागने लगी
जिया को लगा था कि आदित्य कहीं उसको हमेशा के लिए चोरके तो नहीं जा रहा
जिया ऐसा कुछ सोचना भी नहीं चाहती थी पर पता नहीं उसने आदित्य को थप्पड़ क्यों मारा शायद गलतफहमी की वजह से
आदित्य को खुद के बिस्तर पर सोता पा कर जिया को पता नहीं क्या होगा कि आदित्य ने उसके साथ नशे में Physical Toh Nahi Hua
जिया भागते हुए हॉल में पोहुची तो देखा के आदित्य उसके माता-पिता के साथ सोफे पर बैठ कर बात कर रहा है
जिया नई चैन के सास ले और सोफे की तरफ चल दी और जाते जाते अपने बालों का बन हेयरस्टाइल बना दिया
स्वाति ने देखा के जिया उनकी तरफ आ रही है तो स्वाति बोली :- आजा जिया उठ गई
जिया बोली :- हा मां
तभी आदित्य और जिया के नजारे एक दूसरे से जा मिली जिया को आदित्य की आंखो में Narazagi दिखी और आदित्य को जिया की आंखो में अफसोस दिखा
अफसोस अपने प्यार को गलत समझा का
आदित्य ने अपना मुँह दूसरी तरफ़ कर लिया जिया को अच्छा नहीं लगा, पर जिया जानती थी कि गलती उसकी थी उसने आदित्य को बिना कुछ सोचे समझे थप्पड़ मार दिया Tha
जिया सोफे पर जाकर आदित्य के बाजू में बैठ गई और एक दम उससे चिपक कर Baith Gayi
आदित्य भी कुछ न कर सका क्योंकि मम्मी पापा The सामने
पर हमारा आदित्य भी Kaha कम था वो थोड़ा और दूर जाकर सोफे पर बैठ गया तो जिया भी उसके पास आकर चिपक कर Baith Gayi
स्वाति और महेश, आदित्य और जिया को देख समझ गए थे के शगुन हो गया है मतलब कि आदित्य और जिया के बीच में जरूर कुछ लड़ाई हुई है
स्वाति बोली :- अरे जिया तुम इतनी देर तक क्यों सू रही थी Pehele तो कभी नहीं सूई तुम Dupahar को कभी
तभी आदित्य बीचे मैने बोला :- मम्मी आपके Jaate हे मैडम ने 6, 7 गिलास Bhaang Ki Pi Li thi
जिया ने आदित्य के पैरो पर मारा जैसे बता रही हो के :- ये बात बताना जरूरी थी क्या चुप नहीं रह सकते थे
पर आदित्य भी अपने टशन में था और जिया से नाराज था अगर अभी सब कुछ नॉर्मल होता तो आदित्य कभी Nahi Bolta
पर अभी सिचुएशन अलग थी स्वाति जिया को डाटे हुए बोली :- अरे ये क्या बोल रहा है जिया मैने तुम्हे मना किया है ना जिया के ज्यादा भांग मत पीना तुम्हे नशा हो जाता है वो तो अच्छा था के आदित्य था तुम्हारे साथ उसने तुम्हारा बहुत ख्याल रखा
महेश बोले :- हां आदित्य ने हमें बता के कैसे तुमने पूरे घर में भाग रही थी और घर के अंदर ही होली खेलनी शुरू कर दी थी
जिया को ऐसे डाट खाते देख आदित्य को अच्छा नहीं लग रहा था वो बीचे मैं बोला:- ऐसी बात नहीं है पापा वो रंग जिया ने नहीं मेरी वजह से गिरे थे। I Am Sorry
भले ही आदित्य जिया से कितना भी नाराज हो पर वो जिया को ऐसे दात खाते नहीं देख सकता था
और जिया को तो इस वक्त आदित्य पे बहुत ज्यादा वाला प्यार आया था अगर मम्मी पापा ना होते तो वो तो कब का आदित्य को किस 😚 करने लगती
जिया मान मै बोली :- हाय कितना प्यार करता है मुझसे और मै बुधुराम जैसे शक कर रही थी, आदित्य सही कहता है मै बुधुराम हु
तभी स्वाति बोली :- चलो अब सब ठीक है मैने रामू काका को बुला लिया है वो घर साफ कर देंगे चलो अभी सब चल कर खाना खा लेते है
सब ने अपना सिर हिलाया या और डिनर टेबल पर बैठ गए तभी
जिया बोली :- मम्मी आज मै क्यों नहीं सबको सर्व करू
स्वाति बोली :- वाह आज सूरज कहाँ से निकला है मेरी दबंग बेटी आज सर्व करेगी चल ठीक है करदे
जिया ने ये प्लान बनाया था सर्व करने के बहाने उसकी आदित्य से बात हो जाएगी और वो उसे सॉरी भी बोल देगी
खाने में :- पनीर की सब्जी, नान, दाल, चावल, और भी बहुत सारी डिश बनाई थी
जिया ने सबसे पहले अपने पापा को सर्व किया फिर मम्मी को पर जब जिया आदित्य को सर्व करने वाली थी तो
आदित्य बोला :- तुम इतना मत करो मैं अपने आप Leluga
इतना बोल कर आदित्य ने सब्जी का बाउल जिया के हाथ से लिया और अपनी प्लेट में सब्जी डालने लगा और नान भी लेलिया
और जिया जा कर आदित्य के बाजू वाली कुर्सी पर बैठ गई जिया उदास हो गई थी क्योंकि आदित्य ने उसे सर्व नहीं करने दिया
खाना खाते वक्त जिया को एक आइडिया आया उसने टेबल के नीचे से अपने पैरों को आदित्य के पैरों से रगड़ने लगी
और जब आदित्य को जिया के सॉफ्ट और गोरे पैर अपने पैरों पर रगड़ते हुए देखे तो उसके रोंगटे खड़े हो गए मानो उसकी बॉडी में जैसे कोई करंट सा Dood गया हो
आदित्य ने जिया की तरफ देखा Toh जिया ने देखा के आदित्य उसे देख रहा है तो जिया ने आदित्य को एक बड़ी सी स्माइल दी
उस स्माइल में शरारत छुपी थी 😜 आदित्य जिया के स्माइल देख कर Pighal Ne He वाला था तभी आदित्य को जिया का थप्पड़ याद Aagaya
और उसने फिर अपना मुंह घुमा कर खाने पर कंसन्ट्रेट किया पर जिया इतनी जल्दी कहाँ हार मानने वाली थी
उसने थोड़ा मोहक तरीके से अपने पैरों को आदित्य के पैरों से रगड़ने लगी
जिया का स्पर्श आदित्य को पागल कर रहा था आदित्य ने तो जैसे तैसे अपने आप को कंट्रोल किया पर
आदित्य का छोटा आदि इतनी ज्यादा खूबसूरती और हॉट लड़की का वार नहीं झेल पाया और उसने हार मान ली
और आदित्य का छोटा आदि जिया को सलामी देने लगा पर जिया को कुछ पता नहीं था वो तो बस अपने से नाराज हुए आदित्य को मनाना चाहती थी
खाने के बाद आदित्य और जिया दोनो ने एक साथ प्लेट्स रखी किचन में जाकर रख दी
जिया को अच्छा मोका मिल गया था आदित्य से बात करने का जिया ने आदित्य का हाथ पकड़ा और
बोली :- आदि सॉरी ना मुझसे गलती होगी मुझे तुम्हे थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था
पर आदित्य ने अपनी नाराजगी जारी रखी राखी और जिया से अपने हाथ चुरा कर जाने लगा
पूरी शाम आदित्य जिया से नाराज रहा फिर जब रातो को आदित्य घर से जाने वाला था तब जिया ने उसका हाथ पकड़ा और अपने कमरे की तरफ ले Jaane Lagi
आदित्य ने अपना हाथ चुराने की कोशिश की पर जिया ने उसके हाथ को कसकर पकड़ के रखा हुआ था
अब क्या होगा आगे क्या करने वाली है जिया आदित्य के साथ क्यों लेगाई वो आदित्य को अपने कमरे में जाने के लिए पढते Raheye