एक समय की बात हैं। शुरुआत होती है जीन यूनिवशृ के मौराग नाम के प्लेनिट के सिंघानिया परिवार के लीडर आजाद सिंघानिर जो पूरे मौराग प्लेनीट का सबसे ताकतवर गणित का ज्ञान रखने व्यक्ति है। और उसका छोटा भाई जो मोराग ग्रह का दूसरा सबसे ज्यादा गणित का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति है। जिसका नाम जितेन्द्र सिंघानिया है। आजाद सिंघानिया अपनी सरदार की कुर्सी पर बैठा है। आजाद = बताओं मेरे भाई तुम मुझसे क्या बात करन चाहते थे। जीतेन्द्र = बड़े भाई में आपसे भी ताकतवर बनना चाहता हूं। तो क्या आप मुझे वो गणित कि किताब देंगे। जो आपको गणित के देवता ने सबसे ज्यादा गणित का ज्ञान प्राप्त करने के बाद दी थी। आजाद - भाई मे वो किताब तुम्हे दे तो दूंगा । पर तुम अभी उस किताब को हासिल करने के लिए प्रयाप्त शक्तिशाली नहीं हों तो उस किताब का ज्ञान प्राप्त करने के लिए तुम्हे और ताकतवर यानि गणित के बादशाह लेवल पर पहुंचना होगा। जितेन्द्र = भाई आप तो मुझे उस किताब के हाथ लगाने ही नही देते । जब मैने आप से पहले वह किताब मांगी थी । तो आपने मुझसे यह कहकर की तुम पहले गणित के राजा लेवल पर पहुंच जाओ। आपने मुझे वो किताब नहीं दी थी। आप मुझे हर बार यह कहकर कि तुम अभी उतने शक्तिशाली नही हो। बो किताब नहीं देते। आजाद =तुम अभी शक्तिशाली नहीं हो। यह कहकर किताब नहीं देता । जितेन्द्र - वहाँ से बहुत गुस्से में आकर वहां से चला जाता हैं। फिर शुरुआत होते हैं। 2 साल 4 महीने 17 दिन, के बाद जितेन्द्र= भागता हुआ आता हैं। और आजाद से कहता हैं। बडे भाई हमारे परिवार पर शेरगिल, आबिरोए, मलिक और रहेजा परिवार के लिंडर और उनकी फोज ने पर हमला कर दिया है। आजाद= चलो भाई लगता है, वह सभी परिवार के लिडर अपनी ओकात भूल सभी गए हैं। चलो उन्हें उनकी औकात बताए । और अब जा शेरगिल, ओवीरोय, मलिक रहेजा और सिंघानिया परिवार का यह युद्ध कई सालो तक चलता गया और