reborn of his innocent desire

🇮🇳ishqi_fly
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Synopsis

मौत!

Kolkata hospital... रात 9 बजे

करीब 30 साल की औरत अपनी जिंदगी की आखिरी सांसे ले रही थी

उसके पास उसका पति बैठा था और उसे हंसाने की नाकाम कोशिशें कर रहा था

" थंडर तुझे अब फ्यूचर की टेंशन नहीं लेनी पड़ेगी क्योंकि हम दोनों एक साथ उस जालिम दुनिया को छोड़ देंगे और ना तुझे मेरा वेट करना पड़ेगा "

चलो तुम्हें डायरी की वो फोटोज दिखाता हूं जो तुझ से छुप कर मैने ली थी...

इतना बोल कर वो शक्श एक एल्बम निकालता है और उसकी पिक्चर बेड पर लेटी उस खूबसूरत लड़की को दिखाने लगता है जो मुश्किल से सांस ले पा रही थी

ये हैं " मिसेज राहत आतिश अलकानी "

और इसके सामने बैठा है इसका पति आतिश अलकानी

जो दिखने मै प्रिंस चार्मिंग है बस उसका रंग हल्का गेहुआ है जो उसे और ज्यादा खूबसूरत बनाता है

माथे पर बिखरे बाल उसकी amber eyes को छुपाने की नाकाम कोशिशें कर रहे थे

उसके चेहरे पर एक स्माइल जो सिर्फ तब आती है जब वो अपनी थंडर के आस पास होता है

उसकी थंडर उसकी बीवी है जो सिर्फ नाम से राहत नहीं है बल्कि आतिश की जिंदगी में सच में एक राहत लाने का काम करती है

पर फिलहाल राहत बोलने में नाकाम थी उसकी पूरी बॉडी पैरालाइज्ड हो चुकी थी जिस वजह से ना वह कुछ बोल सकती थी और ना ही आतिश के बहते आंसू पहुंच सकते थे

उसकी नीली आंखें रह-रह कर भीग रही थी जिन्हें आतिश बार-बार पहुंच रहा था

राहत ने पूरी जिंदगी कभी भी आतिश की इज्जत नहीं की हमेशा उसे गलत समझा उसे लगता था आतिश सिर्फ उसे एक हवस मिटाने की चीज समझता है क्योंकि आतिश को एक प्रॉब्लम थी जिससे वह जब भी रात के करीब आता था आउट ऑफ कंट्रोल हो जाता था और इसके पीछे बहुत सारे रीजन थे पर रहता को यही लगता था यह सब कुछ आतिश नॉर्मल होते हुए भी कर रहा है क्योंकि आतिश बाकी लड़कियों के करीब भी नहीं जाता था बस राहत से उसे अलग ऑप्शन था जो वह चाह कर भी नहीं मिटा पाता था राहत को नहीं पता था आतिश उससे दूर रहने के लिए कितने ट्रीटमेंट ले चुका है पर हर ट्रीटमेंट फेल हो जाता था रात को अब धीरे-धीरे सब समझ आ रहा था पर अब समझने से कोई फायदा नहीं था क्योंकि अब बहुत ज्यादा देर हो चुकी थी

राहत आतिश को बताना चाहती थी कि उसे एक प्वाइजन दिया गया है जिसकी वजह से उसकी पूरी बॉडी पैरालाइज्ड हो चुकी है ना कि यह एक कोइंसिडेंट था यह जानबूझकर किसी ने किया है पर फिलहाल राहत शिवाय अफसोस करने के कुछ नहीं कर सकती थी ना वह आतिश को कुछ बोल सकती थी और ना उसे खुद पता था कि उसे यह प्वाइजन देने वाला शख्स कौन है

करीब आधे घंटे बाद चाहत के शरीर से जुड़ी मशीनों में एक तेज बीप बीप की आवाज आने लगी और आतिश का चेहरा डर के मारे काला पड़ गया उसने रत का हाथ पकड़ते हुए कहा थंडर इतनी जल्दी तो नहीं जाना था प्लीज आई रिक्वेस्ट यू मैं अपनी जिंदगी में किसी के सामने हाथ नहीं फैलाए हैं पर तुम्हारे सामने फैला रहा हूं प्लीज मुझे छोड़कर मत जाओ

राहत भी पूरी हिम्मत कर रही थी कि वह आतिश को कुछ बोल पाए पर वह ऐसा कुछ ना कर सकी

और अचानक ही सब कुछ शांत हो गया चाहत की हार्टबीट कि वह बंटी लाइन एकदम सीधी हो गई और चाहत के शरीर में ठंडापन पकड़ लिया

आतिश में चिल्लाते हुए " noooooo you can't.....!!!!!!"

पर अब उसके हाथ में कुछ नहीं था उसकी राहत उसे छोड़कर जा चुकी थी

Rebirth

मुंबई व्हाइट विला

सुबह के करीब 8 बजे

राहत की आंखें चेहरे पर धूप पड़ने के कारण खुली उसे अपने कानों में चिड़िया की बोलने की आवाज आ रही थी क्योंकि व्हाइट विला चारों तरफ से एक गार्डन से गिरा था जिस वजह से वहां पक्षियों का आना-जाना लगा रहता था चाहत ने कस मसाते हुए अपनी आंखें खोली उसे अपने शरीर में बहुत तेज दर्द हो रहा था और साथ ही ऐसा लग रहा था किसी ने उसे जंजीरों से जकड़ रखा है !

राहत ने बहुत मुश्किल से अपनी आंखों को खोल कर आस पास देखने की कोशिश की आखिर वह कहां है

और जैसे ही उसके नजर सीलिंग पर लटके झूमर पर गई उसकी आंखें हैरानी से फैल गई

यह तो आतिश का कमरा था पर

" वह वह तो मर चुकी थी वह आतिश के कमरे में क्या कर रही है ? उसने जैसे ही दूसरी तरफ चेहरा घुमाया आतिश का हैंडसम फेस उसके सामने आ गया जो सोते हुए बहुत ज्यादा मासूम लग रहा था आतिश उसको कुछ इस कदर पकड़े हुआ था जैसे अगर वह छोड़ेगा तो राहत उसे छोड़ कर भाग जाएगी

और यह डर सच भी था

राहत हमेशा उसके साथ ऐसा ही करती है जब भी उसे मौका मिलता है आतिश से दूर जाने का

वह बहुत दूर चली जाती है

और आतिश उसके बिना कई महीने बीताता है

पर राहत को समझ नहीं आ रहा था कि अब वह यहां क्या कर रही है

उसने धीरे से बोलने के लिए अपना मुंह खोला क्योंकि वह तो पैरालाइज्ड थी अगर वह जिंदा भी बच गई तो भी वह बोल नहीं सकते थे पर उसके मुंह से शब्द निकल रहे थे

उसने धीरे से कहा " क्या क्या मैं ठीक हो गई "

पर उसने नजरे घूम कर इधर-उधर देखा तो टेबल पर पड़े कैलेंडर पर उसके नजर गई जिसमें 2023 का कैलेंडर ओपन था उसने और नजर घुमाई तो देखा यह कैमरा बिल्कुल उसी तरह सजा हुआ है जिस तरह उसकी शादी की रात सजा था

उसको समझ नहीं आ रहा था उसके साथ यह क्या हो रहा है डर के मारे उसके पसीने छूट रहे थे उसका दिल जोरो से धक धक कर रहा था

वो कहा पहुंच गई अपने अतीत में? या ये कोई एक सपना है? या फिर जो जिंदगी उसने बिताई है वो एक बुरा सपना था उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था

राहत की खूबसूरत नीली आंखों मै आंसु भर चुके थे उसने होठ भींचते हुए खुद को रोने से रोकने की नाकाम कोशिश की पर फिर भी उसके होठों से सिसकी निकल ही गई

जिसके अगले ही पल आतिश की आंखे खुल गई उसने धीरे से अपनी amber eyes खोलते हुए राहत के गोल चेहरे को देखा जिस पर पसीने की बूंदे ठहरी थी साथ मै गालों पर आंसु

उसने धीरे से कडल करते हुए राहत के चेहरे को बिल्कुल अपने चेहरे के सामने किया और हल्के से उसके बालों को उसके कान के पीछे करते हुए उसके फोर हेड को चूमते हुए कहा

" थंडर are you alright hmm "

राहत ने आंखे उठाते हुए आतिश को देखा ओर उसकी आंखो से झर झर के आंसु बहने लगे कितने दिनों बाद उसने आतिश की करीबी महसूस की थी

चाहे ये हकीकत हो या सपना उसे अपने करीब आतिश को महसूस कर के जो फील हो रहा था उस सुकून को वो कभी खुद से दूर नहीं करना चाहती थी

वही आतिश ने एक बार फिर उसके soft cheek को किस करते हुए कहा

" क्या हुआ sweetheart ऐसे क्या देख रही हो अब तो तुम्हारी ओर मेरी शादी भी हो गई अब तो मैं एक हक से तुम्हारे करीब आ सकता हु ना अब मेरे प्यार मै हवस नजर नहीं आती होगी तुम को ? "

आतिश आंखो मै ढेर सारी उम्मीद लिए राहत से ये सवाल कर रहा था

To be continued ❤️