पिछले भाग में आपने पढ़ा कि अनिकेत एक टिया नाम की लड़की को लिफ्ट देता है और फिर उसे जंगल में ले जाता है।वहां पर वो शेर बनकर उसका शिकार करता है।अब आगे -
टिया की खून से सनी डेड बॉडी वहीं पड़ी हुई थी और गाड़ी ने चारों तरफ खून फैला हुआ था।अनिकेत अब फिर से इंसान बन गया और कुछ ही देर में नॉर्मल हो गया।उसके बाद उसने टिया की बॉडी को कार में से बाहर निकाला और वहीं जंगल में फैंक दिया।
फिर वो खुद से बोला -"शिकार, वो भी लड़की का.....और वो भी जवान लड़की का.... कुछ अलग ही नशा है।
फिर उसने देखा तो उसकी गाड़ी में खून ही खून फैला हुआ था और वो खुद से ही बोला -"मुझे गाड़ी की सफाई करनी पड़ेगी, नही तो प्रॉब्लम हो सकती है।"
उसके तुरंत बाद, वो गाड़ी को तेजी से चलाने लगा और कुछ ही देर में जंगल के बीचों बीच एक नदी के किनारे ले गया।उसने गाड़ी किनारे पर लगाई और गाड़ी की डिक्की में से मग और बकेट निकाल ली।उसके बाद उसने नदी का पानी भरा और उससे गाड़ी की सफाई करने लगा।वो काफी मेहनत से गाड़ी साफ कर रहा था, जिस वजह दे उसे काफी टाइम भी लग रहा था।
लेकिन अनिकेत ने हिम्मत नही हारी और काफी मेहनत करके, गाड़ी को अच्छी तरह से साफ कर दी।फिर वो गाड़ी को ध्यान से देखते हुए बोला -"अब गाड़ी पूरी तरह से साफ है, कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।"
फिर वो गाड़ी में बैठा और गाड़ी चलाते हुए उसी फार्म हाउस में ले गया, को जंगल में बीचों बीच में था और वो पहले भी आहना के साथ वहां आया था।उसने गाड़ी बाहर पार्किंग में लगाई और फार्म हाउस में आ गया।वो तेजी से अपने रूम में गया और फिर उसने अपने रूम में बिछा हुआ कार्पेट हटा दिया।वहां पर एक छोटा सा लकड़ी का दरवाजा था और अनिकेत ने उसे भी खोल दिया।उसमे नीचे की तरफ सीढ़ियां जा रही थीं और अनिकेत उनसे नीचे उतरकर एक बड़े से तयखाने में पहुंच है।वहां पर भी एक खूबसूरत सा बेडरूम था और आसपास दीवारों पर बड़े बड़े शीशे लगे हुए थे।
अनिकेत जाकर एक बड़े से शीशे के सामने खड़ा हो गया और फिर खुद सी ही बोला -"यही मेरा दुर्भाग्य है कि मुझे दूसरों की मौत ही सकून देती है।"
उसके बाद अचानक ही अनिकेत की आंखों से आंसू बहने लगे और वो वहीं बैठकर रोने लगा।
रात बीत चुकी थी और सूर्य की रोशनी चारों तरफ फैलने लगी थी।आहना उठी और नहाकर रेडी हो गई।अभी वो किचन में थी कि तभी वहां पर रोनित आ गया और फिर बोला -"यार मुझे काफी लेट हो रहा है, तो क्या तुम मेरे लिए भी ब्रेकफास्ट बना दोगी?"
आहना ने हां की और ब्रेकफास्ट बनाने लगी।तभी रोनित ने मन ही मन में सोचा -"मुझे ये अनिकेत आहना के लिए सही नही लगता, मुझे कुछ भी करके इसको उस अनिकेत से दूर करना ही होगा।"
उसके बाद, उसने आहना से कहा -"आहना मैं क्या सोच रहा था , मेरे ऑफिस में एक hr department में वेकेंसी निकली है, तो अगर तुम कहो तो मैं तुम्हारे लिए अप्लाई कर देता हूं?"
आहना खाना सर्व करते हुए बोली -"लेकिन अब उसकी क्या जरूरत है? तुम तो जानते ही हो कि मुझे कितनी अच्छी जॉब मिली है, इसीलिए मैं यहीं ठीक हूं।"
आहना का जवाब सुनकर, रोनित को उस पर गुस्सा आ गया और वो अब गुस्से में बोला -"क्या तुम मेरी इतनी सी बात भी नही मान सकती? बोलो ?"
आहना उसे हैरान होकर देखने लगी और फिर बोली -"रोनित तुम बात को बढ़ा रहे हो और प्लीज अब फालतू की बात मत करो।"
रोनित को महसूस हुआ जब कि आहना उसकी बात नही मान रही है, तो वो अचानक ही बात को बदलते हुए बोला -"अच्छा आहना वो सारी बातें छोड़ो और ये बताओ कि तुम मुझे उस रात घर बुला रही थी, ये भी बोल रही थी कि मेरे लिए एक सरप्राईज है, तो बताओ कि क्या सरप्राईज था तब मेरे लिए?"
जैसे ही रोनित ने उस रात का जिक्र किया कि तभी आहना को वही पल याद आने लगे, जब उसके साथ किसी ने जबरदस्ती रिलेशन बनाए थे। इन पलों को याद करते ही आहना सिहर गई और फिर उसके दिल की धड़कनें काफी तेज चलने लगी।
उसके बाद आहना ने ब्रेकफास्ट तक नही किया और फिर बोली -"तुम्हारा ब्रेकफास्ट मैंने बना दिया है, कर लेना।"
उसके बाद उसने अपना बैग उठाया और ऑफिस के लिए निकल गई।वो अभी भी काफी घबराई हुई थी और फिर वो सोचने लगी -"पता नही कभी मैं जान भी पाऊंगी या नही कि वो कौन था, जिसने मेरे साथ जबरदस्ती की थी।"
फिर वो टैक्सी करके कुछ ही देर में ऑफिस पहुंच गई और नीचे ही उसे अचानक प्रिया मिल गई।प्रिया ने जैसे ही आहना को देखा, तो तेजी से उसके पास जाकर बोली -"अरे आहना, अच्छा हुआ तू नीचे ही मिल गई, आज मैं ब्रेकफास्ट करके नही आई, चल दोनो चलते हैं।"
"हां यार, ब्रेकफास्ट तो मैं भी करके नही आई हूं, चल एक साथ ही कर लेंगे।"..आहना ने जवाब दिया और फिर दोनो ब्रेकफास्ट करने कैंटीन में चले गए।दोनों ने काफी के साथ सैंडविच ऑर्डर किया और बैठकर बातें करने लगे।
दोनो ब्रेकफास्ट कर ही रहे थे कि तभी प्रिया ने घड़ी में टाइम देखते हुए कहा -"यार टाइम हो गया, चल अब चलते हैं, नही तो बॉस ऐसी पनिशमेंट देंगे, जो तू सोच भी नहीं सकती।"
दोनो ने सैंडविच खाए और झट से लिफ्ट में चढ़ गए। लिफ्ट में इस समय उन दोनों के अलावा सिर्फ एक लड़का और था , जिसका चेहरा दूसरी तरफ था और वह अपने फोन में बिजी था।इस वजह से प्रिया और आहना में से कोई भी उसका चेहरा नहीं देख पाया। फिर वे दोनों बातें करने में बिजी हो गई।
तभी आहना ने प्रिया से पूछा - "प्रिया, अगर हम ऑफिस आने में देर हो जाती है, तो क्या सर सच में पनिशमेंट देते हैं ?"
इस पर प्रिया ने जवाब दिया -"हां, बिल्कुल उन्हें रूल्स एंड रेगुलेशन बहुत पसंद है ।"
इस पर आहना ने थोड़ा मुंह बनाते हुए कहा - "तुम्हें हमारे बॉस कुछ अजीब नहीं लगते ? कुछ जरूरत से ज्यादा ही गुस्से वाले हैं वे ?"
आहना की बात सुनकर, प्रिया आसपास देखते हुए बोली - "थोड़ा धीरे बोल जरा , अगर किसी ने सुन लिया तो पता है ना क्या होगा?"
इस पर आहना आसपास देखते हुए बोली -"यहां पर सुनेगा ही कौन? सिर्फ एक ही लड़का खड़ा है, उसका चेहरा भी दूसरी तरफ है और ध्यान से देख इसने हेडफोन भी लगाया हुआ है।"
आहना की बात पर , प्रिया ने उसे लड़के की तरफ देखा जो सच में अपना सिर हिला रहा था और उसके कानों पर हेडफोन भी था। उससे पता चल रहा था कि शायद वह गाने सुन रहा है ।उसके बाद प्रिया को भी यही लगने लगा कि उन दोनों की बातें कोई नहीं सुन रहा है।
तभी आहना फिर से बोली - "वैसे हमारे बॉस हैंडसम तो बहुत है, लेकिन खडूस भी जरूरत से ज्यादा ही है , जब भी मैं उन्हें देखती हूं तो मेरा सारा दिन खराब हो जाता है , इसलिए मैं सुबह-सुबह उनको बिल्कुल भी देखना नहीं चाहती।"
इस पर प्रिया बोली -"हां, यह बात तो तुमने सही कही कि हमारे बॉस हैंडसम बहुत है, लेकिन वो जो उनकी बेस्ट फ्रेंड है ना, सोनिया वह हमेशा उनके साथ ही रहती है और वे ऑफिस की किसी भी लड़की को उनके करीब तक नहीं जाने देती, उसे अच्छा नहीं लगता कि हमारे बॉस को कोई भी लड़की आकर पटा ले ।"
प्रिया की बातें सुनकर , आहना खिल खिलाकर हंसने लगी और फिर बोली - "किसी लड़की की मत मारी गई है क्या, जो वो उस खडूस को पटाएगी? मुझे तो लगता है वो दुनिया की सबसे बदनसीब लड़की होगी , जिसे हमारे बॉस से प्यार होगा।"
प्रिया ने जैसे ही आहना के मन की बात सुनी, तो वह आसपास देखते हुए बोली - "देख मैं तुझे फिर से कह रही हूं , इस तरह की बातें मत कर , कभी पता चले कि यह सभी बातें बॉस तक पहुंच गई है, फिर पता नहीं वह तेरे साथ क्या करेंगे? वैसे हमारे बस इतने भी खडूस नहीं है ,जितना तू बोल रही है, समझी ?"
इस पर आहना अभी भी नहीं रुकी और फिर से बोली - "मुझे नहीं डर लगता अपने बॉस से ,, आई समझ में और वह जो भी पनिशमेंट देंगे ना ही मुझे उनकी किसी पनिशमेंट से डर लगता है।"
इससे पहले की प्रिया कुछ जवाब देती, अचानक ही एक आवाज वहां गूंजी - "अच्छा, तो आपको मुझसे डर नहीं लगता है ?"
इस आवाज को सुनते ही, आहना की बोलती बंद हो गई और उसने देखा कि जो लड़का दूसरी तरफ चेहरा घुमाए खड़ा हुआ था, वह कोई और नहीं बल्कि उसका बॉस अनिकेत ही था।उसको देखते ही आहना और प्रिया की हालत खराब हो गई।
अब क्या करेगा अनिकेत प्रिया और आहना के साथ? क्या वो पनिशमेंट देगा उनको या जॉब से निकालेगा? जानने के लिए जुड़े रहिए कहानी से।
ॐ नमः शिवाय
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