पिछले भाग में आपने पढ़ा कि आहना को जंगल में अचानक से अनिकेत मिल जाता है और वो उसको अपने साथ जंगल में ही बने हुए फार्म हाउस में ले जाता है। अब आगे -
आहना ने जैसे ही घर में शेर देखा, तो वो बुरी तरह से चिल्लाई कर अचानक ही उसकी आंख खुल गई।वो अपने आसपास ध्यान से देखते हुए खुद से ही बोली -"श शेर तो यहां पर नही है, तो क्या मैं सपना देख रही थी?
आहना इस वक्त उसी bed पर थी, जिस पर वो आते ही सो गई थी।अब उसने दरवाजे की तरफ देखा, तो वो दरवाजा भी बंद था, जिसे देखकर आहना हैरान हो गई।।।
फिर वो खुद से ही बोली -"य ये दरवाजा तो टूट गया था ना? लेकिन ये तो पहले जैसा ही है, तो इसका मतलब मैं सपना देख रही थी??
आहना काफी घबराई हुई थी और फिर तभी दरवाजा खुला।आहना ने सामने देखा तो अनिकेत दरवाजे पर खड़ा था।उसे देखते ही आहना उठी और उसने अनिकेत को कसकर गले से लगा लिया।
आहना ने ऐसे अचानक से अनिकेत को गले लगाया था, जिस वजह से वो चौंक गया और एक पल के लिए अनिकेत को आहना का करीब आना काफी अच्छा लगने लगा।फिर अचानक ही उसने अपने होंठों को आहना के होंठों से मिलाया और उसको किस करने लगा।दोनो काफी डीप किस कर रहे थे और अनिकेत के हाथ आहना की बॉडी पर चल रहे थे।आहना को भी अनिकेत का kiss करना काफी अच्छा लग रहा था और वो भी उसका पूरा साथ दे रही थी।अनिकेत के हाथ अब उसकी बॉडी के हर एक पार्ट पर चलने लगे, जिससे आहना पहले से भी ज्यादा बहकने लगी।उसकी सांसे तेज चल रही थीं और अनिकेत आगे बढ़ रहा था।अब अनिकेत के हाथ सॉफ्ट की बजाय सख्त होने लगे और वो आहना के बॉडी पार्ट्स को मसलने लगा।जिससे आहना को दर्द होने लगा, लेकिन उस दर्द में भी उसे काफी मजा आ रहा था।वो सिसकियां लेने लगी, जो अनिकेत की wildness बढ़ाने लगी।अब आहना के हाथ भी अनिकेत की बॉडी पर चलने लगे और वो उसके हर पार्ट पर नाखून चलाने लगी।दोनों काफी wild हो चुके थे और काफी करीब आ चुके थे।।
लेकिन तभी अनिकेत कड़क आवाज ने बोला -"क्या हुआ? इतनी घबराई हुई क्यों हो?"
इस पर आहना समझ गई कि वो सपना देख रही थी और मन ही मन में बोली -"ओह shit, ये कैसा सपना था, वो भी इस खडूस को लेकर?"
फिर उसने अनिकेत को बताया -"अभी अभी सपने में शेर देखा, जो यहीं घर में घूम रहा था।"
आहना की बातें सुनकर, अचानक ही अनिकेत ने हंसना शुरू कर दिया और फिर बोला -"कितनी अजीब हो तुम, सपने में तुम्हे घर में भी शेर घूमता हुआ दिखाई देता है।"
आहना ने जब देखा कि अनिकेत उसका मजाक बना रहा है, तो वो उससे दूर हो गई और उसको गुस्से में देखने लगी।फिर अनिकेत ने आहना से कहा -"थोड़ी देर तक तुम्हारे कपड़े सुख जाएंगे, फिर हम वापिस चलेंगे, जब तक मेरे लिए एक कप कॉफी बना दो।"
इस पर, आहना हैरान होकर बोली -"लेकिन मैं आपकी गेस्ट हूं, तो काफी भी आपको बनानी चाहिए।"
"लेकिन मैं तुम्हारा बॉस भी तो हूं, तो कॉफी तुम्हे ही बनानी चाहिए, वैसे भी मुझे थकान हो रही है।"अनिकेत ने पलट कर जवाब दिया।
आहना को उसकी हाजिर जवाबी पर काफी गुस्सा आ रहा था ।फिर वो मन मारकर किचन में चली गई और काफी बनाने लगी।तभी बाहर से आवाज आई -"आहना, मीठा थोड़ा तेज रखना, मुझे कॉफी में तेज मीठा पसंद है।"
आहना खुद से बड़बड़ाई -"जहर ना डाल दूं, मीठे की जगह।"
उसके बाद, वो कॉफी बनाकर बाहर ले आई और अनिकेत की तरफ बढ़ाते हुए बोली -"ये लीजिए आपकी कॉफी सर..!;
अनिकेत के कहने पर उसने कॉफी टेबल पर रखी और जैसे ही मुड़कर जाने लगी कि तभी उसके पैर का बैलेंस बिगड़ गया और वो सीधे अनिकेत की गोद में जा गिरी।
"ठीक से चलना भी नही आता क्या तुमको? अनिकेत ने गुस्से में पूछा।।।।
आहना ने कांपती हुई आवाज में कहा -"स सॉरी, सर..!!...
इस पर अनिकेत फिर से बोला -"ऑफिस में गिरी थी तो मेरा बहुत नुकसान किया था , थैंक गॉड यहां काफी नही गिराई, अगर गिरा देती तो यहीं जंगल में छोड़ जाता तुम्हे मैं।"
आहना को काफी शर्मिंदगी होने लगी और वो उठकर खड़ी हो गई।कुछ ही देर में दोनो रेडी होकर गाड़ी में बैठकर उस जंगल से बाहर की ओर चल दिए और जल्द ही शहर में पहुंच गए।अनिकेत ने आहना को society के बाहर उतारा और बोला -"लीजिए, आपका घर तो आ गया, वैसे यहां किसके साथ रहती हैं आप?"
इस पर, आहना ने अनिकेत को बताया -"मेरी फैमिली तो यहां से काफी दूर एक गांव में रहती है, यहां मैं अपने दोस्त के साथ फ्लैट शेयर करती हूं।"
दोस्त का जिक्र सुनकर अनिकेत को थोड़ा अजीब लगा और वो बोला -"you mean boy friend, तो इसका मतलब तुम लिविंग रिलेशनशिप में हो? Am I right ?
अनिकेत का सवाल सुनकर, आहना झट से बोली -"लड़के के साथ रहने का हमेशा एक यही मतलब नहीं होता है, मैं उसके साथ रह जरूर रही हूं लेकिन एक फ्लैट में, ना कि एक रूम में।"
ये बात आहना ने इतने कॉन्फिडेंस से बोली कि अनिकेत भी इंप्रेस हो गया और मन ही मन में बोला -"आहना की आंखें बता रही हैं कि वो सच बोल रही है?"
तभी आहना एक्साइटेड होकर बोली -"लीजिए, जिसका नाम लिया वही आ गया, वो देखिए, वो है मेरा दोस्त, आइए आपको उनसे मिलवाती हूं।"
अनिकेत ने सामने देखा, तो एक गाड़ी आकर रूकी और उसमे से एक हैंडसम सा लड़का बाहर निकला।अब अनिकेत और अहाना भी गाड़ी में से बाहर आए और उसके पास पहुंच गए।
आहना ने अनिकेत का उस लड़के से इंट्रोड्यूस करवाया -"इनसे मिलिए, ये हैं मिस्टर रोनित, जिनके साथ मैं यहां फ्लैट शेयर करती हूं और रोनित ये हैं मिस्टर अनिकेत , इनकी कंपनी में मैं जॉब करती हूं।"
दोनो इस समय आमने सामने खड़े थे और एक दूसरे को घूरकर देख रहे थे।उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे वो एक दूसरे को सदियों से जानते हो।और फिर रोनित ने अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा -"हेलो मिस्टर अनिकेत, how are you?
अनिकेत ने हेलो की और जैसे ही दोनों के हाथ आपस में मिले अचानक ही काफी तेज बिजली चमकने लगी और बारिश शुरू हो गई।मौसम इतनी जल्दी बदला कि आहना हैरान हो गई।
अनिकेत और रोनित अभी भी घूरकर एक दूसरे को देख रहे थे और फिर अनिकेत ने रोनित का हाथ छोड़कर आहना का हाथ पकड़ते हुए कहा -"अच्छा, अब मै चलता हूं, तुम अपना ख्याल रखना और कल टाइम पर ऑफिस पहुंच जाना।"
उसके बाद, अनिकेत वहां से चला गया और आहना , रोनित के साथ वापिस फ्लैट में आ गई।
रोनित आकर लिविंग रूम मे बैठ गया और आहना से बोला -"आज कई दिनों बाद वापिस लौटा हूं, काफी थकान भी हो रही है, एक कप कॉफी पिला दो प्लीज।"
आहना ने जवाब दिया -"थकी हुई तो मैं भी हूं क्योंकि मैं भी रात बाहर रहकर आई हूं, लेकिन चलो बना देती हूं कॉफी।"
उसके बाद वो कॉफी बनाकर लाई और दोनो बैठकर पीने लगे।तभी रोनित बोला -"आहना , तुम्हे ये तुम्हारा बॉस कुछ अजीब नही लगता?"
आहना ने कॉफी का एक घूंट भरते हुए जवाब दिया -"नही तो, हां थोड़ा गुस्से वाला जरूर है लेकिन वैसे बहुत अच्छा है, लेकिन क्यों क्या हुआ ?"
"हुआ तो कुछ नही लेकिन आज इससे हाथ मिलाया तो काफी अजीब लगा मुझे, ऐसा लगा जैसे कोई नेगेटिव पावर मेरे अंदर आना चाह रही हो।" रोनित सीरियस होकर बोला।
इस पर, आहना खिलखिलाकर हंसने लगी और बोली -"अच्छा, तो कभी ऐसा तो नहीं मेरे बॉस कोई भूत हो या फिर कोई नरपिशाच?"
"मैं मजाक नहीं कर रहा हूं यार, रियली जो लगा वही बोला।"रोनित ने अपनी सफाई दी और आहना उसका मजाक बनाने लगी ।
उसके बाद दोनो थके हुए होने की वजह से अपने अपने रूम में चले गए और दोनो ही आज जल्दी सो गए।
वहीं दूसरी तरफ, आधी रात हो चुकी थी और अनिकेत गाड़ी चलाकर कहीं जा रहा था।चारों तरफ कोहरा फैला हुआ था और सुनसान रास्ता था।तभी अनिकेत को एक लड़की साइड में खड़ी हुई दिखाई दी, जो हेल्प मांग रही थी।
अनिकेत ने गाड़ी रोक दी और वो लड़की बोली -"मेरी गाड़ी खराब हो गई है, तो क्या आप मुझे आगे किसी मैकेनिक तक ले जाएंगे?"
अनिकेत ने दूर देखा, तो एक गाड़ी खड़ी हुई थी और उसने उस लड़की को लिफ्ट दे दी।अब अनिकेत तेजी से गाड़ी चलाने लगा और वो लड़की बार बार तिरछी निगाहों से अनिकेत को ही देख रही थी।
तभी अनिकेत ने गाड़ी की ब्रेक लगाई और उसका हाथ पकड़ते हुए बोला -"तुम मेरे करीब आना चाहती हो क्या?"
कौन है वो लड़की और क्यों अनिकेत ने उसका हाथ पकड़ा है? क्या अनिकेत उठाएगा उस लड़की के अकेलेपन का फायदा? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए जुड़े रहिए कहानी से।
ॐ नमः शिवाय
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