पिछले भाग में आपने पढ़ा कि आना को एक मल्टीनेशनल कंपनी में असिस्टेंट की नौकरी मिल जाती है और वह इस खुशी को रोनित के साथ सेलिब्रेट करना चाहती है। लेकिन रोनित को कहीं बाहर जाना पड़ जाता है, इसीलिए आना कॉल करके अपनी बेस्ट फ्रेंड निक्की को बुलाती है, अब आगे -
आहना काफी ज्यादा घबरा गई और उसे समझ ही नहीं आया कि वह क्या करें? उसने उस बुके को उठाया और डस्टबिन में फेंक दिया और घर के अंदर आ गई।अंदर जाकर उसने दरवाजे को लॉक किया और सीधे सोफे पर जाकर बैठ गई। उसकी सांसे काफी तेज चल रही थी और वह एक ही पल में पसीने से भेज चुकी थी। फिर उसके दिमाग में वही रात घूमने लगी, जो उसने उसे अजनबी के साथ बिताई थी।
तभी अचानक उसकी टीवी में मूवी चलना बंद हो गई और अचानक ही वह गाना चलने लगा, जो उस रात अजनबी ने गुनगुनाया था। उस गाने को सुनते ही, अब आहना और भी ज्यादा घबरा गई ।
उसे गाने को सुनने के बाद आना को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है?
आहना अब धीरे-धीरे उठी और उसने टेबल से। टीवी का रिमोट उठाकर टीवी को बंद कर दिया।अचानक ही कमरे में सन्नाटा पसंद गया और वह खुद से ही बोली -"पता नहीं मेरे साथ यह सब क्या हो रहा है? यह सब मेरे मन का वहम है या फिर यह सभी घटनाएं मेरे साथ हो रही है? कौन है और क्यों कर रहा है मेरे साथ ये?"...
आहना खुद से ही सवाल करने लगी और फिर खुद को नॉर्मल करते हुए बोली - "कुछ भी हो जाए, लेकिन मुझे पता लगाना ही पड़ेगा कि यह सब क्या हो रहा है?"..
फिर उसने आसपास देखते हुए चिल्लाते हुए कहा - "कौन है? सामने आओ मेरे, अगर इतनी हिम्मत है तो मेरे सामने आकर यह सब करके दिखाओ, ऐसे कायरो की तरह छुपकर क्यों कर रहे हो?"...
अभी आहना यह सब बोल ही रही थी कि तभी अगले ही पल उसकी फ्लैट की लाइट चली गई और चारों तरफ सन्नाटा पसर गया। अब वो काफी ज्यादा घबरा गई और उसके दिल की धड़कनें तेज चलने लगी।
फिर वो खुद से ही बड़बड़ाई - "अब यह लाइट को क्या हो गया अचानक?
फिर आहना टेबल पर अंधेरे में ही हाथ मारने लगी और अपना फोन ढूंढने की कोशिश करने लगी।लेकिन अंधेरा इतना ज्यादा था कि वह चाह कर भी अपना फोन नहीं ढूंढ़ पा रही थी। तभी अचानक उसे किसी का हाथ अपनी कमर पर महसूस हुआ और आहना अंदर तक सिहर गई।
यह छुअन उसे जानी पहचानी लगी और वह समझ गई कि यह वही शख्स है जो उसे रात भी आया था। आहना अब इतनी ज्यादा घबरा गई की चिल्लाने लगी ।लेकिन तभी अचानक किसी ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया और उसके कान में फुसफुसाते हुए बोला -"घबराओ मत,, मैं तुम्हारे साथ कुछ भी आज वैसा नहीं करूंगा ,जैसा उस रात किया था,, मैं बस यहां तुम्हारे साथ रात बिताने आया हूं, क्योंकि मुझे तुमसे प्यार हो गया है, तुम्हें डरने की जरा भी जरूरत नहीं है आहना।"..
आहना को काफी ज्यादा घबराहट हो रही थी,, लेकिन फिलहाल वह चाह कर भी कुछ नहीं बोल सकती थी ।फिर अचानक ही उस शख्स ने आहना के हाथ पैर खोल दिए और खुद अंधेरे में ही गायब हो गया। उसके जाते ही अचानक फ्लैट की लाइट जल गई और आहना ने जब आसपास देखा तो उसे कोई दिखाई नहीं दिया।उसने उठकर फ्लैट के सभी दरवाजे बंद किए और वहीं बैठकर रोने लगी।
फिर वह खुद से बोली - "आखिर कौन है यह और क्यों मेरे पीछे पड़ा है ? जो कोई भी है यह मेरे सामने क्यों नहीं आता? क्यों उसने मेरी जिंदगी खराब की है?"..
आहना ने सामने दीवार पर लगी घड़ी में समय देखा , तो रात के 3 बज रहे थे। फिर उसने अपने बेडरूम का दरवाजा अंदर से कसकर बंद कर लिया और ब्लैंकेट ओढ़कर लेट गई। उसे अभी भी काफी ज्यादा घबराहट हो रही थी , लेकिन वह चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी।फिर देखते ही देखते उसकी आंख लग गई। सु
बह जब उसकी आंख खुली, तो उसने देखा घड़ी में 9 बज रहे थे और वह खुद से ही बोली - "मैं इतनी देर तक कैसे सो सकती हूं? मुझे 10 बजे तक किसी भी कीमत पर ऑफिस पहुंचना होगा,, ऑफिस का पहला दिन है और मैं लेट नहीं हो सकती,, नहीं तो पता नहीं पहले ही दिन बॉस से कितनी डांट सुननी पड़ेगी?"..
उसके बाद आहना जल्दी से तैयार हुई और उसने नहा कर ब्लू डेनिम के साथ व्हाइट कलर का क्रॉप टॉप पहन लिया।उसके साथ ही उसने बालों को खुला छोड़ और लाइट सा मेकअप कर लिया।
आहना इस समय बहुत ज्यादा प्यारी लग रही थी और वह जल्दी से ऑफिस के लिए निकल गई। जब तक वह ऑफिस पहुंची , तब तक 10:30 हो चुके थे और आहना आधा घंटा लेट थी।उसने रिसेप्शन से अपना केबिन पूछा और सीधे अपने केबिन में चली गई
तभी उसके केबिन में ऑफिस के मैनेजर के फोन आया और वह आहना से फोन पर बोला - "miss आहना, आपको अभी के अभी हमारे बॉस ने बुलाया है , जितनी जल्दी हो सके उनसे जाकर मिलिए।"..
आहना को काफी ज्यादा घबराहट हो रही थी, लेकिन वह जानती थी उसे अपने बॉस से तो मिलना ही होगा, इसीलिए वो झट से अपने केबिन से निकलकर अपने बॉस के केबिन के बाहर पहुंच गई।
फिर उसने बाहर अपने बॉस का नाम दरवाजे पर लिखा हुआ पढ़ा और खुद से ही बोली -"ओह, तो मेरे बॉस का नाम मिस्टर अनिकेत कपूर है, नाम तो बहुत अच्छा है, बस अब नेचर भी अच्छा हूं तो नौकरी करने का मजा आ जाए अब जाकर देखते हैं कि कैसा नेचर होगा हम बॉस का?"..
यह सोचते हुए आहना ने अनिकेत कपूर के केबिन का दरवाजा नॉक किया और बोली - "मे आई कम इन sir?"..
तभी अंदर से एक रूबिली आवाज आई -" कम इन मिस आहना।"..
आहना ने जैसे ही अंदर कदम रखा तो वह हैरान हो गई , क्योंकि उसके सामने वही लड़का खड़ा हुआ था, जिससे वह ऑफिस में पहले भी मिल चुकी थी, जब वह बेहोश हुई थी।
उसे देखते ही आहना बोली - "तो आप मेरे पास बॉस हैं।".,
वो लड़का लैपटॉप चला रहा था।इस समय उसने ब्लू कलर में थ्री पीस सूट पहना हुआ था , जिसमें उसका गोरा रंग और भी ज्यादा गोरा लग रहा था और उसकी पर्सनालिटी ऐसी लग रही थी कि कोई भी लड़की अगर एक बार देख ले, तो बस देखती ही रह जाए।
आहन के सवाल पर वह रौबीले अंदाज में बोला - "जी हां, मैं ही आपका बॉस हूं और सबसे पहले आप मुझे यह बताइए कि आप आधा घंटा लेट क्यों आई है ?"...
इस पर आहना ने घबराते हुए कहा -"वो मेरी आंख नहीं खुली आज टाइम पर,, लेकिन मैं आपसे वादा करती हूं मैं कल से टाइम पर आऊंगी ।"...
अभी आहना की बात पूरी भी नहीं हुई थी कि तभी अनिकेत ने उसकी बात को बीच में ही काटते हुए कहा - "कल की बात हम कल देखेंगे, लेकिन फिलहाल जो आपने आज गलती की है,, उसकी पनिशमेंट के लिए तैयार हो जाइए....be ready for punishment।"..
पनिशमेंट का सुनते ही आहना की बोलती बंद हो गई और उसके दिल की धड़कन तेज चलने लगी।
फिर आहना ने घबराते हुए अनिकेत से पूछा - "आप मुझे सच में पनिशमेंट देना चाहते हैं क्या?"..
क्या पहले ही दिन आहना को मिलेगी अनिकेत की पनिशमेंट? क्या पनिशमेंट देगा अनिकेत आहना को और कौन है वह शख्स जो बार-बार आता है आना की फ्लैट में इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए जुड़े रहिए कहानी के साथ।
ॐ नमः शिवाय
🙏🙏🙏🙏🙏
Thnku so much