माउंट कॉलेज , प्रोम नाइट - 1st day
आज प्रोम्म नाईट की पहली रात थी। पूरा सेंट पीटर कॉलेज को रंग- बिरंगी झालरों,लाइट्स, गुब्बारों से सजाया हुआ था। स्टूडेंट्स की भीड़ लग चुकी थी। पीछे लाउड म्यूज़िक `चल रहा था।

आर्तिका, व्योम और माही भी पहुंच गए। आर्तिका ने आज अपने बाल खुले छोड़े हुए थे और हल्का सा मेकअप कर रखा था। ब्लैक ग्लिटरिंग ड्रेस में उसका गोरा रंग और खिल रहा था। उसकी हरी आंखों पर लगा आई लाइनर उनको और भी चमका रहा था।
माही ने विलोएत ड्रेस पहन रखा था। दिखने में वह किसी से भी कम नही थी। गैरुआं रंग,भूरी आंखें और लम्बा कद, माही को आर्तिका से ज़रा भी कम नहीं दिख रही थी।
व्योम, आर्तिका का बचपन का दोस्त, दिखने में स्मार्ट था। उसने नीली जीन्स,पिंक शर्ट और कोट पहन रखा था।
सभी लड़के आर्तिका को ध्यान से देख रहे थे ,वो बहुत प्यारी हॉट एंड क्यूट 🥰 लग रही थी , आर्तिका लुक ( जस्ट इग्नोर दी बैकग्राउंड)


माही लुक (इग्नोर बैक ग्राउंड)

Vyom look
तभी वहा हमारे वैंपायर आ गए मयान ,सायरा ,अथर्व ,जैन और भूमि ने एंट्री की। तेज गाना चल रहा था..
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Ye Dard Ke Lamhein, Sard Hawayein
Zindagi Sehmi Saans Kaise Aaye
Ye Khauf Hai Dil Mein
Ki Dheere Dheere
Teri Khamoshi Jaan Le Na Jaaye
Kis Mod Pe Zindagi Le Aayi Bewajah
So Gaya Yeh Jahan, So Gaya Aashman
So Gaya Ye Jahan, So Gaya Aashman
So Gayi Ye Saari Manjilein
Ye Saari Manzile
So Gaya Hai Rashta
So Gaya Ye Jahan, So Gaya Aashman
So Gaya Ye Jahan, So Gaya Aashman
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ऐसा लग रहा था मानो गाना उन तीनों की एंट्री के लिए ही था । वैम्पायरों की एंट्री होना और इस गाने का शुरु होना एक बड़ा तालमेल-सा लगा।
मयान जो दिखाने में हैंडसम और डैशिंग था ,उसके मैसी हेयर ,ब्लू आईज और ऊपर से ब्लैक सूट उसके दूधिया रंग पर कमाल लग रह था , कानो में इयर पीस।

वही अथर्व ने इस वक्त ब्लू थ्री पीस सूट पहना था ,उसके ऊपर जज रहा था ,उसके साथ भूमि ने मैचिंग की थी ,जहा उसने ब्लू इवनिंग गाउन पहना था और उनकी ब्लू आईज बहुत अट्रैक्टिव लग रही थी

वही जैन ने फ्री स्टाइल में लेदर जैकेट और जींस विथ ब्लैक t-shirt पहना था, बालो को सेट किया , आंखे ब्लू ,एक कान में इयर पीस , बहुत हैंडसम दिख रहा था ।

वही सायरा ने ग्रीन गाउन पहना था ,उसकी ब्लू आईज , हाथो में घड़ी वो एक दम क्वीन टाइप सजी थी ।

भूमि तो झट से भाग कर आर्तिका के पास आ कर गले लगाते हुए ," आप कैसे हो..?"
उसको देख आर्तिका मुस्कराते हुए बोली ," हम तो ठीक है ,एंड यू लुकिंग सो ब्यूटीफुल "
भूमि मुस्कराते हुए ," थैंक यू " वहा अथर्व भी आ जाता है और उन्हे ज्वाइंट कर लेते है ,
वही मयान और जैन भी व्योम से बात कर रहे थे ,पर इस बीच मयान और आर्तिका चोरी छुपे एक दूसरे को देख रहे थे ,मयान तो आर्तिका के खूबसूरती में खो चुका था।
वही सीनियर माइक और उसका दोस्त सुरभ कब से मयान और उसकी गैंग को ही देख रहा था, सौरभ शक कर के ," ये मयान और उसके टीम मुझे बहुत बड़े गड़बड़ लगते है "
माइक हस्ते हुए ," क्या कर लेंगे ये पांचों ,"
उसकी बात सुन सौरभ भी हसने लगता है ,वही आर्तिका ,व्योम और माही के साथ ड्रिंक्स लेने गयी। वहां उसकी टक्कर मकान से हो गयी।
मयान ने आर्तिका को देखते ही कहा,"ओह्ह! आई एम सॉरी, आर्तिका।"
इस बार आर्तिका को मयान पर कोई गुस्सा नहीं आया। बस उसने हल्की से स्माइल दे दी।
थोड़ी देर बाद अचानक आर्तिका के ड्रेस पर ड्रिंक गिर गयी। वह माही से बोली,"मैं वाशरूम से अभी आयी। ड्रिंक साफ करके।" माही ने उसको ओके कहा।
आर्तिका वाशरूम में जाकर ड्रेस साफ करने लगी कि बाहर आहट हुई। इस समय वाशरूम में कोई नहीं था। इसलिए वह घबरा गई। बाहर आकर वह तेज़ आवाज़ में बोली, "कौन है? कौन है वहां ?" उसको कोई जवाब नहीं मिला। उसको लगा कि शायद उसका कोई वहम है। वह वापिस अंदर चली गयी लेकिन फिर आहट हुई। आर्तिका फिर बाहर गयी, "कौन है?" दुबारा कोई जवाब भी नहीं आया।
वह खुद में बड़बड़ाकर बोली, "पता नहीं कौन है? अब मुझे चलना चाहिए।" वह बाहर जाने लगी कि अचानक से कॉरिडोर की लाइट्स बन्द हो गईं।
आर्तिका घबराहट में तेज़-तेज़ चलने लगी। तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ा और एक कमरे में खींच लिया। किसी ने मोबाइल की लाइट उसके मुँह पर मारी । आर्तिका ने कहा,"कौन?" जब उस चेहरे पर लाइट पड़ी तो आर्तिका ने देखा कि मयान था।
आर्तिका ने हैरानी से तेज़ आवाज़ में कहा,"तुम? यहाँ? मेरा पीछा करते हुए आये हो?"
वो उसके बाहों में कसमसाने लगी ,तो मयान ने उसको पूरा दीवार से सटा कर उसके करीब खड़ा हो गया

बैकग्राउंड इग्नोर करना ,और इमेजिन कारण।
आर्तिका गहरी सांस ले रही थी ,क्युकी मयान उसके हद से ज्यादा करीब था , वो मयान के नीली गहरी आंखो मे देख कर वो घबरा गई , वो अचानक से मयान के गले लग गई ,और धीमे से बोली ," मयान प्लीज मुझे ऐसे मत देखो "
उसकी बात सुन मयान उसे सामने कर के उसका चेहरा अपने हाथो में भर कर प्यार से ," क्यू...? कुछ होता है क्या....?"
आर्तिका शर्म से नजरे झुका कर ," ना जाने क्यों तुम्हारी नजरे मुझे अजीब सी बेचैनी दे रही है ,मानो में इन नजरो को बहुत पहले से जानती हु"
मयान उसके हरी 🍏 आंखे में देख कर ," तुम मुझे बताओ ना ,क्यू में तुम्हारे तरफ खींचा जा रहा हु ( उसकी बात सुन आर्तिका नजरे उठा कर उसे देखती है) बोलो ना, बहुत जानी सी लगती हो ,क्यू तुम्हारे पास रुक कर खुदको सुकून देना चाहता हु , बताओ ना क्या रिश्ता है हमारा...?"
उसकी बात सुन आर्तिका उसको धक्का देती है और वहा से भागने लगती है ,की अचानक अपने कदम रोक कर मयान की ओर देख कर चिल्ला कर बोला ," ये बात तुम अपने दिल से कहाओ " और वो वहा से चली गई वही मयान भी मुस्कराते हुए अपने बालो में हाथ फेर कर आ जाता हैं , लेकिन मयान नही जानता था की कोई उसे और आर्तिका की जोड़ी को बुरी नजर लगा कर देख रहा था।
आर्तिका माही के पास पहुंच गई। व्योम भी वहीं था। व्योम ने निया को घूरकर देखा और पूछा,"तू कहाँ थी? इतनी देर वाशरूम में?"
आर्तिका ने जवाब दिया,"हां,ड्रेस इतनी मुश्किल से साफ हुआ। मेरे लिए एक और सॉफ्ट ड्रिंक ला दे ना।"
व्योम सॉफ्ट ड्रिंक लेने चला गया तो माही ने आर्तिका का हाथ पकड़ लिया और पूछा,"जल्दी से बोल कहाँ थी?"
आर्तिका हंसने लग गयी और पूरी बात माही को बता दी। माही हंसने लगे गयी और बोली, "यू लव हिम? बता?"
"हाँ। लेकिन वह कुछ अजीब है। उसकी आंखें उनसे मुझे एक अजीब सा एहसास होता है,मानो जैसे उसकी नजरो को बरसो से जानती हु ,एक अजीब सा डर और अपनापन लगता है"आर्तिका ने कहा।
माही ने कहा,"ये पहला प्यार है। शायद उसकी आंखे नीली होने की वजह से तुझे डर लगता है।"
आर्तिका चुप हो गयी। पर मयान वहीं दीवार से सटकर सब देख रहा था। आर्तिका ने उसकी आँखों से डरकर अपना चेहरा दूसरी ओर कर लिया। मयान उस ओर जाकर खड़ा हो गया जिस ओर आर्तिका का मुंह था। मयान को देखकर आर्तिका ने हाथ से मुक्का मारने का इशारा किया। मयान ने हंसते हुए फ्लाइंग किस दी। आर्तिका ने इस पर मुँह बना दिया। और दूसरी तरफ देख कर हसने लगी ।
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वही दूसरी ओर ,
सायरा गुस्से से वहा आती है ,वो दांत पीस कर ," में कभी भी तुम्हे अपने मयान को छिनने नही दूंगी "
वो शक्श जो मयान और आर्तिका को देख रहा था ,वो कोई और नही सायरा थी ,वो कुछ सोच रही थी ,तभी उसके सामने कोई साया आया ,उसे देख कर सायरा आंख बड़ी कर के बोली ," तुम....?"
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वही पार्टी में अचानक से मयान को बेचैनी होने लगी ,तभी वहा अथर्व आता है ,वो मयान को ऐसे देख कर ," क्या हुआ तू परेशान क्यू लग रहा है"
उसकी बात सुन मयान बोलता है ," अबीर यही है ,हमे उसे ढूंढना होगा ,"
पर हम इतनी भीड़ में कैसे दूंधेगे भाई ," भूमि और जैन उधर आते हुए बोले
तो मयान ने कोई मंत्र पढ़ कर तीनो पर छोड़ा, तो अथर्व पूछा ," क्या था ये भाई.."
मयान आंखे खोल कर ," अगर अबीर इधर होगा, तो तुम्हारी आंखे अपने आप लाल हो जायेगी "
उसकी बात सुन सभी बिखर जाते है ,और उधर उधर दूंधते है ,पर उसे अबीर कही नही मिलता ,
तो सभी एक दूसरे को इशारे में ना बोलते है ।
आर्तिका दूर से मयान को देख रही थी। मयान की नज़र उस पर पड़ी तो आर्तिका ने उससे इशारे में पूछा कि क्या हुआ? मयान ने जवाब में कहा "कुछ नहीं।"
आर्तिका ने फिर से उसको इशारे से कहा,"स्माइल दो।" मयान हंसने लगा तो आर्तिका ने भी खुशी से स्माइल की।
पहली रात,प्रोम्म नाईट की खत्म हो गयी। रात के दो बजे थे। आर्तिका कॉलेज के बाहर के बाहर खड़ी थी। मयान ने उसको अकेले ऐसे खड़ा देखकर अपनी कार रोक दी। वह आर्तिका के पास आया और पूछा, "घर कैसे जाओगी? व्योम तो घर जा चुका है। माही भी चली गयी थी।"
आर्तिका ने इधर-उधर देखा और कहा,"देखती हूँ कुछ।"
मयान ने अपनी कार का दरवाज़ा खोलते हुए कहा," If you don't mind, क्या मैं तुम्हे घर छोड़ सकता हूँ?"
आर्तिका ने स्टाइल मारते हुए पूछा,"रिक्वेस्ट है या .."
मयान ने हंसते हुए कहा,"रात काफी हो गयी है। अकेले जाना सेफ नहीं है। बैठो।"
आर्तिका कार में बैठ गयी। मौसम काफी अच्छा था। ठंडी हवा चल रही थी। कुछ देर कार में चुप्पी छाई रही।
फिर मयान ने बात शुरू की, "मैने सुना था की तुम मेरी आंखों से डरती हो"
आर्तिका ने बाल पीछे करते हुए मयान की तरफ देखा और स्माइल देते हुए कहा,"नहीं। तुमसे नहीं। लेकिन तुम्हारी आंखे कुछ अजीब सा एहसास देती है ,क्या हम पहले भी मिल चुके है क्या..?"
उसकी बात सुन मयान ने बीच मे कार रोक दी और आर्तिका के करीब आ गया। मयान की आँखों मे सचमुच बहुत गहराई थी। गहरी नीली आँखें, जैसे कोई समुद्र का पानी हो। वो कुछ अलग था ,जिसमे आर्तिका को कुछ अलग सा लगता है ।
मयान ने पास जाते हुए पूछ लिया,"क्या है इन आँखों में?"
आर्तिका ने मयान की आंखों की गहराई में झांकते हुए कहा,"बहुत कुछ बोलती हैं तुम्हारी आंखें। कभी तो लगता है बरसो का रिश्ता तुमसे निभाती आ रही हु "
मयान ने आर्तिका को अपनी ओर खींचते हुए कहा, "मुझे भी तुम्हारी ये आंखे यही कहती है ,क्या हो तुम , क्या बन गई ..."
आर्तिका उसकी बात सुन होश में आती है , और उसको पीछे करते हुए कहा,"गाड़ी चलाओ। बहुत देर हो गयी है।"
मयान ने आर्तिका को उसके घर के बाहर छोड़ दिया। आर्तिका ने उतरते हुए मयान को थैंक्स कहा। वह मयान को
तब तक देखती रही जब तक उसकी कार चली नहीं गयी।
घर में आ कर , रात में आर्तिका की आंखों ही आँखों मे कट गई। उसको नींद ही नही आ रही थी।
दूसरी ओर मयान भी उसके खयालों में खोया हुआ था। उसके लिए ये पहली नज़र का प्यार था। लेकिन वह ये नहीं जानता था कि आर्तिका उसको पसन्द करती थी भी या नहीं। वह ये भी जानता था कि एक वैम्पायर और इंसान का मेल संभव नहीं था। मयान अपने दिल के हाथों मजबूर हो चुका था।
वो खड़ा हो कर चांद को देखते हुए ,"
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ये एहसास है तेरा ,
जैसे तू मुझमें ही रहती है ,
क्या इश्क है ये तेरा ,
अब तेरी हा जानने को तड़प रहा ।
- staren ✨⭐✨⭐
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और ऐसे ही दोनो की रात कटती है।
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वही गुरुदेव के साधना स्थल पर ,
गुरुदेव अपने समाधि में मुस्कराते हुए ," जानता हु खतरा आ चुका ,आपकी प्रेम परीक्षा शुरू हो चुकी है ,पर ये भी जानता हु ,की ये कहानी मुक्कुमल होगी "
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- तो कौन था सायरा के सामने ...?
- आखिर अबीर इतनी जल्दी पार्टी से कहा गायब हो गया ...?
- आखिर कौन सा खतरा आ आ रह है ...?
- गुरुदेव किस बारे में बात कर रहे है...?
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जानने के लिए पढ़ते रहिए सूफियाना इश्क (वैंपायर लव) प्लीज समीक्षा और कॉमेंट दीजिए
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क्रमश...…......…!