Chereads / My Beesta System / Chapter 1 - Beastaa Necklace

My Beesta System

chocolate_boy88
  • 14
    chs / week
  • --
    NOT RATINGS
  • 109
    Views
Synopsis

Chapter 1 - Beastaa Necklace

Chapter - 01

 

{ बीस्ता नेकलेस,,,,और काला खून ! }

 

Pre - cap ⇢ "खाने के लिए यहाँ पर पैसे नहीं हैं और अब ये चश्मे को ठीक करने की परेशानी अलग से और आ गयी।" युवराज का ये स्कूल में आखरी दिन था और वो चाहता था आज के दिन वो ठीक से घर जाए ,लेकिन लोगो को और खासकर ऊपर वाले को ये गवारा नहीं था। 

 

युवराज के स्कूल के अंदर,

 

"पता नहीं इन लोगो को मुझसे क्या दुश्मनी हैं।" स्कूल के प्ले ग्राउंड में भागता हुआ युवराज हाफ्ते हुए कहता हैं। युवराज के पीछे चार लड़के लगे हुए थे उसको पकड़ने के लिए ,ये तो रोज़ की बात हो गयी हैं युवराज के लिए ,रोज़ वो ऐसे ही अपनी जान बचाने के लिए भागता फिरता हैं। 

युवराज भागते हुए ही अपने चेहरे के चश्मे को ठीक करता है। आखिर में ग्राउंड का वो हिस्सा भी युवराज के सामने आ ही जाता हैं जो रोज़ उसके सामने ऐसे ही अपनी जान बचाते हुए आ जाता था। युवराज अपने चेहरे के चश्मे को टिका कर उस डेड एन्ड पे रुकने के बाद पीछे आते हुए उन लड़को से कहता हैं। 

"मेरी कोई गलती नहीं हैं ! में तो बस वहां से गुज़र ही रहा था।" ये सुनकर उन चारो के पीछे एक लड़की भागते हुए आती हैं और उन चारो लड़को को बड़े प्यार भरे और मासूमियत से कहती है। 

"ये सिर्फ गुज़र नहीं रहा था ! ये मुझे घूर - घूर कर देखे जा रहा था और इसारे कर रहा था।" ये सुनकर उस लड़की का बॉयफ्रेंड आग - बबूला हो जाता हैं और युवराज के पास जा कर उसके बालो को पकड़ उठाते हुए कहता हैं। 

"तुझ जैसे लड़के मेरी बंदी के आगे - पीछे घूमते हुए में हमेशा देखता हूँ ! बस आज फर्क ये हैं के तू ठहरा हमारे स्कूल का नमूना जो हर किसी से रोज़ पिटाता है और वो ठहरे अमीर और उचे पावर लेवल के लड़के। लेकिन में तेरी हालत आज ऐसी करूँगा जैसी आज तक किसी ने तेरी करी नहीं होगी।"

लड़की का बॉयफ्रेंड इतना कहकर अपने हाथो को जोड़कर हाथो से एक बॉल जैसी काले रंग की आकृति निकालता हैं और उसे युवराज की तरफ फेक देता हैं। जिससे काले रंग की वो तेज़ बॉल जैसी आकृति युवराज के पास जाती हैं। युवराज को अब टॉर्चर और पिटने की आदात हो गयी थी इसलिए वो एक उम्मीद जगाता हैं जिसमे वो एक काबील इंसान बनेगा। 

इस ही उम्मीद में वो वहीँ पे खड़ा रेह जाता हैं ,जैसे ही वो काले रंग की गेंद युवराज से टकराती हैं वैसे ही वो उड़ता हुआ डेड एन्ड से टकराता हे और वहीँ गिर जाता हैं ,इससे काफी धूल उड़ता हैं और युवराज को काफी चोट भी लग जाती हैं। 

"भाई क्यों मार रहा हैं बेचारे को ! मर जाएगा वो ,तू तो जानता ही हैं ,हमे ऐसे छोटे - मोठे नमूनों से भिड़ने की ज़रूरत नहीं हैं। वैसे भी आज स्कूल का आखरी दिन हैं ,कल से तो इसका चेहरा देखने को नहीं मिलेगा।" काफी आवाज़ और सोर होने के कारण वहां पर छात्रों की भीड़ इकठ्ठा हो जाती हैं जिसमे लड़की के बॉयफ्रेंड का दोस्त भी होता हैं। 

जैसे ही धूल छटता हैं वैसे ही युवराज के काले और घुंगराले बाल के साथ उसके चेहरे पे लगा चस्मा भीड़ के लोगो को दिखता हैं। जब सभी को पता चलता हैं यहाँ पर युवराज घायल हैं तो वो सभी अपने - अपने काम पे युवराज को इग्नोर करते हुए लग जाते हैं। 

सभी के जाने के बाद युवराज खड़ा होता हैं तो वो देखता हैं उसके पहले से ही टुटा चस्मा और भी ज्यादा टूट जाता हैं। युवराज उस चश्मे को अपने चेहरे से उतार अपने हाथ में ही पकड़ कर रख लेता हैं। युवराज इस रोज़ के झंझट से परेशान हो गया था वो कहता हैं। 

"खाने के लिए यहाँ पर पैसे नहीं हैं और अब ये चश्मे को ठीक करने की परेशानी अलग से और आ गयी।" युवराज का ये स्कूल में आखरी दिन था और वो चाहता था आज के दिन वो ठीक से घर जाए ,लेकिन लोगो को और खासकर ऊपर वाले को ये गवारा नहीं था। 

स्कूल तो अभी भी चल रहा था लेकिन वो इन सब से परेशान हो गया था इसलिए वो स्कूल से बाहर चल पड़ा। बाहर में काफी सारे लोग एक दूसरे से बाते कर रहे थे और स्कूल की यादो को याद कर रहे थे। युवराज इन सभी लोगो में से किसी के साथ भी नहीं था जिसकी वजह से वो उन सभी के साथ स्कूल की यादे याद नहीं कर सकता था। 

वैसे भी उसके पास ऐसा कोई दिन नहीं था जिसे याद करके वो हस सके या फिर खुस हो सके और ना ही ऐसा कोई दोस्त था। युवराज घर पोहोच जाता हैं ,वो काफी छोटे एक कमरे के जितने बड़े घर में रहता हैं। जहाँ सिर्फ युवराज के रहने जितनी ही जगह थी।

उसको ये घर स्कूल की तरफ से मिला था जब युवराज ने स्कूल के प्रिंसिपल हेल्प की थी उनके एग्जाम सेट करने में और उनका स्पेशल प्रोजेक्ट ख़त्म करने में। वैसे तो स्कूल के प्रिंसिपल ने युवराज से वादा किया था एक बड़े से घर का लेकिन काम होने के बाद लोगो को उनका वादा कहाँ याद होता हैं। 

वैसे ही युवराज को गरीब और भिखारी समझ कर दान में प्रिंसिपल ने ये घर युवराज को दे दिया था। युवराज किसी दी हुयी चीज़ नहीं लेता हैं लेकिन उसकी मज़बूरी थी क्यूंकि उसके सिर के ऊपर छत जो नहीं थी। 

युवराज अकेला ही रहता था क्यूंकि वो अकेला था इस दुनिया में ,उसका इस दुनिया में यहाँ पर कोई नहीं था। ना ही उसके माता - पिता और ना हे उसके कोई रिश्तेदार। लेकिन विरासत में युवराज के माता - पिता उसके लिए कुछ छोड़ कर गए थे। 

जो एक धूल लगे पेटी के अंदर रखा हुआ था। युवराज उस पेटी को लेकर ज़मीन पे पटक देता हैं और फुक कर धूल को हटाता हैं। धूल काफी थी जो उसके नाक में भी चली जाती हैं ,इससे युवराज को खासी और छींक आने लगती हैं। 

कुछ देर बाद रोनित पेटी को खोलता हैं और उससे एक नेकलेस निकालता हैं। उसे देखते हुए युवराज कहता है। 

"इस नेकलेस में ऐसा क्या हैं जो मेरे लिए अपने विरासत में से सिर्फ यही छोड़ कर गए।" ये एक नेकलेस था जिस के बीच में दो सींघ बने हुए थे। युवराज नेकलेस के सिंघो को खींचता लेकिन कुछ नहीं होता हैं। वो नेकलेस अपने साथ लेकर ज़मीन पर ही लेट जाता हैं और नेकलेस को ध्यान से देखने लगता हैं। 

तभी उसका हाथ गलती से एक सींघ पे चल जाता हैं वो सींघ निचे की तरफ खिसक जाता हैं और दोनों सिंघो के बीच में लिख कर आता हैं बीस्ता। 

"बीस्ता ! अब ये क्या हैं ,मैंने पहले कभी ये नाम तो नहीं सुना हैं ,खैर ये नेकलेस हैं तो मेरे लिए बेकाम ही। कल इसको अच्छे दाम में बेच दूंगा ,सायद इसके मुझे कुछ अच्छे पैसे मिल जाए।" युवराज फिर एक छोटा सा डब्बा जैसा टीवी चला देता हैं। 

"हमारे सूत्रों के हिसाब से पता चला हैं ! मिलेर नामक एलियन इंसानो के ऊपर जल्द ही हमला करने का सोच रहे हैं। इसलिए हमे अभी इस समय में ज्यादा से ज्यादा मज़बूत होने की ज़रूरत हैं और एक साथ रहने की ज़रूरत हैं।" यूवी का दिमाग और भी खराब हो जाता है वो इस खबर को देखने के साथ ही टीवी को बंद कर देता है और एक ठंडी आह लेते हुए कहता है। 

 

""मिलेर ! ये एलियंस भी ना ,पता नहीं इनको क्या दुश्मनी है हमसे।"" मिलेर ,ये एलियन लगभग हज़ार साल पहले पृथ्वी पर हमला करते है और जिस वजह से एक बोहोत ही ज्यादा बड़ा विश्वयुद्ध छिड़ जाता है। इस विश्वयुद्ध के छिड़ने के कारण जितने भी लीडर्स और जो पोलिटिकल व्यवस्था थी वो सभी तीतर - बितर हो जाता है। 

 

ये एलियंस कोई आम एलियंस नहीं होते है इनके पास प्राकृतिक पंचतत्व की शक्तियां होती हैं जिनमे आग ,पानी ,पृथ्वी ,आकाश और वायु आता है। यूवी को ना जाने फिर क्या सूझता है वो वापिस से उस नेकलेस को हाथ में पकड़ता है और देखने लगता है। 

 

ऐसा लगता है की यूवी कुछ ढूंढ रहा होता है उस नेकलेस के अंदर। 

 

""नेकलेस के अंदर और कुछ भी होना चाहिए ! सायद इसमें कुछ ऐसी चीज़ छिपी हो जो में देख नहीं पा रहा हूँ।"" यूवी अब उस नेकलस के अंदर देखने की कोसिस करने लगता है ,वो नेकलेस को खोलने की कोसिस करने लगता है पर तभी उसकी ऊँगली उन दो डेविल हॉर्न में से एक डेविल हॉर्न में धस जाती है। 

 

""आह.. !"" यूवी कहता है क्यूंकि वो डेविल हॉर्न काफी ज्यादा तेज़ और नोकीला होता है जिसके कारण यूवी के ऊँगली से खून निकलने लगता है। अभी भी यूवी ने उस नेकलेस को पकड़ा हुआ था और उस नेकलेस के हॉर्न पर कुछ खून के बूंदे यूवी की रह गयी थी। 

 

वो खून की बूंदे धीरे - धीरे करके जहाँ पर बीस्ता लिखा होता है वहां पर पोहोच जाता है और यूवी का ध्यान इस्पे ना होकर उसका ध्यान सिर्फ अपनी ऊँगली से बहती खून पर ही था। 

 

उसका ज्यादा खून नहीं निकल रहा था लेकिन फिर भी वो उस नेकलेस अपने छोटे से टेबल पर रखता है और बैंडेज ढूंढ़ने के लिए वो एक छोटे से बॉक्स को खोलता है। 

 

''ये बैंडेज कहाँ गयी ! कुछ दिन पहले ही तो कुछ बैंडेज ला कर रखा था मैंने ,हम्म हाँ मिल गयी।"" यूवी बैंडेज लेकर जैसे ही पीछे मुड़ता है तो वो जो सामने देखता है उस चीज़ को देखकर उसकी आँखे फ़टी की फ़टी रह जाती है हैरानी से। 

 

यूवी के सामने उसका नेकलेस अब हवा में उड़ रहा था ,वो ये देखकर डर जाता है क्यूंकि उसका नेकलेस अब काला होने लगा था। उसका नेकलेस जो कुछ देर पहले इतना खूबसूरत लग रहा था वही अब वो नेकलेस किसी डेविल के नेकलेस से कम नहीं लग रहा था। 

 

तभी यूवी भी अचानक से हवा में उड़ने लगता है। जिसे देखकर वो दर जाता है और दर के कारण अपने हाथ - पैर चलाने लगता है। 

 

""ये क्या हो रहा है ! में हवा में कैसे उड़ रहा हूँ ,ये सब क्या हो रहा है।"" तभी बीस्ता नेकलेस जो अब पूरी तरह से काला हो चुका था वो यूवी के गले में आ जाता है और उस नेकलेस से ऐसी एनर्जी निकलती है जिसकी वजह से यूवी के छाती पे पहने कपडे फटने और जलने लगता है। 

 

यूवी का वो नेकलेस इतना ज्यादा गरम हो जाता है की वो नेकलस अब यूवी के शरीर के अंदर जा रहा था। यूवी की चीख निकल जाती हैं ,वो इतना गरम नेकलेस अपने शरीर के अंदर जाते हुए सेह नहीं पाता है। 

 

""आ.... ! आ.... !"" बोहोत ही ज्यादा दर्दनाक चीख निकलती है यूवी की ,ये दर्द सेहेन करने लायक बिलकुल भी नहीं था। जब वो नेकलेस पूरी तरह से यूवी के शरीर के अंदर उसके खून से मिल जाती है तो वो नेकलेस टूटने लगता है और एक काले रंग का खून बनता है उस नेकलेस से। 

 

वो काला खून अब यूवी के खून में मिलने लगता है इस दौरान यूवी की चीखे लगातार निकलते जा रही थी और उसकी आँखे भी पूरी तरह से काली हो जाती है। जैसे ही वो काला खून यूवी के लाल खून से मिल जाता है तो यूवी तुरंत निचे गिर जाता है और बेहोस हो जाता है। 

 

क्या हुआ है यूवी को ? क्या है ये बीस्ता नेकलेस का राज़ ? क्या होगा आगे जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी ये नॉवल और बने रहिये मेरे साथ।