कहानी की एक झलक
IGT_ इंडियन ग्रुप टेक्निकल, एक ऐसा लैब.। जहाँ पे गेमिंग लॉन्च का सबसे बड़ा रिसच, चल रहा होता है.।जिस गेम को लाच कर रहे थे I G T ग्रुप के इंजिनयर, और साथ ही सॉफ्टवेयर इंजिनियर विराज मनोहत्रा.। वैसे तो इस गेम को लांच करने में एक बहुत बड़ा मक़सद है।
आज के दुनिया में तो लाखो गेमिंग प्लेटफोर्म है। जिनकी वजह से मानवीय ज़िन्दगीयों पे बुरा असर पड़ रहा है। पर अब तो गेम खेलने की कई लोगो की लत.।मौत बनते जा रही है।
एक ऐसी ही घटना घटती जा रही है.। शाहपुर शहर मे.।जहा पे अचानक से बच्चे से लेकर, लड़के तक, गेम के झासे में आकर सुसाईट.। (खुदखुशी ) करने लगते है। हलाकि ये सच है.। या अफवा, इस राज़ को जानने के लिए.।न जाने कितने कोशिशे जारी है।
शाहपुर शहर मे, लड़को की सुसाइड करने की सख्या बढ़ती जा रही है.। तीन महीने के अंदर अब तक के, 53 लड़को की मौत हो चुकी है। इसकी वजह सिर्फ गेम खेलने के लत को बताया गया है।
क्युकी जिन भी लड़को की, सुसाइट करने से,मौत होती जा रही है.। उनके पैरेंट्स का कहना है.। की उनके लड़के अचानक से,ज्यादा गेम खेलना पसंद करने लगे थे | और वह हर वक्त गेम का जिक्र.। उसकी बाते करते रहते.। और गेम के लिए लड़ते झगड़ते है।
इन्ही बातो की चर्चाएँ हर जिले, हर जगेह थी | हर कोई यह जानकार हैरान था.। की आखिर गेम लोगो के जिंदगियो से कैसे खेल सकती है.। इसका मेन मकस्द क्या है..? अब तो इंडियन ग्रुप टेक्निकल के इंजिनियर की, भी अपनी एक अलग ही कोशिशो में जुटे है.। वह अपने अर्सल अवतार गमिंग को जल्द से लोंच करना चाहते है.। उनका मानना है.। की ये गेम लोगो की रक्षक बनेगी..।
तो आइये जानते है ...। की इन सब में लकी जैन का क्या कनेक्शन ..! जिसमे लकी ने कर दिखाया.। कुछ ऐसा एक्शन.।
कहानी की सुरुआत.।
लकी..!" जो की एक छोटे परिवार से है..! लकी दिखने मे तो बेहद ही अच्छा, और भोला भाला आकरषण 18 वर्ष का लड़का है। जिसके चेहरे की खूबसूरती उसके बड़े - बड़े आँखो.। और उसके सिंपल लम्बे बालो की इस्टाइल से आकि जाती है।
वैसे तो लकी आठराह वर्ष के होने पर भी.. छोटे उम्र का दिखाई पड़ता है.। लकी मे एक शातिरिक कमजोरी है.। जिसकी वजह से वह कोई न कोई, मुसीबत मे पड़ ही जाता है।
आज का पहला दिन रहता है.। जब लकी रोज की तरह, आज भी अपने रेंजर साइकल से स्कूल की तरफ जा रहा था.। लकी सडक पे साईकल इतनी तेजी से., ऐसे ले जा रहा था.। की मानो जैसे उसकी कोई ट्रेन छुटने वाली हो..!" की तभी एक लड़का पीछे से अपनी साइकल चलाते हुए.। लकी से आगे निकल गया..!"
यह देखकर लकी को ऐसा लगा.। की जैसे वह लड़का, उससे रेसिंग कर रहा हो.। इतने में लकी को जोश से भर गया.। और फिर वह साइकल को और तेजी से चलाना सुरु कर दिया.। और देखते ही देखते, लकी उस लड़के से आगे निकल जाता है.।
की इसी बीच सामने से एक ट्रक तेजी आ जाता है.। यह दखकर लकी का डर के मारे साइकल का बैलंस बिगड़ जाता है.। ऐसे में लकी और उसकी साइकल.। दोनों ही उच्ची गिट्टी पे आकर, फिसल जाती है.। और लकी साइकल के साथ ही नीछे गीर जाता है.। यह देखकर उस साईकिल चला रहे लड़के ने, हस्ते हुए कहा.। "ओये मजा आया .. दिखा रहे थे एक्शन और हो गया रिएक्शन..!"
वह लड़का इतना कहते हुए, आगे निकल गया.। और इधर गिट्टियो पे गिरा हुआ लकी.। तुरंत उठ जाता है। और घबडाए हुए चारो ओर देखने लगता है.। लकी उस वक्त बस यही सोचता .है.। की कोई उसे गिट्टियो पे गिरते हुए देख नही लिया..!" लकी चारो देख लेने के बाद कहता है.। "चलो अच्छा है मुझे गिरते हुए कोई नही देखा..!"
यह कहकर, लकी अपनी साइकल को फिर उठता है.। और साइकल चलाते हुए.। सीधा स्कूल तक आता है.। लकी स्कूल के गेट से अंदर आते हुए.. देखता है तो बहार फिल्ड में ,कोई नही रहता है.। स्कूल के सभी स्टूडेंट क्लास के अन्दर बैठे होते है। यह देखकर लकी तेजी कदमो के साथ भागता हुआ क्लास के दरवाजे तक आ गया.।
अन्दर क्लास में स्कूल के टीचर, राघव श्रीवास्तव क्लास में बैठे सभी स्टूडेंट को, इंग्लिश की बुक पढ़ा रहे थे.। और सारे स्टूडेंट उनके लेक्चर को। बड़े ही ध्यानपूर्वक सुनते रहते है। की तभी लकी कहता है -
" माय कमिंग सर..!"
यह सुनकर राघव श्रीवास्तव का अट्रेकसन, बुक से हटकर लकी की तरफ गया.। और वह लकी को ऊपर से लेकर निचे तक देखने लगते है.। फिर राघव श्रीवास्तव की नजर लकी के पैंट पे पड़ती। जो घुटने के जगह पे फटा होता है।
यह देखकर श्रीवास्तव बेहद ही गुस्से से,लकी को घूरने लगते है.। इधर लकी भी अपने सर को देखकर थोडा डर जाता है..!" वैसे तो राघव श्रीवास्तव को पहले पीरियड में आते देख, क्लास के स्टूडेंट वैसे भी डरे बैठे रहते है ..।
पर की को इस बात से डर था.।की वह स्कूल देर से पहोचा..!" इससे पहले लकी अपने सफाई मे कुछ कह पता.। राघव श्रीवास्तव , गुस्से से लकी को देखते हुए बोले.।
"क्या मैं पूछ सकता हूँ .. की इस वक्त तुम कौन सी मजदूरी करके आ रहे हो ..? जो तुम्हारे पैंट फट गए ...!
"सर वो .. लकी इतना कहते हुए रूक गया, और सोचने लगा की.। वह अब सर से कहे तो क्या कहे .. जबकि नदानी उसी की थी
"अब मैं सर को कैसे कह सकता हूँ.। की मैंने जोश में होश खो दिया .." लकी मन में यही कह रहा था.। और इधर क्लास में बैठे कुछ लड़के उसके फटे पैंट को देखकर.। हसे जा रहे थे। यह देखकर , पीछे के बेंच से सभी लड़के हसने लगे..!" कुछ लड़के तो हसना नही चाहते थे। फिर भी उन्हें हासी आ गई। ऐसे में लकी उन सभी को हँसता देख.. खुद भी हसने लगा।
शायद लकी का यूह हसना राघव सर के गुस्से को और बढ़ा दिया.। और वह अपने गुस्से में रहकर, हाथ में लिए डंडे बरसाने लगे.। उनका डंडा सिर्फ एक तरफ से, लडको पर ही बरसते गए। यह देखकर लडकिया तो वैसे ही खामोश हो गई। और कुछ ही पलो में क्लास मे शांति छा गई।
यह सब देखकर लकी अपनी नजरे निचे किए.. दरवाजे के पास खड़ा रहता है। तभी रहव श्रीवास्तव चिल्लाकर कहते है -
"अब तुम आओगे या वही खड़े रहोगे..!"
राघव श्रीवास्तव को बस इतना कहने पर,लकी डर के मारे तुरंत क्लास अन्दर आ गया.। और शांति से एक सीट पे आकर बैठ गया। जब लकी की नजर पीछे, उन लड़को की तरफ गई। जो उसके पैट को देखकर हस रहे थे ..। अब वह लड़के गुस्से से, लकी को तेज निगाहों से घूरे जा रहे थे। उन लड़को को ऐसे घूरते हुए देखकर। लकी फिर से अपनी नजर आगे की तरफ करके देखने लगता है।
इधर श्रीवास्तव सर इंग्लिश बुक के चैप्टर 7 लेसन मे। एनी फ्रंक की स्टोरी के बताते हुए .. कहते है -
" की एनी फ्रंक की डायरी मे लिखी गई, उसकी अपने बाते। लोगो के दिलो मे, आज भी उसके होने का अहसास कराती है .. "
इतना कहकर श्रीवास्तव सर स्टूडेंट से बड़ी उत्साह के साथ पूछते है.। "So all student tell me क्या आप में को बता सकता है .. की एक पेन की पावर क्या होती है ..?
क्लास मे टीचर के इतना पूछने पर सभी स्टूडेंट, एक दूसरे के चेहरे को देखने लगते है.।.आगे के सीट पे बैठा हुआ लकी, इस विषय में राघव टीचर को कुछ बताना चाहता था। वह अपने सीट से उठ गया। और कहता है
"सर मेरे ख्याल से पेन की कोई पॉवर नही होती। पॉवर उस लिखने वाले इंसान में होनी चाहिए। जो पेन अपने हाथ में पकडे रहता है
इन सवालों के जवाब लकी से सुनते ही.., राघव श्रीवास्तव एकदम चुप हो गये। क्योंक वह कभी सोच नही सकते थे। की उनके पूछे गए सवालो के जवाब। लकी दे सकता है। यही सोचते हुए श्रीवास्तव लकी से बस इतना कहते है।
" गुड लकी..!" इतना कहते ही क्लास की बेल लग जाती है। और श्रीवास्तव सर अपने होठो से थोड़ी स्माइल देकर.., क्लास के बहार निकल गए।
राघव टीचर का पीरियड ख़त्म होने के बाद। जब क्लास से सर चले जाते है। तो कुछ लड़के आकर लकी को परशान करने लगते है ..।
जैद जो की क्लास का सबसे बतमीज स्टूडेंट है। जो अपने आप को किसी डॉन माफिया से कम नहीं समझता। वह लकी के पास आकर कहता है -
" नाईस लकी क्या जवाब दिया है सर को ..! पर जैसा की तुमने कहा. की पॉवर उस इंसान में होनी चाहिए। . तो तुम्हारा यह कहना मेरे पर जाता है। क्युकी मैं पावरफुल भी हूं। और कूल - कूल भी हूँ। हैं न लकी
लकी जैद की बातो को सुनते हुए कुछ भी नही कहा। और दुबारा से बेच पे बैठकर अपने नोट बुक लिखने लगता है ..।
Scene change
इधर स्कूल की छुट्टी होंने पर..लकी अपने घर की तरफ जा रहा था। तेज गर्मी पड़ने से, रास्ता बिलकुल सुनसान लग रहा था। जब लकी रास्ते पे कुछ आगे निकल गया.। तभी लकी को दूर से एक लम्बे कोट पहना आदमी, भागते हुए दिखाई देता है।
लकी साइकल चलाते हुए। जैसे _ जैसे करीब आता गया। वैसे _ वैसे लकी को एकदम साफ दिखाई पड़ने लगा था। वह आदमी अपने हाथ मे, एक ब्लॉक शूटकेश भी लिया होता है.।
और उसके पीछे दो व्यक्ति और भी भाग रहे होते है। दोनों के हाथ मे बन्दूके रहती है।
जो उस आदमी को दौड़ा रहे थे। जो बुरी तरह से जख़्मी रहता है। अपने हाथ में शूटकेश लिया हुआ व्यक्ति, लकी की तरफ उसके करीब आ था।
यह देखकर लकी थोड़ा डर गया..,और साईकल वही पे रोक दिया। इधर वह लम्बे कोट पहना आदमी भी।लकी के करीब आ रहा होता है। यह देखते लकी घबडाए मूडकर आगे जैसे ही बढ़ता है।
तभी उसी वक्त लकी ने, गोली चलने की आवाज़ सुना। और साथ ही किसी के चीखने आवाज़, सुनाई पड़ी। यह सुनकर लकी और भी डर जाता है। डर के मारे तो लकी की दहने पैर कापने लगते है।
पर लकी जैसे पीछे मुड़कर देखता है। तो पीछे कोई नही था। यह देखकर लकी बड़ा हैरान हो गया। लकी को उस वक्त कुछ नहीं समझ आता की उसने वह क्या देखा।
ऐसे लकी एक गहरी सास लेता है। और साइकल को किसी दूसरे रास्ते से ले जाने लगा..!"
आगे क्या होने को था .. क्या सच में कोई आदमी था। और वह किसकी चीख थीं। जो लकी को सुनाई दिया..
बने रहे chapter - 2 में