चित्रा एक दम अपनी आंखें बड़ी बड़ी कर के अभिराज को देखने लगी। और उसे गुस्से से एक साथ 3 थप्पड़ अभिराज को मारा। और बोली कि कितने बेशरम और गिरे हुए आदमी हो आप मुझे तो आपकी मां पर तरस आता है कि जिसने आप जैसे इंसान को जन्म दिया। अपनी माँ के बारे में मैं सुन कर अभिराज का चेहरा एक दम डार्क हो गया था उसने। चित्रा को वॉल से लगा कर उसके अगल बगल अपने दोनों हाथों को रख कर कहा कि अगर मैं अपनी बेशर्मी दिखाने लगा तो चार दिन तक बिस्तर से उठ नहीं सकोगी तुम। और तुमने मुझे घटिया कहा है ना तो अब देखो कि मैं तुम्हारे साथ क्या करता हूं। और फिर उसने चित्रा को किस करते हुए बिस्तर तक ले गया। और उसने चित्रा को धक्का देकर बिस्तर पर पटक दिया। फिर उसने 20 मिनट की लम्बी किस के बाद chitra को छोड़ दिया। और फिर उसने चित्रा के चेहरे को देखते हुए कहा कि बहुत आग है ना तुम्हारे अंदर आज निकल देता हूं मैं तुम्हारी सारी आग।