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Chapter 9 - mumma se nahi mil paayi

अब तक

सिंध्या का फ्लैट बहुत ही खूबसूरत था , सिंध्या ने बहुत ही अच्छे से घर को डेकोरेट किया था कुछ कुछ सामान उसने खुद ही बनाए थे।

सिंध्या डायरेक्ट अपने रूम में जाती हैं , अपना बैग साइड में रख क्लोसेट से अपने कपड़े निकालती हैं और शॉवर लेने चली जाति हैं।

थोड़ी देर बाद सिंध्या शॉवर ले कर आती हैं वो काफी फ्रेश फील कर रही थी

सिंध्या मिरर में त्यार होते हुए खुद से ही कहती हैं _" यार बहुत तेज भूल लगी हैं , , जल्दी से कुछ बन लेती हु , , वरना मेरे चूहे पेट से बाहर आ कर डांस करेंगे ।"

सिंध्या त्यार हो कर फटाफट किचन में जाती हैं , , वो सोचने लगती हैं क्या बनाए , , तभी उसे पास्ता दिख जाता हैं , , वो पास्ता बॉयल कर्ण रखती हैं  , ,और साइड में कुछ सब्जियां काटती हैं।

थोड़ी देर में सिंध्या का पास्ता बन जाता हैं वो पैन ही उठा लाती हैं और टीवी ऑन करके पास्ता खाना खान लगती हैं।

पास्ता खाते हुए ही अचानक उसे अश्विका और इधांश की याद आ जाती हैं वो सोचती हैं उनने खाना खा लिया होगा ।

ओब्रोय मेंशन

अब आगे

ओबेरॉय मेंशन

ईधांश अपने रूम में था और जोर जोर से चलाए जा रह था , रीमा घबरा गई थी उसके इस तरह जोर से चिल्लाने से। , ,

ईधांश के चिल्लाने की आवाज सुन कर अश्विन अश्विका को अपनी गोद में लिए जल्दी से वहा पहुंचता हैं।

रीमा अश्विन को देख घबरा जाती हैं पर वो अपनी घबराहट को कम कर लेती हैं।

अश्विन ईधांश के पास जा अश्विका को उसके बगल में बैठा ईधांश को अपनी गोद में ले पूछता हैं _" क्या हुआ , , मेरे बेबी को , , वो क्यों चिल्ला रह हैं ऐसे , , "

अश्विन की बात पर ईधांश को रोना आ जात हैं वो रोते हुए कहता हैं , ,_" मुझे , , मम्मा चाहिए , ,अभी चाहिए , , यह आंटी गंदी हैं ।  इधु को यह नही चाहिए ।" यह बोल वो अश्विन के गोद में दुबक जाता हैं।

दादी जो अभी वहा आई थी उन्होंने ईधांश की बात सुन ली थी वो रीमा को घूरते हुए अपनी सख्त आवाज में कहती हैं _" क्या किया हैं , , तुमने मेरे पोते के साथ , , ,बताओ , ,"

दादी की इतनी सख्त आवाज सुन रीमा के पसीने छूट जाते हैं , वो रोते हुए कहती हैं _" मैडम मेने कुछ नही किया हैं , , वो जूनियर बॉस पता नही बार बार उस सिंध्या को मम्मा , , ,  मम्मा , ,के रह हैं , ,मेने बस उन्हे बताया हैं की वो उनकी मम्मा नही हैं , , तभी से यह ऐसे ही चिल्ला रह हैं।"

रीमा की बात सुन दादी और अश्विन शांत हो जाते हैं , , तभी अश्विका बोलती हैं _" मूजे भी , ,मम्मा चाहिए , 😡 , ,डैडी की वजह से से अशी (अश्वी) मम्मा से नहीं मिली " यह बोल वो अपना मुंह फूला लेती हैं।

अश्वीका का गुस्सा देख ईधांश किसी बड़े बच्चे की तरह अश्विका को समझाते हुए कहता हैं "डॉन्ट वली , , एंजल , कल मम्मा आयेगी तब तुम मेले छात ही लहना , , ठीक हैं "

अश्विका खुश हो कर ईधांश के गाल लग जाती हैं और कहती हैं _" आज भाई की एंजल , , भाई की केयल कलेगी "

अश्विन रीमा को वहा से जाने का इशारा करता है तो रीमा वहा से अपना मुंह लटकाए चली जाति हैं।

दादी और अश्विन भी थोड़ी बहुत बाते कर्ण के बाद वहा से चले जाते हैं।

अगली सुबह

सिंध्या जल्दी जल्दी मेंशन के अंदर आ रही थी की वो किसी से टकरा जाती हैं , , और धड़ाम की आवाज से नीचे गिर जाती हैं।

सिंध्या दर्द से अपनी कमर सहलाते हुए ऊपर देखती हैं , , जहा , , अश्विन अपने हाथो को फोल्ड किए उसे ही घूर रहा था।

सिंध्या बराबर उसे घूरते हुए खड़ी होती हैं और कहती हैं _" आप जरा देख कर ही चला कीजिए में आपकी वजह से गिर गई ।"

अश्विन अपनी आई ब्रो को ऊपर करते हुए कहता हैं _" ओह रियली , , सिंध्या"

सिंध्या अपना सिर हा में हिला देती हैं तभी उसके कानो में बहुत प्यारी आवाज पड़ती हैं जो कह रही थी " मम्मा , , ,  मम्मा , , , "

यह आवाज सुन अश्विन और सिंध्या अपना सिर घूम पीछे देखते हैं , , जहां अश्विका , , ईधांश को अपने छोटे से हाथ से सपोर्ट दिए नीचे सीढ़ियों से संभाल कर ला रही थी दोनो ही अपनी चमकती आंखों से उसे देख रह थे  , , आना तो वो जल्दी चाह रहे थे पर उनके छोटे छोटे पेरो से आ नही पा रहे थे।

उन दोनो को देख सिंध्या के फेस पर स्माइल आ जाति हैं और वो दोनो के पास सिडियो पर जाती हैं एक एक हाथ में दोनो को उठा नीचे ले आती हैं।

अश्विन सिंध्या को देखता हैं जो की उसके बच्चो से काफी ज्यादा क्लॉज हो गई थी एक ही मुलाकात में , , वो उसे देख सोचता हैं _" आखिर यह लड़की हैं क्या , , , "

वही सिंध्या अश्विका और ईधांश के बीच बैठी हुई थी , , और अश्विका की बेतुकी बाते सुन कर हस रही थी।और जवाब दे रही थी।

अश्विन भी उनके पास आ थोड़ी दूरी पर सोफा पर बैठ जाता हैं और न्यूज पेपर पड़ते हुए उन्हे देख रहा था।

तभी रीमा अपने रूम से बाहर आती हैं और बगासी करते हुए आ रही थी , , उसे एक सर्वेंट दिखता हैं , , वो उससे कहती हैं मेरे लिए हनी ड्रिंक ले आओ

रीमा का इतना कहना भर था की अश्विन की आवाज आती हैं _" तुम यह की महारानी नहीं ही जो हुकुम दे रही हो , , ,उससे भी important तुम मेरे घर में केसे रह रही हो।"

रीमा अश्विन की डरावनी आवाज सुन कर डर जाती हैं कर डरते हुए कहती हैं _" वो , , वो ,  , दादी ने कहा था , , ईधांश की देखभाल के लिए "

ईधांश रीमा से चिड़ते हुए कहता हैं डॉन्ट काल मि ईधांश , , "

To be continue

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