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Chapter 8 - bonding

अब तक

ईधांश बेड पर बैठ अपनी पिक्चर बुक को देख रहा था , , सिंध्या अकेली अंदर आती हैं बटलर आवाज से चला गया था।

सिंध्या ईधांश के पास आ आवाज देती हैं , , _" हेलो ईधांश , , ,"

अपना नाम सुन ईधांश पिक्चर बुक से नजर उठा ऊपर देखता हैं तो एक पल सिंध्या को देखता रह जाता हैं , , अचानक ही ईधांश के मुंह से अश्विका के जेसे मम्मा निकल जाता हैं।

ईधांश के मुंह से भी अपने लिए मम्मा सुन सिंध्या कन्फ्यूज हो जाती हैं वो अपने मन में खुद से ही कहती हैं _" यह दोनो बच्चे मुझे मम्मा क्यों कह रहे हैं , , ,कही ऐसा तो नहीं इनकी मम्मा नही हैं इसलिए इन्हे में इनकी मम्मा जेसी लगती हु ,कोई बात नही बोलने देती हु ।" यह सोच वो ईधांश को देख मुस्कुरा देती हैं।

वही ईधांश सिंध्या मम्मा पता नही क्यों बोल रहा था पर उसे अच्छा लग रहा था।

सिंध्या ईधांश के साथ उसके बगल में बैठ बोलती हैं _" में तुम्हारी केयर करूंगी ठीक हैं ना , , , "

ईधांश अपना सिर हा में हिला बोलता हैं _" अछा , ,आप मेली केयल कलोगी "

सिंध्या अपना सिर हा में हिला देती हैं और ईधांश से बैठ करते हुए उसकी ड्रेसिंग करने लगती हैं।

अब आगे

सिंध्या शाम तक ईधांश के साथ बैठी उससे बात कर रही थी , उसकी पसंद नापसंद के बारे में जान रही थी वही ईधांश भी सिंध्या के साथ बहुत ही ज्यादा खुश नजर आ रहा था।

अश्विका अश्विन के साथ ही थी वरना एक ईधांश को अकेला नहीं छोड़ती हैं।

सिंध्या और ईधांश कोई गेम खेल रहे थे तभी वहा रीमा आ जाति हैं , रीमा दोनो को इतना खुश देख किलस सी जाती हैं ।

रीमा अपनी आवाज में एक्स्ट्रा शुगर मिला ईधांश से बोलती हैं _" हाई इधु , , "

किसी और के मुंह से इधु सुन ईधांश को गुस्सा आ जाता हैं । वो गुस्से में रीमा को देखता हैं और कहता हैं _" डॉन्ट काल मी इधु"

ईधांश की इतनी गुस्से वाली आवाज सुन रीमा का चेहरा उतर जाता हैं वो ईधांश को सॉरी बोलते हु कहती हैं _" i am sorry, , आगे से में ईधांश ही कहूंगी "

रीमा की बात पर ईधांश रीमा को टोकते हुए कहता हैं _" नो, , ,you call me only junior boss "

रीमा ईधांश की बात पर अपना सिर हा में हिला बोलती हैं _" ओ, , , ओके , , ओके बॉस "

सिंध्या ईधांश को इस तरह रीमा के साथ रुड देख काफी हैरानी से ईधांश को देख रही थी।" यह बच्चा मुझ से सुबह से अभी तक कितने अच्छे से बात कर रहा था , , और अब देखो ,, ,कितना रुड हैं , , , पर कुछ भी कहो , , सही कर रहा हैं , ,इस रीमा के साथ ऐसा ही होना चाहिए इसके साथ।"

रीमा सिंध्या को खोया देख उसे आवाज देते हुए कहती हैं _" ऐ , , ,क्या नाम हैं तुम्हारा , , अब तुम्हारा काम पूरा हुआ  , , जाओ यहां से , , अब बॉस का ख्याल में रखूंगी "

रीमा की बात सुन सिंध्या को गुस्सा तो बहुत आता हैं पर वो कुछ कहती नही हैं । चुपचाप उठ जाती हैं और अपना बैग उठा वहा से जान लगती हैं तो ईधांश उसे आवाज लगाता हैं _" मम्मा , , आप इधु को छोल कल कहा जा लही हो।"

ईधांश की इतनी प्यारी आवाज सुन सिंध्या और रीमा रुक जाती हैं। सिंध्या पीछे पलट कर देखती हैं जहा , , ईधांश अपनी मासूम आंखो से उसे देखे जा रहा था।

सिंध्या ईधांश के पास आ उसे अपनी गोद में बैठा बड़े प्यार से बोलती हैं _" अभी मम्मा को काम हैं , , मम्मा कल सुबह जल्दी से इधु के पास आ जायेगी तब तक इधु अच्छा बच्चा बनेगा और आराम से सो जायेगा ठीक हैं ना , , बेबी , , "

अपनी मम्मा की बात सुन ईधांश अपना सिर हा में हिला देता हैं और सिंध्या के गाल पर किस कर लेता हैं।

सिंध्या भी ईधांश के माथे पर किस कर वहा से आ जाति हैं।

वही खड़ी रीमा यह सब देख कर जल भुन जाती हैं । वो अपनी हाथो की मुठ्ठी कस कर बांध खुद से ही कहती हैं _" में दोनो बच्चो को अपनी साइड कर के ही रहूंगी ,  , , में नही चाहती यह उस सिंध्या की बातो में आ जाए।"

सिंध्या मेंशन से बाहर जाने लगती हैं तभी उसे किसी के खिलखिलाने की आवाज आती हैं , , सिंध्या आगे बढ़ गार्डन में देखती हैं जहा अश्विका कुछ सर्वेंट के साथ मिल कर खेल रही थी , , वो बहुत ही खुश लग रही थी।

अश्विका को देख सिंध्या के फेस पर भी स्माइल आ जाति हैं , , और वो वहा से चली जाति हैं।

मुंबई में ही सिंध्या अपने फ्लैट में रहती हैं , वो अपने पापा के साथ नही रहती हैं , वो क्यों आगे पता चलेगा।

सिंध्या का फ्लैट

सिंध्या अपने फ्लैट का डोर ओपन कर अंदर आती हैं लाइट ऑन करती हैं।

सिंध्या का फ्लैट बहुत ही खूबसूरत था , सिंध्या ने बहुत ही अच्छे से घर को डेकोरेट किया था कुछ कुछ सामान उसने खुद ही बनाए थे।

सिंध्या डायरेक्ट अपने रूम में जाती हैं , अपना बैग साइड में रख क्लोसेट से अपने कपड़े निकालती हैं और शॉवर लेने चली जाति हैं।

थोड़ी देर बाद सिंध्या शॉवर ले कर आती हैं वो काफी फ्रेश फील कर रही थी

सिंध्या मिरर में त्यार होते हुए खुद से ही कहती हैं _" यार बहुत तेज भूल लगी हैं , , जल्दी से कुछ बन लेती हु , , वरना मेरे चूहे पेट से बाहर आ कर डांस करेंगे ।"

सिंध्या त्यार हो कर फटाफट किचन में जाती हैं , , वो सोचने लगती हैं क्या बनाए , , तभी उसे पास्ता दिख जाता हैं , , वो पास्ता बॉयल कर्ण रखती हैं  , ,और साइड में कुछ सब्जियां काटती हैं।

थोड़ी देर में सिंध्या का पास्ता बन जाता हैं वो पैन ही उठा लाती हैं और टीवी ऑन करके पास्ता खाना खान लगती हैं।

पास्ता खाते हुए ही अचानक उसे अश्विका और इधांश की याद आ जाती हैं वो सोचती हैं उनने खाना खा लिया होगा ।

ओब्रोय मेंशन

To be continue

Kesa lga part btana mat bhulna yaar , , jaldi milte hein