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Chapter 3 - accident

अब तक

यह बोल दोनो को छोड़ देता हैं तो दोनो बच्चे अपने डगमगाते कदमों से दादा जी और दादा जी की तरफ चलने लगते हैं साथ ही जोर से जोर से आवाज निकाल रहे थे _" डा दा , , डा , , डा दा , , डा , , डा"

उनकी इतनी प्यारी आवाज सुन दादा और दादी जिनके झुरियो वाले चेहरे पर किलो भर की मुस्कान आ जाति हैं। उनकी आवाज़ पूरे मेंशन में गूंज रही थी जो की अब तक वीरान पड़ा हुआ था।

अश्विका अपने छोटे छोटे से पेरो से चल दादा जी के पेरो से चिपक जाती हैं और अपने दांत दिखा हसने लगती हैं , वही इधांश दादी जी के पास चला जाता हैं।

दादा और दादी दोनो बच्चो को अपने गोद में उठा लेते हैं।

दादी इधांश को देख अश्विन से बोलती हैं _" अश्विन यह तो तुम्हारा छोटा सा कॉपी लग रहा हैं बचपा में तुम बिलकुल ऐसे थे बस इसकी नाक तुम्हारी जैसी नही हैं।" वही दादा जी  अश्विका को देख बोलते हैं" इस बच्ची की आंखे तुम्हारे जैसी नीली हैं पर चेहरा इसकी मां के जैसा हैं शायद , , , ,  पर इन बच्चो की मां कोन हैं "

अश्विन अपने कंधे उचकाते हुए कहता हैं _" मुझे नही पता "

दादा और दादी हैरानी से , , "क्या , , ,तुम्हे नही पता "

अब आगे

अश्विन अपना सिर हिलाते हुए कहता हैं , , _" हा मुझे नही पता इन बच्चो की मां कोन हैं , ,?

इतना बोल वो अपने रूम में चला जाता हैं।उसके पीछे खड़े उसके बच्चे , उसकी दादी दादा जी और उसका दोस्त उसे देखते रह जाते हैं।

अश्विन का रूम

अश्विन का पूरा रूम उसने कस्टमाइज करवाया हुआ था । बहुत ही लक्जरी और कंफर्टेबल , , जो भी उस रूम को देखे उसे वहा रहने का मन करने लगे इतना लेविस था वो रूम , ,

अश्विन अपने रूम में डायरेक्ट अपने वाशरूम में चला जाता हैं शॉवर लेने के लिए। शॉवर ले वो नॉर्मल लोअर tshirt पहन नीचे आता हैं।

हॉल में , ,

अश्विक हॉल में इधर उधर भाग रही थी उसे पकड़ने के लिए उसके पीछे पीछे विवान भाग रहा था । अश्विक विवान से बच रही थी और खिलखिला रही थी।

ईधांश दादा जी की गोद में बैठा हुआ था और दोनो को देख रहा था।

अश्विन नीचे आ हॉल में भाग रही अश्विका को अपनी गोद में उठा लेता हैं और सोफा पर बैठ जाता है एक हाथ से ईधांश को भी अपनी गोद में बिठा लेता हैं।

अश्विन दोनो को सही से बिठा विवान से कहता हैं , , जाओ मेरे बच्चो के लिए बेस्ट से भी बेस्ट कपड़े , खिलोने जो भी सब बच्चो के लिए जरूरी होता हैं सब ले कर आओ, ,

विवान अश्विन को घूर कर देखता हैं और अपने पैर पटक वहा से निकल जाता हैं।

अश्विन जो अश्विका और ईधांश को ले कर बैठा था उसे कुछ गीला गीला लगता हैं , , अश्विन एक नजर अपने लोअर को देखता हैं जो की गिला हो गया था फिर अश्विका को जो की अपने दांत दिखा रही थी।

अश्विन यह सब देख चिढ़ कर बोलता हैं , ,_" ओह , , , , नो यार , , , ,"

ढाई साल बाद

मुंबई की सड़को पर 20 -25 गाड़िया जल्दी जल्दी कही जा रही थी।

इतनी सब गाड़ियों को देख एक बाइक पर बैठा एक आदमी अपने पास खड़े एक हवलदार से बोलता हैं _" क्यों भाई आज कोई मिनिस्टर आए हुए हैं क्या जो इतनी गाड़िया जा रही हैं ?"

वो हवलदार बोलता हैं _" अरे नही भाई , , , यह बिजनेस की दुनिया के बेताज बादशाह अश्विन ओब्रॉई की सेना हैं , , इनके बेटे की कार का एक्सीडेंट हो गया हैं इसलिए उसे हॉस्पिटल ले जाए जा रहा हैं "

वो बाइक वाला हैरानी से कहता हैं _" क्या बच्चा पर मेरे ध्यान में तो यह हैं की यह तो बैचलर हैं इनकी आज तक गर्लफ्रेंड नही बनी तो बच्चा कहा से आ गया ?"

हवलदार उसे समझाते हुए कहता हैं _" अरे वो का हैं न , , उस बच्चे की मां का कोई अता पता हीं नही हैं बच्चे उसे अचानक ही मिल गए थे " यह वो आगे चला जाता हैं।

लाइफ लाइन हॉस्पिटल

स्ट्रेचर पर एक 4 साल का बच्चा लेता हुआ था उसके कंधे से खून निकल रहा था वो बेहोश था , वही उस स्ट्रेचर के साथ चल रहा आदमी जो की बहुत ही ज्यादा हैंडसम था इस वक्त काफी ज्यादा परेशान था उसकी सफेद शर्ट पर खून के धब्बे लगे हुए थे ।

उस बच्चे को डॉक्टर नर्स के साथ मिल कर जल्दी ही ओटी में ले जाता हैं।

अश्विन परेशानी से ओटी के ऊपर जल रही लाइट देख रहा था । तभी कोई उसके कंधे पर हाथ रखता हैं । अश्विन घूम कर देखता हैं तो बिजनेस सूट पहने विवान खड़ा हुआ था।

अश्विन विवान को देख उसके गले लग जाता हैं और थोड़ी नम आवाज में बोलता हैं , , _" मेरा बच्चा , , ," यह बोल वो विवान से अलग हो गुस्से में कहता हैं _" में उस इंसान को छोडूंगा नही , , जिसने मेरी फैमिली को टारगेट किया हैं " यह सब बोलते हुए वो काफी खतरनाक लग रहा था।

डॉक्टर ओटी से बाहर आ अश्विन से कहते हैं _" मिस्टर ओब्रोइ हमे A पॉजिटिव ब्लड चाहिए ,, , क्या आप दे सकते हैं ?"

डॉक्टर की बात सुन अश्विन और विवान के चेहरे पर चिंता की लकीर आ गई थी , , ,क्युकी दोनो ने ही लास्ट नाइट अल्कोहल पिया हुआ था , , ऐसे में वो ईधांश को केसे ब्लड देते हैं।

अश्विन डॉक्टर की बात पर उन्हे देख बोलता हैं _" आप चिंता मत कीजिए ब्लड आ जायेगा आप बस मेरे बेटे को ठीक करिए " यह बोल वो वहा से नीचे की तरफ अपना फोन ले चला जाता हैं।

अश्विन सीडियो से नीचे उतरा ही था की सामने से आ रही लड़की से वो बुरी तरह टकरा जाता हैं , , ना अश्विन संभल पता हैं और न ही वो लड़की , ,दोनो ही जमीन पर गिर जाते हैं।

लड़की नीचे गिरी हुई थी और अश्विन उसके ऊपर इन सब में दोनो के लिप्स एक दूसरे से टच हो गए थे।

अश्विन और उस लड़की दोनो की आंखे एक दम से बड़ी हो जाती हैं।

To be continue

So kesi lag rahi hein story , btao btao mujhe bhi pta chale , ,kesi lag rahi hei , , acche acche review do , ,mujhe aap sab or jyada se jyada is story ko aap share karo