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Chapter 5 - गंदे दोस्तो का साथ छोड़ना

एक बेतूकी दोस्ती पाठ 5 लेखक राजेश मालती

रोहाना घर जा कर सोचती है। की सयाद मैने जल्दी कर दी बोलने में अगर मे अभी और बोलती तो सयाद काजू "हां"

कर देता।

काजू ने मुझे कहता की अपने गंदे दोस्तो का साथ छोड़ने के लिऐ।

में कल ही अपने सारे दोस्तो को मना कर दुगा मुझे बात करने के लिए।

और मैं काजू के ग्रुप को जॉइन कर लुंगी। काजू भी मना नहीं करेगा। अभी में यह सारी बाते छोड़ कर प्रोजेक्ट पर ध्यान देती हूं। रोहाना अपने पापा से पूछती हैं। की पापा मुझे स्कूल से एक प्रॉजेक्ट मिला हैं। इसे कैसे बनाऊं कुछ बता दो। रोहाना के पापा (Mr. Golu) बोलते है। बेटी में अभी अपना काम कर रहा हूं तो नहीं बता सकता। तुम एक काम करो तुम फ़ोन में कुछ देख लो कुछ आईडिया मिल जाएगा। रोहाना बोलती हैं मैने देखा पर कोई भी अच्छा नहीं लगा जो अच्छा लगा तो उसमें नए पास्ट का इस्तेमाल क्या था। Mr.golu अपने काम में बिजी होते हैं तो कुछ नहीं बोलते।

रोहाना सोच रही थी। की काजू को फ़ोन करके पूछती हुं प्रोजेक्ट की बरी मैं। पर नहीं फिर रोहाना सोचती है। की अगर में काजू से ऐसा पूछूंगी तो काजू सोचेगा। की मैं उसे पीछा छुड़ाना चाहती हुं। जल्दी प्रॉजेक्ट खत्म कर के।

दूसरी तरफ़ काजू अपने घर की तरफ़ के दोस्तो के साथ टाईम बिता कर वापस घर आता है। तो मम्मी बोलती है इतना टाईम तोड़ी लगता हैं बेटा। काजू बोलता हैं मम्मी दोस्तो मिल गए थे तो टाईम लग गया।

अगली सुबह काजू तैयार हो कर स्कूल में जाता हैं तो। वहा रोहाना मिलती हैं। जो काजू के दोस्तो के साथ बैठी थी । काजू बोलता है । की तुमने दोस्ती छोड़ दी उन गंदे लोगो से। रोहाना बोलती है "हां" किसी ने मुझे कहा था। की गंदे लोगो से दूरी बना के रखना चाहई है । काजू समझ जाता है की यह मेरी बात कर रही है । फिर कुछ देर बाद क्लास रूम में मैम आ जाती है और पढ़ाई शुरू हो जाती है । क्लास खत्म होने के बाद लंच शुरु हो जाता हैं। तब रोहाना काजू के दोस्तो के साथ लंच करती है ।

फिर वह पानी पीने जाती हैं तो वहा पर काजू अकेले मिलता है । रोहाना काजू को "थैंक्यू" बोलती है । काजू बोलता है कोई बात नहीं और तुमे भी "थैंक्यू" उन गंदे लोगो से दुर रहने के लिए।

रोहाना यह सोचती है । की काजू रोहाना का ध्यान रख रहा है । पर काजू रोहाना के अलावा अपने सारे दोस्तो का ध्यान रखता है।

काजू बोलता है । रोहाना आज तुम मेरे घर आओ गिना। रोहाना बोलती है "हां" । प्रॉजेक्ट भी तो बना है । और तुमे पड़ना भी है । क्लास खत्म होने के बाद रोहाना और काजू एक साथ काजू के घर पर जाते है। काजू के सारे दोस्त रोहाना को काजू के साठ देख कर काजू से मज़े लेते हैं। काजू खुश होता हैं पर कहता भी है । की भाई चुप हो जाओ। काजू का घर आ गया था अब। और काजू की मम्मी काजू के खीर बनाती है । और रोहाना को बोलती है काजू को खीर सबसे अच्छी लगती है। तो मैने सोचा आज बना देती हुं । रोहाना काजू की मम्मी के हाथ का खीर खा कर खुश हो जाती हैं। और काजू की मम्मी की तारीफ़ करती है । और बोलती है पता चला। की काजू को खीर इतनी पसंद क्यूं। अंटी आप के हाथ में जादू है। खीर खाने के बाद रोहाना काजू के कमरे में जाती है और प्रॉजेक्ट पर काम करती है । रोहाना प्रॉजेक्ट को देख कर रेहान हों जाती है । की प्रॉजेक्ट का काम सीमित रेखा पर आ चूका है अब। रोहाना पूछती है तुमने कब करा यह काम । काजू बोलता है। रात को काम पर लगा तो बस करता गया और नींद आ गई तो यहीं सो गया था। अब कुछ ही काम बाकी है । चलो करते है । रोहाना फिर कुछ पास्ट जोड़ती है । और फिर नाऊ को पानी में उठाती हैं। तो देखती है नाऊ पानी में सिर्फ खड़ा ही रहता है। अब इस नाऊ को चलाने के लिए एक रिमोद बनाना था। नाऊ के रीमोद को बनाने के लिए कोई भी पास्ट मिला नहीं। तो काजू एक काम करता है। की नाऊ को फ़ोन के wifi के साथ जोड़ कर नाऊ को चलता है। रोहाना बोलती है कि यह काम नहीं करेगा। क्योंकि स्कूल में फ़ोन लेकर जाना माना हैं। काजू बोलता है कि कल सालनी मैम से पूछते हैं। कुछ हल मिलेगा। रोहाना बोलती हैं। बात सही है। नाऊ ज्यादा देर तक पानी में रहने के वजह से नाऊ का कलर उतर जाता है धीरे धीर कर के । रोहाना बोलती हैं अब चलो कोई अच्छा रंग लेकर आएंगे जो जल्दी ना उतरे। रोहाना और काजू हार्डवेयर के दुकान से बहुत मेहेगा रंग के कर आते है। और रोहाना अपने हाथ से बॉड को रंग करती है । रोहाना को अच्छा लगा रहा था। काम के चक्कर में ज़्यादा टाईम हो गया था। तो काजू की मम्मी रोहाना को बोलती है की बेटी अपनी मम्मी को कॉल कर के अपनी मम्मी को बोल दो की आज घर आने में ज्यादा टाईम लग जाएगा । रोहाना फ़ोन उठाती हैं। तो देखती हैं की टाईम ज्यादा हो गया। और घर जाने के लिए हाड़ बाड़ा रही थी। रोहाना ने मम्मी को कॉल करा। तो मम्मी ने कहा कि बेटी। हम गांव गए है। गांव में तुम्हारी नानी की तबीयत खराब हो गई है। तो तुम एक काम करना की आज तुम पड़ोसी के घर में रहना। हमने पड़ोसी को सारी बात बता दी है।

रोहाना बोलती हैं मम्मी में अपने दोस्त के घर पर हु और रात भी हो गई है। तो क्या में यहां रुक जाऊं। इतने में काजू की मम्मी बोलती हैं क्या हुआ बेटी। इतनी घबराई हुई क्यू हो। रोहाना की मम्मी काजू की मम्मी की आवाज़ सुन कर बोलती हैं की बेटी अंटी को फ़ोन दो में उनसे बात करती हूं। रोहाना फ़ोन काजू की मम्मी को देती है। और बोलती हैं यह लो अंटी मम्मी आप से बात करेगी।

काजू की मम्मी बोलती हैं " हेलो "।

रोहाना की मम्मी बोलती है "हेलो" बहनजी मुझे आप से एक काम है, क्या आप मेरी बेटी को एक रात के लिए अपने घर पर रख लोगी, क्योंकि गांव में अपनी मम्मी के पास हु। और घर पर कोई भी नहीं है। और यहां पर मेरी मम्मी की तबीयत खराब है। तो मैं अपनी बेटी को आपके पास छोड़ती हु। काजू की मम्मी बोलती है। की दीदी तुम परेशान मत हो में तुम्हारी बेटी का ध्यान रखुगी। तुम अपनी मम्मी का ध्यान रखो। रोहाना की मम्मी बोलती हैं शुक्रिया मेरी अंजानी बहना। काजू की मम्मी बोलती है एक तो बहन बोलती हैं और अंजानी भी। शुक्रिया मत करो। इंसान ही इंसान के काम आता है। आप परेशान मत हो। फिर रोहाना की मम्मी कॉल काट देती है । और काजू की मम्मी बोलती हैं की। काजू आज तुम अपने छोटे भाई के रूम में सो गए। तुम्हारे रूम में रोहाना सोए गई। रोहाना तुम घर मत जाओ। चलो अब खाना खाने का टाईम हो गया हैं ।

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