रात के 1:00 बज रहे थे तेज बारिश हो रही थी और बिजली कड़क रही थी ऐसा लग रहा था जैसे आसमान से अभी ही बिजली नीचे गिर पड़ेगी
आसमान पूरी तरह से काला पड़ चुका था और हर तरफ काले बादल छाए हुए थे जंगल के बीचो-बीच किसी इंसान के तडपने और कराने की आवाज आ रही थी
झाड़ियों के पीछे एक लड़की खून से लथपथ बुरी तरह करा रही थी उसके पूरे शरीर से जगह-जगह से खून निकल रहा था और वह तड़प रही थी
कि तभी उसके दर्द की कोई सीमा नहीं रहती और उसकी धीरे धीरे कर सास थम जाती है
और हवा में खून की खुशबू फैल जाती है जंगल के बाहर एक लड़का जो बुरी तरह से बेचैनी से तड़प रहा था उसे यह खून की खुशबू खुद की और खींच रही थी
इसकी वजह से वह खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था और वह एक खूनी दरिंदे की तरह मचल रहा था जैसे जैसे खून की खुशबू उसके नाक में पढ़ रही थी वह उतना ही बुरी तरह से पागल हुआ जा रहा था
और धीरे-धीरे कर वह उस लड़की के पास आ जाता है जो अब बेजान सी पढ़ी हुई थी वह लड़का जैसे ही वह उस लड़की का खून पीने के लिए आगे बढ़ता है तो उसका बेजान चेहरा देखता है जो पूरी तरह से सफेद पढ़ चुका था
अचानक से उस लड़के के दिल में एक अनचाहा दर्द महसूस होता है और उसके आंखों मे खालीपन नजर आने लगता हैं
उसे समझ नही आता कि उसे क्यों इस मरी हुई लडकि के लिये दुःख महसुस हो रहा है।
और जो कुछ देर पहले उस लड़की को खा जाना चाहता था अब वह उसके बेजान शरीर को देखकर तड़प उठता है
और उसका दिल जैसे उसे चीख,, चीख कर कह रहा हो की वह लडकि उसकी सब कुछ हो।ओर अगर वह इस दुनिया मे नहीं होगी तो उसके पास जिने की वजह भी नहीं होगी
कि तभी अचानक से उसका दिल और दिमाग काम करना बंद कर देता है और वहां अपने हाथ की नस चाकू से काट देता है और फिर उसके हाथों से जामुन रंग का खून निकलने लगता है वह जल्दी से उस लड़की के बेजान से होटो पर अपनी कलाई रख देता है इसी वजह से हाथ से निकलने वाला खून उस लड़की के मुंह में चला जाता है
और फिर उस लड़की के शरीर पर बने सारे जख्म अपने आप ठीक होने लगते हैं और फिर उस लड़की के शरीर में हलचल होने लगती है और वह धीरे धीरे कर अपनी आंखें खोलती है
वह लड़का हवा की तरह वहां से गायब हो जाता है