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Chapter 3 - accident

वही पंक्ति की नजर उसकी डायरी और फोन पर पड़ती है तो अपनी आंखे गहरी करते हुए : ये ...मम्मा ये कहा से आया ...

रूही जी धीरे से उस डायरी की तरफ देखते हुए : पता नही बेटा ये सब तो मेन डोर के बाहर पड़ा था । किसी ने मैन डोर की बेल बजाई तो वहा कोई नही था बस यही सब पड़ा था ।

पंक्ति बस हा में सिर हिला देती है और धीरे से उस डायरी और फोन को उठा लेती है ।

वो जैसे ही डायरी और फोन को उठाती है तो सीधा रूम में चली जाती है । 

पंक्ति जेसे ही अंदर गई थी उसने इस वक्त डोर बंद कर लिया था । वो इस वक्त डायरी को ही घूरे जा रही थी । कि तभी वो एक दम से डायरी को बेड पर फेंक देती है ।

पंक्ति ने जेसे ही डायरी को फैंका था वैसे ही उसके पन्ने खुल गए थे । तो वही उसकी नजर उन पन्नों पर जाति है तो कुछ लिखा हुआ था ।

वो जल्दी से उस डायरी के पास जाती है और धीरे से उस डायरी को उठा लेती है .... 

पंक्ति इस वक्त हैरानी से उस डायरी को देख रही थी।  वो पहले पन्ने को पलटती है तो वहा पर कुछ शब्द लिखे थे ; उसने उन शब्दों को पढ़ना शुरू कर दिया था जिस पर लिखा था : 

""_____ से मोहब्बत का सफर शुरू ""

उसने जेसे ही ये पढ़ा था वो एक झटके से टेबल से लाइटर उठाती है और ट्रैशकैन  में डायरी को फैंक देती है । और अगले ही पल लाइटर को एक दम से जला देती है । और धीरे से डायरी को आग लगाते हुए : किससे मोहब्बत का सफर शुरू होगा ये तो अब मै डिसाइड करूंगी ! हेल से या तुमने जो एक शब्द गायब किया है उससे ....

पंक्ति ने जेसे ही डायरी को आग लगाई थी वैसे ही कमरे में धुआं फैलना स्टार्ट हो गया था ! 

वो वही डायरी को जलते हुए छोड़ कर  चली गई थी ! 

वही रूही जी देखती है कि पंक्ति  घर से बाहर जा रही है । वो  उसे पीछे से रोकते हुए : पंक्ति कहा जा रही हो ! अभी तो घर आई हो ! 

पंक्ति रूही जी की तरफ देखते हुए : मम्मा मुझे थोड़ी देर वामिका के घर जाना है ! 

रूही जी उसे रोकते हुए : अच्छा ठीक है चली जाना लेकिन पहले खाना खा लो !

पंक्ति ना में सिर हिलाते हुए : भूख नही है मम्मा ! 

वो इतना कहती है और अगले ही पल वहा से गायब हो जाती है ! 

कुछ देर बाद !

पंक्ति घर से निकली ही थी कि तभी वो सामने वाले घर में जाने लगती है । वो अपने छोटे छोटे कदमों से घर के अंदर चली जाती है ! 

 वो जेसे ही अंदर जाती है तो सामने एक लड़की काउच पर बैठी थी जिसके बाल शोल्डर्स तक आ रहे थे उसने इस वक्त व्हाइट टी शर्ट के साथ ब्लू जींस पहनी थी । वो लड़की अपनी काली गहरी आंखों से फोन की तरफ देख रही थी !

उस लड़की का रंग बिल्कुल साफ था । उसकी क्यूट सी आंखे ! वही पंक्ति धीरे से उस लड़की के सामने जाकर बैठ जाती है ।

वो लड़की अपनी नजरो से पंक्ति को देखती है जो चुप चाप आकार काउच पर आराम से आकर बैठ गई थी ।

तभी अचानक से उस लड़की की आईब्रो ऊपर हो जाती है और पंक्ति की तरफ देखते हुए कहती है : आज मोहतरमा अपने घर का रास्ता केसे भूल गई! 

पंक्ति धीरे से : मुसीबत जो आ गई ! 

वो लड़की और कोई नही वामिका थी ! 

वामिका फोन को साइड रखते हुए : अच्छा तो बताओ क्या मुसीबत आ गई ! 

पंक्ति मासूम सा चेहरा बनाते हुए : वो भी पता नही ! 

वामिका जेसे ही ये सुनती है तो उसकी आंखे एक दम से छोटी हो जाती है : जब पता ही नही तो ये केसे पता लगा कि कोई मुसीबत आई है ! 

पंक्ति धीरे से  : वो मेरी आंख फड़फड़ाई थी यार ! अब ये सवाल जवाब बंद करो ! एक ट्रेड फेयर लगा हुआ है ना ! चलो घूमने चले ! मै बहुत इरिटेट हो रही हू ! 

वामिका हा में हां मिलाते हुए कहती है : अच्छा ठीक है ...  मै घर को लॉक कर देती हु .... स्कूटी तुम्हे चलानी पड़ेगी! 

पंक्ति स्माइल पास करते हुए : अच्छा ठीक है ! पर मेरी डेंजरस ड्राइविंग से डर मत जाना ! 

वामिका पंक्ति के हाथ में स्कूटी की चाभी देते हुए ; तुम स्कूटी को बाहर निकालो ! मै घर को लॉक करके आई ; 

पंक्ति हां में सिर हिलाते हुए : ठीक है ! 

पंक्ति घर से बाहर चली जाती है और स्कूटी को स्टार्ट कर देती है तभी रूही जी अचानक से बाहर आते हुए : अब कहा चली तुम ! 

पंक्ति धीरे से : मम्मा मै और वामिक ट्रेड फेयर देखने जा रहे है ! प्लीज आप रूम से मेरा फोन ला दीजिए ! 

रूही जी : अच्छा ठीक है ! लेकिन टाइम से घर आ जाना ! रात को जायदा बाहर घूमने की ज़रूरत नही है ! 

पंक्ति मासूम सी शकल बनाते हुए : अच्छा ठीक है लाइए फोन लाकर दीजिए ! 

रूही जी घर के अंदर जाति है । वही वामिका स्कूटी पर बैठते हुए :: चलो चले ! 

पंक्ति वामिका को रोकते हुए : दो मिनिट रुको मम्मा फोन लेकर आ रही है ! 

रूही जी जल्दी से फोन लाकर दे देती है वही वामिका पकड़ लेती है तभी रूही जी वामिका की तरफ देखते हुए : बेटा ध्यान से जाना दोनो ! 

पंक्ति चिढ़ते हुए : हा ठीक है  उसे भी सुन गया ! अब जा रहे है हम ! 

पंक्ति और वामिका वहा से जा चुकी थी । वही कोई नजर रख रहा था उस पर .... वो शक्श जिसने ब्लैक कलर के कपड़ो के साथ मास्क पहना था वो धीरे से फोन पर बात करते हुए : बॉस मैम यहां से जा चुकी है .....

वो इतना कहता है तभी दूसरी तरफ से फोन कट हो जाता है ।

वही पंक्ति जेसे ही चौराहे से अपनी स्कूटी को आगे ले जाने लगती है वैसे ही स्कूटी एक दम से किसी कार से टकरा जाती है ।

वही पंक्ति जेसे ही चौराहे से अपनी स्कूटी को आगे ले जाने लगती है वैसे ही स्कूटी एक दम से किसी कार से टकरा जाती है ।

क्या होगा अब आगे ? कोन था ये शकश? जानने के लिए पढ़ते रहिए