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Chapter 9 - chapter - 8 श्रेय, रूही , सांवी पोहंचे अपने सीक्रेट जगह पर

हॉस्पिटल में,,

करीबन 2 बजे,

जय सोफे पर बैठा लैपटॉप में अपनी काम कर रहा था तभी उसे कुछ आवाज सुनाई दी उसने अपने नजर ऊपर कर के अफसाना को देखा जो पास रखे टेबल से ग्लास उठा रही थी उसे पानी पीने था अफसाना अब तक जय को नही देखी थी। वो अपना हाथ ग्लास तक पोहंचना चाहती थी पर तभी वह पर आ कर किसी ने ग्लास पकड़ कर उसके सामने किया जिसे अफसाना अपनी नजर ऊपर कर के देखती है तो शॉक्ड हो जाती है और बोलती__ आ.. आप आप यह क्या कर रहे है। ये बोलकर वो उसे घूरने लगी। लेकिन जय को कोई फर्क नही पड़ा और वो उसे पानी पिलाया और ग्लास टेबल पर रख कर वापस से अपनी जगह के तरफ चला गया और अपनी लैपटॉप में काम करने लगा।  उसे घूरने लगी। 10 मिनिट बाद जय अफसाना के तरफ देख कर उसे बोला___ ऐसे मत देखो सो जाओ । अफसाना अपना मुंह बना कर बेड पर लेट गई। ये देख जय एक अनदेखा स्माइल कर दिया फिर वो अपने काम करने लगा।

दूसरी तरफ,,

सेहर के बाहर श्रेय विकी के साथ जा रही थी उसे पता था की वो अगर विकी को जाने बोलती तो वो नही जाता क्यों की वो बहुत जिद्दी था इसलिए वो उसके साथ जाति है। इस वक्त श्रेय कार बहुत तेजी से चला रही थी। उसे जल्द से जल्द उस जगह पर पोहंचना था । एक घंटे बाद उनकी कार एक जंगल में रुकती है और उनके पीछे और एक कार भी आ कर रुकती है उस कार से दो लड़की निकलती है और श्रेय के कार के पास आती है श्रेय भी कार से निकलती है उसके पीछे विकी भी निकलता है तो वह सांवी और रूही को देख कर चौंकते हुए बोला__ तुमलोग यह पर यह पर क्या कर रहे हो। फिर गुस्से से बोला__सांवी तुम आधी रात को यह सेहर से दूर इस जंगल में क्या कर रही हो।

रूही और सांवी विकी को देख चौंक गए पर वो उनके चेहरे पर आने नही दिया उल्टा उसके सवाल से बचने के लिए रूही बोली__ वैसे ये सवाल हम भी पूछ सकते है की आप यह पर क्या कर रहे है वो भी हमारी शेरू के साथ। ये बोलकर रूही और सांवी उसे घूर कर देखने लगे। तो विकी शकपक्ते हुए बोला__ वो.. वो तो तुम्हारे भाई ने मुझे श्रेय को घर छोड़ने के लिए कहा था पर ये मुझे यह पर ले आई। सांवी कुछ बोलती उसे पहले ही तीनों लड़की के फोन बजने लगे ये देख विकी उन्हे गोर से देख कर बोला__ तुम सब यह आधी रात को इस जंगल में क्यों आए हो मुझे सच सच बताओ। ये बोलकर को सब को घूरने लगा सबने उसे इग्नोर कर दिया और श्रेय बोली__ मिस्टर विकी हमें कुछ काम है लेट भी हो सकता है तो (उसे कार की देते हुए बोली) आप घर चले जाइए।

ये बोल कर वो सब वहां से थोड़ी दूर गए और वहा पर एक झरना था तीनों ने इधर उधर अपनी नजरे दोधायी झरने के थोड़ी दूरी में घांस फूस थे उन्होंने तीनों ने उसे हटाया तो वहां एक खंडार था जो किसी को पता नही था और श्रेय ने एक पासवर्ड डाला तो वहा से एक दरवाजा बना और वो लोग अंदर चले गए और वो दरवाजा फिर से बंद हो गया।

दूसरी तरफ हॉस्पिटल में,

राघव सोफे पर सार टिकाए अपनी आखें बंद किए सोया हुआ था की तभी उसका फोन रिंग हुआ तो उसने देखा विकी का कॉल है उसने जल्दी से फोन उठा लिया ताकि अफसाना उठ न जाए। और वो विंडो के पास जा के बात करने लगा। उधर से विकी बोला__ बॉस मुझे कुछ बताना है । जय ने बस hm किया तो विकी आगे बोला__ बॉस कुछ तो गड़बड़ है जब श्रेय और मैं पार्किंग में थे तो किसी ने श्रेय को किसने कॉल किया था और उसे कुछ बोला जिसे वो गुस्सा हो गई और थोड़ा घबराई हुई थी और वो वहा से सीधा सेहर से बाहर किसी जंगल में ले के आई है मैं भी उसके साथ आ गया ये बात बहुत बड़ी है बॉस क्यों की यह पर सांवी और रूही भी आई हुई है। वो तीनो मुझे वापस जाने के लिए बोली पर मैंने उनका पीछा किया तो मुझे पता चला कि वो किसी खंडार में गई है और वो खंडार पासवर्ड से सेट किया गया है। (फिर वो हकलाते हुए बोला) बॉस मुझे लगता है आ..आ.अफसाना भी उनके साथ है। ये बोलकर वो चुप हो गया।

जय कुछ सोचते हुए बोला__ उस जगह की अच्छे से तलाशी लो और उन्हें इसके बारे में पता नही चलना चाहिए। कुछ राज तो है जो मुझे नही पता और इसका पता लगाना तुम्हारी जिमेदारी कुछ भी करो लेकिन मुझे वो राज जाना है चाहे तुम उस खंडार को उड़ा दो। विकी__ ओके बॉस मैं पता लगाता हूं। ये बोलकर वो फोन काट देता है। जय पीछे मुड़ कर अफसाना को देखता है और उसके पास जा कर उसके गाल को सहलाते हुए बोलता__ स्वीटहार्ट ऐसा क्या राज है जो मुझे पता नहीं है पर don't worry मैं उस राज का पता लगा लूंगा। ये बोलकर वो उसे एक टक देखता है।

सुबह के 8 बजे,,

अफसाना की नींद खुलती है और वो जैसे ही अपने आंखें खोलती है उसके सामने जय का चेहरा दिखता जिसे वो डर से चिला देती है और अपने सीने में अपना एचक्यूटीएच रखते हुए वो जय को बोलती है__ ये क्या किसी मासूम लड़की को कोई ऐसे सुबह सुबह डराता है क्या। ये बोलकर वो धीरे धीरे सांस लेने लगती है। तो जाए बोलता है__ मैने तुम्हे नही डराया तुम खुद मुझे देख कर  डर गई तो इसमें मेरी कोई गलती नही है। अफसाना__ हां तो आपको किसने कहा था ऐसे मेरे सामने खड़े रहने के लिए। ये बोलकर वो उसे घूरने लगी। जय कुछ नही बोला और उसे देख रहा था जिसे अफसाना उसे बोली__ ऐसे क्यों देख रहे है। वो आगे कुछ बोलती उसे पहले जय उसके पास गया और झुक कर बोला__ क्यों की मुझे तुम्हे देखने का हक है इसलिए। ये बोलकर वो उसे इंटेंस नजरों  से देखने लगा फिर उसकी होंठो के तरफ देखने लगा। अफसाना की तो जान ही हलक में आटक गई थी। अफसाना बोली__ आ.. आ..आप ऐसे क्यों। वो कुछ आगे केह पति जय ने अपने होंठ उसके होंठ से बंद कर दिया। अफसाना की आंखे हैरानी बड़ी हो गई।

थोड़ी देर बाद वो उसे दूर है और अफसाना को देखने लगा अफसाना तेज तेज सांसे ले रही थी । फिर थोड़ा शांत होने के बाद जय के तरफ घूर कर गुस्से में बोली__ आप बार बार मुझे किस क्यों करते रहते है आपको शर्म नही आती एक मासूम लड़की को ऐसे बिना उसकी परमिशन के किस करना । तो जय उसे देखते हुए बोलता__ नही। उसके मुंह से ना सबद सुन कर अफसाना उसे घूर कर देखती है। तो जय बोलता है__ ऐसे मात देखो वरना मुझसे प्यार हो जायेगा। ये बोलकर वो वहा से जाते हुए बोलता है__ फ्रेश हो जाओ आज तुम्हारी डिस्चार्ज होने वाली है।

थोड़ी देर बाद,, अफसाना एक लूज टी – शर्ट पहनी थी उसे कंफर्टेबल फील हो और नीचे जींस पहनी हुई थी। वो बेड पर बैठे अपने फोन चेक कर रही थी तभी उसकी आंखें गुस्से से लाल हो गई। तभी रूम में संजय आता है और बोलता है___ अफसाना तुम्हारी डिस्चार्ज हो गई तो हमें अभी..।इतना बोलते बोलते वो रुक गया और अफसाना को आंखे फाड़े देख रहा था क्यों की अफसाना बहुत गुस्से में थी और वो इस वक्त गुस्से से कांप रही थी उसकी आंखे लाल थी और वो एक टक अपने फोन को घूरे जा रही थी। अफसाना का औरा ही इस वक्त ऐसा जिसे कोई भी नॉर्मल इंसान देखता तो वो डर जाता और संजय का भी यही हाल था वो हकलाते हुए बोला__ आ.. अफसाना.. अफसाना तुम्हारी डिस्चार्ज हो गई है बाहर गाड़ी खड़ी है और तुम्हे..।

वो आगे कुछ कहता उसे पहले ही अफसाना वहा से तेजी से बाहर निकल गई तो संजय ये देख के घबरा गया और वो भी उसके पीछे पीछे जाने लगा बाहर गाड़ी खड़ी थी जहा पर इस वक्त जय अपनी एक हाथ पॉकेट में डाले खड़ा था और फोन पर बात कर रहा था। तभी उसने देखा कि अफसाना हॉस्पिटल से बाहर आ रही है इसलिए उसने फोन पर बात करते हुए बोला__ साम तक मुझे उसकी डिटेल्स मिल जानी चाहिए। ये बोलकर वो कॉल कर कर देता है।

अफसाना आती है तो वो जय को गाड़ी के पास खड़ा देखती है पर वो सीधे जा कर गाड़ी में बैठ जाती है जिसे देख कर जय की मुट्ठी काश जाति है क्योंकि उसे अफसाना का ऐसे उसे इग्नोर करना पसंद नहीं है। जय ने संजय की तरफ देखा जो उसके पास खड़ा था। ये देख संजय कहता है__ मु..मुझे ऐसे क्यों देख रहा है मैने कुछ नही किया जब मैं रूम के अंदर गया तो वो बहुत गुस्से में थी इस से जादा मुझे कुछ नही पता। ये बोलकर वो पप्पी फेस बना दिया। जय जय कर गाड़ी में बैठ गया और संजय आगे वाली सीट पर गाड़ी जिंदल मैंशन की और जाने लगी। अफसाना चुप चाप अपनी सार टिकाए आंखें बंद किए कुछ सोच रही थी। जय की नजर बार बार उसके चेहरे के एक्सप्रेशन के तरफ जा रही थी।।

कोन था जो श्रेय को कॉल किया था?

श्रेय , रूही और सांवी क्यों गए थे उस जंगल वाली खंडार में?

ऐसा क्या था उस खंडार में?

क्या विकी लगा पाएगा उस खंडार का राज?

और अफसाना ने ऐसा क्या देखा अपनी फोन पर जिसे वो गुस्से से भर गई??

क्या जय इसके बारे में पता लगा पाएगा??

जाने के लिए पढ़ते रहिए मेरी नॉवेल फिर मिलेंगे।