मेरा जुनून

Moon_Rajpoot_9753
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Synopsis

Chapter 1 - 1

एक कमरे मे सिर्फ सिस्कियो की और एक लडकी के ताड़न से करहने की अवाज अती है वही वो अदमी उस लडकी के सतन को दबाते हुए उसके कान के पास आकर कहता है - माय डॉल अभि तो कुछ नही है तुम्हे मेरी बदती भूख को और शान्त कर्ना होगाकरोगी ना बोलो ?

वो लडकी रोते हुए दर्द हा मे सार हिलाती है और सीना फूला कर दिखती है तो वो लद्का खूश होकर - बहोत अच्छे माय डॉल एसा ही रहा तो तुम्हारा परिवार भी सही सलामत रहेगा |

वो लडकी बस रो रही थी औरसाइड मे मुह कर के जेसा वो आदमी कहता वेसा करती है वो बोलती है - तुम मेरे परिवार को कुछ मत करना मे यही रहूंगी ...|

वो लद्का बिना कुछ बोले बस उस लडकी के साथ खेल रहा था वो लडकी अपनी जि डागी के बारे मे सोच रही थी और मन मे खुदसे बोलती है - ये क्या हुआ अभि उसकी जिन्दगी मे उसने क्यू बिच मे बोला उस आदमी ने एक जोरदार झटका दिया दिया और वही लडकी के पास ढेर हो गया लेकिन थोडी देर बाद वो उस लडकी के उपर से उठ कर चला गया |

वो लडकी मन मे- क्या सोचा था सोम्या खुद को देख सोच मे पड गई उसकी जिन्दगी कितनी सही चल रही थी

फ्लेश्बेक

सोम्या अपनी दोस्त को देख आगे दोडते हुए बोली - जल्दी चलो नही तो यही छोड कर चली जाऊंगी ...|

उसकी पीछे भागती हुई लडकी बोली - रूक जा हवा की तरहा उदेगी तो मे केसे जल्दी आ पाऊंगी...|

सोम्या जेसे ही हस्ते हुए जा रही थी वो किसी से टकरा जाती है और सिधे खडे होकर बोली - मुझे माफ कर दिजीये मेने आपको देखा नही ....|

वो आदमी उसके कन्धे पकड़ ठीक से खडा कर बोले - अरे ध्यान से बेटा हर बार सॉरी काम नही आता ...|

उसने सामने देखा एक क्युट सी स्माईल किये 27से 28तक का आदमी सोम्या से केह्ता है - वेसे प्रिन्सिपल सर का ऑफ़िस कहा है ..?

सोम्या ने थोडा मुस्कुरा कर साइड का रास्ता दिखा दिया और वहा से चली गई वो आदमी सोम्या को जाता देखता है तो उसके साथ आदमी बोला - बस कर अब खा जाओगे, उसे पता नही है वरना उस हसी से भी डर जाती ...|

वो आदमी सामने खडे आदमी से - मे तो प्यार से बोलता हू लोग बाते ही एसी कर देते है की मे मजबूर हो जाता हू अब चलिये ...|

दोनो प्रिन्सिपल के  ऑफ़िस गये और वही प्रोन्सीपल अपने काम मे लगे थे तो एक आदमी उनके सामने बेठ जाता है प्रिन्सिपल उन्हे एल पल देखता है फिर उसके पसीने छूटने लगते है उसने खडे होकर कहा - तुम यहा ...|

वो आदमी कुरसी पर बेठ पेपर वेत से खेलने लगा तभी उसके साथ आया लड़का बोला - आप लोग पेपर्स पर साइन कब कर रहे है ...|

वो प्रिन्सिपल गिड़गिडाते हुए - ये कॉलेज ही मेरी बीवी की आखिरी निशानी है कभी नही दूंगा ...|

वो आदमी -हम क्या करे अपना समान बन्धो और निकलो  ...|

प्रिन्सिपल गुस्से मे - तुम क्या करने का सोच रहे हो क्या मुझे पता नही यहा बार बनओगे ताकी ...

जिससे पहले प्रिन्सिपल कुछ बोलता उससे पहले ही उस आदमी ने पेपरवेट प्रिन्सिपल के सर पर मार दिया प्रिन्सिपल वही बेहोश हो गया उसे बहोत तेज खून भी आ रहा था ..|

वो अदमी प्रिन्सिपल को देख हेरनी से - नियान्श ये क्या किया ...|

नियान्श बाल ठीक कर - हमे बोल रहा है जेसे खदने जन्नत खडी की है...|

नियांश उस प्रिन्सिपल को देख - सहदेव उस लडकी का ध्यान रखना बेचारी डरी हुई है...|

सहदेव ने पीछे देखा तो एक लडकी मुह पर हाथ रखे काप्ते हुए उन्हे देख रही थी सहदेव ने जेसे कदम आगे बढाया तो वो लडकी वहा से भागी...|

सोम्या देख भाग रही थी तभीदो चर लोगो ने सोम्या को घेर लिया वो ये सब देख काप रही थी और निचे बेठ गई तभी सहदेव ने उसके बाल पीछे से पकड़ - तुमने सब देख लिया है तो अब क्या करे इसका नियान्श ...|

सोम्या कार्रह रही थी ये देख गार्ड़स के साइड से होकर - अरे भाईसाहब थोडा साइड हो जाईये ...|

सभी नियन्श के इस नेचर से वाकिफ थे जो जानते थे उन्हे तो और भी दार लगता था नियान्श सहदेव से बाल छूडा कर निचे बेठ कर झूक कर सोम्या को याद कर बोला - अभि हम मिले थे ना मी कहा था की हर बार टकराने पर सॉरी बोलने से काम नही चलता ....|

सोम्या को अब नियान्श की क्युट सी हसी से भी दार लग रहा था वो झटक कर धक्का देते हुए जोर से चिल्लाते हुए - कोई है मुझे बचाओ प्लीज ...|

नियान्श कान बन्द कर सोम्या को एक थप्पड़ जद देता है सोम्या जो इतनी देर से झटपटा रही थी वो सहम गई नियान्श सोम्या के गाल पर फ़ूक मार - कितनी जोर से लगा चूप नही रह सकती क्या...?

सोम्या बिखरे बाल के साथ नियान्श से डर दूर हो रही थी नियान्श मुस्कुरा कर - नाइस तुम्हे इत्ना डरा देख मुझे सूकून मिल रहा है पता मूझे एसे लोगो के साथ खेलने मे मजा आता है तो तुम खेलो ना मेरे साथ प्लीज ...|

सोम्या नियान्श को देखती है और अपनी आखे बन्द कर लेती है जिसे नियान्श हटाने के लिए हाथ आगे बढाता है तो सोम्या ये देख हाथ पीछे कर - मेने कुछ नही देखा मे जा रही थी ...|

नियान्श उसे देख बट सही कर - तुम बहोत किस्मत वाली हो क्युकी मुझे तुमपर दया आ गई और वो आदमी मर भी नही है बढाई हो अब जाओ नही तो मे मारता नही टौर्चर  करता हू ...|

ये सुं सोम्या वहा से भाग गई वही नियान्श बस उसे देख रहा था ...|

प्रेजेंट

अभि नियान्श सोम्या को चूमे जा रहा था दोनो निर्वासत्र अपने शरिर से गोंद की तरहा चिपके थे

नियान्श रात को दरवाजा खोलता है तो सोम्या हाल्फ स्लिव ब्लाऊस मे और जार्जत की प्लेन पोथ येल्लो साडी मे गले मे मन्गल्सूत्र मांग मे सिन्दूर भरे बेठी थी ये देख नियान्श पीछे से सोम्या को ध्प्पा बोलता है जिससे सोम्या एक दम से नियान्श से दूर होकर खडी हो गई तभी नियान्श ने उसे झपटा और चूमने लगा फिर उसकी पीठ सहलाने लगा साथ ही उसके सतन दबा कर दर्दो की तरहा सोम्या को चूमने लगा सोम्या उसे दूर धकेल ही रही थी की पर कोई फाय्दा नही था वो राक्षसो की तरहा उसे किस्स किये जा रहा था और कस कर पकड़ रखा था सोम्या को रोता देख नियान्श ने सोम्या को देखा फिर चेहरे की ठूड्डी पकड़ कहा - माय डॉल तुम तो एसे शर्मा रही हो जेसे हमारा पेहली बार हो तुम नही फस्ती ना अगर कोर्ट मे मेरे खिलाफ गवाही ना देती लेकिन नही तुम्हे पता नही जब तक मे ना चाहू तब तक कोई मुझे हाथ तक नही लगा सकता पहले सोचा था की तुम स्वीट हो प्यार से रखून्गा पर तुम्हे वो पसंद नही तो ओके यही सही ...|

इत्ना कह कर नियान्श ने सोम्या की साडी निचे से उपर की और उसकी योनि मे अंडरवीयर के बहार से सहलाने लगा जिससे सोम्या एक दम से मचलने लगी ये देख नियान्श ने कहा - याद करो जब तुम आई थी यहा  |

फ्लेश्बेक

सोम्या के कान पर गन रखी हुई थी और वो दूल्हन के जोड़े मे सजी हुई उस गन को देख बस काप रही थी तभी मेड डरे हुए उनकी आरती उतार वो चावल और थल निचे रख बोली - मेम दायने पेर से कलश गिराइये और अन्दर आइये ....|

नियान्श मासूमियत दिखा सहदेव से - गन निचे सहदेव मेरी डॉल डर रही है मेरी डॉल मेरे अलवा किसी से नही डर सकती ....|

सोम्या अंदर आई वेसे ही नियान्श हाथ पकड़ ले जाते हुए अपने रुम का डोर खोल कर सोम्या को कहा - अंदर जाओ ...|

सोम्या अन्दर गई वही निचे वो औरत घबराते  हुए सोच रही थी - एक भगवान ये सनकी जब भी अच्छे मूड मे होता है तब डर लगता है ...|

वही नियान्श डोर लॉक कर सोम्या को देख बोल - तुम्हे कुछ चाहिये क्या...|

सोम्या ने ना मे सर हिला दिया तो नियान्श ने कहा - लेकिन मुझे चाहिये तुमसे बहोत कुछ चलो एक गेम खेलते है मुझे गेम्स बहोत पसंद है ....|

सोम्या अब डरने लगी तो वही नियान्श सोम्या को डरा देख सोम्या के पसीने को अपने रूमाल से पोछ बोला - मुझे ये डर और दर्द बहोत पसंद है माय डॉल पर दर्द कहा है ...?

नियान्श ये देख सोम्या के हाथ को जोर से दबा देता है और करीब खिच लेता है जिससे सोम्या को तेज दर्द हुआ तो नियान्श ने उसे छोड कुसकी चुनरी उतार फेकि नियान्श सोया से - ये जूड खोलो और गहने उतारो माय डॉल नही तो मे बाल ही कट दूंगा |

सोम्या ने ये सूं जल्दी जूडा खोला उसके बाल खूल चुके गहने नही थे सिवाए मन्गल्सूत्र के और हाथ मे कंगन के सोम्या की खूली कमर देख उसके पास आकर उसे चूमने लगा तो वही सोम्या ने उससे कहा - अब मेरे परिवार वाले केसे है ...|

नियान्श खडे होकर सोम्या के बराबार झूक सर से सर टिका- वो ठीक हओ माय डॉल और अब तुम्हारा उनसे कोई लेना देना नही है तुम यही रहोगी ...|

इतना कह कर वो उससे अलग हुआ सोम्या नियान्श का बर्ताव देख थोडा कम्फरटेबल हो गई नियान्श ये देख मुस्कराया और हसने लगा उसे एसे हस्ता देख सोम्या हेरान थी नियान्श ने सोम्या के गल सहलाते हुए कहा  - बाकी तो ठीक है पर तुम्हे केसे जाने दू डॉल तुमसे खेलने मे मुझे बहोत मजा आ रहा है पर तूम हर गइ माय डॉल क्युकी तुमने सोचा मे तुम्हे कुछ नही करूंगा अब सजा मिलेगी डॉल अब भागो जितना भाग सकती हो मेरे हाथो मेरे आई तो बहोत बूरा होगा गेम शूरू होता है अब  ..|

नियान्श ने अपनी आखे बन्द की और 10तक गिनने लगा सोम्या ने हेरान होकर देखा पर अभि वक्त नही था वो  भागी पर डोर लॉक था सोम्या की सासे उपर निचे हो रही थी की तभी वो सोफे के पीछे छूप गई ...|

नियान्श अपनी आखे खोल बोला - कहा हो डॉल सॉरी मेने रुम लॉक कर दिया ना अब तुम यही छिपी हो है ना ...?

सोम्या ने अप्ना मुह बन्द रखा और साइड से नियान्श को देखने लगी वो नही दिखा तो सोम्या और दार गई तभी नियान्श उसकी बगल से बोला - माय डॉल तुम हार गई ...|

सोम्या वहा देख पीछे हटी पर नियान्श ने उसे बाल से पकड़ कहा - माय डॉल पछताओगी क्या करू रूल इस रूल मुझे बहोत बूरा लगेगा डॉल ...|

नियान्श रो भी रहा था और सोम्या को बैड पर पटक दिया सोम्या वहा से उठती  की नियान्श ने उसका पेर पकड़ खिच लिया सोम्या नियान्श को धक्का दे रही थी  नियान्श उसके पास आकर उसका मुह पकड़ कहा - मय डॉल आज नही बचोगी तुम ...|  और उसके पास आकर  हाथ उपर किये सोम्या चिल्लाते हुए - प्लीज मुझे छोड दो मुझे माफ कर दो जाने दो ...|

नियान्श सोम्या के पर बेठ पेट पर उंगली चला कर उसके बूब्स तक आता है और ब्लाऊस के अन्दर हाथ डाल दबाने लगा जिससे सोम्या की सिसकी निकाल रही थी फिर सोम्या के कपडे उतारने लगा तो सोम्या झटपटा रही थी उसने ब्लाऊस एक तरफ से फाड दिया तो सोम्या खुदको ढकने लगी ये देख नियान्श ने उसके हाथ अलग किये और ब्रा भी उतार फेकि सोम्या ने जेसे ही चादर लेनी चाही तो वो भी नही ओढने दी फिर नियान्श ने उसके लेन्ह्ंगे की डोर खिची और उसके बदन से अलग करने को था उसने सोम्या को देखा सोम्या ने ना मे सर हिला  दिया पर नियान्श ने लेंगे और पेंटी भी फेक दी सोम्या खुदको एसे देख बस रो रही थी वही नियान्श सोम्या के हाथ शर्ट पर रख -  मेरे कपडे उतारो ...|

सोम्या उससे दूर हुई तो नियान्श ने उसे वापस शर्त थमा कहा - तुम्हे अपने परिवार की चिंता नही माय डॉल..|

सोम्या ने रोते हुए उसकी शर्ट उतारी और पेंट उतारने लगी अब दोनो ही पूरे नीरवस्त्र थे सोम्या एक चुनरि भी उठती तो नियान्श दूर फेक - क्या कर रही हो डॉल मे देख चुका हू तुम्हारा सब कुछ ...|

सोम्या ने अब हार मान ली वही नियान्श ने सोम्या के बूब्स को दबाया और चूसने लगा  और सोम्या बस आवाजे निकाल रही थी - आह आह आआअह अह्ह्ह

ये सुन नियान्श और तेज हो गया और सोम्या ओ दर्द हो रहा था वो उपर हुई तो नियान्श ने उसके होटो को चूमने लगा जिससे दोनो के सिने टकरा रहे थे वही नियान्श सोना के मुह मे जीभ फेर चारो कोनो मे घुमा रहा था फिर होठो को चुस कर उन्हे काट भी रहा था सोम्या ने नियान्श को नाखून गढाये तो नियान्श सिम्या को छोड मुह पर जीभ फेर - बहोत खूब तुम भी वाइल्ड हो रही हो ये तो शुरुआत है तुमने गलती कर दी |

सोम्या ने नियान्श को देखती रही निन्यान्श सोम्या के पेर अलग कर कमर पकड़ अपने लिंग से उसकी योनि मे घिसता रहा जिसस्र सोम्या तडप उठी वो तिलमिलाते हुए रह गाई वही वही नियान्श भी उसकी जीभ फेरता है जिससे सोम्या की सिसकी तेज हो गई  उसने कहा - प्लीज मे भिख मांगती हू मुझे मत तड़पाओ प्लीज ...|

नियान्श - ठीक  है पर तुम्हे भी अपनी अदओ से रिझाना होगा नही तो मे जा रहा हू ...|

सोम्या ने अब नियान्श को चूमा और कहा - तुम कहोगे वो करूंगी बस मान जाओ ...|

ये सुन नियान्श ने बैड पर खडे होकर कहा  - इसे मुह मे लो डॉल बिल्कुल पूसी की तरहा |

सोम्या अभि नियान्श के निचले हिस्से को देख मुह मे लेकर चूसा जिससे नियान्श और सोब 69 पोज़ीशन मे आ गये थे तभी नियान्श ने सोम्या के मुह पर पेशाब कर दी पर सोम्या ने ध्यान नही दिया उसे बस अपनी तडप दिख रही थी फिर नियान्श सोम्या को पीछे कर उसके पिछवाडे पर मार फिर उसके पीठ को चूमा और गले को भी फिर सीधा कर वापस सोम्या को तडपाने लगा जिससे वो अब उछल रही थी यही देख नियान्श भी मजे ले रहा था वो नियान्श से लिपर कर उसे चूमने लगी और और उसके सिने से सीना सताने लगी नियान्श का भी बडा हो गया था उसने सोम्या को कमर से पकड़ अनदर समा गया सोम्या की चीख निकाल गइ पर नियान्श को उसकी चीख से मजा आ रहा था जिससे उसने कुछ नही किया और सोम्या को कमर से पकड़ आगे पीछे करने लगा ...|

प्रेजेंट

नियान्श अब सोम्या को छोड उसे देखने लगा सोम्या अब उठ कर जाने लगी तो नियान्श ने उसकी साडी पकड़ बदन से अलग कर दि सोम्या ने कोई भाव नही ये  देख नियान्श ने सोम्या के बाल पकड़ चूमने लगा साथ ही पेटीकोट उपर कर थाई पर हाथ फेरने लगा ....|

सोम्या बेजान सी वही खडी थी ये देख नियान्श सोच मे पड गया और सोम्या को गोड मे उठा बैड पर लेटा दिया ...|

कुछ देर बाद एक डॉक्टर आई और सोम्या का चेकप कर कहा - इन्हे किसी बात का शोक लगा है पता नही कब होश मे आये पर इससे बडा शोक मिले तो हो सकता है ...|

नियान्श डॉक्टर से - कोई जरूरत नही इससे अच्छा मे दूसरी इससे अच्छी ना ले आऊ मार दो इसे ...|

नियान्श फोन मिला कर - हेल्लो सेहदेव अब हमे उन तीनो बोझ को धोने की जरुरत नही ठीक से कचरा साफ करना ....|

तभी सोम्या चीख कर उठती है वो उठ कर नियान्श की कोलर पकड़ कहा -अगर मेरे परिवार को कुछ भी हुआ तो मे तुम्हे जान से मार दूंगी ...|

नियान्श सहदेव से फोन पर - एसा कुछ मत करना सहदेव मेरा खिलौना अभि भी काम कर रहा है ...|

सोम्या ने हाथ हटा रोते हुए कहा - आप ये केसे कर सकते है जो आपके काम का नही उसे मार दो ...|

नियान्श फोन कट कर डॉक्टर को फिर देकर जाने का बोलता है डॉक्टर वहा से सर झुका छ्ले जाते है तो नियान्श कहता है - क्या करू डॉल रिस्क तो लेना ही था ना अगर तुम नही उठती तो वो सच्मे मारे जाते पर अब ...|