एक गुज़िदा गाँव में एक सुंदर सी लड़की ड्रिष्टि रहती थी। वह अपने परिवार के साथ खुश रहती थी, लेकिन उसका दिल कभी खाली था। एक दिन, वह गाँव के एक मेले में पहुँची, जहाँ उसने अर्जुन को देखा। अर्जुन एक खूबसूरत साधु जैसे व्यक्ति थे, जो सिर्फ खुद के साथ अपने झोले में जी रहे थे।
ड्रिष्टि और अर्जुन की मुलाकात हुई और उनके बीच में एक अजीब सी किंमती बातचीत शुरू हुई। वे मिलकर गाँव के प्राचीन हवेली का खोज करने का निर्णय लेते हैं, जिसका कहा जाता है कि वहाँ भूतिया आत्मा है।
वे उस हवेली में पहुँचते हैं और रात को वहाँ कुछ अजीब घटनाएँ होती हैं, जैसे कि आवाजें सुनाई देना, अनदेखी छायाएँ और अजीब आत्मा की उसके पास दिशाएँ। वे एक-दूसरे के साथ मिलकर इन आत्मिक घटनाओं का सामना करते हैं और उनका साथ देते हैं।
इन डरावनी स्थितियों के बावजूद, ड्रिष्टि और अर्जुन के बीच का प्यार और मज़बूत होता जाता है। वे एक-दूसरे को साथ जीने का इरादा करते हैं और हवेली का रहस्य सुलझाने का प्रयास करते हैं।
आखिरकार, वे राजा और रानी के तरह उस हवेली में बस जाते हैं और एक-दूसरे को सच्चा प्यार प्रकट करते हैं। अर्जुन ड्रिष्टि से मांगता है और वे खुद को एक-दूसरे के साथ जीने का फैसला करते हैं, जिंदगी भर के लिए।
इस तरह, ड्रिष्टि और अर्जुन की हॉरर कहानी अच्छी तरह से फिनिश होती है और वे एक-दूसरे के साथ खुशियों से भरी ज़िन्दगी जीते हैं।